पटना : पटना विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर पत्रकारिता विभाग (एमजेएमसी) में सोमवार को शिक्षक दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शिक्षक दिवस के अवसर पर पत्रकारिता विभाग के निदेशक प्रो. तरुण कुमार ने कहा कि शिक्षक दिवस का दिन शिक्षकों के लिए आत्म अवलोकन का अवसर होता है। शिक्षक अपने कर्तव्य के निर्वहन में कितने निष्टावान हैं, इसका भी स्वयं आकलन करने का मौका होता है। प्रो. कुमार ने कहा कि शिक्षक दिवस के अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा भौतिक उपहार देने का चलन है, जबकि शिक्षक के लिए विद्यार्थी ही असल उपहार हैं। जिस दिन विद्यार्थी योग्य नागरिक बनकर शिक्षक के सामने आता है, वही सर्वश्रेष्ठ उपहार शिक्षक के लिए होता है। निदेशक के तौर पर उन्होंने सभी विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए कामना की।
गौरतलब हो कि 5 सितंबर को रविवारीय अवकाश होने के कारण एमजेएमसी के विद्यार्थियों ने सोमवार को शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन किया था। कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए सरल ढंग से इस वर्ष शिक्षक दिवस समारोह मनाया गया। इस अवसर पर शिक्षक डॉ. गौतम कुमार और प्रशांत रंजन मुख्य रूप से उपस्थित रहे। इन्होंने छात्र—छात्राओं को एक मूल्यनिष्ठ पत्रकार बनने की सलाह दी। कार्यक्रम का आयोजन एमजेएमसी के छात्र—छात्राओं द्वारा किया गया था।