13 अक्टूबर : मधुबनी की मुख्य खबरें

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242 कार्टन अंग्रेजी शराब बरामद

मधुबनी : जिले के फुलपरास थाना पुलिस ने थाना परिसर में प्रेस वार्ता करते हुए 242 कार्टन अंग्रेजी शराब बरामद करने की जानकारी दी।अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रभात कुमार शर्मा व थाना अध्यक्ष कुमार कीर्ति ने बताया कि देर शाम गुप्त सूचना मिली थी कि रौतिनिया गांव में शंभू यादव उर्फ भुल्ला यादव द्वारा अपने घर में अंग्रेजी शराब रखकर बेचता है।

सूचना मिलने पर थाना के एएसआई मनोज कुमार, एसएसबी जवान व पुलिस बल का टीम उक्त घर में छापेमारी करके 375एमएल का 242 कार्टन अंग्रेजी शराब बरामद की। सभी जब्त शराब को थाना पर लाया गया है। डीएसपी श्री शर्मा ने बताया कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पुलिस द्वारा शराब माफियाओं पर पूर्ण रूप से शिकंजा कसा जा रहा है।वहीं थानाध्यक्ष ने बताया किसी भी हालत में शराब धंधेबाज पुलिस से बच नहीं सकता।

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महागठबंधन में भी बगावत के सुर पनपे, वर्तमान विधायिका भावना झा पर सीट बचाने का होगा दवाब।

मधुबनी : जिले का बेनीपट्टी विधानसभा क्षेत्र वीआईपी सीट माना जाता है। यहां से सूबे के पीएचईडी मंत्री विनोद नारायण झा एनडीए के उम्मीदवार हैं। पिछले चुनाव की तरह ही इस बार भी उनके सामने महागठबंधन की प्रत्याशी बेनीपट्टी की वर्तमान विधायक भावना झा हैं। विनोद नारायण झा 2010 के चुनाव में तो यहां से जीत दर्ज कर चुके हैं, लेकिन 2015 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में उनके लिए इस बार वापसी की चुनौती है। इधर, कांग्रेस नेता भावना झा के लिए इस बार अपनी सीट को बचाने की चुनौती है। लेकिन, दोनों में से किसी की राह आसान नहीं लग रही। कारण, एनडीए के साथ ही महागठबंधन में भी बगावत के सुर गूंज रहे हैं।ऐसे में बेनीपट्टी सीट पर मुकाबला इस बार ना केवल कड़ा होने वाला है, बल्कि यह बेहद रोचक भी होगा।

एनडीए की ओर से भाजपा नेता व मंत्री विनोद नारायण झा की उम्मीदवारी की घोषणा होने के साथ ही सबसे पहले भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष घनश्याम ठाकुर ने अपना विरोध जताया। प्रेसवार्ता कर उन्होंने अपने असंतोष का इजहार किया और 15 अक्टूबर के बाद अपने निर्णय के घोषणा की बात कही। क्षेत्र में चर्चा है कि वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपनी उम्मीदवारी पेश कर सकते हैं। इधर, बेनीपट्टी सीट एनडीए में भाजपा के कोटे में जाने से खफा सहयोगी दल जदयू के जिला उपाध्यक्ष नीरज झा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। नीरज झा काफी दिनों से क्षेत्र में सक्रिय हैं और जनता के संपर्क में हैं। ऐसे में एनडीए में भाजपा व जदयू के बगावती तेवर मंत्री विनोद नारायण झा के लिए मुश्किलें पैदा कर सकते हैं।

एनडीए के बाद अब महागठबंधन में भी बगावत की गंगा बहने लगी है। महागठबंधन में इस बार भी यह सीट कांग्रेस के झोले में गई और यहां से वर्तमान विधायक भावना झा को ही उम्मीदवार बनाया गया है। लेकिन, यह उम्मीदवारी कांग्रेस के सहयोगी दल राजद के एक खेमे को नागवार गुजरी। राजद के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष व पूर्व जिप सदस्य रह चुके राजेश यादव ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। रविवार को राजेश यादव ने अपने समर्थकों के साथ विधानसभा क्षेत्र के बेनीपट्टी व कलुआही प्रखंड क्षेत्र में बाइक जुलूस निकाल कर अपनी उम्मीदवारी जता दी है। ऐसे में भावना झा के लिए भी सहयोगी दल के नेताओं की बगावत मुश्किलें पैदा कर सकती हैं। कुल मिलाकर दोनों खेमों में विरोध का स्वर गूंजने से चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है।

जिले के वर्तमान विधायकों को अपने क्षेत्रों में हो रहा विरोध, लोग कार्यकाल से नही हैं खुश।

मधुबनी : जिला में राजद विधायकों को क्षेत्र में भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। चुकी विधायकों के सामने कोई मुद्दा नहीं है। फिर भी वोट मांगने के लिए जा रहे हैं। जनता इनसे हिसाब ले रही है। अपने बीते पांच सालों में मेरे लिए क्या किया है।

खासकर खजौली विधानसभा क्षेत्र में विधायक निवर्तमान सीताराम यादव द्वारा प्रचार प्रसार अभियान शुरू किया गया है। यहां 7 नवम्बर को चुनाव होने हैं।
वहीं, मधुबनी में राजद प्रत्याशी को अपने क्षेत्रों में काफी विरोध की सामना करना पड रहा है। मधुबनी जिला मुख्यालय में नगर निगम गठन की आश्ववास पिछले चुुुनाव में समीर महासेठ लोगों को दिया था। यहां नगर निगम की मांग पुरानी है।

अगर बात खजौली विधान सभा क्षेत्र में विधायक सीताराम यादव को विकास के मुद्दे पर लोग घेर रहे हैं। लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र में नेेपाल सीमावर्ती इलाकों तक बाढ के बाद कोई भी विकास की काम नहीं हुआ।बीते पांच साल में इलाकों की हालात बिगड़ती रही, परन्तु विकास नहीं हो पाई है। लोगों का कहना है कि विधायक अपने को बढ़ाने में लगे रहे। क्षेत्र के विकास से उनका कोई लेना-देना नहीं रहा।

खजौली विधानसभा क्षेत्र में विधायक को सभी जगह भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। यहां पर कोई भी रोजगार परक कार्य नहीं हो पाई है।

वहीं, बिस्फी विधानसभा क्षेत्र में जनता राजद के निवर्तमान विधायक फैैैैयाज अहमद से हिसाब ले रही है। लोग बिस्फी में कोई भी योजना जमीन पर नहीं उतारने की खुुुलेआम आरोप लगाया है।

वहीं, झंझारपुर विधानसभा क्षेत्र में राजद को टिकट ही नहीं दिया गया है।

वहीं, बेनीपट्टी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस विधायक भावना झा को भी काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। कारण क्षेत्र में बाढ़ की समस्या के समय उन्होंने कोई भी ऐसा काम नहीं की, जिससे आमजनों की भलाई की जा सकी। अभी यहां की सड़कों की बदहाली तथा विस्थापित लोगों को अनाज वगैरह नहीं मिलने की शिकायत इनसे लोगों को है।

नीतीश सरकार बीते 15 वर्षो से केवल विकास के ढोल पीटते आयी है :- अनिल झा।

नीतीश सरकार ने बीते 15 वर्षों में सिर्फ विकास का ढोल पीटते नजर आई है। उक्त बातें जनसंपर्क अभियान के दौरान स्नातक बिहार विधान परिषद के उम्मीदवार अनिल झा ने कहा है। उन्होंने कहा जब सरकार के नेता या कार्यकर्ताओं से इस संदर्भ में सवाल पूछिये तो वो लोग कहते है लालू जी का समय याद किजिए। कमाल है केवल पिछली सरकारों से तुलना काफी नहीं है, यह भी देखना होगा कि बाकी राज्य के मुकाबले में बिहार की कितनी प्रगति हुई है ? विकास और रोज़गार के साथ-साथ औद्योगिकरण आज भी एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है।आखिर कब मिथिलांचल के छात्र, बेरोज़गार युवा और मजदूर के बच्चों को उच्च शिक्षा, रोजगार के लिए दूसरे राज्य जाना होगा। कब तक मिथिलांचल की प्रतिभा कुंठित होती रहेगी?क्या सरकार मैं बैठे हुए लोगों के लिए ये सब सवाल मुद्दे जरुरी नही है। विडंबना है कि एक ही परिवार के लोग 35-40 वर्षो तक राज करने के बाद भी उच्च शिक्षा, रोजगार और शिक्षकों के हितों के लिए कोई आवाज नहीं उठाई गई।आज पुरे तरीका से शिक्षा व्यवस्था को व्यवसाय बनाकर बर्बाद कर दिया गया है। वैसे लोगो से अब उम्मीद क्या रखना है?

आज हजारों की संख्या में स्नातक पास सांख्यिकी स्वयंसेवक (ASV) को बेरोजगार करने वाली सरकार कहती है, लोगों को रोजगार दिया। किन्तु आज तक किसी ने उन बेरोजगार युवाओं के लिए आवाज नहीं उठाई। उन्होंने कहा अब उस व्यवस्था को बदलने का वक्त आ चुका है। उन्होंने कहा जनसंपर्क के दौरान जो युवाओं एवं अभिभावकों का सहयोग और समर्थन मिल रहा है, यह संकेत है कि व्यवस्था में परिवर्तन जरूर होगी। इसके लिए युवा वर्ग को बढ़-चढ़कर इसमें शामिल होकर बदलाव की एक क्रांति लानी होगी। उन्होंने कहा आज वर्तमान परिदृश्य को बदलने के लिए हर वर्ग से युवा आगे आ रहे हैं। इस दौरान उन्होंने बेहतर उच्च शिक्षा, रोजगार और आने वाले अच्छे भविष्य के लिए 22 अक्टूबर को दरभंगा स्नातक विधान परिषद के चुनाव में धर्म, जाति और पार्टी से उपर उठकर परिवार वाद के विरुद्ध पूंजीवाद के विरुद्ध स्नातक मतदाता एक जुट होकर प्रथम वरीयता मत का आशीर्वाद भी मांगा।

राष्ट्रीय राजमार्ग-104 की हालत बद से बदतर, गाँव-गली के सड़कों से भी है खराब हालत

मधुबनी : जिले के जयनगर में गुजरने वाली एनएच-104 की हालत अब इतनी खराब हो चुकी है की इसपर पैदल भी चलना मुश्किल हो गया हुआ है। बता दें कि ये वो सड़क है जो भारत-नेपाल को जोड़ने का भी कार्य करती है। ये सड़क इसलिए बाद महत्वपूर्ण है क्योंकि इस सड़क से कई प्राचीन और प्रसिद्ध दार्शनिक स्थल जैसे फुलहर, गिरिजस्थान,बिशोल जुड़े हुए हैं।हर साल परिक्रमा रथ, जो नेपाल के जनकपुर के जानकी मंदिर तक भारत से जाती है, वो भी इसी राष्ट्रीय राजमार्ग का प्रयोग करती है। अब जब इतना महत्वपूर्ण है इस एनएच की उपयोगिता, तब भी न तो वर्तमान या पिछली कई सरकारें इस दिशा में पहल कर इसको पूरा करने का कार्य किया है, न ही किसी वर्तमान या पूर्व के सांसद,विधायक या अन्य कोई जनप्रतिनिधियों ने। ऐसे में कई दशकों से उपेक्षित ये एनएच अब तक उद्धार की बात जोह रहा है।जब हमारी टीम इस सड़क का मुआयना कर रही थी तो मौके पर मौजूद समाजसेवी अमित महतो ने बताया कि ये सड़क कई वर्षों से सरकार और जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का दंश झेल रहा है। बरसात के मौसम में ओर अधिक बारिश होने पर इस एनएच का संपर्क कई बार ओर कई जगहों ओर भंग हो जाता है। हालात इतने बदतर हैं इस सड़क के की लोग जान हथेली पर रख कर इस राष्ट्रीय राजमार्ग से होकर अपने गंतव्य तक जाते हैं।

कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में मीडिया की गंभीरता एवं जागरूकता की लोगों ने की सराहना

• समाचार पत्रों के माध्यम से जन-जन तक पहुंच रहा है कोरोना का संदेश

• मीडिया के लगातार प्रेषण से लोग हुए जागरूक

मधुबनी : वैश्विक महामारी कोविड-19 से लड़ाई में चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों एवं सफाई कर्मियों के साथ मीडिया ने भी अहम भूमिका निभाई है। मीडिया ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में आम जनता को जागरूक करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। मीडिया द्वारा संक्रमण को लेकर गंभीरता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि मीडिया ने निरंतर तौर पर कोरोना से बचाव के उपायों, ताजा गतिविधियों एवं सरकार के दिशानिर्देशों को पेशेवर तरीके से आसान भाषा में लोगों तक पहुंचाया है। लोग लापरवाह न बनें और दूसरी ओर सकारात्मक संवाद के जरिये अफवाहों को भी दूर किया है। ऐसा पहली बार हुआ है जब मीडिया ने किसी मुद्दे पर लगातार और इतने लंबे दिनों तक लिखा है.

मीडिया ने कोरोना से जागरूकता को लेकर आम लोगों की पहुंच आसान बनाई :

पेशे से शिक्षक आनंद कुमार बताते हैं कि अखबारों ने प्रतिदिन कोरोना से संबंधित जानकारी,जागरूकता के बारे में जन समुदाय तक संदेशों को पहुंचाने का काम किया जिससे लोगों के व्यवहार में परिवर्तन भी आने लगा, जिसका परिणाम यह हुआ कि लोगों में जागरूकता आई है. लोग शारीरिक दूरी तथा मास्क पहने लगे, जिससे जिले में अब कोरोना संक्रमित का आंकड़ा दहाई अंकों में सिमट कर रह गई है।पंडौल प्रखंड के सरसों पाही ग्राम के 60 वर्षीय रमेश मेहता बताते हैं- सर्वप्रथम हम लोगों को कोरोनावायरस के बारे में जानकारी मीडिया के माध्यम से ही मिली है कि यह वायरस चीन से फैलता हुआ भारत तक पहुंच गया है. हम लोग सुदूर गांव में रहते हैं, जहां समाचार पत्र के माध्यम से ही कोरोनावायरस के बारे में शहर के लोगों की भांति हर एक पहलू की जानकारी मिलती रही. इससे शुरुआती दौर में जो लोगों के मन में अनावश्यक भय था, उसमें भी कमी हुई है. समाचारपत्रों के माध्यम से सही तथा सार्थक जानकारी लोगों के प्राप्त हुई है. अब हम लोगों के मन में कोरोना के प्रति भय में भी कमी हुई है तथा अब हम लोग कोरोना से जूझते हुए अपने कार्य कर रहे है।

मीडिया की भूमिका रही अहम :

सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया जिले में कोरोना संक्रमित का आंकड़ा में कमी आई है. कोरोना की रोकथाम में मीडिया ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है. साथ ही सेंटर फॉर एडवोकेसी रिसर्च ने स्वास्थ्य संचार को सुदृढ़ करने में सहयोग किया है. उन्होंने बताया मीडिया हमेशा से समुदाय को जागरूक करने में महत्वपूर्ण रहा है. महामारी के इस दौर में यह सबसे जरुरी था कि लोगों तक कोरोना को लेकर सटीक जानकरी पहुंचे, जिसमें मीडिया ने सकारात्मक भूमिका अदा की है. आज संक्रमण के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ी है. यह जरुरी भी है कि लोग इस बात को स्वीकार करें कि फ़िलहाल कोरोना के उपचार से बेहतर विकल्प है कोरोना से बचाव के तरीकों को अपनाना. ‘जब तक दवाई नहीं, तब तक ढ़िलाई नहीं’ इस बात को ध्यान में रखकर लोगों को सतर्क रहने की काफ़ी जरूरत है.

सात बोतल शराब के साथ कारोबारी गिरफ्तार, पुलिस की कारवाई से क्षेत्र में शराब कारोबारीयों में मचा हड़कंप

मधुबनी : जिले के बिस्फी प्रखंड क्षेत्र के विस्फी हॉट गांव निवासी अशोक महतो के घर से 7 बोतल अंग्रेजी शराब के साथ बिस्फी थाना के द्वारा उड़नदस्ता के टीम ने सघन छापेमारी के दौरान शराब के साथ एक कारोबारी को गिरफ्तार कर लिया।मिली जानकारी के अनुसार कारोबारी बहुत दिनों से शराब का कारोबार कर रहा था, जो कारोबारी पुलिस के पकड़ में नहीं आ रहा था।गुप्त सूचना के आधार पर विस्फी थाना अध्यक्ष संजय कुमार के नेतृत्व में घर की अचानक तलाशी ली गई, जिसमें मौके पर ही फल की एक कार्टून में रखे 7 बोतल अंग्रेजी विदेशी शराब के साथ कारोबारी अशोक महतो को धर दबोचा कारोबारी भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस की सक्रियता के कारण उसे धर दबोचा लिया।विस्फी थानाध्यक्ष ने बताया कि मध्य निषेध कानून के तहत प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

वही बिस्फी थाना क्षेत्र में शराब माफियाओं में शराब की छापेमारी से विस्फी थाना क्षेत्र महकपे में आ गई है। चुनाव को मद्देनजर रखते हुए बिस्फी प्रखंड क्षेत्र में लगातार गैरकानूनी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।

अनसीन एलोकेन्ट्स ने किया युवा कवि सम्मेलन का आयोजित

साहित्य एवं साहित्कारों के विकास हेतु पिछले डेढ़ वर्षो से कार्यरत संगठन, अनसीन एलोकेन्ट्स ने 11 अक्टूबर को नाट्य विभाग, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में युवा कवि सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमे मिथिलांचल के काफ़ी प्रसिद्ध युवा कविगण सम्मलित हुए।आयोजित युवा कवि सम्मेलन की शुरुआत संगठन के संस्थापक यश जुमनानी के स्वागत भाषण से हुई, और फिर युवा कवि आचार्य भास्कर ने मैथिली कविता पछिला उपलब्धि शून्य भेल और शब्द प्रहार, राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित युवा कवि मुशर्रफ़ परवेज ने बेटियां और माँ, पेशेवर शिक्षक रौशन कुमार राही ने मानव दानव, युवा कवियत्री दुर्गा खत्री ने पिता और न्याय के दो पहलू, ऋषभ झा ने हो सके तो लौट आना, सुमित श्री ने सांकेतिक लिपि, आकाशवाणी उद्घोषक अखिलेश कुमार झा ने मैथिली रचना बात बात में, प्रभात कुमार झा ने मैं अक्सर चाँद से पूछता हूँ, रंगमंच प्रशिक्षक एवं युवा कवि सागर सिंह ने बहते हुए किसी शाम को, पेशेवर शिक्षक मोहन मुरारी ने ऐसी है मेरी प्रियशी और विश्व राज, निखिल मिश्रा, अंजली झा ने भी अपनी कवितायें सुनाई।इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार श्री संतोष दत्त झा थे, एवं इस कार्यक्रम की अध्यक्षता चंद्रधारी मिथिला विज्ञान महाविद्यालय के वर्तमान मैथिली विभागाध्यक्ष एवं वरिष्ठ कवि डॉ० सत्येंद्र कुमार झा ने की और साथ ही अपनी मैथिली कविता जिन्नगी के समेटी छीरिआयल बहुत अछि और चाह कर भी इश्क़ कहाँ होता है कविताएं सुनाई।
इस युवा कवि सम्मेलन का संचालन युवा कवि उज्ज्वल राज ने किया और धन्यवाद ज्ञापन पूजा मिश्रा ने दिया।
कोरोना से बचाव हेतु जारी निर्देशों का पालन करते हुए कार्यक्रम को सीधा प्रसारण फेसबुक लाइव के माध्यम से किया गया।

सुमित राउत की रिपोर्ट

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