राजद के प्रशिक्षण शिविर में घोटाला सम्राटों के द्वारा कार्यकर्ताओं को दिया गया प्रशिक्षण : अरविन्द सिंह
पटना : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा कि राजद के प्रशिक्षण शिविर में घोटाला सम्राटों के द्वारा राजद कार्यकर्ताओं को दिया गया प्रशिक्षण एक मजाक बनकर रह गई है। जिस दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सजायाफ्ता हो और बिहार में घोटाला सम्राट की उपाधि से सुशोभित हो उस दल के कार्यकर्ता को प्रशिक्षण और आदर्श किस तरह प्रस्तुत हुआ होगा और प्रशिक्षण दिया गया होगा, यह बिहार की जनता जानती है।
सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने प्रशिक्षण के दौरान अपने भाषण में राजद कार्यकर्ताओं को तेजस्वी, गमछा, टोपी और लालटेन से बाहर नहीं निकलने दिया। उन्होंने विकास से जुड़ी एक भी बात नहीं की। वे अपने आप को कहते हैं समाजवादी और हैं घनघोर परिवारवादी।
भाजपा नेता ने कहा कि जिस दल के परिवारिक सियासी राजकुमार और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर जिस तरह से उन्हीं के कार्यकर्ता ने टिकट बेचने का आरोप लगाकर एफ आई आर दर्ज कराया है। सिर्फ़.उन्हीं पर नहीं मीसा भारती से लेकर सारे यूपीए गठबंधन के प्रमुख नेताओं पर इस तरह का आरोप लगाकर के एफ आई आर दर्ज किया गया है, यह एक जांच का विषय है। लेकिन जो आरोप लगा है वह बहुत ही संगीन है।
अरविन्द ने कहा कि बांस के कोठी में बांस ही फूटता है रेंड़ नहीं, जिस दल का बुनियाद घोटालों से रखा गया हो। उस दल के नेता और युवराज घोटालों पर चल चुके हैं और बार-बार उन पर आरोप लग रहे हैं। पहले तो बिहार की जनता समझती थी कि सिर्फ बिहार में मुसीबत आती थी तो यें उड़न खटोला पर जन्मदिन मनाने चले जाते थे। बिहार से पलायन करके दिल्ली में अपने मॉलों में बैठ कर ट्विटर फेसबुक के माध्यम से राजनीति करने चले जाते हैं।
लेकिन अब तो इनके परत दर परत घोटालों का राज खुल रहा है, कोई टिकट बेचने का आरोप लगा रहा है तो कोई जमीन लेने की बात दबे जुबान कर रहा है। अभी जांच हो तो बहुत कुछ राज सामने आएगा। जो आरोप लगाए हैं वह आरोपी यूपीए गठबंधन के कांग्रेस के नेता है और कांग्रेस अध्यक्ष और राजद के राजकुमार नेता प्रतिपक्ष पर लगा है, ये सामान्य मामला नहीं है, बहुत ही संगीन मामला है।
भाजपा नेता ने कहा कि अभी तो एक ने लगाया है और लोकसभा की सीट 40 हैं। यह सभी जांच का विषय है, जांच होगी तो परत दर परत राज खुलेगी और राज खुलेगी तो बहुतों का चाल चरित्र चेहरा सामने आएगा। बीते हुए दिनों का राजद शासन का कलंकित काली इतिहास बाहर आएगा और राजद रूपी बगुला भगत का सच सामने आएगा। इसी के चलते गांव के बड़े बुजुर्ग कहते हैं कि ” लूर, लक्षण, बाई, तीनों मरले पर जाई “।