लगातार बढ़ रहा गंगा का पानी, दियारा से लोगों को किया गया रेस्क्यू
पटना : बिहार में गंगा नदी लगभग हर जगह खतरे के निशान को पार कर गई है। गंगा का पानी बक्सर से कटिहार तक, हर जगह खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। बिहार के बक्सर, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर और कटिहार जिले के साथ ही राजधानी पटना में भी गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर जा चुका है, जिससे इन शहरों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। इसी बीच राजधानी पटना से सटे दियारा क्षेत्र पूरी तरह से जलमग्न हो गया है। यहां के लोगों को रेस्क्यू टीम की मदद से ऊंचे स्थानों पर लाया गया है।
दियारा इलाके में गंगा का पानी
राजधानी पटना में गंगा का जलस्तर लागातार तेजी से बढ़ रहा है। बक्सर में गंगा नदी खतरे के निशान से 31 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है, वहीं पटना के दीघा इलाके में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 41 सेंटीमीटर ऊपर था। पटना के गांधी घाट पर गंगा नदी खतरे के निशान से 98 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। हाथीदह में पानी खतरे के निशान से 88 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है। रानी घाट के पास सुरक्षा दीवार के पार पानी पहुंच गया है। इस बीच राजधानी पटना से सटे दियारा इलाके में गंगा का पानी आने से लोगों को अधिक कठनाई का सामना करना पड़ रहा है।
बड़े बोट की सहायता से उनके घरेलू सामान व पशुओं समेत रेस्क्यू
इन इलाकों में बसे लोगों को उनके समान समेत रेस्क्यू टीम द्वारा उन इलाकों से निकाला जा रहा है। इन लोगों को फिलहाल राजधानी के पटना के सुरक्षित स्थानों पर रखा जा रहा है। पटना लॉ कॉलेज घाट, एनआईटी घाट पर उतारा गया और उन्हें पास में अस्थायी रूप से स्टे कराया जा रहा है। दियारा क्षेत्र में रह रहे परिवारों को बड़े बोट की सहायता से उनके घरेलू सामान व पशुओं समेत रेस्क्यू किया गया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर चुके हैं सर्वेक्षण
गौरतलब हो कि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में हो रही बारिश की वजह से गंगा नदी पूरे उफान पर है जिसके कारण पटना में लगभग सभी घाट पूरी तरीके से जलमग्न हो गए हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा खुद गंगा घाट का सर्वेक्षण किया गया है। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को तमाम तरह का निर्देश भी जारी किया गया।