तेजप्रताप के डर से अलग कार्यालय की बात कर रहे हैं जगदानंद सिंह : अरविन्द सिंह
पटना : पार्टी कार्यालय के लिए जमीन को लेकर छिड़े विवाद पर राजद पर निशाना साधते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा कि जिस दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष को घोटालों से अर्जित अकूत बेनामी संपत्ति पड़ी है। उस दल के प्रदेश अध्यक्ष को एक छोटा सा कार्यालय के लिए सरकार को अर्जी क्यों करनी पड़ रही है? या फिर राजद के राष्ट्रीय सुप्रीमो के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव से डरकर अलग राजद कार्यालय का निर्माण करने के लिए सरकार को अर्जी नहीं दे रहे हैं?
राजद का दो कार्यालय हो, जहां एक में तेज प्रताप यादव बैठें और एक में जगदानंद सिंह बैठें। भाजपा नेता ने कहा कि अगर तेज प्रताप को डर है या जगदानंद सिंह को डर है तो सरकार को सुरक्षा के लिए अर्जी दें, उन्हें पूरी सुरक्षा दी जाएगी। इस सरकार में न किसी को फंसाई जाती है ना किसी को बचाई जाती है।
अरविंद सिंह ने कहा कि सारे राजनीतिक दलों ने 2006 में सरकार को जो आवेदन दिए थे, उस अनुसार सभी को कार्यालय के लिए जमीन एलॉट कर दिया गया है। बिहार की राजधानी पटना में राजद ने भी आवेदन किया था और उसको कार्यालय ऑलरेडी एलांट है, जिसमें तत्काल राजद का कार्यालय चल भी रहा है।
फिर अलग कार्यालय बनाने का मतलब क्या है? इसका मतलब है कि तेज प्रताप यादव का अलग कार्यालय चलेगा और जगदानंद सिंह का अलग कार्यालय चलेगा। यही परिवारिक तालिबानी नौटंकी पार्टी का संस्कृति है।