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09 दिसंबर : नवादा की मुख्य खबरें

शस्त्र- कारतूस के साथ युवक गिरफ्तार

नवादा : जिले के काशीचक पुलिस ने बाजार में छापामारी कर शस्त्र व जिंदा कारतूस के साथ युवक को गिरफ्तार किया है। इस बावत प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया ।थानाध्यक्ष राजकुमार ने बताया कि बाजार में गश्ती के क्रम में बौढी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पास संदेहात्मक स्थिति में एक युवक पर नजर पङी।

पुलिस की वाहन को देख युवक भागने का प्रयास किया लेकिन साथ रहे पुलिस के जवानों ने उसे धर दबोचा। तलाशी के क्रम में उसकी कमर से 315 बोर का पिस्टल व एक जिंदा कारतूस बरामद होते ही गिरफ्तार कर लिया। युवक की पहचान दौलाचक गांव के कुन्दन कुमार के रूप में की गयी है। गिरफ्तार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया ।

खदान में दबने से मजदूर की मौत, जांच में जुटी पुलिस

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र के सवैयाटाड़ पंचायत की चटकरी गांव के बगल में स्थित शारदा अवैध अभ्रक खदान पर खनन करने के दौरान चाल धंसने से एक मजदूर की दबने से मौत हो गई। मृतक मजदूर बाराटाड़ गांव के वाहिद मियां के 45 वर्षीय पुत्र सागीर मियां उर्फ तारो के रूप में की गयी है।

थाना प्रभारी दरबारी चौधरी ने बताया कि जानकारी मिली है। शव को कब्जे में ली जा रही है। खदान में  दबने से एक मजदूर की मौत हुई है। बताते चलें खदान में कई ऐसे मजदूरों की मौत का हो चुकी है। अवैध रूप से लोगों के द्वारा खदान करके अभ्रक निकाला जाता है। जिसके कारण मौत का सिलसिला जारी है । शव बरामद कर पोस्टमार्टम की तैयारी में पुलिस जुट गयी है।

सोमवती अमावस्या 14 को, सुहागन महिलाओं ने आरंभ की तैयारियां

नवादा : ह‍िंदू धर्म में सोमवती अमावस्‍या का विशेष महत्‍व है। यह साल में 2 से 3 बार पड़ती है। साल की अंत‍िम सोमवती अमावस्‍या इस बार मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि 14 द‍िसंबर यानि कि सोमवार को है। यह दिन भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन व्यक्ति अपने मृतक रिश्तेदारों की आत्मा की शांति के लिए पवित्र नदी में डुबकी लगाकर प्रार्थना करते हैं और उनके नाम का दान करते हैं।

सुहाग‍िनें इसल‍िए करती हैं यह व्रत :-

सोमवती अमावस्‍या का व्रत विवाहित स्त्रियां अपने सुहाग की लंबी उम्र की कामना से करती हैं। इस दिन मौन व्रत करने का विधान है। मान्‍यता है कि ऐसा करने से सहस्र गोदान का फल मिलता है। इस दिन विवाहित स्त्रियां पीपल के वृक्ष की दूध, जल, पुष्प, अक्षत और चंदन से पूजा करती हैं। इसके बाद 108 बार धागा लपेट कर परिक्रमा कर प्रार्थना करती हैं कि उनके पति दीर्घायु हों।

सोमवती अमावस्‍या को लेकर कई कहानियां हैं प्रचलित:- गरीब ब्राह्मण दंपति की कथा। उनकी एक पुत्री थी जो सर्वगुण संपन्‍न थी। जब वह कन्‍या विवाह योग्‍य हुई तो ब्राह्मण ने वर की खोज शुरू की। लेकिन वह काफी गरीब थे तो विवाह की बात नहीं बन पा रही थी। हर जगह से निराशा ही मिलती थी। तभी एक दिन एक साधु ब्राह्मण देवता के घर पहुंचे और कन्‍या के सेवा भाव से वह काफी प्रसन्‍न हुए।

उन्‍होंने कन्‍या को लंबी आयु का वरदान दिया और ब्राह्मण के पूछने पर विवाह न होने के बारे में बताया कि कन्‍या के हाथ में विवाह की रेखा नहीं है। तभी इसके उपाय को लेकर उन्‍होंने बताया कि पड़ोस के गांव में एक सोना नाम की धोबिन का परिवार है। यदि कन्‍या उनकी सेवा करे और धोबिन उसे अपना सुहाग दे दे तो उसका विवाह हो सकता है।

जब धोब‍िन ने दे द‍िया अपना सुहाग :-

साधु देवता के मुख से सोना धोबिन की सेवा की बात सुनकर कन्‍या ने ऐसा ही करने का प्रण लिया। इसके बाद वह रोज भोर में ही जाकर धोबिन के घर का सारा काम करके चली आती। सोना बहुत ही खुश कि उसकी बहू सारा काम कर लेती है। एक दिन उसने बहू से कहा कि वह कितनी अच्‍छी है घर का सारा काम निपटा लेती है। तब उसने कहा कि वह तो सोती रहती है। इसपर हैरान होकर दोनों ने अगले भोर की प्रतीक्षा की। तभी उन्‍होंने देखा कि एक कन्‍या आती है और उनके घर का काम करने लगती है।

तभी सोना उसे रोककर पूछती है कि वह कौन है? और यह सब क्‍यों करती है? कन्‍या धोबिन के पैरों पर गिर पड़ी और अपना दु:ख सुनाया। इस पर सोना तैयार हो गई और अगली सुबह अपना सुहाग देने की बात कही। अगले दिन सोमवती अमावस्‍या का दिन था। सोना को पता था कि सुहाग देने पर उसके पति का देहांत हो जाएगा। लेकिन वह व्रत करके कन्‍या के घर की ओर चली। वहां पहुंचकर उसने अपना सिंदूर कन्‍या की मांग में लगा दिया। उधर सोना के पति की मृत्‍यु हो गई। लौटते वक्‍त पीपल के पेड़ की पूजा करके सोना ने परिक्रमा की। घर लौटी तो देखा कि उसका पति जीवित है। उसने ईश्‍वर को कोटि-कोटि धन्‍यवाद दिया। तब से यह मान्‍यता है कि यह व्रत करने से पति को लंबी उम्र मिलती है।

सोमवती अमावस्‍या के द‍िन स्‍नान का व‍िशेष महत्‍व :-

इस दिन पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व बताया गया है। कहा जाता है कि महाभारत में भीष्म ने युधिष्ठिर को इस दिन का महत्व समझाते हुए कहा था कि इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने वाला मनुष्य हर रूप से सुखी-समृद्ध होगा। साथ ही वह पूर्ण रूप से स्वस्थ्य और सभी दुखों से मुक्त भी होगा। मान्‍यता यह भी है कि इस दिन स्नान करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है।

29 लीटर महुआ शराब बरामद, तीन शराब धंधेबाजों को भेजा गया जेल

नवादा : जिले के नारदीगंज थाना क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर पुलिस ने सघन छापेमारी कर शराब धंधेबाजों को शराब के साथ गिरफ्तार किया। थानाध्यक्ष मोहन कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर नारदीगंज पुलिस ने शराब ठिकानों पर छापेमारी करते हुए कुल 29 लीटर देसी महुआ शराब बरामद किया। मौके पर तीन धंधेबाजों को गिरफ्तार किया है। जिसमें गांव में शराब बेच रहे रामे निवासी धर्मेंद्र मांझी व सूचित मांझी को गांव में शराब बेचने के दौरान 5 लीटर देसी शराब के साथ गिरफ्तार किया गया।

वहीं दूसरी ओर पेश निवासी जितेंद्र चौधरी अपने गांव से दूसरी स्थानों पर शराब का डिलीवरी करने जा रहा था। इसी बीच गुप्त सूचना के आधार पर पंडपा मुसहरी के पास पुलिस ने दबोचा। लेकिन पुलिस को देखते ही मौके पर जितेंद्र चौधरी मोबाइल व अपाचे मोटरसाइकिल के साथ 24 लीटर देसी महुआ शराब छोड़ कर फरार हो गया। इसके अलावा रामे निवासी युगल मांझी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया । यह शराब बिक्री करता था,कांड संख्या 221/2020 का आरोपी था,जो फरार चल रहा था। पुलिस ने तीनों आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया ।

ठंड ने छीन लिया अंधी की पत्नी का सुहाग

– तीन बेटियों की परवरिश को ले टूटा दुख का पहाड़

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रूपौ थाना क्षेत्र के धनवां गांव निवासी चालीस वर्षीय मिनटू सिंह की मौत बुधवार की अहले सुबह ठंड लगने से हो गई। अति गरीब परिवार से आने वाले मृतक किसी तरह मेहनत मजदूरी कर अपनी अंधी पत्नी व तीन बेटियों की परवरिश कर रहा था। परन्तु अब इस परिवार का परवरिश कौन करेगा यह यक्ष प्रश्न बनकर रह गया है। घटना के बाद पैतीस वर्षीया अंधी पत्नी सोनी देवी का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है।

आस-पड़ोस के लोग सांत्वना दे रहे हैं। परंतु वह पति के वियोग में रोते रोते बेहोस हो जा रही है। दस वर्षीया बेटी नंदनी कुमारी व आठ वर्षीया गुंजन कुमारी की आँखों से भी आंसू की अविरल धारा बह रही है। जबकि सबसे छोटी बेटी चार वर्षीया अंजली कुमारी कभी कफ़न लिपटा पिता की ओर देखती तो कभी लोगों को रोते देख रोने लगती। तो कभी बच्चों संग खेलने भी लग जा रही थी।

अंधी मां के सहारे तीन बेटियों को छोड़ गए मृतक के परिवार का निवाला कौन देगा हर कोई इसी बात की चर्चा कर रहा था। परिजनों ने बताया कि ठंड लगने के बाद रात में अचानक कै-दस्त होने के उपरांत उसे ईलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था कि रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। ग्राम पंचायत छनौन की मुखिया सावो देवी की ओर से मृतक की पत्नी को कबीर अंत्योष्टि योजना के तहत दाह-संस्कार के लिये तीन हजार रुपये नगद दिया गया।

घटना पर लोजपा नेता रंजीत यादव, समाजसेवी राजीव कुमार सिंह आदि ने दुःख व्यक्त करते हुए हर संभव मदद का पीड़ित परिवार को भरोसा दिलाया है। मौत के बाद भले ही लोग मदद के लिए आश्वासन दे रहे हों परंतु तीन करकट से छारे हुए घर में रह रहे इस गरीब परिवार के लिए आज तक इंदिरा आवास मुहैया नहीं कराया गया। परिजनों ने बताया कि इस संबंध में कई बार स्थानीय प्रतिनिधि से मिलकर समस्या का समाधान करवाना चाहा परंतु किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।