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नक्सली कमांडर प्रद्युमन्न शर्मा का शागिर्द मधीर रविदास गिरफ्तार, भेजा गया जेल

-कोबरा के साथ मुठभेड़ में था शामिल, उस वक्त मारा गया था चंदन नाम नक्सली
– उर्दू भाषा में लिखा कारतूस व पुलिस की लूटी इंसास की हुई थी बरामदगी

नवादा : नक्सली कमांडर व आइईडी एक्सपर्ट के नाम से चर्चित प्रद्युमन्न शर्मा का शागिर्द मधीर रविदास को गिरफ्तार कर लिया गया है। नवादा जिले के रजौली थाना इलाके में फुलवरिया डैम के पास से सोमवार को उसकी गिरफ्तारी हुई। एसटीएफ और जिला पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में हार्डकोर नक्सली की गिरफ्तारी संभव हुई। नक्सली पटना जिले के मसौढ़ी थाना क्षेत्र के दिघवा गांव का निवासी है। जिसका वास्तविक नाम राम इकबाल मोची है। हालांकि वह मधीर रविदास उर्फ स्वदेशी उर्फ इकबाल मोची उर्फ सुधीर के नाम से भी जाना जाता है।

एसएचओ रजौली दरबारी चौधरी ने बताया कि आवश्यक पूछताछ के बाद देर शाम उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। मधेश के विरुद्ध 24 जनवरी 2019 को रजौली थाना इलाके में कोबरा 205 के जवानों पर अंधाधुंध फायरिंग करने की प्राथमिकी दर्ज थी। बता दें 24 जनवरी 19 को तत्कालीन एएसपी अभियान कुमार आलोक के नेतृत्व में रतनपुर जंगल में काॅबिंग ऑपरेशन के दौरान प्रद्युमन्न शर्मा के दस्ते से मुठभड़ हुआ था। जिसमें नक्सली चंदन मारा गया था। उसके पास से एक इंसास राइफल, 135 जिंदा कारतूस और नक्सली सामग्री बरामद हुआ था।

इसी मामले में प्रद्युमन्न शर्मा, श्रवण मांझी, कुंदन चौरसिया, जितेंद्र यादव, गुड्डू शर्मा, विकास उर्फ डॉक्टर, मधीर रविदास और पिंटू यादव को नामजद करते हुए थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। आरोपितों में श्रवण मांझी झारखंड राज्य के कोडरमा जिले के सतगांवा थाना इलाके में सीआरपीएफ के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। अन्य सभी आरोपी अभी फरार थे। उस वक्त मारे गए नक्सली चंदन के पास से जो इंसास राइफल बरामद हुआ था वह औरंगाबाद जिले के गोह थाना क्षेत्र के अंतर्गत एमबीएल कंस्ट्रक्शन कंपनी के बेस कैंप पर 18 जुलाई 2013 को हुए हमला में नक्सलियों ने लूटा था।

एनकाउंटर के अगले दिन यानि 25 जनवरी को सर्च ऑपरेशन के दौरान मुठभेड़ स्थल से उर्दू लिखा हुआ एके 47 का खोखा बरामद हुआ था। जिससे इस तथ्य की पुष्टि हो रही थी कि नक्सलियों के इस दस्ते का कनेक्श पाकिस्तान के आतंकियों व संगठनों से तो नहीं है। उक्त कारतूस की बरामदगी के बाद सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ गई थी। बहरहाल, नक्सली मधीर की गिरफ्तारी एक बड़ी उपलब्धि पुलिस के लिए है, लेकिन कमांडर प्रद्युमन्न अब भी पुलिस को चकमा दे फरार चल रहा है।