मुंबई से गांव लौट रहें परिवार संग बड़ी लूट का भोजपुर पुलिस ने किया खुलासा
आरा : भोजपुर जिला मुख्यालय के आरा-सलेमपुर मुख्या मार्ग के मुफ्फसिल थानान्तर्गत बड़की सनदियां पुल के पास ऑटो सवार लोगो से लूटकांड के मामले में भोजपुर पुलिस ने पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया तथा उनके पास से लूटे 55 हजार रुपये, जेवर, मोबाइल, साबुन और सर्फ बरामद किया। लूट में इस्तेमाल एक कार, दो बुलेट बाइक और पांच मोबाइल भी जब्त किये गये हैं। गिरफ्तार अपराधियों में आरा नगर थानान्तर्गत उजियार टोला निवासी शिवशंकर उर्फ कुबेर, गोरख कुमार, उजियार टोला (बिंद टोली) निवासी पवन कुमार, राकेश कुमार और धोबहां ओपी क्षेत्र के अगरसंडा गांव निवासी बसंत कुमार शामिल हैं। हालांकि घटना में शामिल अमन समेत दो अपराधी अभी फरार चल रहे हैं।
भोजपुर एसपी विनय तिवारी ने सोमवारकी देर शाम प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि 15 सितंबर की सुबह पांच बजे 15 सितंबर की सुबह मुंबई से परिवार संग लौट रहे ऑटो सवार मोहित प्रसाद से हथियार के बल पर लूटपाट की गयी थी। उनसे से 98 हजार रुपये नगद, सोने की चेन सहित अन्य जेवर, दो एन्ड्रायड मोबाइल, कपडा सहित कागजात लूट लिये गये थे। लूट की इस घटना के बाद सदर एसडीपीओ हिमांशु के नेतृत्व में नौ सदस्यीय टीम का गठन किया गया था।
टीम ने वैज्ञानिक और भौतिक अनुसंधान के आधार पर पांच अपराधियों की पहचान करते हुये गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि फरार दो अपराधियों की पहचान कर ली गयी है। उनकी गिरफ्तारी के लिये छापेमारी की जा रही है। एसपी ने बताया कि अगरसंडा गांव निवासी मोहित प्रसाद से लूटपाट में उसके गांव के बसंत कुमार सहित सात बदमाश शामिल थे। सभी आरा रेलवे स्टेशन से ही मोहित के ऑटो का कार और बाइक से पीछा कर रहे थे। इसी क्रम में बड़की सनदियां पुल के पास मौका देख उनसे लूटपाट की गयी थी। उन्होंने बताया कि घटना के बाद रेलवे स्टेशन के पास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया।
मोबाइल सर्विलांस के आधार पर जांच शुरू की गयी। इस दौरान बसंत कुमार की संलिप्तता सामने आयी। उस आधार पर उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की गयी। उसमें उसने पूरी कहानी बता दी और घटना में शामिल अपराधियों के नाम बता दिया। उसकी निशानदेही पर चार अन्य बदमाशों को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के अनुसार मोहित अगरसंडा गांव के रहने वाले मोहित प्रसाद और बसंत कुमार पूर्व में मुंबई में एक फैक्ट्री में काम कर चुके थे। वह फिलहाल गांव आ गया है। उसे मोहित के गांव आने की जानकारी थी।
घटना में शामिल दो अन्य भी मुंबई में काम करते थे। दोनों कुछ दिन पहले आरा आ गये थे। तीनों ने मिल कर लूट की साजिश रची। उसके बाद चार अन्य के साथ मिलकर गांव लौट रहे मोहित प्रसाद को लूट लिया। एसपी ने बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार सभी अपराधियों ने यह बात स्वीकार की है। एसपी ने बताया कि चचेरे भाई अगरसंडा बेहरा गांव निवासी बसंत कुमार ने ही लूटपाट का षड्यंत्र रचा था। बताया जा रहा कि अगरसंडा निवासी मोहिता प्रसाद के साथ पूर्व में बंसत भी मुंबई में मसाला का काम करता था। बाद में उसे कंपनी से हटा दिया गया था। मोहित के घर आने की पहले से जानकारी थी। ऐसे में उसने ही लूटपाट करने का षड्यंत्र रचा था।
बताया जाता है कि लूटपाट के दौरान बदमाशों को 98 हजार रुपये हाथ लगे थे। उसे सभी आपस ने बांट लिया। इसमें सभी को साढ़े 12-12 हजार रुपये हिस्सा मिला था। जबकि कुछ पैसे तेल आदि में खर्च कर दिये गये थे। वहीं पैसे मिलने के बाद दो बदमाश बनारस भाग गये।
लूटे गये 98 हजार रुपये में 55 हजार, सोने की एक चेन, कान का दो टॉप्स, नाक का एक छोटा नथिया, नाक का दो छोटा छुछी, सोने का छोटा 9 गोल मोती, एक जोड़ा चांदी का पायल, दो जोड़ा चांदी का बेडा, तीन नहाने का साबुन, कबीर कम्पनी का चार वासिंग साबुन, लूटे गये 55 हजार रुपये, लूटी गयी 2 मोबाइल के अलावे लूट में इस्तेमाल एक हुंडई कार, एक बुलेट, एक स्पलेंडर बाइक और 5 मोबाइल सेट।
10 अपराध कर्मी पर रौशन कुशवाहा का नोटिस
आरा : बिहार अपराध नियंत्रण अधिनियम 1981 की धारा 3 (3) के तहत न्यायालय जिला दंडाधिकारी -सह-जिला पदाधिकारी रौशन कुशवाहा ने 10 अपराध कर्मी पर नोटिस निर्गत की है।
चौरी थानान्तर्गत कोलो डिहरी ग्राम के रामेश्वर चौधरी के पुत्र गुड्डू कुमार चौधरी, सहार थानान्तर्गत नोनौर ग्राम के गणेश पासवान के पुत्र बूटन पासवान, सहार थानान्तर्गत बडकी खडाव के पवन सिंह के पुत्र अनिल सिंह, जगदीशपुर थानान्तर्गत कोरा गाँव के स्व वीरेंदर सिंह के पुत्र राजेश सिंह उर्फ़ पहलवान, जगदीशपुर थानान्तर्गत नूर पोखर गाँव के गौरी यादव के पुत्र लाल बाबू यादव, जगदीशपुर थानान्तर्गत नारायणपुर गाँव के राजेश्वर सिंह के पुत्र रवीन्द्र कुमार, सन्देश थानान्तर्गत अखगाँव के स्व केश्वर सिंह के पुत्र संतोष कुमार, सन्देश थानान्तर्गत सन्देश गाँव के दशरथ चौधरी के पुत्र धर्मेंद्र चौधरी, सन्देश थानान्तर्गत त्रिकौल गाँव के शिव मंगल पासवान के पुत्र दीपक पासवान तथा चौरी थानान्तर्गत दुलम चक गाँव के मोहन राय के पुत्र संतोष राय शामिल हैं|
महंत नरेंद्र गिरि का निधन स्तब्धकारी-आचार्य भारतभूषण
आरा : अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद् के अध्यक्ष एवं बाघम्बरी गद्दी प्रयागराज के श्री महंत नरेंद्र गिरि जी के निधन पर जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य भारतभूषण पाण्डेय ने गहरा दुःख व्यक्त किया है। महंत नरेंद्र गिरि को श्रद्धांजलि देते हुए आचार्य भारतभूषण पाण्डेय ने कहा कि वे संत समाज के कुशल संगठक तथा व्यावहारिक प्रबंधक थे।
कुम्भ मेला,माघ मेला, धर्म संसद आदि के आयोजनों उनकी व्यवहारकुशलता और संतों, श्रद्धालुओं, प्रशासन तथा अखाड़ों में समन्वय साधने की दक्षता सराहनीय होती थी।धर्म को बदनाम करने वाले फर्जी कथावाचकों-धर्माचार्यों पर प्रभावी अंकुश लगाने की पहल भी उन्होंने अखाड़ा परिषद् की ओर से की थी। आचार्य ने कहा कि वे हमारे परम स्नेही तथा देश-धर्म को समर्पित ऊर्जावान महात्मा थे जिनका इस प्रकार का आकस्मिक निधन विस्मयकारी व समाज के लिए बहुत बड़ी क्षति है।
भोजपुर में वायरल फीवर के बीच डेंगू ने भी दी दस्तक
आरा : भोजपुर में वायरल फीवर के के बीच डेंगू ने भी दस्तक दी है. बड़हरा प्रखंड के एक 7 वर्षीय बच्ची की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। आरा सदर हॉस्पिटल ने दो बार 5-5 बच्चों का सैंपल जांच के लिए पटना के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में भेजा था इनमें से एक बच्ची की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। पॉजिटिव रिपोर्ट मिलने की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग के सीएमओ डॉ के एन सिन्हा और जिला स्वास्थ समिति के डीपीएम रवि कुमार मेहंदी ने दी. बता दें कि वायरल फीवर से 11 सितंबर तक 162 बच्चे पीड़ित थे, वायरल फीवर के बीच डेंगू का मरीज मिलने पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है।
अस्पताल प्रबंधक कौशल दुबे ने बताया कि डॉक्टर और एनएम की रोस्टर ड्यूटी तैयार की गई है। डॉ अजय कुमार पांडे को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। आरा सदर हॉस्पिटल के ओपीडी में ग्राउंड फ्लोर पर 55 वेट किए दो कैमरे में बच्चा वार्ड बनाया गया है। ताकि किसी भी इमरजेंसी स्थिति में बीमार बच्चे को भर्ती कराया जा सके। ओपीडी में वायरल फीवर और अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों का इलाज किया जा रहा है. किसी संदेह की स्थिति में उसकी जांच भी कराई जा रही है हालांकि अब तक बच्चा वार्ड में एक भी मरीज नहीं है।
राजीव एन अग्रवाल की रिपोर्ट