गर्भवती महिलाओं को ऑन-स्पॉट रजिस्ट्रेशन कर दिया जायेगा कोविड-19 का टीका
मधुबनी : कोविड 19 वैश्विक महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए सभी गर्भवती महिलाओं को नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन टीकाकरण की अनुशंसा के आलोक में कोविड 19 के टीका से आच्छादित किये जाने का निर्देश निर्गत है। महिलाओं के कोविड टीकाकरण को लेकर जारी एसओपी में आंशिक संशोधन किया गया है।
इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि संशोधित दिशा निदेश का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए जिलान्तर्गत सभी गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 टीकाकरण से आच्छादित कराया जाना सुनिश्चित किया जाय। ज्ञात हो कि कोविंड–19 टीकाकरण पूर्णत कोविन पोर्टल आधारित है। अतएव गर्भवती, महिलाओं के टीकाकरण के लिए सत्र निर्धारण, पोर्टल पर पंजीकरण आदि से संबंधित पूर्व निर्गत निदेश के आलोक में ऑनलाइन ऑन-स्पॉट पंजीकरण के आधार पर टीकाकरण कराया जाय।
गर्भावस्था के दौरान संक्रमण से स्वास्थ्य में तेजी से आ सकती है गिरावट:
केंद्रीय स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि गर्भावस्था के दौरान कोविड-19 संक्रमण से गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य में तेजी से गिरावट आ सकती है और यह भ्रूण को भी प्रभावित कर सकता है। विशेषज्ञों का विचार है कि गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण के लाभ इसके संभावित जोखिमों से कहीं अधिक हैं। टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई, एमओएचएफडब्ल्यू) की सिफारिशों के आधार पर, गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण को मंजूरी दे दी है| देश में उपलब्ध कोविड19 टीकों से जुड़े जोखिमों और लाभों के साथ-साथ संक्रमण के संबंध में प्रदान की गई जानकारी के आधार पर एक गर्भवती महिला के पास टीकाकरण लेने का विकल्प होगा।
गर्भवती महिलाओं को परामर्श दिया जायेगा:
गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण के लिए फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं और टीकाकरणकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जायेगा। गर्भवती महिलाओं को परामर्श देना और उन्हें टीके के लाभों और जोखिमों के बारे में सटीक जानकारी प्रदान करना, जिसमें उनका पंजीकरण और उपयुक्त टीकाकरण स्थल का स्थान शामिल है। यह प्रशिक्षण दो घंटे में पूरा किया जा सकता है। इसे पीएचसी के स्तर पर छोटे बैच (10-15) में आयोजित करने की आवश्यकता होगी, जिससे कोविड उपयुक्त व्यवहार सुनिश्चित हो सके।
फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं द्वारा घर का दौरा:
स्वास्थ्य सुविधा में प्रसवपूर्व जांच, आउटरीच टीकाकरण सत्र, ग्राम स्वास्थ्य और पोषण दिवस (वीएचएसएनडी) और शहरी स्वास्थ्य और पोषण दिवस कोई अन्य साइट जहां गर्भवती महिला के साथ बातचीत होती है वहां स्वास्थ्य कार्यकर्ता जाकर जागरूक करेंगे। गर्भवती महिलाओं को उनके या बच्चे के स्वास्थ्य पर कोविड19 के संभावित जोखिमों, टीकाकरण के लाभों के बारे में बताना होगा। यदि गर्भवती महिला टीकाकरण करने का निर्णय लेती हैं तो उसे और उसके साथ आने वाले परिवार के सदस्य को टीकाकरण के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया के बारे में बताया जाना चाहिए| उसे निकटतम टीकाकरण केंद्र के बारे में भी सूचित किया जाना चाहिए।
टीकाकरण लक्ष्य पूरा करने को लेकर टीकाकर्मी की होगी नियुक्ति, प्रति कार्य दिवस के लिए 450 रुपये का होगा भुगतान
मधुबनी : कोविड 19 टीकाकरण अभियान में अधिकाधिक मानव संसाधन जुटा कर वैक्सीनेशन कार्य किया जायेगा। इसके लिए प्राइवेट वैक्सीनेटर व वेरिफायर की नियुक्ति की जायेगी। स्वास्थ्य विभाग ने टीकाकरण अभियान के सफल संचालन के लिए ऑपरेशन कॉस्ट के तहत बजटीय प्रावधानों एवं वित्तीय दिशा निर्देश के तहत राशि व्यय करने का निर्देश दिया है।
प्राइवेट वैक्सीनेटर को दिये जायेंगे 450 रुपये प्रति कार्य दिवस:
स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव संजय कुमार सिंह द्वारा पत्र के माध्यम से जिलाधिकारी तथा सिविल सर्जन को दिये गये निर्देश में कहा गया है कि लाभार्थियों के कोविड 19 टीकाकरण के लक्ष्य को देखते हुए टीकाकर्मी की कमी के कारण बाहर से टीकाकर्मी नियुक्त कर कोविड 19 टीकाकरण करेंगे।ताकि स्वास्थ्य संस्थान एवं अन्य स्तर पर संचालित नियमित टीकाकरण सहित अन्य कार्य प्रभावित न हो| इसके लिए प्रति टीकाकर्मी जैसे एएनएम तथा जीएनएम की नियुक्ति कर 450 रुपये प्रति कार्य दिवस दिये जायेंगे। कोविड 19 टीकाकरण के लिए कोविन पोर्टल पर लाभार्थियों के पंजीकरण, सत्यापन एवं आंकड़ों के संधारण के लिए आवश्यकतानुसार बाहर से वेरिफायर नियुक्त किये जाने के लिए प्रतिदिन अधिकतम 451 रुपये का भुगतान किया जायेगा|
उत्प्ररेकों को भी 200 रुपये का किया जायेगा भुगतान:
पत्र में कहा गया है कि कोविड 19 टीकाकरण के प्रति लाभार्थियों में जागरूकता उत्पन्न कर टीकाकरण कराने एवं छूटे हुए लाभार्थियों की सूची तैयार कर उनको आच्छादित कराने के लिए प्रति टीकाकरण सत्र एक उत्प्रेरक जिनमें आशा व आंगनबाड़ी शामिल हैं|, उनको 200 रुपये दर से राशि का भुगतान किया जायेगा|. आशा एवं आशा फैसिलिटेटर को इनसेंटिव राशि का भुगतान अश्विन पोर्टल के माध्यम से किया जायेगा।
लॉजिस्टिक्स कार्यों के लिए राशि का हुआ आवंटन:
कोविड 19 टीकाकरण कार्य के लिए शीत श्रृखंला गृह से वैक्सिन एवं अन्य लॉजिस्टिक्स को सत्र स्थल पर पहुंचाने तथा सत्र समाप्ति के बाद शेष बचे वैक्सिन वॉयल, लॉजिस्टिक्स एवं टीकाकरण जनित अपशिष्टों को वापस शीत श्रृखंला केंद्रों पर लाने के लिए प्रति टीकाकरण सत्र स्थल 90 रुपये की दर से राशि आवंटित है। वहीं आइइसी के तहत पोस्टर, बैनर, होर्डिंग्स, प्रपत्र का मुद्रण, प्रदर्शन, एईएफआई किट, एनाफ्लैक्सिस किट, अन्य लॉजिस्टिक्स के लिए प्रति सत्र स्थल 100 रुपये की दर से राशि का आवंटन किया गया है| कोविड 19 टीकाकरण के प्रचार—प्रसार, एईएफआई दल के आवागमन, सर्पोटिव सुपरविजन, आवश्यकतानुसार मोबाइल टीकाकरण दल आदि कार्यों के लिए प्रतिमाह की दर से वाहन भाड़ा पर लेकर प्रति प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक वाहन तथा जिला स्तर पर दो वाहन आगामी छह माह के लिए रखना है|
इसके लिए तीस हजार रुपये प्रति माह प्रति वाहन का भुगतान करना है। कोविड 19 टीकाकरण के दौरान सामान्य व्यय जैसे फोटो कॉपी, स्टेशनरी, जिपर बैग, वॉयल ओपनर, कॉटन, वैक्सिन वायल पर तिथि एवं समय अंकित करने के लिए मार्कर पेन आदि के लिए तथा वैसे अन्य कार्य जो कोविड टीकाकरण के लिए आवश्यक हों जैसे जश्न—ए—टीका कार्यक्रम का आयोजन के लिए 50 रुपये प्रति सत्र स्थल की दर से राशि आवंटित है।
नेपाल में हो रही भारी बारिश से बिहार में गहराया बाढ़ का संकट, खतरे के निशान से ऊपर बह रही है कई नदियां
मधुबनी : मधेपुर समेत उत्तर बिहार के साथ-साथ नेपाल के तराई एरिया में हो रही लगातार मूसलाधार बारिश के कारण बिहार के कई नदियों में जलस्तर बढ़ने से हर साल बाढ आ जाती है। एक बार फिर से नेपाल से पानी बिहार की नदियों में पहुंच रहा है, जिसकी वजह से बाढ़ की खतरा बढ़ गया है। कोसी नदी के साथ-साथ तिलयुगा भुतही तथा कमला बलान नदी के जल स्तर में भी लगातार इजाफा हो रहा है।
नेपाल में हो रही लगातार बारिश की वजह से बिहार में एक बार फिर बाढ़ का खतरा काफी बढ़ गया है। कोसी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बहुत ही जल्द वह खतरे के निशान को पार कर सकती है। इसके बाद कमला भुतही तिलयुगा नदी में पानी आने का सिलसिला अभी थमा नहीं है। शुक्रवार को 12बजे दिन में कोसी बैराज से 220865 क्यूसेक पानी कोसी नदी में छोड़ा गया है। यह यह जानकारी अनुमंडल पदाधिकारी निर्मली के द्वारा दी गई है। जबकि कमला बलान झंझारपुर में खतरे के निशान के आसपास बढ़ रही है। वही बाढ के कारण लोगों में दहशत का माहौल बन गया है। लोग अपने अपने घर कि जरुरी समान लेकर ऊंचे स्थान के लिए निकल पड़ा है।
अपना घर बार भगवान भरोसे छोड़ दिया है। वही मधेपुर प्रखंड के भेजा थाना क्षेत्र के कोसी दियारा इलाका के सात पंचायत में पानी घर घर प्रवेश कर गया है।वहीं, जयनगर बस्ती पंचायत के जिवछ गुमती के पास करूआहा बाध में बड़ी जोर से कटनीया चल रहा है। जिसे कोई देखने वाला नहीं है, बांध से एक हजार फीट के पास आ गया है।
भारत-नेपाल पिलर संख्या 231 डकही गांव के निकट 330 बोतल नेपाली शराब के साथ एक गिरफ्तार
मधुबनी : जिले के लौकही में आधरामठ एसएसबी कैंप के जवानों ने कश्ती के दौरान भारत-नेपाल पिलर संख्या 231 डकही गांव के निकट 330 बोतल नेपाली शराब मामा श्री के साथ एक तस्कर को पकड़ा।
गिरफ्तार शराब तस्कर की पहचान अधरामठ थाना क्षेत्र के डकही गांव निवासी जीवछ कुमार साह के रूप में हुई है। इस गश्ती दल में उपनिरीक्षक सतीश कुमार वर्मा, सहायक उपनिरीक्षक बिरेंद्र साकिया, हवलदार वेद प्रकाश ,उमेश कोहली, सिपाही शंभू यादव एवं और सहायक कर्मी मौजूद थे।
जयनगर अनुमंडल मुख्यालय से गुजरने वाली कमला नदी लगातार उफान पर
मधुबनी : शुक्रवार को तीसरे दिन भी कमला नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बाढ़ नियंत्रण विभाग के कनीय अभियंता ने बताया कि नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है।विभाग पूरी मुस्तैदी से स्थिति पर नजर रखते हुए दोनों बांधो की सतत निगरानी कर रही है।
कमला नदी के रौद्र रूप को देखकर पूरे सीमावर्ती क्षेत्रों में दहशत का माहौल है। लगातार बारिश के कारण भी स्थिति विकट बनी हुई है। कमला नदी में आई बाढ़ से निचले इलाके में पानी फैल गया है। डोरबार गांव जाने वाली सड़क पर नदी का पानी फैल जाने से आवागमन बाधित हो गया है, एवं अन्य कई निचले इलाकों में पानी के कारण कटाव चालू हो गया है।
पिछले डेढ़ महीने से जलजमाव के कारण लोगों को घर से निकलना मुश्किल
मधुबनी : जिले के मधेपुर प्रखंड के भेजा थाना क्षेत्र के कोसी दियारा इलाका के द्वालख गांव के वार्ड नंबर चार मे पिछले डेढ़ महीने से जलजमाव के कारण लोगों को घर से निकलना मुश्किल हो गया है। जलजमाव से लगभग दो से तीन फुट पानी सड़क पर जमा हुआ है। कई घर में पानी चारों तरफ से अपने घेरे में लपेटा हुआ है। वही लोगों को अपने घर कि रोजमर्रा के समान के लिए चोक पर जाना होता जहां जाने के लिए मात्र एक यही सड़क है।तथा चोक पर भी दो से तीन फुट तक पानी जमा हुआ है। लोग जान जोखिम में डालकर समान लेने चोक तक जाते हैं।
वही पंचायत के पुर्व मुखिया तथा उपमुखिया संतलाल मंडल, मोहम्मद कासिम का कहना है कि पिछले डेढ़ महीने से जलजमाव यहां पर लगा हुआ है। लेकिन प्रशासन के तरफ से अभी तक कोइ ठोस कदम नहीं उठाया गया है। जबकि संतलाल मंडल का कहना था कि बिभाग को इस बारे में जानकारी हेतु एक आवेदन भी दिया गया था। वही लोग को बाढ और बारिश के महीने होने के कारण जहरीली सांप का भी डर समा रहा है। लोगों के द्वारा कई बार जहरीला सांप पानी में देखा गया है।
भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमावर्ती में यूरिया की किल्लत को लेकर किया गया निरीक्षण
मधुबनी : भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमावर्ती शहर जयनगर समेत जिले से यूरिया की किल्लत की खबर को लेकर संयुक्त निदेशक एग्रीकल्चरल डाॅ० ब्रजेश कुमार एवं दिलीप कुमार शर्मा सहायक निदेशक मधुबनी एवं मिथिलेश कुमार यादव सहायक निदेशक रसायन पटना ने संयुक्त रूप से मधुबनी जिले के रहिका, कलुआही, लदनियां एवं जयनगर प्रखंड के दर्जनों खाद बीज भंडार दुकान का औचक निरीक्षण किया।
उन्होंने जयनगर के बेला बांध चौक स्थित जय हनुमान खाद बीज भंडार पहुंच कर किसानों के बीच आधार कार्ड पर वितरण किए जा रहे यूरिया को लेकर किसानों से वस्तु स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने खाद बीज भंडार दुकान के प्रोपराइटर देवेन्द्र प्रसाद यादव से यूरिया संबंधित बिन्दुओं पर जानकारी ली।
सुमित कुमार की रिपोर्ट