Swatva Samachar

Information, Intellect & Integrity

बिहार अपडेट बिहारी समाज सारण

12 मार्च : सारण की मुख्य खबरें

45 से 59 वर्ष तक के व्यक्तियों का किया जा रहा टीकाकरण

छपरा : वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण को जड़ से मिटाने के लिए जिले में टीकाकरण अभियान व्यापक स्तर पर चल रहा है। जिले में अब तीसरे चरण की शुरुआत हो चुकी है और इसके तहत 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र वाले लोगों तथा 45 से 59 वर्ष तक के गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विशेष अभियान चलाकर वैसे जनप्रतिनिधियों का टीकाकरण किया गया जिनकी उम्र 60 वर्ष या उससे अधिक है तथा 45 वर्ष से 59 वर्ष तक के जो किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं है।

सुबह 9:00 बजे से टीकाकरण की शुरुआत की गई और देर शाम तक लाभार्थियों को टीका लगाया गया। काफी संख्या में पंचायती राज के जनप्रतिनिधियों ने इस टीकाकरण अभियान में अपनी सहभागिता को सुनिश्चित करते हुए टीकाकरण कराया तथा समाज को सकारात्मक संदेश देने का काम किया|

टीकाकरण कराने वाले जनप्रतिनिधियों ने कहा कि यह वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित और प्रभावी है और इस वैश्विक महामारी से बचाव के लिए सभी को टीका लेना आवश्यक है। जनप्रतिनिधियों ने कहा कि टीकाकरण के प्रति आम जनों को जागरूक करना हमारा कर्तव्य है और इसमें हम अपनी पूरी सहभागिता सुनिश्चित करेंगे।

पात्र लाभार्थियों को जनप्रतिनिधियों ने प्रेरित कर टीकाकरण केंद्र पर लाया :

स्वास्थ्य विभाग के द्वारा पंचायती राज के जनप्रतिनिधियों से सहयोग की अपील की गई थी। जनप्रतिनिधियों ने अपने अपने क्षेत्रों से अधिक से अधिक पात्र लाभार्थियों को जागरूक कर टीकाकरण केंद्र पर लाया तथा उनका टीकाकरण कराना सुनिश्चित किया। टीकाकरण कराने वाले अधिकतर बुजुर्गों ने अपने पंचायत के जनप्रतिनिधियों के प्रति आभार व्यक्त किया तथा चिकित्सकों को धन्यवाद दिया| सभी ने कहा कि समाज और देश की सुरक्षा के लिए टीकाकरण अति आवश्यक है। इसमें हम सब को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। ताकि हमारा समाज और परिवार इस वैश्विक महामारी से सुरक्षित रह सके।

टीकाकरण केंद्रों पर बैठने के लिए कुर्सी व पेयजल की व्यवस्था :

सिविल सर्जन डॉ जनार्दन प्रसाद सुकुमार ने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण के प्रति आम जनों में जागरूकता भी देखने को मिल रही है और पात्र लाभार्थी टीकाकरण कराने के लिए काफी संख्या में स्वास्थ्य संस्थान पर पहुंच रहे हैं। इस भीड़ को देखते हुए विभाग ने लाभार्थियों को बैठने के लिए पर्याप्त मात्रा में कुर्सी, पीने के लिए पानी तथा अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया गया है। ताकि आम जनों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो सके और वह अपनी सुविधा अनुसार टीकाकरण करा सकें । टीकाकरण कराने आने वाले लाभार्थियों से स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों के द्वाराअपील भी की जा रही है कि अपने आस-पड़ोस के पात्र लाभार्थियों को इसके प्रति जागरूक करें तथा टीकाकरण करवाने में सहयोग करें।

टीका लेने के लिए बुजुर्गों की भागीदारी बेहतर :

सिविल सर्जन डॉ जेपी सुकुमार ने कहा कि जिले में कोरोना टीका लेने के लिए बुजुर्गों की भागीदारी अच्छी है। यह स्वास्थ्य क्षेत्रों में अच्छा संकेत है। उन्होंने कहा कि कोविड वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है। केंद्रों पर सहयोग के लिए डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों की पूरी टीम तैनात रहती है। कोविड टीका प्राप्त किए हुए सभी लोग स्वस्थ हैं । टीका के बारे में किसी प्रकार की अफवाह में ना पड़ें एवं अधिक से अधिक संख्या में टीका लेकर अपने एवं अपने परिवार को सुरक्षित करें। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के बाद भी मास्क, सैनिटाइजर, शारीरिक दूरी का पालन करें।

वैक्सीनेशन के बाद भी जारी रखें एहतियात :

डॉ जेपी सुकुमार ने कहा कि वैक्सीन लेने के बाद भी लोगों को कोविड- 19 से बचाव के लिए जारी गाइड लाइन का पालन जारी रखना जरूरी है। क्योंकि, वैक्सीन लेने के तुरंत बाद ही कोविड- 19 का दौर खत्म नहीं होगा। इसलिए, एहतियात जारी रखना चाहिए। जिससे भविष्य में किसी प्रकार की परेशानी उत्पन्न नहीं हो और खुद के साथ पूरा समाज भी सुरक्षित रहे।

बच्चों और गर्भवती महिलाओं को समय पर टीका लेना जरूरी

छपरा : परिवार नियोजन के भ्रामक तथ्यों जैसे नसबंदी या बंध्याकरण को ही समाज में परिवार नियोजन समझा जाना, अक्सर 3- 4 बच्चों के जन्म हो जाने के पश्चात ही इसके लिए आगे बढ़ना इत्यादि से लोगों को निरंतर जागरूक करने में आशा सहित अन्य फ्रंटलाइन कर्यकर्ता द्वारा महती भूमिका निभायी जा रही है। इसके लिए प्रत्येक ग्रामीण स्वास्थ्य पोषण एवं स्वच्छता दिवस पर एएनएम, स्वास्थ्य कर्मी और आंगनबाड़ी सेविका के संयुक्त प्रयास से किशोरियों, नवदम्पतियों, गर्भवतियों और धातृ माताओं को प्राथमिकता के तौर पर नियोजित परिवार सुखी परिवार की अवधारणा पर सत्र (सेशन) का आयोजन किया जाता है।

इसमें विशेष तौर से प्रथम शिशु की माँ को परिवार नियोजन के उपायों जैसे एक शिशु से अगले शिशु तक में कम से कम तीन वर्ष के अंतर को रखने के लिए परामर्श दी जाती है। इतना ही नहीं परिवार नियोजन की बारीकियों को बतलाने के लिए प्रखंड स्तर पर पोस्टर एवं ऑडियो के साथ जागरूकता रथ को लगातार संचालित किया जा रहा है। ताकि लोगों में इसको लेकर किसी भी तरह के संशय की स्थिति न हो।

बच्चों और गर्भवती महिलाओं को समय पर टीका लेना जरूरी :

सिविल सर्जन डॉ जनार्दन प्रसाद सुकुमार ने कहा कि जिले में कोविड-19 टीकाकरण के साथ-साथ नियमित टीकाकरण भी निर्बाध रूप से चल रहा है। गर्भवती महिलाओं और बच्चों को समय पर टीका लगवाना आवश्यक है। टीका से बच्चों और गर्भवती महिलाओं में कई तरह की बीमारियों से बचाव होता है। ऐसे में आमजनों से अपील है कि अपने नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र या उप स्वास्थ्य केंद्र तथा प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर अपना टीकाकरण अवश्य कराएं।

प्रसव के सात दिनों तक बंध्याकरण कराने पर लाभार्थी को तीन हजार रुपये :

सिविल सर्जन डॉ जेपी सुकुमार ने बताया कि जिले के स्वास्थ्य केंद्रों पर महिलाओं के बंध्याकरण करने की व्यवस्था की गई है। वहीं परिवार नियोजन को हर हाल में अपनाने के लिए नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है। इसके लिए परिवार नियोजन परामर्शियों द्वारा उपस्वास्थ्य केंद्रवार नवदम्पतियों की ट्रैकिंग और काउंसिलिंग भी की जा रही है।विभिन्न स्तर पर परिवार नियोजन के साधन उपलब्ध हैं। जिसमें पुरुषों के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों व सदर अस्पताल स्तर पर कंडोम वेंडिंग मशीन द्वारा आसानी से कंडोम तक पहुँच, महिलाओं के लिए गोलियां ओसी एवं ईसी पिल्स, अन्तरा की सुइयां जिसे लगाने के लिए प्रेरित करने वाले और लाभार्थी तक को सौ-सौ रुपये की सहयोग राशि भी दिए जाने की व्यवस्था है।

परिवार नियोजन के प्रति लोगों में आई जागरूकता :

जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अरविंद कुमार ने बताया कि जिले में विगत कुछ वर्षों से उपरोक्त उपायों के अपनाये जाने से परिवार नियोजन में आई जागरूकता के बारे में भी एक अच्छे संकेत हैं। जनसंख्या स्थिरीकरण में परिवार नियोजन की बहुत अधिक भूमिका है। सभी अस्पतालों में ‘अंतरा’ इंजेक्शन और ‘छाया’ गोली निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है। अनचाहे गर्भ से छुटकारा पाने के लिए यह इंजेक्शन तीन माह में एक बार लगाया जाता है, वहीं जो महिलाएं इंजेक्शन लगवाने से डरती हैं उनके लिए छाया गोली है। ये हफ्ते में 2 बार दी जाती है। उन्होंने बताया कि गर्भनिरोधक इंजेक्शन का स्तनपान कराने वाली महिलाओं पर किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है।

डबल डेकर सरकार से मुआवजा और पूर्णवास की मांग को लेकर एक दिवसीय सत्याग्रह

छपरा : डबल डेकर सरकार से मुआवजा और पूर्णवास की मांग को लेकर एक दिवसीय सत्याग्रह, डीएम निलेश देवरे के खिलाफ लगे नारे- “जिलाधिकारी होश में आओ”, प्रदर्शन करने वाले लोगों का कहना है की हमें डबल डेकर से कोई दिक्कत नही, सरकार की नीतियों से दिक्कत है- सरकार हमें उचित मुआवजा दे।

गडखा प्रखंड के धनौड़ा गरीबनाथ मंदिर प्रांगण मे शिवरात्रि के पावन अवसर पर भव्य शिव जागरण

छपराः गडखा प्रखंड के धनौडा गरीबनाथ मंदिर प्रांगण मे शिवरात्रि के पावन अवसर पर भव्य शिव जागरण का आयोजन किया गया।रमेश सजल के देवी गीत निमिया के डार मैया झूले ली झुलुअवा पर तालियो के गरगराहट और पार्वती मैया के जैकारे से पूरा परिसर गुंजयमान हो गया।वही नेहा राज के बम बम भोले भंडारी बाबा बम भोली भंडारी तारी दुनिया सारी बाबा तारी दुनिया सारी।चन्दा शर्मा के देवी गीत बडी कृपालु है तू माॅ ने भी दर्शको का मन आत्म विभोर कर दिया।

शिव शक्ति जागरण मंडली मे बिहार के अतिरिक्त यूपी मे भी ख्याति प्राप्त मसहूर कलाकार रमेश सजल व लगभग एक दर्जन लेडिज पूरूष कलाकारो ने धनौडा,कोठिया,नराव,मुसेपुर,डुमरी,जुअरा,मदनपुर के हजारो नर नारियो ने रात्रि जागरण मे आत्म विभोर कर दिया।जागरण का लुत्फ उठा सभी भक्तिमय माहौल मे झूमते नजर आये।इसके पूर्व शिव जी व पार्वती जी का भव्य श्रृंगार व पूजन हुआ इसके बाद गरीबनाथ सेवा समिति के अध्यक्ष ने फीता काटकर मंच का उदघाटन किया उनके साॅथ दर्जनो गणमान्य सदस्य आसीत कुमार सिंह उर्फ रिन्टु सिह,मनोज सिह,विवेक सिह,धनुषधर सिह,राहुल कुमार सिंह, बाल्मीकि सिह,अखिलेश सिह,राकेश कुमार सिह शिक्षक आदि उपस्थित थे।

विश्व रोट्रैक्ट सप्ताह के अंतर्गत इंटरनेशनल ब्लड डोनेशन इवेंट

छपराः विश्व रोट्रैक्ट सप्ताह के अंतर्गत इंटरनेशनल ब्लड डोनेशन इवेंट महादान 6.0 के तहत रोट्रैक्ट क्लब ऑफ़ सारण सिटी ने रक्तदान शिविर का आयोजन स्थानीय सदर अस्पताल के ब्लड बैंक में किया। इस दौरान पीडीआरआर श्याम बिहारी अग्रवाल ने कहा की रक्तदान करने से रक्तदाताओं को इसके शारीरिक और मानसिक लाभ भी मिलते हैं। रक्तदान कर गर्व का अनुभव होता है और रक्तदाता के आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है। इसके बाद भी भारत में स्वैच्छिक रक्तदान करने वालों की संख्या बहुत कम है और देश के ब्लड बैंकों में रक्त की कमी बनी हुई है।

सचिव अभिषेक श्रीवास्तव एवं प्रोजेक्ट चेयरमैन महताब आलम ने कहा कि प्रत्येक वर्ष रोट्रैक्ट सप्ताह के दौरान महादान प्रोजेक्ट का आयोजन किया जाता है जिसमें पूरे विश्व स्तर पर महादान प्रोजेक्ट का आयोजन किया जाता है. इस प्रकार के कैंप का आयोजन का उद्देश्य देश के ब्लड बैंकों से खून की कमी को दूर करना है इसी के तहत आज हमारे क्लब ने भी इसका आयोजन किया ताकि जरूरतमंदों को हम मदद कर सके. इस दौरान इस दौरान पीडीआर श्याम बिहारी अग्रवाल रोटरी सारण के अध्यक्ष चंद्र कांत द्विवेदी डिस्ट्रिक्ट महादान को चेयरमैन आलोक कुमार सिंह, सचिव अभिषेक श्रीवास्तव, सैनिक कुमार,रोहित कुमार, अवध बिहारी प्रसाद धीरज कुमार, दीपक कुमारसमेत अन्य सदस्य उपस्थित थे।

भूमि स्वामी संगठन द्वारा आयोजित एक दिवसीय सत्याग्रह को अभूतपूर्व जन प्रतिसाद मिला

छपराः भूमि स्वामी संगठन द्वारा आयोजित एक दिवसीय सत्याग्रह को अभूतपूर्व जन प्रतिसाद मिला। हजारों की संख्या में भाग लेकर न केवल डबल डेकर से प्रभावित जनता बल्कि छपरा के आम निवासियों ने भी इस मुहिम को अपना प्रत्यक्ष सहयोग दिया प्रशासन की डबल डेकर के निर्माण से सम्बन्धित मनमानी नीतियों के विरोध में किए गए इस शांतिपूर्वक कार्यक्रम की शुरुआत गाँधी जी की प्रतिमा का माल्यार्पण कर सुबह 9 बजे हुई जिसके बाद संगठन ने गाँधी चौक से नगर पालिका चौक तक पदयात्रा की. सत्याग्रह का आयोजन नगर पालिका चौक पर किया गया।

उदित राय, पूर्व मंत्री; माननीय MLA जीतेन्द्र राय, वीरेन्द्र नारायण यादव MLC, Dr श्रीमती विजय रानी सिंह, प्रीतम यादव RJD, मुनि जी, श्री श्याम बिहारी अग्रवाल, मॉंझी विधायक डॉ. सत्येन्द्र यादव, विद्यासागर विद्यार्थी जैसे क्षेत्र के दिग्गज नेताओं ने भी उपस्थित रहकर इस सत्याग्रह को अपना सम्बल प्रदान किया। उल्लेखनीय रूप से हजारों की संख्या में शामिल लोगों में शैलेश गुप्ता, दिवाकर गुप्ता, अतुल कुमार, वीरेन्द्र व्याहुत, डॉ. गुप्ता, प्रशांत राज, मो परवेज, प्रभाकर जी, मनीष कुमार, रितेश भी थे।

संगठन के अध्यक्ष श्री पांडे शैलेश कुमार ने बताया कि दांडी कूच दिवस के दिन आयोजित ये सत्याग्रह हमारा एक प्रयास है की गांधीजी के मार्ग पर चलते हुए, न्याय का सहारा लेकर उचित तरीकों से हम अपने हक की लड़ाई आगे बढ़ाएं। केवल डबल डेकर निर्माण से प्रभावित लोग ही नहीं बल्कि छपरा शहर के सब निवासियों का हमें आज सहयोग मिला है और उम्मीद करते हैं की ज्यादा से ज्यादा लोग आगे इस मुहिम में जुडेंगे

अतुल कुमार, संगठन सचिव का कहना है की सत्याग्रह में मिले अभूतपूर्व सपोर्ट को देख कर वह आशान्वित हैं। हाई कोर्ट में दाखिल रिट पर भी स्टे मिलने से उम्मीद करते हैं की प्रशासन अपनी मनमानी नीतियों से परे हट कर न्याय का साथ देगा हमारे मालिकाना हक को मान्यता देगा। छपरा शहर में टोपोलैंड, असर्वेक्षित जमीन और उससे संबंधित लोगो के मालिकाना हक़ को लेकर जनता को जागरूक हो एकजुट हो अपनी आवाज़ आगे बढ़ानी होगी

प्लास्टिक मुक्त सारण अभियान की शुरुआत जल्द

छपराः भारत स्काउट और गाइड सारण की इकाई [ बलिराम सिंह शालिग्राम सिंह ओपेन स्काउट ग्रुप बसंत गड़खा सारण ] के द्वारा ईस्टर्न रीजन द्वारा चलाये जा रहे प्लास्टिक टाइड टनर्स को एक अभियान के रूप में सारण के प्रत्येक प्रखंड के BDO की मौजूदगी में प्लास्टिक मुक्त सारण अभियान की शुरुआत जल्द ही गड़खा से शुरू की जाएगी, सारण ज़िला के DOC आलोक रंजन ने उक्त जानकारी देते हुए कहा कि प्लास्टिक मुक्त सारण अभियान में हम सभी बढ़ चढ़ के हिस्सा लेंगे, सारण के सभी स्काउट्स गाइड्स से आग्रह हैं कि वो तैयार रहे कभी भी लेटर ईशु कर कर अभियान को शुरू किया जा सकता हैं, जिस प्रखंड में भी इस कार्यक्रम को किया जाएगा वहाँ के CO, BDO, थाना प्रभारी मुख्य रूप से मौजूद रह कर अभियान की शुरुआत करेंगे।

कार्यक्रम को मुख्य रूप देने में स्काउट शिक्षक सारण श्री अम्बुज कुमार झा जी के निर्देशानुसार बसंत हाई स्कूल में भी इस अभियान को जोरो शोरो पर चलाया जाएगा, मानव सहित पशु पक्षियों के लिए यह अभियान मिल का पत्थर साबित होगा। पूरे कार्यक्रम की रूप रेखा अशिस्टेन्ट स्काउट शिक्षक सारण श्री ज्योति भुसन सिंह की उपस्थिति में डोरीगंज काजीपुर हाई स्कूल के शैकरो बच्चे बच्चियां भी इस अभियान में भाग लेंगी, ज्योति भुसन जी ने बताया कि बहुत अच्छी पहल सारण स्काउट के द्वारा मैं हमेशा से चाहता हूँ कि प्लास्टिक मुक्त मेरा भारत हो, प्लास्टिक मुक्त मेरा सारण हो।

वही धन्यवाद देते हुए सारण के ज़िला आयुक्त डॉ दीनानाथ मिश्रा जी ने कहा कि एक अच्छी पहल पर्यावरण के लिए लिया गया हैं , बहुत खुशी होती हैं यह देख कर की सारण स्काउट और गाइड के द्वारा अच्छी अच्छी पहल की जाती हैं सुभकामनाये हैं मेरी , प्लास्टिक प्रदुषण के कारण सहरी छेत्रो में अनेक शक्छन्दः पशुओं के खाने के कारण मौत हो चुकी हैं यह अभियान मनुष्यो के साथ साथ पशुओं के लिए भी वरदान साबित होगी ।

साथ ही ज़िला मुख्य आयुक्त श्री हरेन्द्र प्रसाद सिंह , ज़िला उपाध्यक्ष सुरेश प्रसाद सिंह , ज़िला सचिव श्री त्रिवेणी कुँअर , ज़िला सहायक सचिव श्री उमाशंकर गिरी , ज़िला संयुक्त सचिव मंजू मैम , ज़िला कोषाध्यक्ष अद्बुल गनी खा ने मुख्य रूप से बधाई दिया ।

महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की सभी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन

छपरा : महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की सभी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सरकार ने नई पहल की है। इसके तहत अब महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की योजनाओं को तीन वृहद परियोजनाओं में समाहित कर संचालित किया जाएगा, जिसमें मिशन पोषण 2.0, मिशन वात्सल्य एवं मिशन शक्ति शामिल होंगे। मिशन शक्ति महिला व बाल विकास मंत्रालय द्वारा संचालित सभी मिशन व योजनाओं का कंनर्वजेंस प्रोग्राम है। इसी में मिशन पोषण 2.0, मिशन वात्सल्य तथा मिशन सक्षम आंगनबाड़ी को शामिल किया गया है।

लगभग 68 फीसद आबादी महिलाओं एवं बच्चों की :

प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार देश में 67.70 फीसद आबादी सिर्फ महिलाओं एवं बच्चों की ही है। देश के सतत एवं न्यायसंगत विकास के लिए महिलाओं एवं बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा एवं उनका सशक्तिकरण बेहद जरुरी है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय एक सुरक्षित माहौल में बच्चों की खुशहाली और सुपोषण सुनिश्चित करने के लिए कटिबद्ध है।

इसके साथ ही महिलाओं को सशक्त करने के लिए सुलभ, सस्ता, विश्वसनीय एवं सभी तरह के भेदभाव एवं हिंसा मुक्त माहौल प्रदान करने के लिए प्रयासरत है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का मुख्य उद्देश्य महिला एवं बाल विकास के लिए राज्य सरकार के कार्यों में कमी को दूर करने, महिलाओं का सम्मान व उनकी सुरक्षा तथा उनके अधिकारों का सर्मथन करने एवं उनके कौशल का क्षमतावर्धन कर उनमें आत्मविश्वास भरना है ताकि वह आगे के रास्ते को स्वयं तय कर सकें।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि देश का संविधान सभी महिलाओं व पुरुषों को स्वतंत्रता और अवसर का समान अधिकार देता है । एक महिला को अपने भाग्य निर्माण में सक्षम बनाने के लिए, सतत चलने वाले तरीकों को पूरे जीवनकाल तक अपनाया जा रहा है जो एक ऐसी व्यवस्था का निर्माण करता है जिसके माध्यम से प्राकृतिक तौर पर होने वाले भेदभाव और पक्षपात का समाधान किया जा सके ।

मिशन शक्ति से महिलाओं को मिलेगा समान अधिकार :

महिलाओं का सम्मान और उनकी सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसलिए एक समावेशी समाज के निर्माण की जरूरत है, जहां महिलाओं और बालिकाओं को संसाधनों व अवसरों के इस्तेमाल का बराबरी का अधिकार हो ताकि भारत की सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक विकास में भागीदारी देने में महिलाएं सक्षम हों। समावेशी विकास के लिए आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय बदलाव लाने में महिलाओं की मुख्य भूमिका है। इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए वर्तमान में चल रही योजनाओं में आवश्यक बदलाव लाना जरूरी है। इसे मिशन शक्ति के तहत प्राप्त किया जा सकता है।

बच्चों के कल्याण में मिशन वात्सल्य करेगा सहयोग देश के विकास के लिए बच्चों की खुशहाली बहुत जरूरी है। वह भविष्य में देश के मानव संसाधन के रूप में अपना योगदान देते हैं। सरकार द्वारा उनके पोषण, वितरण और इसकी पहुंच तथा इसके परिणाम को मजबूत करने के लिए सप्लीमेंट्री न्यूट्रिशन प्रोग्राम (पूरक पोषण कार्यक्रम) तथा पोषण अभियान को मिशन पोषण 2.0 के तहत विलय कर दिया गया है। बच्चों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने नई पहल की है, इन उद्देश्यों को मिशन वात्सल्य सुनिश्चित करता है ।

सभी अम्ब्रेला स्कीम्स के लिए बजट में 24114 करोड़ रूपये आवंटित :

वर्ष 2021—22 के केन्द्रीय बजट में इन तीन परियोजनाओं में पूर्व से चल रहीं योजनाओं को शामिल करते हुए राशि का आवंटन किया गया है। सक्षम आंगनबाड़ी तथा पोषण 2.0 परियोजना में आईसीडीएस आंगनबाड़ी सेवा, पोषण अभियान, किशोरियों के लिए योजना व राष्ट्रीय क्रेश योजना को शामिल किया गया है । इसके लिए बजट में 20, 105 करोड़ रुपये आंवटित किये गए हैं। मिशन वात्सल्य, बाल सुरक्षा सेवाएं व बाल कल्याण सेवाओं को सम्मिलित करते हुए 900 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।

मिशन शक्ति (महिलाओं के सशक्तिकरण और सुरक्षा के लिए मिशन) में — संबल (वन स्टॉप सेंटर, महिला पुलिस वालंटियर , महिला हेल्पलाइन, स्वधर, उज्जवला, विधवा आश्रम) तथा समर्थ — (बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओ, पालना घर, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, जेंडर बजट, शोध) योजनाओं को शामिल करते हुए 3,109 करोड़ रुपये आंवटित किया गया है । इस तरह तीनों अम्ब्रेला स्कीम्स के लिए वर्ष 2021 — 22 के बजट में 24114 करोड़ रूपये आवंटित किए गए हैं ।