पत्नी की ह्त्या में पति गिरफ्तार
आरा : भोजपुर के नारायणपुर थानान्तर्गत कोमल टोला निवासी आशा देवी की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया। आशा देवी का पति हरेंद्र सिंह ही उसका असली कातिल निकला। अपने विरोधियों को फंसाने के लिये उसने घर में सो रही पत्नी को गोली मार दी थी। इस मामले में हरेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। मोबाइल के जरिये पुलिस उस तक पहुंच गयी।
भोजपुर एसपी हर किशोर राय ने बताया कि कि हरेंद्र सिंह ने हत्या करने की बात कबूल ली है। पूछताछ में हरेंद्र सिंह ने पत्नी को गोली मारने के बाद उसने पिस्टल और खोखा नहर में फेंक दिया था। हालांकि पिस्टल बरामद नहीं हो सका है। एसपी ने बताया कि हरेंद्र सिंह ने गांव के ही राकेश यादव और राजेंद्र यादव से पैसे लिये थे। राकेश यादव और राजेंद्र यादव अपने पैसे की मांग कर रहे थे। इसको लेकर विवाद चल रहा था। पर आर्थिक तंगी के कारण हरेंद्र सिंह पैसे देने में असमर्थ था। इसे लेकर उसने राजेंद्र यादव व राकेश यादव को फंसाने की साजिश रची। उसने पत्नी के मोबाइल से ही अपने नंबर पर रंगदारी मांगने वाला मैसेज किया था। इसी दौरान बीते एक नवंबर की रात उसका अपनी पत्नी से विवाद हो गया। उसके बाद उसने पत्नी को गोली मार दी। तथा रंगदारी मांगने की बात बता कर अपनी पत्नी का मोबिल मोबाइल पुलिस को सौंप दिया। पर हरेन्द्र सिंह अपने ही जाल में फंस गया। उसने जिस मोबाइल के जरिये साजिश रची, उसी के सहारे पुलिस उस तक पहुंच गयी। एसपी ने बताया कि हरेंद्र सिंह द्वारा राकेश यादव और राजेंद्र यादव को फंसाने के लिये ससुर के मोबाइल और चोरी के सिम के सहारे अपने नंबर पर रंगदारी वाला मैसेज भेज रहा था। इसके लिये उसने कुछ माह पहले अपने ही गांव के व्यक्ति का सिम चुराया था। उसके बाद वह अपने नंबर पर मैसेज भेजने लगा था। पहला मैसेज 14 सितंबर और दूसरा एक नवंबर को भेजा था। आशा देवी को गोली मारने के बाद हरेंद्र सिंह द्वारा पुलिस को दिये गये मोबाइल के सीडीआर से इस बात का खुलासा हुआ। एसपी ने बताया कि घटना के बाद हरेंद्र सिंह ने पुलिस को एक मोबाइल सौंपा था। तब उसने मोबाइल आरोपितों का बताया था। उसने बताया था कि भागने के क्रम में आरोपितों का मोबाइल गिर गया। उसके बाद उस मोबाइल की सीडीआर निकाली गयी। उसमें दो सिम काम करने की जानकारी मिली। करीब छह माह पहले कैथी-कच्छवा के एक व्यक्ति के नाम से सिम काम कर रहा था। उसकी जांच की गयी, तो वह व्यक्ति हरेंद्र सिंह का ससुर निकला। जबकि दूसरा सिम कोमल टोला गांव के एक व्यक्ति का मिला। उस आधार पर हरेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। कड़ाई से पूछताछ में उसने सारी कहानी बता दी।
पुलिस के अनुसार हरेंद्र सिंह आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। उस पर राकेश यादव और राजेंद्र यादव अपने डेढ़ लाख रुपये मांग रहे थे। इससे वह काफी परेशान था। पैसे चुकाने के लिये वह अपनी गाड़ी बेचना चाह रहा था। लेकिन संयुक्त परिवार में होने और गाड़ी में सभी का हिस्सा होने से इसमें वह सफल नहीं हो रहा था। पुलिस की मानें तो उसकी जमीन का बंटवारा भी नहीं हो पाया था। इन्ही सारी बातों को लेकर एक नवंबर की रात उसका पत्नी आशा देवी के साथ विवाद हो गया था। उसके बाद देर रात उसने नशे की हालत में पत्नी को गोली मार दी थी। सर में गोली लगने के कारण तीन रोज के बाद उसकी पत्नी की मौत हो गयी थी। हरेंद्र सिंह ने गांव के ही राजेंद्र यादव और राकेश यादव पर रंगदारी नहीं देने पर गोली मारने का आरोप लगाया था। कहा कि दोनों आरोपितों द्वारा दस लाख की रंगदारी की मांग की जा रही थी। नहीं देने पर खिड़की के सहारे दोनों पर गोली चलायी गयी थी। उसमें उसकी पत्नी को गोली लग गयी थी। बाद में इलाज के दौरान उसकी पत्नी की मौत हो गयी थी। उस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस ने दोनों आरोपितों को जेल भी भेज दिया था। हालांकि हत्या का खुलासा हो जाने के बाद पुलिस अब इस मामले में जेल भेजे गये राजेंद्र यादव और राकेश यादव को छुड़ाने का प्रयास में है।
बाइक चोरी करते गिरफ्तार
आरा : भोजपुर जिले में मुख्यालय आरा शहर के गौसगंज में बाइक चोरी के मामले में तीन चोरों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें एक को मौके से दबोच लिया गया। उसकी निशानदेही पर दो अन्य को भी पकड़ लिया गया। गिरफ्तार बाइक चोरों में बलबतरा निवासी आलम और चकिया निवासी साबिर व शहजादा शामिल हैं। तीनों बाइक चोर गिरोह के सदस्य बताये जा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि चोर गिरोह के सदस्य टाउन थाना क्षेत्र के गौसगंज में मुन्ना कुमार की बाइक चोरी करने में लगे थे। तभी आसपास के लोग पहुंच गये और एक चोर को पकड़ लिया। लोगों ने पूछताछ की तो उसने अपने अन्य साथियों का नाम भी बता दिया। लोगों ने उसका वीडियो भी बना लिया। उसमें उसे पटना के एक कबाडी में बाइक बेचने की बात कहते सुना जा रहा था। उसका कहना था कि अब तक तीन से चार बाइक की चोरी की जा चुकी है। हालांकि उसका कहना था कि वह पहली बार चोरी में हाथ आजमाने आया था। वहीं लोगों की सूचना पर पुलिस पहुंची और गिरफ्तार की निशानदेही पर उसके दो साथियों को भी दबोच लिया गया।
ट्रेन की चपेट में आने से रोहतास के दंपति जख्मी
आरा : दानापुर-पीडीडीयू रेलखंड पर आरा स्टेशन के माल गोदाम के समीप सोमवार की शाम ट्रेन की चपेट में आने से रोहतास निवासी दंपति गंभीर रूप से जख्मी हो गए। उन्हें रेल थाना पुलिस ने आरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया पर डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को बेहतर इलाज़ के लिए पटना रेफर कर दिया।
जानकारी के अनुसार जख्मियों में रोहतास जिला के नोखा थाना क्षेत्र के सिसिरता गांव निवासी रंजीत राम एवं उसकी पत्नी है। बताया जाता है कि दोनों किसी कार्य के लिए आरा आए हुए थे। रेलवे ट्रैक पार कर दूसरी तरफ जा रहे थे तभी ट्रेन की चपेट में आ गए। आरा रेल थाना पुलिस स्थानीय लोगों की मदद से दोनों घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल ले आई।
छात्र ने की खुदकुशी
आरा : शहर के नवादा थाना क्षेत्र के न्यू बहिरो मुहल्ले में सुबह एक छात्र ने गले में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। सूचना मिलते स्थानीय थाना घटनास्थल पर पहुंचा और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करवाया। घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं है| पुलिस मामले की छान बीन कर रही है|
मृत छात्र संदेश थाना क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी रितेश कुमार है। वह विगत दो वर्षों से नवादा थाना क्षेत्र के न्यू बहिरो मुहल्ले में किराये का मकान लेकर प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहा था| हादसे के बाद मृतक की मां एवं परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।