विकास में बाधक बनने के लिए जातीय उन्माद का सहारा ले रहे जनता द्वारा नकारे गए राजनीतिक दल- भाजपा
पटना : क्षेत्रीय पार्टियों जातीय जनगणना को लेकर भाजपा पर दवाब बनाने में लगी है। जातीय जनगणना नहीं कराने को लेकर क्षेत्रीय दल भाजपा पर दलित, पिछड़ा व अतिपिछड़ा विरोधी का आरोप लगा रही है। वहीं, इसपे पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा कि जनता द्वारा नकारे गए पारिवारिक पार्टियां और नेताओं ने विकास के दौड़ में कमजोर पड़ने पर अब जातीय उन्माद फैलाकर अपने सियासी रोटी सेकने के लिए लालायित हैं और जनता को भ्रम में डालने के प्रयास में लगे हैं।
दो-तीन दशकों तक केंद्र और राज्य के सत्ता में रहने के बाद भी जो काम कांग्रेस पार्टी और उनके सहयोगी दलों द्वारा न कर सके। वे आज एनडीए सरकार पर दबाव बनाने का काम कर रही है। क्योंकि, जाति के नाम पर धर्म के नाम पर सियासी रोटी सेंकी जा सके।
भाजपा नेता ने कहा कि जो जरूरी विकास का काम था, शिक्षा स्वास्थ्य, रोजगार और जनसंख्या नियंत्रण उसको करने में यह सारे दल असफल रहे, ये देश के विकास की गति को रोकने में सफल रहे और अब जनता से नाउम्मीद हो करके पुनः एक बार जातीय और धार्मिक उन्माद के सहारे पर राजनीतिक दांव लगा रहे हैं। देश की जनता विकास की दौड़ में बहुत आगे निकल चुकी है, वह पीछे मुड़कर के अब जातीय और धार्मिक उन्माद में फंसने वाली नहीं है।
अरविंद सिंह ने कहा कि अब जनता डॉक्टर, इंजीनियर, आई आईएम, आईआईटी, हवाई अड्डे, एम्स, सड़क, स्वास्थ्य, चिकित्सा, वैक्सीन और जमीन से लेकर अंतरिक्ष तक का विकास और रोजगार के अवसर देख रही है। अब जात-पात का दौर समाप्त हो चुका है, देश की जनता अब जात-पात और धार्मिक उन्माद से ऊपर उठकर के विकास के राह पर चलने के लिए तत्पर है। वह सबका साथ और सबका विकास देखना चाहती है।राष्ट्रपिता महात्मा गांधी,बाबा साहब भीमराव अंबेडकर,पं दीनदयाल उपाध्याय एवं स्व श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के सपनों को साकार करने में लगी है।