पटना : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि एक रिपोर्ट के अनुसार विगत एक वर्ष में बिहार में 15 लाख नौकरियाँ और रोजगार समाप्त हुए है, बल्कि एनडीए सरकार का 19 लाख नौकरियाँ और रोजगार देने का वादा था। युवा विरोधी एनडीए सरकार 16 वर्षों से बेरोजगारी मिटाने और नौकरी देने वाली एक सुदृढ़ नीति भी नहीं बना पाई है। नौकरी देना तो बहुत दूर की बात है अब ये नौकरी छिनने में लगे है।
तेजस्वी ने कहा कि प्रदेश में नियमित नौकरियों में इतना भ्रष्टाचार और घूसखोरी है कि कोई योग्य अभ्यर्थी इसमें अपनी जगह बना ही नहीं पाता है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार इतनी नाकारा हो चुकी है कि विगत 16 वर्षों में बिहार में कोई उद्योग-धंधे नहीं लगे, कोई पूंजी निवेश नहीं हुआ, संगठित-असंगठित क्षेत्र में रोजगार और नौकरियों के अवसर उत्पन्न हुए ही नहीं क्योंकि सरकार की तरफ़ से कोई सकारात्मक पहल नहीं की जा रही है।
उन्होंने कहा कि कुटीर और घरेलू उद्योगों के लिए सरकारी अनुदान और प्रोत्साहन राशि पाने में घूसखोरी, अफसरशाही और लाल फीताशाही की इतनी दीवारें हैं कि बिना भाई भतीजावाद और रिश्वत के इसे पाना असंभव है।
इसके अलावा तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में भ्रष्टाचार का एक अति छोटा सा दिलचस्प उदाहरण। एक इंजीनियर की गाड़ी से 67 लाख कैश बरामद हुआ। घर पर रखा हटवा दिया। पुलिस ने पूछा तो बोला- मुँह खोल दूँगा तो पटना के मुख्यमंत्री सचिवालय में विस्फोट हो जाएगा।