नहीं रहे भाजपा के दिग्गज नेता कल्याण सिंह, 89 साल की उम्र में निधन, UP में 3 दिन का राजकीय शोक
पटना : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राजस्थान व हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का शनिवार रात निधन हो गया। वो काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे और चार जुलाई से लखनऊ के एसजीपीजीआई में भर्ती थे। 89 वर्षीय कल्याण सिंह की हालत बेहद नाजुक बनी हुई थी, उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था।
कल्याण सिंह के निधन के बाद भाजपा नेताओं में शोक की लहर है। कल्याण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कल्याण सिंह जी के निधन से मैं दुखी हूं। वे राजनेता, ज़मीनी स्तर के नेता और महान इंसान थे। उत्तर प्रदेश के विकास में उनका अमिट योगदान है।
गृह मंत्री अमित शाह ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि कल्याण सिंह जी के निधन से देश ने आज एक सच्चे राष्ट्रभक्त, ईमानदार व धर्मनिष्ठ राजनेता को खो दिया। बाबूजी एक ऐसे विराट वटवृक्ष थे, जिनकी छाया में भाजपा का संगठन पनपा व उसका विस्तार हुआ। सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के एक सच्चे उपासक के रूप में उन्होंने जीवनभर देश व जनता की सेवा की। कल्याण सिंह जी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में अपनी कर्तव्यनिष्ठा व राजनीतिक कौशल से सुशासन की संकल्पना को साकार कर जनता को भय व अपराध से मुक्त एक जनकल्याणकारी शासन दिया और शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व सुधार कर आने वाली सरकारों के लिए उत्कृष्ट आदर्श भी स्थापित किए। जन-जन के हृदय में बसने वाले प्रखर राष्ट्रवादी आदरणीय कल्याण सिंह जी जैसा महान व्यक्तित्व ढूंढने पर विरले ही मिलता है। बाबूजी ने अपनी कर्मठता से विभिन्न संवैधानिक पदों पर रहते हुए किसान, गरीब और वंचित वर्ग को विकास की मुख्यधारा से जोड़कर देश की प्रगति में अपना अनुपम योगदान दिया।
भाजपा का वरिष्ठ व कद्दावर नेता राजनाथ सिंह ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि श्री कल्याण सिंह जी उ. प्र. ही नहीं भारतीय राजनीति की वह क़द्दावर हस्ती थे, जिन्होंने अपने व्यक्तित्व एवं कृतित्व से देश और समाज पर एक अमिट छाप छोड़ी। उनका लम्बा राजनीतिक जीवन जनता-जनार्दन की सेवा में समर्पित रहा। वे उत्तर प्रदेश के अत्यंत लोकप्रिय मुख्यमंत्री के रूप में जाने गए। जनसंघ के समय से ही उन्होंने भाजपा को मज़बूत बनाने और समाज के हर वर्ग तक पहुँचाने के लिए कड़ी मेहनत की। श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन में भी उनकी महती भूमिका के लिए उन्हें यह देश हमेशा याद रखेगा। उनका निधन भारतीय राजनीति के लिए बड़ी क्षति है और मेरे लिए तो यह बहुत ही पीड़ादायक क्षण है। श्री कल्याण सिंह जी के निधन से मैंने अपना बड़ा भाई और साथी खोया है। उनके निधन से आई रिक्तता की भरपाई लगभग असम्भव है। ईश्वर उनके शोक संतप्त परिवार को दुःख की इस कठिन घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करे। ओम शान्ति!
नितिन गडकरी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे वरिष्ठ नेता आदरणीय कल्याण सिंह जी के निधन का समाचार सुनकर अत्यंत व्यथित हूं। जनसंघ और भाजपा को उत्तर प्रदेश में खड़ा करने में कल्याण सिंह जी का सबसे महत्वपूर्ण योगदान रहा है। विचारधारा के प्रति दृढ़ कटिबद्धता के आगे सत्ता कितनी गौण है, यह सीख कल्याण सिंह जी ने हम सभी को दी। समर्पित राम भक्त , जमीन से जुड़े सच्चे जन-नेता कल्याण सिंह जी को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि।
वहीं, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि हमने क्षितिज पर चमकते हुए एक सितारे को खो दिया है जिसने कभी सनातन को रोशन किया था। काश, धर्म के लिए सत्ता को ठुकराने वाले कल्याण सिंह मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या में राम जन्मभूमि पर पूजा कर पाते ..भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। ॐ शान्ति ।
कल्याण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनका निधन भाजपा के लिए बहुत बड़ी क्षति है। वे राम जन्मभूमि आंदोलन के बड़े नेता थे। वे पिछड़े तबकों के बहुत बड़े नेता थे। योगी ने कल्याण सिंह के निधन पर उत्तरप्रदेश में 3 दिनों के लिए राजकीय शोक की घोषणा की है, साथ ही 23 अगस्त को पूरे उत्तरप्रदेश में सार्वजनिक छुट्टी रहेगी। कल्याण का पार्थिव शरीर अलीगढ़ स्टेडियम में रखा जाएगा।