26 अगस्त : मधुबनी की मुख्य खबरें 

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लॉक डाउन के बाद पहली बार जयनगर-समस्तीपुर रेलखंड पर पैसेंजर ट्रेन को मिलो हरि झंडी, लोगों में खुशी

मधुबनी : समस्तीपुर जंक्शन से डेमू ट्रेन के परिचालन के लिए इंतजार की घड़ी समाप्त हो रही है। समस्तीपुर-जयनगर-समस्तीपुर के डेमू स्पेशल सवारी गाड़ी का परिचालन आज से शुरू होगा। इसको लेकर रेल प्रशासन ने हरी झंडी दे दी है। उक्त जानकारी वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सरस्वती चंद्र ने दी। इसमें इंजन बदलने का कोई झंझट नहीं होगा। लगभग 700 से अधिक यात्री एक साथ सीट पर बैठकर सफर कर सकेंगे। डेमू यानि डीजल इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट ट्रेन स्टेशन से रवाना होते ही तेज स्पीड से दौड़ने लगती है। ट्रेन के दोनों ओर इंजन लगे होने से रेल स्टेशन पर इंजनों को आगे-पीछे करने के लिए संटिंग करने की जरूरत नहीं है। इससे समय की बचत होगी।

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इस ट्रेन के कोचों में यात्रियों को सूचना देने के लिए डिस्प्ले बोर्ड और कंप्यूटराइज्ड सिस्टम लगा है, जिससे यात्रियों को हर स्टेशन की जानकारी मिलती रहेगी। ट्रेन संख्या 05593 समस्तीपुर-जयनगर डेमू स्पेशल समस्तीपुर जंक्शन से 26 अगस्त को परिचालित होगी। ट्रेन समस्तीपुर स्टेशन से दोपहर दो बजे परिचालित होगी। इसके बाद मुक्तापुर, किशनपुर, रामभद्रपुर, हायाघाट, थलवारा, लहेरियासराय होते हुए 3.10 बजे दरभंगा जंक्शन पहुंचेगी। इसके बाद 10 मिनट के ठहराव के बाद काकारघट्टी, बिजौली हॉल्ट, तारसराय, शहीद सूरज नारायण सिंह, सकरी, उगना हॉल्ट, पंडौल, सलेमपुर हॉल्ट, मधुबनी, मांगरपट्टी, राजनगर, ललित लक्ष्मीपुर, खजौली, कोरिहा स्टेशन पर रुकते हुए संध्या 5.17 बजे जयनगर स्टेशन पहुंचेगी। वहीं वापसी में जयनगर से ट्रेन संख्या 05594 जयनगर-समस्तीपुर डेमू स्पेशल संध्या 6.35 बजे परिचालित होगी। ट्रेन उक्त स्टेशन होते हुए रात्रि 11 बजे समस्तीपुर जंक्शन पर पहुंचेगी।

वर्षों से भटकी हुई बच्ची को बाल कल्याण समिति ने परिवार से मिलाया

मधुबनी : बाल कल्याण समिति ने एकबार फिर मानवता की मिसाल पेश की है. नेपाल से भटक कर भारत पहुंची एक बच्ची को नेपाल प्रशासन की मौजूदगी में पिता को सौंपा गया. दरअसल, 6 साल पहले नेपाल के सुनसरी जिले के दुहवी गांव की माही भटक कर भारत आ गई थी, जो किशनगंज के बॉर्डर इलाके में भटकती बालिका चाइल्ड लाइन को मिली, जिसके बाद उसे सहरसा जिले के बालिका गृह में रखा गया और फिर सहरसा बालिका गृह बंद होने के समय माही को 2017 में मधुबनी बालिका गृह में ट्रांसफर कर दिया गया।

बता दें कि माही अपना नाम पता बताने में असमर्थ थी, कई साल के इलाज के बाद उसकी याददाश्त लौटी, जिसके बाद मधुबनी बाल कल्याण समिति द्वारा नेपाल की संस्था छोड़ा-छोड़ी और नेपाल यूनाइटस से संपर्क कर उसके परिवार को खोजा गया. बच्ची के परिवार का पता चलने के बाद नेपाल संस्था की टीम ने इसकी सूचना बाल कल्याण समिति मधुबनी को दी। समिति ने बालिका के परिवार का सामाजिक अन्वेषण कराया, जांच रिपोर्ट सही पाए जाने के बाद बाल कल्याण समिति मधुबनी के अधिकारियों ने कागजी प्रक्रिया पूरी कर बालिका को नेपाल से आए अधिकारियों के समक्ष बच्ची को उसके पिता को सौंप दिया.

इधर, पिता भी 6 साल पहले दूर हो चुकि अपनी लाडली को पाकर काफी खुश दिखे. उनकी मानें तो बच्ची भटक गई थी, जिसे काफी खोजा गया. नेपाल-भारत के बॉर्डर इलाके में काफी खोज की गई लेकिन नहीं माही कहीं नहीं मिली. परिवार वाले बच्ची की मौत या किसी अनहोनी के शिकार होने की संभावना समझकर बच्ची को खोजना छोड़ चुके थे। नेपाल यूनाइटिस की संयोजिका मोनिका पोखरेंग ने बताया कि काफी प्रयास के बाद बालिका के परिवार को खोजा गया है।

जीएसटी से संबंधित उलझनों को समझाने राज्य कर संयुक्त आयुक्त अंचल मधुबनी पहुंचे जयनगर, किया व्यापारियों से संवाद

मधुबनी : राज्य कर संयुक्त आयुक्त अंचल मधुबनी मकेश्वर शर्मा ने गुरुवार को जयनगर के व्यवसायी संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स कैट कार्यालय में व्यवपारियों के साथ एक बैठक आयोजित की। बैठक में राज्य कर संयुक्त आयुक्त ने कहा कि व्यवपारी ससमय अपना रिटर्न फाइल करें। इससे सरकार को समय पर राजस्व पहुंचता है, एवं व्यवपारियों को अतिरिक्त शुल्क नहीं लगेगा। उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा टैक्स लागू किया गया है।

टैक्स भी सरकार का नियम है। टैक्स के प्रति व्यवपारी कैसे सजग जागरूक हो उसके लिए व्यवसायी संगठनों के साथ बैठक किया जा रहा है। जीएसटी लागू है। व्यवपारी रिटर्न फाइल करतें रहे। महिने के आखिरी तारीख 20 तक हर हाल में रिटर्न फाइल करना चाहिए। इससे जुर्माना से बचा जा सकता है। बैठक में मो० जाबेद अख्तर सहायक आयुक्त मधुबनी, कैट अध्यक्ष प्रीतम बैरोलिया, गणेश जायसवाल, अनील संथालिया, अरुण पूर्वे, कुलदीप कुमार, राजीव गुप्ता, मो० इमाम हसन, मो० एहसान आलम, दीपक कुमार एवं विनय कुमार सिंह समेत अन्य मौजूद थे।

शहर में कृष्ण जन्माष्टमी की तैयारी जोरों पर, महंगाई बानी अड़चन

मधुबनी : गीता का ज्ञान देने वाले भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाने की तैयारी जोरों पर है। गांव से लेकर शहर तक इसकी धूम मची हुई है। जिले में श्री कृष्ण जन्माष्टमी 30 अगस्त को मनाया जाएगा। श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर इसकी साज-सज्जा की जा रही है। इस अवसर पर भजन-की‌र्त्तन का आयोजन किया जाएगा।

कई घरों में भी लोग कर रहे आयोजन :

श्री कृष्ण जन्माष्टमी करने वाले कई लोग इस अवसर पर अपने घरों में भी आकर्षक ढंग से भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप की मूर्ति की साज-सज्जा कर पूरी रात पूजा अर्चना करते हैं। इसके लिए कई घरों में लोग तैयारी में जुटे हैं।

साज-सज्जा को ले बिक्री हुई तेज :

श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर श्री कृष्ण के बाल रूप वाली मूर्ति के अलावा साज-सज्जा सामग्री की बिक्री तेज हो गई है। श्री कृष्ण की अष्टधातु की मूर्ति 200 से 1100 रुपये, काठ का झूला 150 से 900 रुपये, पोशाक 25 से 600 रुपये, मुकुद 10 से 500 रुपये तक के रेंज में बिक रहा है। इसके अलावा आभूषण, खिलौना, मोर पंख, पंखा आदि की बिक्री हो रही है। लोगों में श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर उत्साह है।

बेटियों को गुड़िया बना रही है आत्मनिर्भर, प्रखंड में दो जगहों पर संचालित है निशुल्क सिलाई प्रक्षिक्षण केंद्र, ग्रामीणों में हर्ष

मधुबनी : जिले के हरलाखी प्रखंड में उन्नति युवती फाउंडेशन की संचालिका गुड़िया साह के द्वारा बेटियों को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। अपने अथक प्रयास से प्रखंड में दो जगहों पर लड़कियों व महिलाओं के लिए सिलाई, कटाई, बुनाई का नि:शुल्क प्रक्षिक्षण केंद्र खोल है। जहां दर्जनों युवतियों व महिलाएं सिलाई का काम सिख आत्मनिर्भर बन रही है। इधर गुड़िया के सराहनीय कार्य से क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं जाप नेत्री सह समाजसेवी प्रिया राज ने कहा कि बहुत ही गर्व की बात है कि गुड़िया हमारे समाज के बेटियों को आत्मनिर्भर बना रही है। इनके द्वारा करीब चार वर्षों से समाज के हित मे अनेको कार्य किया गया है।

बेटियों को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाने के लिए बाल विवाह, दहेज प्रथा, भ्रूण हत्या व भोजपुरी अश्लील गीतों समेत समाज के अन्य कुरुतियों के खिलाफ मुहिम चलाकर समाज के लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसी प्रकार विश्वव्यापी कोरोना महामारी के बीच अपने टीम के साथ उन्होंने जान को जोखिम में डाल लोगों को सहायता की। और खुद ठेला चलाकर असहाय व जरूरतमंदों तक राशन सामग्रियों को पहुँचाई, ताकि कोई गरीब परिवार भूखे ना रहे। महज एक छोटी सी उम्र से समाज मे उत्कृष्ट कार्य करती आ रही गुड़िया प्रेरणास्रोत बन चुकी है, जिसको लेकर कई बार जिला व जिला से बाहर सामाजिक कार्यक्रम में मंच पर सम्मनानित भी हो चुकी है। कहा कि गुड़िया की मदद के लिए हम सबको आगे आने की जरूरत है।

वहीं आयरन गर्ल के नाम से मशहूर गुड़िया साह ने कहा कि बेटियों के हक और अधिकार के लिए हर सम्भव मदद करने का प्रयास जारी रहेगा। मेरा कोशिश है कि प्रखंड के सभी गांवों में एक नि:शुल्क सिलाई प्रक्षिक्षण केंद्र हो, ताकि सभी गांव के बेटियां आत्मनिर्भर बन पाए। सिलाई मशीन के अभाव में अभी दो सेंटर ही चला पा रहे है। वहीं प्रक्षिक्षण केंद्र पर प्रशिक्षक के रूप में रागिनी कुमारी का कहना है कि अब तक दर्जन भर लड़कियों को सिलाई का काम सीखा चुकी हूं। सिलाई मशीन कम होने के कारण कुछ परेशानी होती है।

इस मौके पर रंजू भगत, खुशबू राॅय, चांदनी देवी, रेणु देवी, रानी कुमारी, कामनी कुमारी, आरती कुमारी, अणु कुमारी, वैदेही झा, हिना झा, रजनी झा, स्वेता चौधरी, पुजा झा, मुन्नी झा समेत दर्जनों युवती व महिलाओं ने हर्ष व्यक्त की है।

सुमित कुमार की रिपोर्ट

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