बेटे की तलाश में भटक रही है मां
आरा : भोजपुर जिला मुख्यालय आरा की करमन टोला निवासी एक महिला अपने लापता बेटे की तलाश में दर-दर भटक रही है। 9 माह पूर्व करमन टोला निवासी राज कुमार चौधरी का 18 वर्षीय पुत्र प्रदीप चौधरी घर से बाहर निकला लेकिन वापस नहीं लौटा। इस संदर्भ में उसकी मां उषा देवी द्वारा 18 मार्च 2020 को आरा नवादा थाना में एक आवेदन देकर कांड दर्ज कराया था। दिए गए आवेदन में उसने कहा कि उसका पुत्र दिमागी रूप से कमजोर है।
वह अपना नाम पता नहीं बता सकता। 9 माह बाद भी उसका कुछ पता नहीं चलने पर उसकी मां हाथ में सनहा तथा लापता से संबंधित पंपलेट लेकर भटक रही है। उसकी दशा पर ना तो जिला प्रशासन के किसी अधिकारी को तरस आ रहा है और ना ही किसी आम नागरिक को| सभी उसका मज़ाक बनाने से भी नहीं चुकते| पर माँ की ममता है जो उसे चैन से नहीं बैठने देती| यह सिर्फ एक माँ ही कर सकती है| इसलिए माँ को पृथ्वी पर भगवान कहा जाता है|
बारात में महिला डांसरों के साथ मारपीट में प्राथमिकी
आरा : भोजपुर जिले के चरपोखरी थानान्तर्गत पड़रिया गांव में शुक्रवार 11 दिसंबर की रात बारात में हर्ष फायरिंग और युवक की मौत के बाद अब लड़का पक्ष द्वारा भी प्राथमिकी दर्ज करा दी गयी है। रोहतास जिले के शिवसागर थाना के मोरकाप गांव निवासी दूल्हे के पिता विजय सिंह के बयान पर चरपोखरी थाने में केस किया गया है। उसमें पड़रिया गांव के कुछ लोगों पर महिला डांसरों के साथ अश्लील हरकत करने, विरोध करने पर मारपीट और फायरिंग करने और जेवर लूटने का प्रयास करने का आरोप लगाया है। साथ ही बारात में आये वाहनों में तोड़फोड़ करने का भी आरोप लगाया गथा है।
दर्ज प्राथमिकी में हर्ष फायरिंग के विरोध करने पर मारे गये युवक निकेश उर्फ छोटू के पिता विश्वनाथ सिंह सहित पड़रिया गांव के आठ लोगों को नामजद किया गया है। 10-15 अज्ञात लोगों को भी आरोपित किया गया है। कहा गया है कि 11 दिसंबर की रात उनके बेटे की बारात पड़रिया गांव मे आयी थी। रात में नाच का प्रोग्राम चल रहा था। तभी सात आरोपित सामियाने में पहुंच गये और डांसरों के साथ अश्लील हरकत करने लगे। विरोध करने बारातियों के साथ मारपीट की जाने लगी। तभी विश्वनाथ सिंह भी 10-15 लोगों के साथ आ धमके और बारातियों के साथ मारपीट करने लगे। फायरिंग करते हुये गहले लूटने का भी प्रयास किया गया। तब किसी तरह बारातियों ने लड़की वाले के घर भागकर जान बचायी। उसके बाद सात वाहनों में भी तोड़फोड़ की गयी।
बता दें कि बारात में हर्ष फायरिंग का विरोध करने पर पड़रिया गांव निवासी विश्वनाथ सिंह के पुत्र निकेश उर्फ छोटू की गोली मार हत्या कर दी गयी थी। उसके बाद जमकर बवाल मचा था। रोड जाम भी किया गया था। उस संबंध में निकेश के पिता विश्वनाथ सिंह के बयान पर दूल्हे के पिता और भाई समेत पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी। उस मामले मे पुलिस ने दूल्हे के पिता विजय सिंह सहित तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस फिलहाल पूरे मामले की छानबीन कर रही है।
शादी में डोली और बैलगाड़ी की परंपरा विलुप्ति के कगार पर
आरा : भारत की प्राचीन परम्परा पर आधुनिकता का रंग ऐसा चढ़ रहा है कि हमारी विरासत ही विलुप्त होने के कगार पर है| प्राचीन समय में परिवहन के साधन के रूप में बैलगाड़ी से ही मनुष्य ने एक कोने से दूसरे कोने तक की यात्राएं कीं। राजमहलों, किलों और भवनों के लिए निर्माण सामग्री बैलगाड़ी से ही ले जाए गए। लेकिन हमारी विरासत के ये अनमोल धरोहर अब विलुप्त होने के कगार पर हैं।
इसके अतिरिक्त शादी विवाह में डोली एक ऐसा शुभ साधन रहा जिसमे नयी नवेली दुल्हन सवार होकर अपनी ससुराल जाती थी| डोली को चार कहर अपने कंधे पर लेकर चलते थे| राजा-महाराजा हो या आम आदमी सभी बैलगाड़ी का प्रयोग करते थे जबकि आम महिला से लेकर रानी महाराजी तक डोली में ही सफ़र करती थी|पर सभ्यता के विकास के साथ मनुष्य ने नए-नए प्रयोग करते हुए जीवन की गाड़ी को चलाने के लिए अनेक तरह के साधन और औजार विकसित किए।
हमारे पूर्वज हमेशा प्रकृति के साथ तारतम्य बैठाकर विकास की राह पर आगे बढ़े। उस समय आज की तरह सड़कें नहीं थीं। आधुनिक विकास का माहौल नहीं था, तब मनुष्य ने बैलगाड़ी के सहारे दुनिया नाप ली। परिवहन के साधन के रूप में बैलगाड़ी से ही मनुष्य ने एक कोने से दूसरे कोने तक की यात्राएं कीं। राजमहलों, किलों और भवनों को बनाने के लिए निर्माण सामग्री बैलगाड़ी से ही ले जाए गए। लेकिन हमारी विरासत के ये अनमोल धरोहर अब विलुप्त होने की कगार पर हैं।
सभ्यता के विकास ने हमसे बैलगाडी तथा डोली छीन ली है| अब ना तो बैलगाड़ी के बैलों के गले में बंधी घंटी की मधुर आवाज़ ही सुनाई पड़ती है और ना ही डोली में जाती नयी दुल्हन दिखती है| आने वाली पीढ़ी शायद यह जान भी नहीं पाएगी कि उनके पूर्वज किस तरह यात्राएं करते थे और दुल्हने कैसे अपनी ससुराल आती थी| यह विकास है या पतन इसकी व्याख्या करना अभी जल्दबाजी होगी|
ट्रैक्टर की टक्कर से बुज़ुर्ग की मौत
आरा : बिहार के भोजपुर में मंगलवार की शाम कोईलवर थाना क्षेत्र अंतर्गत गीधा मोड़ के समीप अनियंत्रित ट्रैक्टर ने एक बुजुर्ग समेत दो को रौंद दिया जिसमें बुजुर्ग की मौत हो गई जबकि दूसरा घायल हो गया। इस दौरान भीड़ के आक्रोश को देख चालक ट्रैक्टर छोड़कर फरार हो गया। मौत से आक्रोशित गामीण सड़क पर उतर गए। गीधा के समीप आरा-पटना मुख्य राजमार्ग को जाम कर जमकर बवाल काटा।
शव के साथ सड़क जाम कर रहे ग्रामीण मृतक के आश्रितों को मुआवजा देने एवं दोषी चालक को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। बाद में थानाध्यक्ष व सीओ के आश्वासन पर सड़क जाम हटा। इस दौरान करीब दो घंटे तक परिचालन बाधित रहा। मृतक 65 वर्षीय बिगन पासवान गीधा, मौसी टोला गांव के निवासी थे। हादसे में कोईलवर थाना क्षेत्र के कायमनगर निवासी मो.अख्तर अली को भी चोटें आई हैं। इसे लेकर चालक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
मृतक के परिजनों ने बताया कि वे आज दोपहर चाय पीने के लिये गीधा बाजार पर गए थे। चाय पीकर वह सड़क पार कर रहे थे। उसी बीच ट्रैक्टर ने दोनों को रौंद दिया। इसमें बुजुर्ग की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि एक युवक आंशिक रूप से जख्मी हो गया।
कांग्रेस ने बांटा गरीबों में गर्म कपडे और कम्बल
आरा : कड़कड़ाती ठंड में खुले आसमान के नीचे जीवन वसर कर रहे प्रवासी मजदूरों के छोटे बच्चों के बीच ठंड से बचाव करने के लिए आज प्रातः 5:00 बजे बिहार प्रदेश कांग्रेस विधि एवं मानवाधिकार विभाग के महासचिव प्रमोद राय अधिवक्ता ने गर्म वस्त्रों का वितरण रमना मैदान स्टेडियम के पास किया गया वस्त्र वितरण के दौरान सरकार एवं सामाजिक संस्थाओं से मार्मिक अपील करते हुए श्री राय ने कहा कि कड़कड़ाती ठंड से गरीबों को राहत देने के लिए सरकार एवं सामाजिक संस्था आगे आएं एवं गरीबों को अलाव गर्म वस्त्र एवं कंबल का वितरण युद्ध स्तर पर करने का कार्य करें।
जिससे आम गरीबों को ठंड से राहत मिल सके एम सुकून से जीवन बसर कर सके, वर्तमान में करोना संक्रमण काल में गरीबों की आर्थिक दशा चरमरा चुकी है जिसके कारण गरीब दयनीय हालत में गर्म वस्त्र एवं ठंड से बचने के उपाय करने में विफल हो रहे हैं ठंड से बचाव के लिए गरीबों को अलाव गर्म वस्त्र एवं कंबल वितरण की मांग सरकार एवं सामाजिक संस्थाओं से करने वालों में आरा बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष संजय कुमार सिंह बिहार प्रदेश कांग्रेस विधि एवं मानवाधिकार विभाग के महासचिव सत्यप्रकाश राय भोजपुर जिला किसान कांग्रेस के अध्यक्ष गजेंद्र चौधरी भोजपुर जिला किसान कांग्रेस के संयोजक श्यामसुंदर पांडेय अरूण सिंह प्रोफेसर राजेन्द्र ओझा अफजल हुसैन चाँद भोजपुर जिला किसान कांग्रेस के उपाध्यक्ष मदनमोहन तिवारी बिहार प्रदेश किसान कांग्रेस के प्रदेश सचिव शिव शंकर चौबे विजेंद्र यादव प्रोफेसर राजकुमार दास प्रोफेसर हरे गोविंद ओझा आदि थे|
आन्दोलनकारी किसानों के समर्थन में कांग्रेस ने प्रधानमंत्री का पुतला फूंका
आरा : भोजपुर जिला किसान कांग्रेस के तत्वधान में किसान संगठनों द्वारा आयोजित देशभर में आंदोलन को समर्थन करते हुए आर आंबेडकर चौक के पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अडानी अंबानी का पुतला दहन कर आक्रोश सभा का आयोजन जिला संयोजक श्याम सुंदर पांडे उर्फ बिजली बाबा की अध्यक्षता में आज किया गया|
इस अवसर पर आयोजित आक्रोश सभा को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता बिहार प्रदेश किसान कांग्रेस के उपाध्यक्ष प्रमोद राय अधिवक्ता ने कहा कि किसानों की फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी देने के बदले मोदी सरकार आंदोलन कर रहे किसानों पर वाटर कैनन एवं आंसू गैस की बौछार कर किसानों को शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही है|
किसानों की आर्थिक दशा बद से बदतर करना चाहती है| कांग्रेस मोदी के किसान विरोधी रवैए का पर्दाफाश करती रहेगी| भोजपुर जिला कांग्रेस के वरीय नेता नेशनल डायरी के संपादक पंडित कुंज बिहारी उपाध्याय मध्य प्रदेश प्रतिनिधि जितेंद्र शर्मा भोजपुर जिला कांग्रेस के पूर्व महासचिव प्रोफेसर राजेंद्र ओझा बिहार प्रदेश किसान कांग्रेस के सचिव शिव शंकर चौबे विजेंद्र यादव ने कहा कि किसान ऊपज़व्यापार एवं वाणिज्य संभल संवर्धन एवं सुविधा विधायक 2020 किसान सशक्तिकरण एवं संरक्षण मूल्य आश्वासन अनुबंध एवं कृषि सेवा विधेयक एवं आवश्यक वस्तु संशोधन विधेयक को किसानों के हित में पूर्णता निरस्त करें।
बिजली बिल संशोधन विधेयक 2020 को निरस्त करें किसानों का बैंक ऋण माफ करें मंच संचालन जिला कांग्रेस सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मुक्तेश्वर उपाध्याय ने किया धन्यवाद ज्ञापन भोजपुर जिला किसान कांग्रेस के महासचिव प्रोफेसर राजकुमार दास ने किया कार्यक्रम में जिला किसान कांग्रेस के उपाध्यक्ष मदन मोहन तिवारी बिहार प्रदेश कांग्रेस सेवा दल के पूर्व संगठन मंत्री सत्यनारायण प्रसाद सिन्हा गजेंद्र चौधरी राजू पाठक प्रोफ़ेसर हरे गोविंद ओझा प्रोफेसर अरुण सिंह रतन धामा लिया सत्य प्रकाश राय अफजल हुसैन चांद बिलाल अहमद मोहन दुबे शुभ नारायण दुबे लुटावन राम चौरसिया आदि उपस्थित थे|