मधुबनी : जिले के फुलपरास में शहीद परमेश्वर जन्मस्थली फुलपरास में रविवार को क्रांतिकारी अमर शहीद परमेश्वर की 65 वीं जयंती पर मुख्यालय वासियों ने उन्हें श्रंद्धाजलि अर्पित किया। जयंती समारोह की शुरुआत स्थानीय शहीद चौक स्थित शहीद परमेश्वर प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व को याद किया। इस मौके पर अपने संबोधन में वक्ताओं ने कहा कि वे अपने जीवनकाल में गरीबों, दलितों, पीड़ितों, शोषितों व अल्पसंख्यकों की दशा व दिशा बदलने व उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ते रहे।
वह आज भी प्रासंगिक एवं अनुकरणीय है। इनका जन्म फुलपरास गांव में अत्यंत निर्धन गरीब परिवार में 3 जनवरी 1956 को हुआ था।गरीबी का आलम यह था कि स्कूल आधे नंगे ही जाते थे। बचपन से ही उसके दिल में देशभक्ति की भावनाएं हिलोरें ले रही थी। उनका अरमान था मैं हिंदुस्तान को उस शिखर पर ले जाऊंगा एशिया ही नहीं संसार का नेतृत्व करेंगे। वे प्रखर नेता व आदर्श व्यक्तित्व के धनी थे।इस कारण ओछी मानसिकता का परिचय देते हुए उच्च षड्यंत्र के तहत उनकी लोकप्रियता से घबराकर 27 सितंबर 1981 को मधुबनी स्टेशन चौराहा पर गोली मारकर हत्या कर दी थी।लेकिन हत्या करने वाले कायर थे वे व्यक्ति नहीं विचार थे।
मौके पर द रहिका सेन्ट्रल कॉपरेटिव बैंक अध्यक्ष बरह्मानंद यादव,पंसस सह कांग्रेस नेता सुशील कामत,जाप जिला महासचिव रोहित नारायण यादव,प्रमोद कुमार, फुलपरास भाजपा मंडल अध्यक्ष कृष्ण कुमार सिंह, राजद प्रखंड अध्यक्ष डॉ धनवीर यादव,शिक्षक नेता सुरेंद्र यादव, प्रेमचंद प्रसाद, घुरण विश्वास,जलेश्वर यादव, वरीय समाजसेवी सत्यजन, शहीद परमेश्वर पुत्र शम्भु नारायण जन, शहीद पौत्र ओजस्वी, पत्रकार अरविंद झा कन्हैया, देवकांत झा, राज कुमार राजा, रूपेश कुमार आदि गणमान्य लोगों ने संबोधित कर उन्हें नमन किया।