घर-नल का जल योजना को लेकर जिलाधिकारी के निर्देश किया गया निरीक्षण
मुज़फ्फरपुर : जिलाधिकारी के निर्देश के आलोक में आज पंचायतीराज विभाग तथा पीएचईडी के द्वारा क्रियान्वित हर घर-नल का जल योजना के क्रियान्वयन की स्थिति के निरीक्षण के मद्देनजर मड़वन प्रखंड के सभी 14 पंचायतों में जिला स्तरीय पदाधिकारियों के द्वारा उक्त योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति का निरीक्षण किया गया। जिला स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा योजनाओं के क्रियान्वयन का भौतिक निरीक्षण करने के साथ उक्त योजना से संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक भी की गई।
निरीक्षण में मुख्य रूप से योजना संख्या ,योजना का नाम, वर्तमान भौतिक स्थिति, बोरिंग की गहराई ,मोटर पंप की क्षमता, बिजली कनेक्शन, स्टेजिंग एवं टंकी की स्थिति, वितरण प्रणाली,गृह जल संयोजन और अच्छादित घरों की संख्या इत्यादि के संबंध में जांच की गई। उक्त सभी पदाधिकारियों द्वारा निरीक्षण प्रतिवेदन विहित प्रपत्र में जिला पंचायतीराज कार्यालय को उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही जिला पंचायतीराज पदाधिकारी द्वारा समेकित प्रतिवेदन जिला पदाधिकारी के समक्ष उपस्थित किया जाएगा। इस क्रम में जिलाधिकारी डॉ० चंद्रशेखर सिंह के द्वारा भी मड़वन ब्लॉक के शुभंकरपुर पंचायत में नल- जल योजना का निरीक्षण भी किया गया।
विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं का लिया गया जायजा
मुज़फ्फरपुर : उप विकास आयुक्त सुनील कुमार झा ने आज मुशहरी, मुरौल और सकरा प्रखंड मुख्यालय का औचक निरीक्षण किया एवं सरकार द्वारा संचालित विभिन्न विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन का जायजा भी उनके द्वारा लिया गया। उक्त तीनों प्रखंडों में उन्होंने उपस्थिति पंजी का निरीक्षण करते हुए अनुपस्थित कर्मियों से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया।
निरीक्षण के क्रम में उन्होंने शौचालय निर्माण की योजनाओं की भी समीक्षा की तथा सामुदायिक शौचालय का निरीक्षण भी किया। उनके द्वारा मुरौल प्रखंड में नए प्रखंड मुख्यालय भवन का भी निरीक्षण किया एवं आवश्यक दिशा- निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकारी को उनके द्वारा दिया गया।साथ ही मुरौल में ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया तथा कोरोना टीकाकरण को लेकर वैक्सीन के भंडारण से सम्वन्धित कोल्ड चेन का भी जायजा लिया तथा इस संबंध में आवश्यक निर्देश उप विकास आयुक्त के द्वारा दिया गया।
सकरा प्रखंड के समरसपुर पंचायत के समरसपुर गांव में आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 37 का निरीक्षण किया तथा पशु शेड एवं सामुदायिक शौचालय का भी निरीक्षण उनके द्वारा किया गया। मौके पर उपस्थित जिला समन्वयक रंजीत कुमार ने बताया कि जिले में कुल 770 सामुदायिक शौचालयों का निर्माण किया जाना है। अभी तक कुल 305 सामुदायिक शौचालयों का निर्माण किया जा चुका है जबकि 203 में कार्य प्रगति में है। शेष सामुदायिक शौचालय के निर्माण के दिशा में अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है। उप विकास आयुक्त ने निरीक्षण के क्रम में उपस्थित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि सरकार की विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में कोताही /लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।योजनाओं ये क्रियान्वयन में पूर्ण पारदर्शिता बरती जाय।
चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में डिस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग ग्रुप की कि गई बैठक
मुज़फ्फरपुर : समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में डिस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग ग्रुप की बैठक की गई। बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों एवं अभियंताओं के साथ बिंदुवार लंबित विकासात्मक योजनाओं की समीक्षा विभागवार की गई एवं निर्धारित अवधि के अंदर योजनाओं को पूर्ण करने का सख्त निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिया गया।
बुडको की समीक्षा के क्रम में कार्यपालक अभियंता बुडको द्वारा बताया गया कि मुजफ्फरपुर शहर के गंदे जल को उपचारित कर छोड़ने हेतु तीन स्थानों पर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की योजना है। माणिका मन, खबड़ा में फर्दो नाला के पास एवं मुशहरी प्रखंड अंतर्गत बेला में तिरहुत नहर के किनारे स्थल का चयन किया गया है।
मणिका मन के समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी को निर्देशित किया गया कि पुलिस उपाधीक्षक पूर्वी एवं कार्यपालक अभियंता बुडको के साथ उक्त स्थल का निरीक्षण करते हुए ग्रामीणों से बात करें तथा इस संबंध में स्पष्ट प्रतिवेदन अंचल अधिकारी के माध्यम से उपलब्ध कराया जाए।जिलाधिकारी ने उक्त तीनों स्थलों पर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण को लेकर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया।
राष्ट्रीय विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड,कांटी से संबंधित योजनाओं की समीक्षा के क्रम में एस पाइपलाइन कॉरिडोर योजना, एस डाइक परियोजना, निर्माणाधीन कॉफरडेम को लेकर अनुमंडल अधिकारी और अंचल अधिकारी के साथ समन्वय स्थापित करते हुए अपेक्षित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। वही मेकअप वाटर पाइपलाइन परियोजना को लेकर एनटीपीसी के अधिकारी द्वारा बताया गया कि उक्त योजना के तहत अधिग्रहित जमीन के भूधारी मुआवजा भुगतान लेने को तैयार नहीं हो रहे हैं। एक लाइन में पूरा का पूरा पाईपलाइन बिछाया जा चुका है परन्तु दूसरे लेन में समस्या उत्पन्न हो रही है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया की इस संबंध में डीसीएलआर पूर्वी से स्पष्ट प्रतिवेदन प्राप्त की जाय।
वही बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड से संबंधित योजनाओं की समीक्षा के क्रम में आथरघाट पुल से संबंधित एप्रोच पथ निर्माण में उत्पन्न बाधा को देखते हुए निर्देश दिया गया कि डीसीएलआर पूर्वी इस संबंध में अपना स्पष्ट प्रतिवेदन उपलब्ध कराएं तथा अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी को निर्देश दिया गया कि कार्य प्रारंभ कराने में आवश्यक सहयोग करें।
मुसहरी प्रखंड के जगन्नाथपुर मिश्रा कॉलेज के पास बूढ़ी गंडक नदी पर उच्चस्तरीय पुल का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। उक्त पुल के अप्रोच पथ हेतु सतत लीज के अंतर्गत जमीन लिया जाना है परंतु भूधारी सतत लीज के लिए तैयार नहीं हैं। इस संबंध में कार्य शुरू कराने हेतु आवश्यक निर्देश एसडीओ पूर्वी,भूअर्जन पदाधिकारी एवं कार्यपालक अभियंता पुल निगम लिमिटेड को दिया गया। पथ निर्माण विभाग से संबंधित मोतीपुर- बरूराज पथ, राजेपुर- करचौलिया पथ, मीनापुर – टेंगराहा पथ, निर्माणाधीन बसघट्टा पुल, सिकंदरपुर मन होते हुए लक्ष्मी चौक पथ (मरीन ड्राइव) की भी समीक्षा की गई एवं आवश्यक निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिया गया।
एनएच 77 (हाजीपुर- मुजफ्फरपुर पथ) की समीक्षा के क्रम में परियोजना निदेशक द्वारा बताया गया कि परियोजना की कुल लंबाई 17 किलोमीटर है।वर्तमान में 6 किलोमीटर की दूरी तक पथ का निर्माण कार्य पूर्ण करा लिया गया है तथा शेष 11 किलोमीटर में कतिपय भूधारियों के आपत्तियों का निराकरण कराते हुए मुआवजा भुगतान एवं निर्माण कार्य प्रारंभ है।बताया गया कि उक्त परियोजना के संरेखण में मधौल -दरियापुर कफेन -सकरी सरैया- फतेहपुर कस्तूरी और रजला ग्राम आते हैं।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि उक्त बाईपास के निर्माण में आ रही बाधाओं को शीघ्र दूर करते हुए कार्य में गति लाएं ताकि स-समय बाईपास का निर्माण हो सके। इस बाईपास के दूसरे भाग से संबंधित ग्राम सदातपुर, लश्करीपुर, मधुबन जगदीशपुर के किसानों को भी बैठक में आमंत्रित किया गया था। जिलाधिकारी द्वारा उनसे वार्तालाप की गई। वार्तालाप के क्रम में किसानों द्वारा अपनी बातें रखी गई।जिलाधिकारी ने कहा कि बाईपास /सड़क का निर्माण जनहित में और विकास हित में जरूरी है। ऐसे में हमें आपसे सहयोग की अपेक्षा है। उपस्थित किसानों द्वारा अपनी बात रखी गई और सहयोग का आश्वासन भी दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि उत्पन्न बाधा के निराकरण के दिशा में जिला प्रशासन सकारात्मक सहयोग के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि विकास के इस कार्य में आपकी भी सहभागिता सुनिश्चित हो।
एनएच 102( छपरा रेवा घाट मुजफ्फरपुर )के समीक्षा के क्रम में एनएचआई के द्वारा बताया गया कि भगवानपुर ओवरब्रिज सर्विस लेन के एक साइड का कार्य तेजी से चल रहा है। विद्युत संबंधित कार्य भी शुरू कर दिया गया है। जल्द ही कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। मुजफ्फरपुर जिले के पूर्वी भाग में प्रस्तावित बाईपास के निर्माण के समीक्षा के क्रम में कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण विभाग, पथ प्रमंडल संख्या एक के द्वारा बताया गया कि इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति हेतु विभाग को भेज दिया गया। बैठक में इसके अतिरिक्त ग्रामीण टोला संपर्क निश्चय योजना, नई रेल परियोजनाएं इत्यादि की भी समीक्षा की गई एवं इस संबंध में आवश्यक निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिया गया।