छठ महापर्व को लेकर घाटों पर मेडिकल टीम तथा एंबुलेंस की रहेगी व्यवस्था
-स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया गाइडलाइन
• 60 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग व 10 साल से कम उम्र के बच्चों को छठ घाट पर नहीं जाने की अपील
• घाटों पर दो गज की शारीरिक दूरी का करना होगा पालन
• सांस्कृतिक कार्यक्रम व जागरण का नहीं होगा आयोजन
-नहाय-खाय के साथ 4 दिवसीय सूर्य षष्ठी व्रत आज से
मधुबनी : वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के बीच लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत बुधवार को नहाय-खाय से होगी ।व्रती गुरुवार को खरना, शुक्रवार को संध्याकालीन अर्घ्य तथा शनिवार को सुबह का अर्घ्य सूर्यदेव को प्रदान करेंगे। छठ महापर्व को लेकर स्वास्थ्य विभाग व गृह विभाग ने गाइडलाइन जारी किया है।
प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने पत्र जारी कर यह निर्देश दिया है कि छठ घाटों पर माइकिंग के माध्यम से कोरोना संक्रमण से बचाव की जानकारी दी जाएगी । जारी-पत्र में कहा गया है कि छठ पर्व के दौरान बुखार से ग्रसित व्यक्ति, 60 साल से ऊपर के व्यक्ति, 10 साल से कम उम्र के बच्चे एवं अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों को सलाह दी जाती है कि वह छठ घाट पर न जाएँ। तालाबों पर अवस्थित घाटों पर छठ व्रत के दौरान प्रत्येक व्यक्ति द्वारा मास्क का उपयोग किया जाना चाहिए एवं आपस में 2 गज की दूरी का अनिवार्य रूप से पालन भी किया जाना चाहिए। तालाब में अर्घ्य देने के दौरान डुबकी लगाने पर भी रोक लगा दी गई है। यह भी कहा गया है कि छठ महापर्व के लिए अर्घ्य देने की व्यवस्था यथासंभव अपने घर पर ही करें।
छठ घाटों को किया जा रहा सैनिटाइज :
सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने कहा कि जिले के सभी घाटों को सैनिटाइज किया जा रहा है। इसके लिए गृह विभाग की छठ पूजा को लेकर जारी गाइडलाइन का पालन कराया जा रहा है। छठ घाटों पर मेडिकल टीम तथा एंबुलेंस की भी व्यवस्था होगी। घाट पर आने वाले लोगों से मास्क पहनने की भी अपील की जाएगी।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और जागरण का नहीं होगा आयोजन:
छठ पूजा के अवसर पर किसी प्रकार का मेला जागरण और संस्कृति कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा । जिला प्रशासन द्वारा आयोजकों के सहयोग से इन दिशानिर्देशों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। ताकि लोगों द्वारा इनका पालन करना सुलभ हो। जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा छठ पूजा के दौरान स्थिति पर नियंत्रण के लिए आवश्यक संख्या में मजिस्ट्रेट एवं पुलिस पदाधिकारियों, पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। साथ ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ का भी सहयोग लिया जाएगा।
बुजुर्गो व बच्चों को छठ घाट पर नहीं जाने की अपील:
सिविल सर्जन ने छठ पूजा के दौरान 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे बुखार से ग्रस्त व्यक्ति, अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त व्यक्ति को घाट पर नहीं जाने की अपील की है।
इन नियमों का करना होगा पालन:
•छठ पूजा के आयोजक, कार्यकर्ताओं एवं उससे संबंधित अन्य व्यक्तियों को स्थानीय प्रशासन द्वारा निर्धारित शर्तों का पालन करना होगा
• छठ पूजा घाट पर अक्सर छुए जाने वाले तत्व तथा बैरिकेडिंग आदि को समय-समय पर साफ एवं प्रभावी कीटाणुनाशक से विसंक्रमित किया जाएगा
• आमजन को खतरनाक घाटों के बारे में समाचार माध्यमों से सूचना दी जाएगी ताकि भीड़भाड़ की स्थिति न बने
• छठ पूजा घाट पर इधर-उधर थूकना वर्जित होगा
• छठ पूजा घाट पर बैठने या खड़े रहने की व्यवस्था इस तरह की जाएगी ताकि शारीरिक दूरी बनी रहे। 2 गज की दूरी अनिवार्य रूप से पालन किया जाए और मास्क का उपयोग किया जाए
• छठ घाट के आसपास खाद्य पदार्थ का स्टाल नहीं लगाया जाएगा
• कोई सामुदायिक भोज, प्रसाद या भोग का वितरण नहीं किया जाएगा
कोरोना काल में इन उचित व्यवहारों का करें पालन,-
– एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
– सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेस कवर या मास्क पहनें।
– अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं।
– आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
– छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें।