समोसा खरीदने जा रहे बालक को कार ने रौंदा
आरा : टाउन थानान्तर्गत बड़की सिंगही गांव में मंगलवार की देर शाम बेलगाम कार ने एक बालक को रौंद दिया। इलाज के लिए सदर अस्पताल लाने के दौरान उसने दम तोड़ दिया। मृतक बड़हरा थाना क्षेत्र के करजा भुसौला गांव निवासी भगवान पंडित का 7 वर्षीय पुत्र शिवम कुमार है।
मृतक के परिजनों ने बताया कि मृत बालक अपने पिता और मां के साथ अपनी बुआ के घर टाउन थाना क्षेत्र के बड़की सिंगही गांव घूमने आया था। मंगलवार की शाम जब वह समोसा खरीदने के लिए सड़क पर जा रहा था। उसी दौरान बेलगाम कार ने उसे रौंद दिया। जिससे वह गंभीर रुप से जख्मी हो गया। उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया जा रहा था लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। बावजूद इसके परिजन से सदर अस्पताल ले आये। जहां ऑन ड्यूटी चिकित्सक डॉ.शैलेंद्र कुमार ने देखकर उसे मृत घोषित कर दिया|
भोजपुर के गाँव में महिला की गला रेतकर हत्या
आरा : भोजपुर जिले के तरारी थाना क्षेत्र के हुड़रुआं गांव में आज सुबह एक शख्स ने अपनी पत्नी की बेरहमी हसुआ से गला रेतकर से हत्या कर दी। उसका शव धान के खेत से बरामद किया गया। मृतक हुड़रुआं गांव निवासी भोला साह की 35 वर्षीया पत्नी कंचन देवी है। सूचना मिलने पर तरारी थाना इंचार्ज अरविंद कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिये आरा सदर अस्पताल भेज दिया। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुये आरोपित पति भोला साह को गिरफ्तार कर लिया है। इस संबंध में मृत महिला के पुत्र अप्पू कुमार के बयान पर अपने पिता भोला साह के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। हत्या का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हो सका है।
ग्रामीणों ने बताया कि भोला साह अपनी पत्नी की हत्या करने के बाद गांव के काली मंदिर पहुंचा और हत्या में इस्तेमाल किए गए हंसुआ को काली माता को भेंट चढ़ाया। इसके बाद वह मंदिर से बाहर निकला और वहां बैठे लोगों से कहा कि उसने बकरे की बलि दे दी है। लोगों को उसकी हरकत पर शक हुआ। ग्रामीण उसे पकड़कर खेत में लेकर गए। खेत में मृत पड़ी उसकी पत्नी को देख ग्रामीण सकते में पड़ गए। पड़ोसियों के अनुसार हत्यारोपी किसान लगातार अपनी पत्नी से झगड़ता था।
ग्रामीणों ने बताया कि भोला साह और कंचन देवी घर में नाश्ता करने के बाद एक साथ धान की फसल काटने के लिए अपने खेत पर गए थे। कुछ देर तक फसल काटने के बाद दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इस दौरान भोला साह अपना आपा खो बैठा और उसने धारदार हंसुआ से बेरहमी से पत्नी की गला रेत कर हत्या कर दी।
ट्रैफिक जाम से जन जीवन अस्त व्यस्त
आरा : ट्रैफिक जाम आरा में एक नासूर हो चूका है| आये दिन ट्रैफिक जाम से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है| वाहनों की कौन कहे पैदल चलना भी दूभर हो गया है पर जिला प्रशासन पर इसका कोई असर देखने को नही मिल रहा है| वाहनों की कौन कहे, लोगों को पैदल चलना भी दूभर हो गया है। शादी का मौसम शुरू होते ही आरा शहर के विभिन्न इलाकों के सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ गया।
इससे ट्रैफिक जाम की समस्या उत्पन्न हो गई है। शहर के शीश महल चौक, जेल रोड, सदर अस्पताल रोड, मठिया मोड़, महावीर टोला, बाबू बाजार, करमन टोला, स्टेशन रोड, गोपाली चौक, धर्मं चौक, बिचली रोड, महादेव रोड समेत कई इलाकों में जाम के कारण वाहन रेंगते नजर आए। लोगों को मिनटो का सफर तय करने में घंटे लग गए। आलम ऐसा था कि लोगों को पैदल आने-जाने में भी काफी कठिनाई हो रही थी। मुख्य सड़क के बजाय लोग गली-गली होकर आते-जाते दिखे।
आरा शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या नासूर बनती जा रही है। शहर के विभिन्न इलाकों की सड़कों के दोनों ओर फुटपाथ पर अतिक्रमणकारियों ने कब्जा जमा लिया है। अतिक्रमणकारी अपने दुकान की सामानों को फुटपाथ पर ही सजा दे रहे हे। जिससे लोगों को पैदल चलना मुश्किल हो जा रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क के दोनों ओर फुटपाथ पर बेतरतीब ढंग से दोपहिया एवं चारपहिया वाहनों की पार्किंग से जाम की समस्या विकराल हो जा रही है। लेकिन इस ओर प्रशासन का ध्यान नहीं जा रहा है। प्रशासन ने दो वर्ष पहले बेतरतीब ढंग से वाहन पार्किंग करने वालों के विरुद्ध अभियान चलाया था। उनकी बाइक में लॉक लगाकर जुर्माना वसूला जा रहा था।
ट्रैफिक जाम की समस्या से आम लोगों को ही नहीं बल्कि पुलिस को भी फजीहत झेलनी पड़ रही है। इसके अलावे एंबुलेंस के जाम में फसने से मरीजों की स्थिति दयनीय हो जा रही है| वाहन के सायरन की आवाज के बाद भी लोग टस से मस नहीं होते हैं।
आये दिन आरा-पटना मुख्य मार्ग पर धनुपरा से धरहरा तक तथा आरा-सासाराम तथा आरा-मोहनिया मुख्य मार्ग पर काफी दूर तक जाम लगा रहने से गाड़ियों लम्बी कतारें नज़र आती हैं पर जिला प्रशासन के उदासीन रवैये से स्थिति और भी भयावह हो जाती है| जाम के कारण मरीज़, औरत, बूढ़े और बच्चों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है|
जाम के कारण कई बार बारात समय पर नही पहुच पाने पर शादी शुभ मुहूर्त या तो नही हो पाती है अथवा शादी की तारीख बदलनी पड़ती है| लेकिन प्रशासन जाम से निजात दिलाने के बदले आंख मूंदे हुए खड़ी है. कहीं भी ट्रैफिक पुलिस नहीं दिखाती| अगर कहीं पर ट्रैफिक पुलिस है भी तो सिर्फ गाड़ियों से पैसा वसूलने के लिए| इसके चलते कई बार लोगों और पुलिस के बीच नोक-झोक भी हो जाती है|
एक गृहिणी काजल कुमारी ने बताया कि बेतरतीब ढंग से लोग बाइक भी लगा दे रहे है जिससे जाम लग जा रहा है। गोपाली चौक के पास दुकानदार ने बताया कि सड़को पर अतिक्रमण बार-बार जिला प्रशासन हटाता तो जरूर है पर फिर अतिक्रमणकारी हावी हो जाते है और अपनी दुकानों को सड़क पर सटा कर हीलगा देते है।