15 अक्टूबर : आरा की मुख्य खबरें

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मिथुन हत्याकांड व जदयू नेता प्रिंस सिंह बजरंगी पर हुए गोलीबारी के मामले में कोर्ट पहुंची पुलिस, दी अर्जी

आरा : भोजपुर का चर्चित प्रॉपर्टी डीलर मिथुन हत्याकांड एवं उसके दोस्त जदयू नेता प्रिस सिंह बजरंगी पर हुए जानलेवा गोलीबारी के मामले में पुलिस कोर्ट में पहुंची हुई है। हत्याकांड में नामजद बनाए गए चार नामजद आरोपी सुमन, ऋषि ,दीपक व बिट्टू के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने के लिए कोर्ट में पहुंची हुई थी तथा वारंट के लिए आवेदन दिया है।हालांकि सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने उनमें से एक को दबोच लिया है पर पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है|

फिलहाल इस मामले में छापेमारी चल रही है। पुलिस जल्द ही सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर लेने का दावा कर रही है। कोर्ट से वारंट मिलते ही पुलिस एक बार फिर आरोपितों की धरपकड़ में जुट जायेगी। उसके बावजूद गिरफ्तारी नहीं होने पर इश्तेहार और कुर्की की प्रक्रिया शुरू की जायेगी। इस मामले में पुलिस पहले ही लाइनर का काम करने वाले तीन आरोपितों को जेल भेज चुकी है। साथ ही घटना में इस्तेमाल हथियार, बाइक और मोबाइल भी बरामद कर ली गयी है।

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विदित हो कि 27 सितंबर की शाम करीब चार बजे जगदेवनगर मोहल्ले में युवा जदयू के राष्ट्रीय सचिव प्रिंस सिंह बजरंगी और उनके दोस्त जमीन कारोबारी उपेंद्र सिंह उर्फ मिथुन को गोली मार दी गयी थी। ताबड़तोड़ की गयी फायरिंग में मिथुन की मौत हो गयी थी, जबकि प्रिंस सिंह बजरंगी गंभीर रूप से जख्मी हो गये थे। इस संबंध में मिथुन के पिता सीताराम सिंह के बयान पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। उसमें दीपक, सुमन व बिट्टू व रिशु को आरोपित किया गया है। उसके बाद से ही चारों फरार चल रहे हैं। हालांकि पुलिस उसी समय से चारों की तलाश में जुटी है। इसी क्रम में पुलिस ने घटना के तीसरे दिन लाइनर का काम करने वाले जगदीशपुर थाना क्षेत्र के परसिया गांव निवासी शुभम चौधरी, जगदेवनगर निवासी निलेश कुमार उर्फ मंगरु और विपुल कुमार को गिरफ्तार कर लिया था। उनके पास से दो देसी कट्टा, पांच गोलियां, तीन मोबाइल और दो अपाची बाइक भी बरामद की गयी थी।

बता दें कि जगदेव नगर के समीप अपराधियों ने जदयू नेता प्रिंस सिंह बजरंगी एवं उसके दोस्त मिथुन सिंह पर जानलेवा हमला किया था। जिसमें घटनास्थल पर ही मिथुन सिंह प्रॉपर्टी डीलर ने दम तोड़ दिया था। सदर अस्पताल में उसके परिजन उठाकर लाए थे।जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया था।जबकि गोली लगने से जख्मी प्रिंस सिंह बजरंगी को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया था। जहां डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया था। पटना में प्राइवेट अस्पताल में प्रिंस सिंह बजरंगी का इलाज चला ।जहां उनकी स्थिति में काफी सुधार बताया जा रहा है। इधर पुलिस लगातार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य तथा जिले के कई स्थानों पर छापेमारी कर रही है। ताकि अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल के सलाखों के पीछे भेजा जाए।

शराब समेत बाईक सवार महिला व पुरूष गिरफ्तार

आरा : खुलेआम बाइक पर बैठकर शराब की तस्करी करने के मामले में पुलिस ने एक महिला और पुरुष दोनों को गिरफ्तार कर लिया । बताया जा रहा है कि भोजाचक गांव मोड़ से बुधवार की शाम क बिहिया पुलिस ने बाईक सवार एक महिला व पुरूष को 21 लीटर देशी शराब समेत गिरफ्तार कर लिया. जानकारी के अनुसार पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बाईक सवार देशी शराब लेकर जा रहे हैं जिसके बाद पुलिस ने बाईक सवार महिला व पुरूष को धर दबोचा. तलाशी लिये जाने पर उनके पास से गैलन में रखा 21 लीटर देशी शराब बरामद किया गया. पुलिस ने शराब व बाईक को जब्त करते हुए दोनों को जेल भेज दिया है. इस घटना के बाद शराब तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है।

इस दशहरा ना होगी रामलीला और ना जलेगा रावण

आरा : बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक विजयादशमी (दशहरा) के मौके पर रावण का पुतला नहीं जलेगा। इस बार मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की लीला भी नहीं होगी। जी, हां। यह कोरोना की काली छाया और विधानसभा चुनाव का साइड इफेक्ट है। इस सिलसिले में सरकार के गृह विभाग और भोजपुर जिला प्रशासन द्वारा दुर्गा पूजा को लेकर गाइडलाइन जारी कर दिया गया है। आरा के रामलीला के चार सौ साल के इतिहास में पहली बार रावण वध का आयोजन नहीं होगा। हर दशहरा 18 दिनों तक चलने वाली रामलीला और रावण वध शहर का एक प्रमुख आयोजन रहा हैं। इसमें हजारों की भीड़ जुटती थी। ऐसे में इस बार आरा का दशहरा काफी फीका-फीका रहेगा। इससे आम लोगों के साथ रामलीला कमिटी भी मायूस दिख रही है।

जिला प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार इस बार कोरोना और चुनाव को देखते हुये सार्वजिनक जगहों पर रावण वध का आयोजन नहीं किया जायेगा। इस बार सार्वजनिक स्थल के बदले मंदिरों व घरों में ही मां दुर्गा की पूजा और आराधना करनी होगी। मंदिरों में किसी विशेष विषय पर पंडाल का निर्माण नहीं किया जायेगा। तोरणद्वार व स्वागत द्वार भी नहीं बनाये जायेंगे। उद्घोषणा की व्यवस्था नहीं होगी। जिला प्रशासन किसी भी स्थिति में विसर्जन जुलूस की अनुमति नहीं देगा। अगर किसी मंदिर में प्रतिमा स्थापित की गयी है, तो प्रशासन के निर्देश के अनुसार चिन्हित जगहों पर ही मर्तियों को विजयादशमी के दिन ही विसर्जित करना होगा।

दशहरा के चार दिवसीय मेले में सप्तमी,अष्टमी, नवमी एवं दशमी तिथि को मेला में लोगो की भारी भीड उमडती थी। दशहरा का मेला बच्चों का सबसे खास त्योहार होता है। बच्चे काफी दिनों से इसका इंतजार करते हैं। मेले में बच्चों की पसंद की हर चीज मिलती है। खिलौने से लेकर खाने-पीने तक का सामान भी मिलता है। लेकिन इस बार बच्चे भी मन मसोस कर रह जायेंगे। क्योंकि इस बार दशहरा का मेला भी नहीं लगेगा। और ना ही खिलौने, जलेबी व चाट की दुकानें ही सजेगी। इतना ही नहीं इस बार प्रसाद का वितरण भी नहीं होगा। इस कारण मेले में दुकान लगाने वालों को भी काफी घाटा उठाना पड़ेगा। बता दें कि मेले में छोटे-छोटे फुटपाथी दुकानदारों की अच्छी कमाई हो जाती थी।

आरा शहर में रावण वध और रामलीला का आयोजन काफी धूमधाम से किया जाता रहा है। यह परंपरा करीब चार सौ सालों से चली आ रही है। लेकिन कोरोना की मार ने इस बार इस परंपरा पर ब्रेक लगा दिया है। नगर रामलीला समिति के अध्यक्ष प्रेम पंकज उर्फ ललन जी ने बताया आरा में विगत चार सौ सालों से नगर रामलीला समिति के तत्वाधान में रामलीला का मंचन होते आ रहा है। लेकिन वर्ष 2020 के कोरोना काल में यह पहला मौका है, जब ना तो रामलीला का मंचन होगा और ना ही रावण वध का आयोजन होगा। उन्होंने बताया कि (Dussehra Ara) रामलीला को लेकर 18 दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाता था। उसके तहत एकम तिथि से 2 दिन पहले शोभायात्रा निकाली जाती थी। उसी दिन झंडोत्तोलन होता था।

एकम तिथि से रामलीला का मंचन होता था। दशमी के दिन नगर रामलीला समिति के मैदान में रावण का पुतला दहन किया जाता था। उसमें हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी रहती थी। दसवीं के 7 दिन बाद श्री पंचमी के दिन भरत मिलाप का भव्य आयोजन होता था। उसमें शहर के विभिन्न मोहल्लों से झांकियां निकाली जाती थी। भरत मिलाप के दूसरे दिन राम राजगद्दी का कार्यक्रम होता था। उसी दिन भव्य देवी जागरण का आयोजन किया जाता था। जिसमें दूरदराज से गायक व कलाकार आते थे।

नगर रामलीला समिति के सचिव शम्भू प्रसाद ने बताया कि रावण वध के कार्यक्रम को लेकर समिति के सदस्यों के साथ डीएम से मुलाकात की गई। लेकिन डीएम ने गृह मंत्रालय के आदेश का हवाला देते हुए रावण वध कार्यक्रम का आयोजन रद्द करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में रावण वध का कार्यक्रम नहीं होगा। पुतला नहीं जलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि समिति के लोग झंडोत्तोलन के दिन पूजा-अर्चना करेंगे। इसके अलावे प्रतिदिन दिन भगवान राम की फोटो की पूजा और आरती होगी।

कोरोना महामारी की काली छाया सभी त्योहारों पर पड़ी है। इस महामारी का प्रकोप अब भी जारी है। बता दें कि होली के बाद मार्च में वायरस जनित इस माहामारी का कहर शुरू हुआ, जो अब तक चल रहा है। इस कारण मुसलमान भाइयों की शबे-बारात, रमजान, बकरीद और मुहर्रम के अलावे हिन्दु धर्म के मुख्य त्योहार रामनवमी, रक्षाबंधन, अनंत चतुर्दशी, और अब दशहरा भी फीका हो गया। यही हाल रहा, तो दीपावली और छठ पर भी असर पड़ सकता है। ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है कि कोरोना वायरस के कारण इस बार नदी, तालाब एवं पोखर के घाटों पर भगवान भास्कर को अर्घ्य नहीं दिया जाएगा, बल्कि लोगों को घर की छत पर ही अर्ध्य देने के लिए गाइडलाइन जारी हो सकता है।

मछली पकड़ने गयी बच्ची की करंट लगने से मौत

आरा : भोजपुर जिले के आयर थाना क्षेत्र के बरनांव गांव में बुधवार की देर शाम करंट लगने से एक बच्ची की मौत हो गई। गांव में पोल से लटक रहे करंट प्रवाहित तार से सटने के कारण बच्ची की जान चली गयी। घटना को लेकर गांव में अफरा-तफरी मची रही। मृत बच्ची बरनांव गांव निवासी भिखन राम की 10 वर्षीया पुत्री गोरकी कुमारी है। सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव का पोस्टमार्टम कराया गया।

बच्ची के परिजनों ने बताया कि बुधवार की शाम वह आहार में मछली पकड़ने गई थी। रास्ते मे बिजली का पोल गड़ा था और उस पर बिजली का तार लटक रहा था। वह मछली लेकर वापस लौटते समय उसका हाथ लटके हुये बिजली के तार से स्पर्श कर गया। इससे उसे करंट लग गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बताया जाता है कि बच्ची दो भाई व चार बहन में सबसे छोटे थी। उसके परिवार में मां रूपा देवी, भाई विकास और बहन धर्मशीला, पतरकी और रोडवा है। घटना के बाद उसके घर में कोहराम मच गया है। मां रूपा देवी सहित परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था।

भोजपुर में डंपर ने बाइक में मारी ठोकर, महिला की मौत

आरा : आरा-मोहनिया मार्ग पर जगदीशपुर थाना क्षेत्र के नयका टोला मोड़ के समीप बुधवार की शाम बाइक में ठोकर मार दी। हादसे में बाइक सवार एक महिला की मौत हो गई। वहीं मृतका के पति एवं पुत्र जख्मी हो गए। उनका इलाज स्थानीय स्तर पर कराया गया। घटना को लेकर लोगों में अफरातफरी का आलम रहा। जानकारी के अनुसार मृत महिला जगदीशपुर थाना क्षेत्र के बिमवां गांव की निवासी बताई जाती है। सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए आरा सदर अस्पताल भेज दिया है। घटना के बाद चालक डंपर छोडकर फरार हो गया। जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया।

अपराधियों की गोली से जख्मी युवक की मौत

आरा : संदेश-पवना पथ पर संदेश थाना क्षेत्र के कृषि फॉर्म के पास दो दिन पूर्व अपराधियों की गोली से जख्मी युवक की मौत हो गई। उसने पटना में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने शव के साथ सकड्डी-नासरीगंज पथ को संदेश चौक के समीप जाम कर दिया तथा हत्यारों को फांसी देने, मृतक के आश्रित को नौकरी तथा मुआवजा देने की मांग की। इस दौरान सकड्डी-नासरीगंज पथ पर तकरीबन दो घंटे तक वाहनो का आवागमन। जिससे लोगों को आने-जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

जानकारी के अनुसार मृतक संदेश थाना क्षेत्र के पनपुरा गांव निवासी मुन्ना सिंह उर्फ दीप नारायण सिंह है। रोड जाम की सूचना मिलते ही संदेश प्रखंड विकास पदाधिकारी बिंदु कुमार जाम स्थल पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को समझा-बुझाकर एवं आश्वासन देकर जाम हटवाया। बता दें कि 12 अक्टूबर की रात्रि संदेश-पवना पथ पर कृषि फॉर्म के समीप तीन की संख्या में रहे अपराध कर्मी पांडेयपुर गांव निवासी शिव शंकर पांडेय का बाइक लूट लिए थे। इस दौरान मुन्ना सिंह हो हल्ला सुनकर आए और मना करने लगे। तो लुटेरों ने उन्हें उन्हें गोली मारकर जख्मी कर दिया। इस मामले में पुलिस ने तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

अर्द्धसैनिक बलों के साथ पुलिस चला रही है वाहन चेकिंग अभियान

आरा : बिहार में विधानसभा चुनाव में चंद दिन ही शेष हैं. इसी को लेकर बहोरनपुर ओपी पुलिस ने ओपी क्षेत्र के गौरा पुल पर अर्द्धसैनिक बलों के साथ सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाया. बताया जा रहा है कि पुलिस दियारा क्षेत्र स्थित उतर प्रदेश से लगती सीमा पर वाहन चेकिंग के दौरान दर्जनों बाईकों व अन्य छोटे-बड़े वाहनों की भी जांच की. बड़े अधिकारियों के निर्देश पर चेकिंग अभियान का नेतृत्व ओपी प्रभारी मनीष कुमार ने किया. पुलिस ने इस दौरान सीआरपीएफ के जवानों के साथ ओपी क्षेत्र के दामोदरपुर, बहोरनपुर, गौरा, जवईनिया, गंगापुर, भुसौला, चक्की नौरंगा आदि गांवों में शराब के खिलाफ, वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए भी सघन रेड किया. इस रोड शो की खास बातें आ रही थी।

जिससे शराब के धंधेबाजों में हड़कंप मचा रहा. छापेमारी के दौरान गंगा नदी पारकर उतर प्रदेश से बिहारी में आने वाले वालों की खास तौर से सघन चेकिंग प्रतिदिन की जा रही है ताकि बिहार में हो रहे विधानसभा चुनाव में विधि व्यवस्था खराब होने की स्थिति न हो सके. बड़े अधिकारियों के नेतृत्व में कई तरह के दिशानिर्देश थानेदारों को दिए गए हैं।

सालों भर जनता के साथ रहूंगी, महिलाओं को दिलाउंगी सम्मान सुरक्षा

आरा : अखंड भारतीय युवा पार्टी की महिला उम्मीदवार काजल कुमारी जो कि बडहरा विधानसभा क्षेत्र की निवासी है पर वे आरा विधान सभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में है और जनसंपर्क के माध्यम से लोगों से जुड़कर लोगों के मन की बात जानने और उन्हने आश्वस्त करने में लगी है| उनका कहना है कि लोग उन्हें समर्थन दे रहे हैं| लोगो पूर्व के विधायक और जन प्रतिनिधि से नाराज़ और निराश है और वे कोई नए व्यक्ति को विधान सभा में भेजने के मूड में है| उन्होंने कहा कि उनमे लोगों को अपनी बेटी, बहन, बहु दीख रही है और लोग चाहते हैं कि इस बार उन्हें ही वोट देकर विधान सभा में भेजा जाए| काजल कुमारी ने बभनौली, बड़की सनदिया, रतनपुरा, रतनदुलारपुर, गोठौला, बहिरो, भरौली, पिरोटा, नागोपुर, पिपरा, सातोदुमारा, निर्मलपुर, यादवपुर, जोगवालिया इत्यादि गाँव में जनसंपर्क अभियान के माध्यम से लोगों से संपर्क कर आशीर्वाद तथा सहयोग माँगा|

जनसंपर्क के दौरान एक बातचीत के क्रम में काजल कुमारी ने बताया कि वे आरा के गोधना रोड में तीन वर्ष रहकर यहाँ के हालत को जान पायी और देखा कि आरा में आजतक कोई विकास नही हुआ है| जनता त्राहि त्राहि कर रही है| कोई भी सुरक्षित नहीं है| ऐसे हालत में उन्होंने आरा से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया| उन्होंने कहा कि वे राजनीति में बचपन से ही आना चाहती थी पर पैसा कमाने और शान-शौकत के लिए नहीं अपितु जन सेवा की भावना से| उन्होंने कहा कि वे कहने में नही बल्कि करने में विश्वास करती है| उन्होंने कहा कि उन्हें जनता का आशीर्वाद और समर्थन मिल रहा है और अगर माता रानी का आशीर्वाद रहा तो वे चुनाव जीत सकती है| काजल कुमारी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों ने बताया कि सरकारी योजनाओं का लाभ सिर्फ सक्षम लोगों को ही मिल रहा है| साधारण लोगों को या तो नही मिलता लाभ और अगर मिलता भी है तो उसके लिए ऑफिसर या बाबुओं की जेब गर्म करनी पड़ती है| मुख्य मंत्री नितीश कुमार का सात निश्चय योजना तो सर्वथा असफल और निरर्थक है| पुरे जिले की सड़के खराब हो चुकी है| बिजली, पानी, चिकित्सा एवं सुरक्षा का सर्वथा अभाव है| जनता काफी निराश और आक्रोशित है|

काजल कुमारी ने वार्ता के क्रम में बताया कि वे बांड लिखकर दे सकती है कि जितने के बाद वे जनता के लिए हमेशा इसी क्षेत्र में उपलब्ध रहेंगी| जनता को उनके पास नहीं आना पडेगा अपितु वे जनता के पास जाएँगी| एक प्रश्न के जवाब में काजल कुमारी ने बताया कि महिला सुरक्षा और आत्मनिर्भरता के लिए वे बहुत करना चाहती है जो ज़मीन पर दीखे| उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा के जुडो कराते एक ससक्त माध्यम है जिसे हर एक लड़की को सिखने के लिए प्रोत्साहित करेंगी और जरूरत पड़ी तो सरकार से निवेदन कर कोउर्सेस ऑफ़ स्टडीज में शामिल कराने की कोशिश करेंगी|

इसके साथ ग्राम, चट्टी स्तर पर महिला ब्रिगेड की स्थापना भी की जायेगी जिससे महिलाए अपने को हर जगह सुरक्षित महसूस करे तथा निर्भीक एवं निश्चिन्त होकर समाज में आ जा सके| महिलाओं के आत्मनिर्भरता पर बोलते हुए कहा कि वे कोशिश कर कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने का काम करेंगी ताकि महिलाए आत्मनिर्भर हो सके| उन्होंने कहा कि आज महिलाए हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है और पुरुषों से कन्धा से कंधा मिलकर समाज में चल रही है| अगर उन्हें मौक़ा मिला तो वे पुरुषों से आगे भी निकल सकती है|

अपनी चुनावी सभा में काजल कुमारी ने जनता से कहा कि वे झूठे विकास की जगह लोगों को वास्तविक विकास का अनुभव कराएंगी| अगर उन्हें चुनाव में जीत मिलती है तो वे अपने विधान सभा क्षेत्र के विकास लिए दिन रात एक कर देंगी|काजल कुमारी ने कहा कि ईश्वर रूपी जनता की सेवा के लिए वे सदैव संकल्पित है| बता के कि काजल कुमारी पिछले कई वर्षों से आरा क्षेत्र के विकास और मजलूमों की सेवा में सदैव तत्पर रही है| उन्होंने कसम खायी है कि वे इस क्षेत्र को भारत के किसी दूसरे क्षेत्र से विकास के मामले में पीछे नही रहने देंगी तथा लोगों के मान सम्मान की लड़ाई को आगे बढाते रहेंगी| काजल कुमारी ने जनसंपर्क के दौरान लोगों से कहा कि किसी तरह के झांसे या किसी प्रकार की लालच में न आकर 28 अक्टूबर को उन्हें ऊन काँटा पर मुहर लगाकर भारी मतों विजयी बनाते हुए एक बार सेवा का मौका दे| उन्होंने कहा कि आपलोगों ने कई को आजमाया है एक बार अपनी इस बेटी, बहु, बहन को आजमा कर देखे और आश्वस्त किया कि वह लोगों की अपेक्षाओं पर हमेशा खरा उतरेंगी|

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