स्काउट और गाइड को फ्री बिंग मी का प्रशिक्षण में 25 बच्चे ही ले सकेंगे भाग
छपरा: जिले में स्काउट और गाइड को फ्री बिंग मी का प्रशिक्षण लंबे अंतराल के बाद सत्र 2020-2021 के पहले शिविर के रूप में आयोजित होने जा रहा है। यह शिविर यूनिट स्तरीय होगा जिसमें केवल 25 बच्चे ही भाग ले सकेंगे कोविड 19 के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए।
इस शिविर का आयोजन दिल्ली प्ले स्कूल प्रभुनाथनगर (निकट BSNL एक्स्चेंज)में होगा। इस शिविर में सम्मलित प्रतिभागियों को शरीर की बनावट, लंबाई- चौड़ाई -मोटाई आदि विषयो पर प्रशिक्षित कर प्रतिभागियों में बॉडी कॉन्फिडेंस पैदा करेंगे कि तथा उनकी शारीरिक संरचना, सुंदरता और व्यक्तित्व को निखारने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जिला संगठन आयुक्त स्काउट आलोक रंजन ने बताया कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर अभी सभी प्रशिक्षण अपने अपने यूनिट में ही आयोजित हो रहे है । कोविड 19 संक्रमण के सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए सभी कार्यक्रम ऑन लाइन आयोजित हो रहे थे। सरकारी दिशा निर्देश के आलोक में यह इस फाइनेंशियल वर्ष का पहला ऑफ लाइन शिविर है । इसके बाद सभी कार्यक्रम अपने यूनिट स्तर पर आयोजित किये जाएंगे जब तक कि सरकारी आदेश हमे नही प्राप्त होते है।
ज्ञात हो कि इस विषय के प्रशिक्षक जिला संगठन आयुक्त आलोक रंजन प्रशिक्षक है और बिहार राज्य भारत स्काउट और गाइड के कॉडिनेटर भी है के साथ – साथ जिले को प्राप्त नए प्रशिक्षक अमन राज,जय प्रकाश सिंह और रितिका कुमारी भी इस शिविर को संचालीत करेंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस कार्यक्रम में मुख्य रुप से जिला मुख्य आयुक्त श्री हरेन्द्र प्रसाद सिंह,उपाध्यक्ष डॉ० सुरेश प्रसाद सिंह,जिला आयुक्त स्काउट डॉ० दीनानाथ मिश्रा, सहायक जिला सचिव श्री उमाशंकर गिरी, कोषाध्यक्ष गनी खा और स्काउट मास्टर अम्बुज कुमार झा, आशीष रंजन सिंह अन्य थे।
कैंसर को लेकर एक दिवसीय प्रशिक्षण में कहा गया लाइलाज का होगा इलाज
छपरा : शहर के आशीर्वाद पैलेस में कैंसर को लेकर एक दिवसीय प्रशिक्षण सह सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें जिले के विभिन्न क्षेत्रों से ग्रामीण चिकित्सक शामिल हुए। जहां यह सम्मेलन बुद्धा कैंसर संस्थान पटना द्वारा आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन में कैंसर से संबंधित जानकारी दी गई और बताया गया है कि कैसे लाइलाज बीमारी कैंसर को प्रारंभिक स्तर पर ही पहचान कर उसका कारगर इलाज किया जा सकेगा|
दो दिन में जारी कर दी जायेगी तृतीय सूची : कुलपति
छपरा : कुलपति जयप्रकाश विश्वविद्यालय ने अवकाश होने के बाद भी यू यम आइ यस तथा आई टी सेल मे जाकर कार्यों का लेखा जोखा लिया। विदित हो कि स्नातक प्रवेश के लिए तृतीय सूची प्रकाशित किया जाना है। माननीय कुलपति महोदय स्वयं इसकी मानिटरिंग कर रहे हैं। कुलपति ने बताया कि एक दो दिन में सूची जारी कर दी जायेगी।
सर्टिफिकेट सेल में कुलपति देखने गये तो वहां कार्य हो रहा था। बी सी ए तथा बैकलॉग की डिग्री प्रिंट की जा रही है। विदित हो कि कई सालों की डिग्री अभी तक पेंडिंग थी, माननीय कुलपति महोदय के समय से इस तरह के कई कार्य गति पकड़ लिए हैं। इस अवसर पर प्रभारी कुलसचिव डॉक्टर आर पी श्रीवास्तव, सीसीडीसी प्रोफेसर हरिश्चन्द्र, डां० धनन्जय आजाद तथा इंजीनियर प्रमोद कुमार सिंह, पी ए सुनील कुमार सिंह आदि थे।
उपलब्धियों को जनमानस तक पहुंचाने में सोशल मीडिया का करें उपयोग
छपरा : “स्वास्थ्य विभाग अपनी उपलब्धियों को जनमानस तक पहुंचाने में सोशल मीडिया का उपयोग ज्यादा से ज्यादा करें। इससे सभी लोगों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों को समझने में आसानी होगी” उक्त बातें राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को पटना स्थित संवाद भवन में आयोजित स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रम में कही।
मुख्यमंत्री ने कहा सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग प्रखंड स्तर से लेकर राज्य स्तर तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के संकल्पित है और इसके लिए सभी जरुरी कदम उठाये जा रहे हैं. बिहार का कोई व्यक्ति किसी मजबूरी के कारण उपचार हेतु दुसरे राज्य में न जाए इसके सारे प्रयास किये जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा उठाये जा रहे सभी कदम इसे प्रमाणित भी करते हैं।
ई-संजीवनी पोर्टल, अश्विन पोर्टल, वंडर एप और रेफेरल ट्रांसपोर्ट ट्रैकिंग सिस्टम का हुआ शुभारम्भ :
मुख्यमंत्री ने बताया स्वास्थ्य सेवाओं को घर-घर पहुंचाने और उनमे नयी नयी तकनीक का समावेश करना सरकार का प्रयास है. मुख्यमंत्री द्वारा आज ई-संजीवनी पोर्टल, अश्विन पोर्टल, वंडर एप और रेफेरल ट्रांसपोर्ट ट्रैकिंग सिस्टम का हुआ शुभारम्भ किया गया. वंडर कार्यक्रम अंतर्गत गर्भवती महिलाओं का उनके गर्भधारण से लेकर प्रसव काल तक के नियमित तथा आवश्यकता आधारित जांच के आंकड़ों को जांच कर जरुरी चिकित्सीय प्रबंधन में मदद मिलेगी।
ई-संजीवनी पोर्टल द्वारा चिकित्सा क्षेत्र में शुरू हुई इस नवीन व्यवस्था में सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को जिले के विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवायें उपलब्ध हो सकेगी. अश्विन पोर्टल द्वारा आशा एवं आशा फैसीलीटेटर द्वारा किये गए कार्यों के एवज में तैयार किये गए दावा प्रपत्र की एंट्री की जाएगी. टोल फ्री नंबर 102 पर कॉल कर एम्बुलेंस सेवा प्राप्त करने के अतिरिक्त अब 102 इमरजेंसी बिहार मोबाइल एप के माध्यम से भी एम्बुलेंस सेवा तत्काल प्राप्त की जा सकती है.
तकनीक आधारिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है स्वास्थ्य विभाग का उद्देश्य :
कार्यक्रम में बोलते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया सभी को तकनीक आधारिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना स्वास्थ्य विभाग के उद्देश्यों में से एक है. आज शुरू किये गए तकनीक आधरित सेवाओं से घर- घर तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने में मदद मिलेगी और मरीज एवं उनके रोग का त्वरित प्रबंधन करने में सहायता मिलेगी. पिछले तीन माह में स्वास्थ्य विभाग ने कई कदम उठाये हैं जिनमे बाल ह्रदय योजना, कैंसर के मरीजों की पहचान एवं उनका प्रबंधन, राज्य के 15 जिला अस्पतालों में डैलेसिस की सुविधा एवं 21 अस्पतालों में सीटी स्कैन की सुविधा इनमे से कुछ कदम हैं.
जीविका एवं स्वास्थ्य विभाग के बीच हुआ एमओयू :
कार्यक्रम में राज्य स्वास्थ्य समिति एवं जीविका के बीच “दीदी की रसोई” कार्यक्रम संचालन से संबंधित एमोयू पर हस्ताक्षर किया गया. इसके तहत राज्य के सभी जिला अस्पतालों में मरीजों एवं उनके परिजनों को स्वच्छ एवं पौष्टिक भोजन जीविका द्वारा संचालित दीदी की रसोई द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा. अभी राज्य के 7 जिला अस्पतालों में जीविका द्वारा दीदी की रसोई सुविधा मुहैय्या करायी जा रही है। कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति, मनोज कुमार एवं बालामुरुगन डी. सचिव ग्रामीण विकास विभाग ने एमओयू पर हस्ताक्षर किये. इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा चुनिंदा जिलों की एएनएम एवं लाभार्थियों से संजीवनी पोर्टल के माध्यम से बात की गयी।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, उपमुख्यमंत्री रेनू देवी, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समीति मनोज कुमार के साथ साथ वरीय अधिकारीगण, आशा कार्यकर्ता, जीविका समूह की दीदियाँ एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
कथा के विवेचको के मुखारविंद से निकले अमृत वाणी से लोगो लें प्रेरणा
छपरा : जलापुर प्रखंड के बसडीला ब्रम्ह स्थान पर चल 80 वे नवाह्य वार्षिकोत्सव समारोह मे न सीर्फ जय सीयाराम जय जय सीयाराम के अखण्ड राम धून व होम से पूरा इलाक पिछले छः दिनो से गुॅजयमान हो रहा है अपति देश के कोने कोने से आये मुखर वक्ताओ व श्रीराम कृष्ण कथा के विवेचको के मुखारविंद से निकले एक एक अमृत वाणी लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रहा है।
लोग राम नाम अमृत का पान व मेला का लुत्फ उठाने के बाद दिन भर और देर रात तक प्रवचन का भी लुत्फ उठा रहे है,वृन्दावन से आये भरत दास जी महाराज,झाॅसी के सुश्री साधना शास्त्री, जौनपुर के सुश्री वन्दना कुमारी व प्रकाश चन्द विद्यार्थी,छपरा के सुप्रिया शास्त्री, उपेन्द्र दास,श्रीपति मिश्र ,जब्बलपुर के डाक्टर आर पी ओझा उर्फ मानस राज हंस, अयोध्या के मधुसूदन शास्त्री, सुल्तान गढ के अनील शास्त्री, आमी के शिववचन सिह आदि के रामा नामामृत से दर्शक व श्रोता भक्त कथा श्रवण कर न सीर्फ अपना जीवन धन्य बना रहे है बल्कि सनातन धर्मावलंवियो के दैनिक नियम व नैतिक शिक्षा भी विद्वान वक्ताओ से ग्रहण कर रहे है।
विदित हो कि बीसवी सदी के पूरवार्ध मे 1941 ईस्वी से माध के बसंत पंचमी से 10 दिवसीय रामनाम महा यज्ञ की शुरूआत श्री श्रो 1008 श्री शिव शर्मा मिश्र ने की थी जिसका निर्वहण बसडिला के ग्रामीणो के अतिरिक्त बाजितपुर,मिश्रवलिया,सकड्डी,अशोकनगर,कोठेया आदि दर्जनो गाॅव के सनातन धर्मावलंवियो द्वारा तन-मन-धन से किया जाता है और नौ दिनो तक अखण्ड राम धून किर्तन,होम व अखण्ड दीप प्रज्जवलित कर विश्व के समस्त सनातन धर्मावलंवियो के सुख शान्ति समृद्धि व प्रगतिशीलता के लिए प्रार्थना किया जाता है।
अखण्ड किर्तन मे खास तौर पर बसडिला के समस्त नर-नारी लड़का लड़की बृद्ध सब हिस्सा लेते है।यज्ञ के प्रधान जजमान सेवा निवृत शिक्षक दीन बन्धु सिंह ने कहा की हम सभी श्रद्धालुओ व सेवको द्वारा आगंतुक भक्तो के सहयोग व सेवा मे समस्त बसडिला वासी व आस पास गाॅवो के कार्यकर्ता दिन रात तैनात रहते है।