नवादा : शरद पूर्णिमा व गुरु पर्व के अवसर पर जिले के द्वापर कालीन उदासीन संगत नारदीगंज प्रखंड क्षेत्र के धनियावां पहाड़ी में नये महंथ के रूप में महंथ सागर मुनि की चादर पोसी की गई।इस अवसर पर जिले के सभी संप्रदायों के साधु महात्मा एवं महंत उपस्थित रहे।ऐसा धनीयावां पहाड़ी संगत के पूर्व महंत देव मुनि के वृद्ध हो जाने के कारण उनके शिष्य सागर मुनि की चादर पोसी की गई।
इस अवसर पर उदासीन अखाड़ा के सैकड़ों नागा साधु भी मौजूद थे।
पूर्व महंत देव मुनि ने बताया कि अधिक आयु हो जाने के कारण हम संगत का कार्य भार नहीं सम्हाल रहे हैं।इसीलिए उदासीन अखाड़े के योग्य एवं कर्मठ महात्मा श्री श्री सागर मुनि को धानियावां पहाड़ी का महंत के लिए चादर पोसी किया गया। मौके पर पटना उदासीन अखाड़ा के महंत धर्म दास मुनि,उदासीन अखाड़ा घेाषवरी के महंत रामचरण दास मुनि, दानापुर अखाड़ा के महंत जगत सागर मुनि,शेखपुरा अखाड़ा के महंत उमेश दास मुनि समेत उदासीन पंथ के सैकड़ों नागा साधु मौजूद थे।
सभी साधुओं ने उन्हें चादर चढाकर और रोड़ी, घी,चंदन,दही का तिलक लगाकर महंत के रूप में चादर पोसी किया।
मौके पर धनियावां,नंदपुर, पसई,पेस,हंडिया, पचेया, सारसू,पसिया, बिक्कु के हजारों श्रद्धालु मौजूद थे।सेवानिवृत शिक्षक सहदेव प्रसाद,शशि भूषण कुमार,किशोर प्रसाद,अंबिका प्रसाद,नगीना सिंह,सीताराम सिंह,यमुना सिंह,वीरेन्द्र सिंह समेत उपस्थित लोगों ने बताया कि सागर मुनि सिद्ध महात्मा हैं।इनके महंत बनने से संगत का काफी विकास होगा।