बाढ़ : विधान सभा के चुनाव सम्पन्न होते ही लोगों में हार-जीत की काफी चर्चायें हो रही है।सभी दलों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने दलों के प्रत्याशियों की हार-जीत की चर्चायें करने में लगे हैं।एक ओर एनडीए के भाजपा प्रत्याशी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ज्ञानू के जीत पर भाजपा कार्यकर्ताओं में जीत का शेहरा अपने माथे पर लेने में लगे हैं तो बहीं दर्जनों स्थानीय नागरिकों ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के हांथों को मजबूत करने के लिये नागरिकों ने भाजपा प्रत्याशी ज्ञानू को अपना मत देकर जीत दिलाया है।
दूसरी ओर महागठबंधन के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने बताया कि महागठबंधन के कोंग्रेस प्रत्याशी सतेंद्र बहादुर की हार में भी जीत है,क्योंकि कोंग्रेस प्रत्याशी सतेंद्र बहादुर कम उम्र के होने के साथ ही पहली बार चुनाव लड़ कर ही दूसरे स्थान पर रहे और कम मतों से हारे हैं और यह भविष्य में सत्येंद्र बहादुर के लिये शुभ संकेत है।बहीं निर्दलीय प्रत्याशी कर्णवीर सिंह यादव उर्फ लल्लू मुखिया ने भी पहली बार चुनाव लड़ कर काफी कम मतों के अंतर से तीसरे स्थान को प्राप्त किया है और यह भी एक अजुवा है।निर्दलीय प्रत्याशी रहे कर्णवीर सिंह यादव उर्फ लल्लू मुखिया के दर्जनों समर्थकों ने बताया कि अगामि विधान सभा चुनाव में भी जनता का दिल जीतने का प्रयास करेंगे और जीत सुनिश्चित करेंगे।बाढ़ विधान सभा चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला में काफी कम मतों के अंतर से जीत-हार तय हुआ है जो एक मिसाल है।अगामि विधान सभा चुनाव में जीत-हार का फैसला तो जनता करेगा ही,पर इस बार के चुनावी अखाड़े में जो हुआ वो बाढ़ विधान सभा क्षेत्र के लोगों के लिये एक सबक है।
सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट