10 अगस्त : मधुबनी की मुख्य खबरें

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आईसीडीएस कार्यालय लखनौर में सुरक्षित गर्भपात पर हुई बैठक

मधुबनी : कोरोना काल में गर्भवती महिलाओं को कई तरह के समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिसमें सुरक्षित गर्भपात करना भी एक चुनौती रहा। इसको लेकर समेकित बाल विकास परियोजना लखनौर में सुरक्षित गर्भ समापन और कानून के बारे में बैठक आयोजित की गई, जिसमें 36 आंगनवाड़ी सेविका सम्मिलित हुई।

बैठक में आई पास डेवलपमेंट फाउंडेशन के सीनियर रिसर्च एंड ट्रेनिंग कोऑर्डिनेटर दिनेश कुमार ने सुरक्षित गर्भ समापन और कानून के बारे में विस्तृत जानकारी तथा सही तरीके से गर्भपात को लेकर चर्चा की गई। उन्होंने बताया कोरोना के समय में लोगों को कई विषम परिस्थितियों से गुजरना पड़ा। इस दौरान कई ऐसी महिलाएं है जो अनचाहे रूप से गर्भवती हो गई।

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संक्रमण के मद्देनजर वह अपना सुरक्षित रूप से गर्भपात भी नहीं करा सकी। सरकारी अस्पतालों में व्याप्त चिकित्सकीय सुविधा का लाभ से वह वंचित रह गई। लिहाजा उन महिलाओं का गर्भ अब 2 से 3 माह का हो चुका है। इसलिए उनका सुरक्षित रूप से चिकित्सकीय परामर्श आवश्यक है। ताकि उनका सुरक्षित रूप से गर्भ समापन किया जा सके। इसे लेकर सभी को प्रयास करने की आवश्यकता है। खासकर सामाजिक स्थिति में इसे लेकर जागरूकता लानी होगी।

20 सप्ताह तक के गर्भ को कानूनी रूप से समाप्त करने की है इजाज़त :

एमटीपी( मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ़ प्रेगनेंसी) एक्ट 1971 में निहित कुछ निहित शर्तों के तहत कोई भी महिला 20 सप्ताह तक के गर्भ को कानूनी रूप से हटा सकती है। लेकिन एमपीटी एक्ट में कुछ शर्तों का जिक्र किया गया है। जिसका अनुपालन अनिवार्य है तथा इसे लेकर जरूरी दस्तावेज होनी चाहिए। लेकिन इस दरमियान ख्याल रखना होगा कि उनका सुरक्षित रूप से गर्भपात हो सके। इसके लिए उनके परिजनों को खास ध्यान रखने की आवश्यकता है। किसी भी बिचौलियों के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए।

किसी तरह की समस्या होने पर निकट के सरकारी अस्पताल में संपर्क करना चाहिए। सरकारी अस्पतालों में निशुल्क रूप से कानूनी रूप से गर्भपात कराने की सुविधा उपलब्ध है। इस दौरान विशेष परिस्थिति होने पर एंबुलेंस की मदद से महिला मरीज को नि:शुल्क रूप से हायर सेंटर भेजने की सरकारी सुविधा उपलब्ध है। लोगों को इसका लाभ लेना चाहिए। 20 सप्ताह तक गर्भ समापन कराना वैध है. लेकिन 12 सप्ताह के अंदर एक प्रशिक्षित डॉक्टर एवं 12 सप्ताह से ऊपर तथा 20 सप्ताह के अंदर तक में 2 प्रशिक्षित डॉक्टर की उपस्थिति में सदर अस्पताल या सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त अस्पताल में प्रशिक्षित डॉक्टर की मौजूदगी में गर्भपात होनी चाहिए। इस दौरान माहवारी के समय साफ -सफाई के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गयी।

असुरक्षित गर्भपात से 8 प्रतिशत महिलाओं की हो जाती मौत :

भारत में होने वाली मातृ मृत्यु में से लगभग 8% मृत्यु असुरक्षित गर्भपात के कारण होती है। यदि किसी महिला को माहवारी के दिन चढ़ गए हो या उससे अनचाहे गर्भ के ठहरने की आशंका हो तो उसे बिना किसी देरी के नजदीकी आशा एएनएम से संपर्क करना चाहिए या डॉक्टर को दिखाना चाहिए अगर गर्भधारण की पुष्टि होती है और महिला गर्भ नहीं रखना चाहती है तो उसे गर्भपात का निर्णय जल्दी ले लेना चाहिए अगर गर्भ 9 सप्ताह तक का हो तो गोलियों द्वारा गर्भपात भी किया जा सकता है।

गर्भपात जितना जल्दी कराया जाए उतना ही सरल और सुरक्षित होता है। कई बार ऐसा हो सकता है कि गर्भपात सेवाएं लेने के लिए पहुंचने तक गर्भ 12 हफ्ते से ऊपर का हो इसके पीछे बहुत से कारण हो सकते हैं -जैसे कि गर्भ की जानकारी बाद में लगना होने वाले शिशु में जन्मजात विकृति होना अस्पताल समय से ना पहुंच पाना। सुरक्षित गर्भपात के मद्देनजर समय पर निर्णय न ले पाना इत्यादि। यदि महिला 12 हफ्ते या 3 महीने से ज्यादा अवधि के गर्भ का गर्भपात करवाना चाहती है तो उसमें उसे घबराने की आवश्यकता नहीं है।

20 सप्ताह तक गर्भपात से जुड़ी सेवाएं लेने के लिए महिला को बड़े अस्पताल जैसे कि जिला अस्पताल 24*7 उपलब्ध सीएससी तथा मेडिकल कॉलेज अस्पताल जाना होगा। गर्भावस्था की अवधि के आधार पर महिला को इन सेवाओं के लिए अस्पताल में भर्ती किया जाता है। महिलाओं को ध्यान रखना चाहिए कि वह गर्भपात के साथ तुरंत ही किसी गर्भनिरोधक साधनों का उपयोग शुरू कर दें क्योंकि गर्भपात और अगले गर्भधारण के बीच में कम से कम 6 महीने का अंतर रखना उचित होता है।

81 करोड़ की लागत से 41 परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन, सदर अस्पताल का मॉडल अस्पताल में होगा उन्नयन

मधुबनी : स्वास्थ्य क्षेत्र में जिले को मंगलवार को बड़ी सौगात मिली जिले में 81 करोड़ की लागत से कुल 41 परियोजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया गया, जिसके तहत 6 विधानसभा क्षेत्र में 30 हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर,6 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 2 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मधुबनी सदर अस्पताल का मॉडल अस्पताल के रूप में उन्नयन, राघोपुर बलात मधुबनी में पारा मेडिकल प्रशिक्षण संस्थान सह छात्रावास का शिलान्यास व उद्घाटन किया गया सभी का एक साथ शिलान्यास सीएम नीतीश कुमार पटना ऑनलाइन माध्यम से किया।

इन योजनाओं में खर्च होगी राशि :

जिले में 81 करोड़ रुपए की योजनाओं का शिलान्यास किया गया जिसमें मधुबनी सदर अस्पताल का उन्नयन मॉडल अस्पताल के रूप में लागत 25.48 करोड रुपए,राघोपुर बलात मधुबनी में पारा मेडिकल प्रशिक्षण संस्थान सह छात्रावास 9.98 करोड़ की लागत से किया जाना है इसके अलावा 6 विधानसभा क्षेत्र मधुबनी, हरलाखी, खजौली, बाबूबारही, बेनीपट्टी, बिस्फी में हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर,अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण होगा।

सदर अस्पताल का होगा मॉडल अस्पतालों में उन्नयन :

सदर अस्पताल को मॉडल अस्पताल में उन्ययन किया जाएगा इस को लेकर 25.48 करोड़ की स्वीकृत प्रदान की है। मॉडल अस्पताल में मरीजों को एक ही छत के नीचे सीटी स्कैन, एमआरआई, डिजिटल एक्स-रे सहित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की सुविधा उपलब्ध होगी। साथ ही मरीजों के लिए आरओ वाटर उपलब्ध होगी जिससे स्वच्छ व शुद्ध पेयजल की समस्या का समाधान हो सकेगा।

बनेगा इमरजेंसी वार्ड व रजिस्ट्रेशन काउंटर :

सदर अस्पताल के मॉडल अस्पताल में विकसित करने के लिए मॉडल अस्पताल का इमरजेंसी वार्ड व रजिस्ट्रेशन काउंटर बनेगा जो पूर्णतया आधुनिक सुविधा से युक्त होगा। जहां आने वाले मरीजों को सभी सुविधा उपलब्ध होगी। बरसात के मौसम में अस्पताल आने वाले मरीजों व चिकित्सकों को जल जमाव की समस्या से रू-ब-रू होना पड़ता है। लेकिन मॉडल अस्पताल में इन समस्याओं से निजात दिलाने के लिए ड्रेनेज सिस्टम का निर्माण किया जायेगा| जिससे जल जमाव की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जायेगी ।

ओपीडी का होगा वर्टिकल एक्सटेंशन :

सदर अस्पताल के ओपीडी का वर्टिकल एक्सटेंशन किया जायेगा। जहां प्रयोगशाला, सीटी स्कैन, एमआरआई, अल्ट्रासाउंड, डिजिटल एक्सरे एक ही छत के नीचे उपलब्ध होगा। यहां उपचार के लिए आने वाले मरीजों के लिए लिफ्ट की सुविधा भी होगी । जिससे गर्भवती महिला व गंभीर रूप से ग्रसित मरीजों को आने- जाने में सुविधा होगी।

यह रहेगा प्रावधान :

अस्पताल परिसर में सौंदर्यीकरण के लिए बजट होगा। यहां आने-जाने के लिए लिफ्ट भी लगेगी। उपकरण खरीदी बजट बढ़ेगा। सभी विभाग अलग- अलग भवन में होंगे। मरीजों के साथ परिजनों को ठहरने के इंतजाम किए जाएंगे। मॉड्यूलर ओटी का निर्माण होगा। मेडिकल और पैरामेडिकल स्टॉफ नियमानुसार दिया जाएगा।

क्या कहते हैं सिविल सर्जन :

सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने कहा सदर अस्पताल को मॉडल हॉस्पिटल के तौर पर विकसित किया जाएगा। लेबर रूम, लेबर ओटी सहित वार्डों के तमाम परिसर को इंफेक्शन रहित करने, जिसमें किसी भी तरह के संक्रमण सहित धूल व फायर से बचाव के तरीके और उपायों पर ज्यादा जोर दिया जाएगा। कार्पोरेट अस्पताल की तर्ज पर सदर अस्पताल को मॉडल हॉस्पिटल बनाने का प्रस्ताव है। प्रोटोकॉल को लागू करना पहली प्राथमिकता है। अस्पताल के निर्माण हो जाने से मरीजों को बेहतर सुविधा मिल सकेगी, अस्पताल में चिकित्सा सुविधाएं भी बढ़ेगी।

गरीब महिलाओं को बना रही आत्मनिर्भर, प्रमाण पत्र का हुआ वितरण

मधुबनी : मिथिला जागरूकता अभियान फाउंडेशन के तहत सिलाई कटाई का प्रशिक्षण ले रही महिलाओं को दिया प्रमाण पत्र, प्रशिक्षण केंद्र कौआहा से दर्जनों महिलाओ ने ली प्रशिक्षण। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की तर्ज पर संचालित मिथिला जागरूकता अभियान फाउंडेशन के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। जहां संस्थापिका बिट्टू कुमारी मिश्रा के नेतृत्व में कई केंद्र के माध्यम से संचालित प्रशिक्षण केंद्र से दर्जनों महिलाएं सिलाई कटाई का प्रशिक्षण लेकर आत्मनिर्भर बन रही है।

इसी कड़ी में संस्था के कौआहा बरही प्रशिक्षण केंद्र से सिलाई कटाई का प्रशिक्षण ले रही दर्जनों गरीब महिला व लड़कियों के बीच प्रमाण पत्र का वितरण किया गया। इस बाबत जानकारी देते हुए संस्थापिका बिट्टू कुमारी मिश्रा ने कहा कि आज महिलाएं शोषण का शिकार हो रही है। दहेज हत्या समेत कई मामले सामने आते रहते है।

क्योंकि गरीब महिलाएं आत्मनिर्भर नही होती है, और वो किसी न किसी रूप में शोषण का शिकार होती है। इसलिए दमन हो रहे महिलाओं को बचाने का एक ही उपाय बेटियों को बेहतर शिक्षा व हाथ मे हुनर देना होगा। तब जाकर महिलाएं अपने आप को आत्मनिर्भर बन स्थापित कर पायेगी। जिसको देखते हुए हमने कौआहा गांव में सिलाई कटाई का प्रशिक्षण केंद्र खोलकर गरीब बेटियों को निःशुल्क प्रशिक्षण दे रहे है। प्रशिक्षण पूर्ण कर चुकी दर्जनों महिलाओं को हमने प्रमाण पत्र दिया है। ताकि ये महिलाएं किसी की मोहताज नही रहे और अपनी जीविकोपार्जन कर सके। इसी तरह फुलहर समेत कई पंचायत में संचालित केंद्र से महिलाएं प्रशिक्षण लेकर आत्मनिर्भर बन रही है।

वही प्रशिक्षण ले रही महिलाओं ने बताया कि यह एक बेहतर पहल है। गरीबी के कारण बेहतर शिक्षा तो नही मिल पाया, लेकिन बिट्टू मिश्रा के सहयोग से हमलोग प्रशिक्षण लेकर अपने आप को सशक्त कर पाए है। जिससे आने वाले समय मे अपने परिवार का भरण पोषण कर पाएंगे। सभी ने इस नेक काम के लिए संस्था को साधुवाद दिया है। इस मौके पर प्रशिक्षक रिंकू देवी व सुकुमारी देवी समेत प्रमाण पत्र प्राप्त अन्य लड़कियां, महिलाएं भी उपस्थित थी।

वार्ड सचिव की बैठक में विभिन्न मांगों पर हुई चर्चा, पटना में वार्ड सचिव संघ बैठक में हुई लाठी चार्ज का घोर निंदा

मधुबनी : जिले के हरलाखी प्रखंड मुख्यालय के समीप शिव मंदिर के प्रांगण में वार्ड सचिव की बैठक प्रखंड अध्यक्ष विवेक कुमार मंडल की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक को संबोधित करते हुए संघ के जिलाध्यक्ष शम्भु कुमार राय ने सरकार का घोर निंदा करते हुए कहा कि विगत 29 जुलाई को अपने विभिन्न मांगो को लेकर पटना में संघ के द्वारा धरना पर बैठे निर्दोष साथियों के उपर लाठी चार्ज कर उसे जेल की काली कोठरी में बंद कर दिया गया, जो साफ तौर पर लोकतंत्र की हत्या कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि जेल में बंद साथियों को यदि जल्द रिहाई नही किया गया तो संघ के द्वारा आंदोलन तेज किया जाएगा।

वहीं प्रखंड अध्यक्ष विवेक कुमार ने कहा कि सरकार हमलोगों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। उन्होंने ग्राम कचहरी के सचिव कि तरह वार्ड सचिव को भी मानदेय व सरकारी कर्मी की दर्जा देकर स्थायीकरण करने का मांग सरकार से की है। इस बैठक को जिला संयोजक शिवकुमार भंडारी, रणवीर सिंह, योगेंद्र मुखिया, रामकुमार मंडल, राम सौगरथ सही, कैलाश पासवान, मो मुस्ताक, चंचला देवी, पिंकी,रीता, उपेंद्र, उदय,समीउल्लाह समेत दर्जनो सचिवों ने संबोधित कर संघ को और भी मजबूत बनाने बल दिया।

मधुश्रावणी के गीतों से क्षेत्र हो रहा है गुंजयमान, पती की दीर्घायु के लिए नवविवाहिताएं कर रही मधुश्रावणी पर्व

मधुबनी : मिथिलांचल संस्कृति से ओत-प्रोत व पति के दीर्घायु के लिए किए जाने वाली मधुश्रावणी लोक पर्व के गीतों से इन दिनों सीमावर्ती क्षेत्र गुंजयमान हो रहा है। पर्व को लेकर इन दिनों नवविवाहिताएं अपने सखी सहेलियों के साथ गाँव के आसपास के मन्दिरों एवं बगीचों में फूल और पत्ते तोड़ती हुई व्रत का भरपूर आनन्द लेती है, साथ ही अपने सखी सहेलियों संग आपस मे हसी ठिठोली करते दिखाई दे रही है।

आपको बता दें कि यह पावन पर्व मिथिला की नवविवाहिताएं बहुत ही धूम-धाम के साथ दुल्हन के रूप में सजधज कर मनाती है। अमर सुहाग का यह अनोखा लोक पर्व का मधुश्रावणी व्रत इस वर्ष श्रावण कृष्ण पंचमी बुधवार से शुरू हो चूंकि है। पूरे पर्व में मिथिला की नवविवाहिताएं अपने पति की दीर्घायु के लिए माता गौरी की पूजा बासी फूल से करती हैं। एक दिन पहले संध्या काल में पुष्प, पत्र की व्यवस्था कर ली जाती है और उसी से माता पार्वती के साथ भगवान भोलेनाथ तथा विषहरी नागिन की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है। पूरे अनुष्ठान के दौरान बिना नमक का भोजन ग्रहण करती हैं। खास बात यह है कि इस पूजा में पुरोहित की भूमिका में भी महिलाएं ही रहती हैं।

बासी फूल से माता गौरी की पूजा की है परंपरा :

मान्यता है कि मधुश्रावणी व्रत के दौरान मिथिला की नवविवाहिता पूजा के एक दिन पूर्व ही सखी, सहेलियों के संग सज-धज कर पारंपरिक लोकगीत गाते हुए बाग-बगीचे, फुलवारी, बगिया आदि से नाना प्रकार के पुष्प, पात्र को अपनी डाली में सजाकर लाती हैं और प्रत्याशी सुबह अपने पति की लंबी आयु के लिए उसी फूल से भगवती गौरी के साथ विषहर यानी नागवश की पूजा करती हैं।

धार्मिक मान्यता है कि इस दौरान माता पार्वती की पूजा का विशेष महत्व होता है। पूजा के माध्यम से सुहागन अपनी सुहाग की रक्षा के लिए कामना करती हैं। इस दौरान ठुमरी और कजरी गाकर देवी उमा को प्रसन्न करती हैं। मधुश्रावणी की पूजा के बाद हर दिन अलग-अलग कथाएं भी कही जाती हैं। इन लोक कथाओं में सबसे प्रमुख राजा श्रीकर और उनकी बेटी की है।

ससुराल से मिली सामग्री से होती है पूजा-

पंडितों व आचार्यो का कहना है कि मधुश्रावणी पूजा के दौरान नवविवाहित महिलाएं अपने मायके चली जाती हैं और वहीं इस पर्व को मनाती हैं। इस पूरे अनुष्ठान में उपयोग होने वाली सामग्री, वस्त्र, श्रृंगार प्रसाधन, पूजन की व्यवस्था, विवाहिता की भोजन सामग्री आदि सब कुछ ससुराल से ही आता है।मैथिल संस्कृति के अनुसार शादी के पहले साल के सावन माह में नव विवाहिताएं अपने पति कि दीर्घायु के लिए मधुश्रावणी का व्रत करती हैं।

मधुश्रावणी पर्व जीवन में सिर्फ एक बार अथार्त शादी के पहले सावन को ही किया जाता है.पूरे पर्व के दौरान नवविवाहिताएं बिना नमक के भोजन ग्रहण करती है. शुरु व अन्तिम दिनों में व्रतियों द्वारा समाज व परिवार के लोगों में अंकुरी बाँटने की भी प्रथा देखने को मिलती है। नवविवाहिताओं की देख रेख में अखंड दीप प्रज्वलित रहती हैं. कथा वाचिका प्रत्येक दिन नवविवाहिता को मधुश्रावणी व्रत कथा सुनाती हैं.पूजा के समय नवविवाहिता नए वस्त्र में आभूषण से सुसज्जित होकर कथा श्रवण के साथ पूजा ,अर्चना करती हैं.पंडितों का कहना है कि मधुश्रावणी पर्व कठिन तपस्या से कम नहीं है।

मिथिला की पारंपरिक रीति-रिवाज के अनुसार देश-विदेश में रह रहे मैथिल के लोग भी इस व्रत को करती हैं। वहीं नेपाल में इस पर्व को बड़े ही पावन तरीके से मनाया जाता है। इस दौरान पूजन स्थल पर मैनी पुरइन के पत्ते पर विभिन्न प्रकार की आकृतियां बनायी जाती है.और महादेव, गौरी, नाग-नागिन की प्रतिमा स्थापित कर विभिन्न प्रकार के नैवेद्य चढ़ा कर पूजन प्रारंभ होती है। इस व्रत में विशेष रूप से महादेव, गौरी, विषहरी व नाग देवता की पूजा की जाती है।

प्रत्येक दिन अलग-अलग कथाओं में मैना पंचमी, विषहरी, बिहुला, मनसा, मंगला गौरी, पृथ्वी जन्म, समुद्र मंथन, सती की कथा व्रती को सुनायी जाती है.प्रात:काल की पूजा में गोसांई गीत व पावनी गीत गाये जाती है तथा संध्या की पूजा में कोहबर तथा संझौती गीत गाये जाती है. व्रत के अंतिम दिन व्रती के ससुराल से मिठाई, कपड़े, गहने सहित अन्य सौगात भेजे जाते हैं. अंतिम दिन टेमी दागने की भी परंपरा है.मधुश्रावणी के दिन जलते दीप के बाती से शरीर के कुछ स्थानों पर जैसे घुटने, और पैर के पंजे दागने की परम्परा भी वर्षों से चली आ रही हैं, जिसे टेमी दागना कहते हैं।

भारत-नेपाल के सीमा पर लगभग 15 एकड़ जमीन को भू-माफियाओं से बचाने को लेकर मुख्यमंत्री को भेजा गया मांगपत्र

मधुबनी : भारत-नेपाल के सीमा पर अवस्थित श्री कृष्ण गौशाला सोसाइटी, जयनगर की लगभग 15 एकड़ जमीन को भू-माफियाओं से बचाने, अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराने, जमीन की घेराबंदी कराने एवं प्रबंधन समिति का चुनाव कराने सहित गौशाला विकास के लिए अनुदान राशि देने के संबंध में आवश्यक कार्रवाई हेतु मुख्यमंत्री को भेजा गया मांगपत्र। भेजे गए मांगपत्र में स्थानोय समाजसेवी सह नागरिक अधिकार मंच के संयोजक रामप्रसाद राउत ने उपरोक्त विषय की ओर मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा है कि श्री कृष्ण गौशाला सोसाइटी बिहार गौशाला एक्ट 1950 की धारा 28 के अंतर्गत निबंधित है, और जयनगर गौशाला की अरबों की भूमि है। इसका पदेन अध्यक्ष अनुमंडल पदाधिकारी महोदय जयनगर है।

ज्ञातव्य है कि श्री कृष्ण गौशाला सोसायटी जयनगर, जिला-मधुबनी की स्थापना 1922 ईस्वी में हुआ है, और जयनगर नगर पंचायत के अंतर्गत 1 एकड़ 17 डिसमिल में अवस्थित है। बाकी जोतसीम जमीन एराजी रकबा लगभग साढ़े 13 बिगहा मौजा कुआढ़ थाना नंबर-79 अंचल जयनगर में पड़ता है। गौशाला की स्थापना से लेकर 1950 ईस्वी तक राज दरभंगा के राजा कामेश्वर सिंह जयनगर गौशाला के अध्यक्ष रहे हैं। उनके द्वारा ही मौज कुआड़ थाना-79 के अंतर्गत गौशाला के नाम 13 बीघा केबाला हाल के सर्वे के मुताबिक 11 एकड़ 25 डिसमिल रजिस्ट्री किए हैं, जो अभी तक गौशाला उसका उपयोग करते आ रहे हैं। गौशाला की जमीन, बाड़ी उनके अध्यक्षीय काल में ही गो-पूजन, पशु मेला के लिए मौखिक रूप से दिया गया था, जिसकी बिक्री उनके वारिस करने को आतुर है, और जमीन नगर पंचायत के अंतर्गत होने के कारण बहुत ही बेशकीमती है।

वहीं, चंद भू-माफियाओं के बहकावे में आकर कुछ दबंग व्यक्तियों के द्वारा लिखवाया जा रहा है, एवं राज दरभंगा के बारिशों के द्वारा बेचे जा रहे हैं, एवं दखल कब्जा दिलाने की गारंटी भी दे रहे हैं। जयनगर गौशाला की जमीन कुछ दबंग लोगों के द्वारा अवैध रूप से दखल कब्जा भी किए हुए हैं, जिसे खाली कराना अति आवश्यक है। वर्ष 2015 में मुख्यमंत्री महोदय के द्वारा गौशाला विकास के नाम पर ₹20 लाख रुपए राशि की घोषणा भी की गई थी, जो अभी तक अप्राप्त है। साथ ही गौशाला अब मानव शाला में तब्दील हो गया है, जो बहुत ही दुखद एवं निंदनीय बात है।

अतः माननीय मुख्यमंत्री महोदय से प्रार्थना है कि उपरोक्त बातों का अवलोकन करते हुए अपने स्तर से भू-माफिया से बचाने हेतु जयनगर गौशाला की जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराने, घेराबंदी एवं प्रबंधन समिति का चुनाव कराने सहित अनुदान राशि देकर विकास की दिशा में उचित कदम उठाने की कृपा करें ताकि अरबों की संपत्ति को बचाया जा सके। आपको बता दें कि गौशाला को अतिक्रमण मुक्त कराने हेतु एभी तक कई बार आवाज़ें उठी हैं, पर करवाई नदारद ही रही है।

जलजमाव को लेकर अब होता जा रहा जीना दूभर

मधुबनी : जिले के अंधराठाढ़ी प्रखंड के पस्टन गांव के ग्रामीणों का जलजमाव समस्या को लेकर अब जीना दूभर होता जा रहा है। बीते 10 वर्षो से पस्टन गांव के अंधराठाढ़ी मधुबनी मुख्य सड़क पर घुटने भर पानी का जल जमाव है। प्रशासन से लेकर मंत्री, संत्री तक इस मुख्य सड़क पर आवागमन करते है, लेकिन किसी अधिकारियों ने समस्या देख कर भी मूकदर्शक बनी हुई है।

नतीजा ग्रामीणों का गुस्सा अब सातवें आसमान पर है। आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि विधायक से लेकर मुखिया और प्रशासनिक अधिकारियों को गुहार लगाई गई, लेकिन ग्रामीणों का समस्या जस की तस बनी हुई है। आक्रोशित स्थानीय ग्रामीणों ने कहा अब आर पार की लड़ाई लड़ने को वे सब बाध्य हो गए हैं। नेता से लेकर मुखिया तक से केवल झूठा आश्वासन मिला है। साल के बारह महीनों सड़क पर जल जमाव होने से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। लोगों के घरों में सड़क का पानी तक घुस चुका है। इस संबंध में संबंधित अधिकारियों को सम्पर्क करने पर सम्पर्क नही हो सका है।

सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर लेने को लेकर सैकड़ों युवक ने सीओ को दिया आवेदन

मधुबनी : जिले के अंधराठाढ़ी प्रखंड के गौनोली गांव के सैकड़ों युवक ने सरकारी जमीन को अतिक्रमण कर लेने को लेकर सीओ को आवेदन दिया है। स्थानीय युवकों के अनुसार गांव के ही कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा उक्त सरकारी जमीन को अतिक्रमण कर वहा जेसीबी मशीन से नाला खुदाई कर दिया गया और जगह जगह सीमेंट का पीलर लगा दिया गया है। आक्रोशित युवाओं ने सीओ को आवेदन देकर उक्त जमीन से अतिक्रमण हटाने की मांग की है। मालूम हो कि पूर्व मुखिया बौआ झा सहित सैकड़ों लोगों ने लिखित आवेदन सीओ प्रवीण कुमार वत्स को सौप कर उक्त लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग भी की है।

मौके पर ग्रामीणों ने कहा कि वर्षो से पूरे गांव के युवा पीढ़ी उक्त जमीन पर क्रिकेट के आलावे सुबह शाम कसरत करते है। उक्त जमीन का अतिक्रमण कर लेने के कारण सैकड़ो युवा पीढ़ी में आक्रोश फैल गई है। इधर इस संबंध में सीओ प्रवीण कुमार वत्स ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आया है। राजस्व कर्मचारी को जांच के लिए भेज दिया गया है। सरकारी जमीन अतिक्रमण करने पर उक्त दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।

अधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधियों, कर्मियों ने पौधा रोप किया पृथ्वी दिवस को सेलिब्रेट

मधुबनी : जिले के हरलाखी प्रखंड के विभिन्न जगहों पर पृथ्वी दिवस के अवसर पर पीओ अमजद रेजा के नेतृत्व में पर्यावरण बचाने और वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने को लेकर पौधारोपण अभियान चलाया गया। इस दौरान जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मी और आमलोग भी इस अभियान से जुड़कर वातावरण को स्वच्छ बनाने में जुटे रहे। इस दौरान कई प्रकार के फलदार व छायादार पौधे लगाए गए। वैसे पौधे जो वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा की वृद्धि करे उसे विशेषकर लगाया जा रहा था।

पृथ्वी दिवस पर पर्यावरण संरक्षण की धूम मची रही। जंगल से लेकर समतल इलाके तक पौधे रोपकर पर्यावरण सुरक्षा का संदेश दिया गया। कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों के द्वारा ग्रमीणों को इस बात का संदेश दे रहे थे, कि जमीन पर पेड़ों की मात्रा अधिक होने से जहां वातारण में आक्सीजन की मात्रा बढ़ेगी, वहीं वातावरण भी दूषित होने से बचेगा।

कोरोना काल में आक्सीजन की कमी की मार झेलनी पड़ी है। पौधे मानव, पशु, पक्षी सभी के लिए लाभकारी होंगे। इस दौरान सोठगांव पंचायत के मुखिया पति सह समाजसेवी मो० इजहार ने कहा कि पेड़-पौधे हमारे जीवन के अंग हैं। इसे परिवार की तरह सुरक्षा देंगे तो यह हमें लाभ पहुंचाएंगे। उन्होंने लोगों से अपील किया कि प्रत्येक नागरिक को अपने जीवन मे अधिक से अधिक पौधे लगाना चाहिए।

मैट्रिक में उतीर्ण हुए बच्चों को मैडल ओर सर्टिफिकेट देकर किया गया सम्मानित

मधुबनी : विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी अयाची नगर युवा संगठन के द्वारा संस्थापक विक्की मंडल के नेतृत्व में प्रोत्साहन सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन लक्ष्मीश्वर ऐकेडमी सभागार में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय गान के साथ गौसैनिक गीत तन्नु प्रिया, नेहा कुमारी के द्वारा गाकर किया गया। इस कार्यक्रम के अध्य्क्षता डॉ० विद्या बाबू के द्वारा किया गया। वहीं मुख्य अतिथि के रूप में मदन झा उपस्थित थे। आगत सभी अतिथियों का स्वागत संगठन के द्वारा पौधा प्रदान कर किया गया।

संगठन संस्थापक विक्की मंडल ने कहा हम लोग शिक्षा के क्षेत्र में पिछले 4 सालों से इस तरह का कार्यक्रम का आयोजन करते आ रहे है, जिसके तहत लक्ष्मीश्वर ऐकेडमी से प्रथम श्रेणी से उतीर्ण सभी छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत कर प्रोत्साहित का काम करते आ रहे है।

इस वर्ष भी ऐसे सभी बच्चों को हमलोगों ने सर्टिफिकेट, मेडल, मोमेंटो प्रदान कर बच्चों का उत्साहवर्धन करने का काम किया है। इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन समय-समय पर हमलोग करते रहते हैं, ताकि बच्चों की प्रतिभा बाहर आ सके। इस तरह के कार्यक्रम से बच्चों को अच्छे करने की इच्छा शक्ति बढ़ती है आगे बढ़ने के लिए आत्मशक्ति को मजबूती मिलती है।

इस मौके पर मंचासीन मुखिया राम बहादुर चौधरी, प्रधानाध्यापक चंद्रमोहन ठाकुर, शिक्षक अनिल झा, सुनील झा, गोपाल कर्ण, रविन्द्र कुमार, सरपंच संतोष झा ने संगठन के कार्यों का सराहना करते हुए बच्चों की उज्ज्वल भविष्य का कामना किया। उक्त कार्यक्रम में संगठन ने जिला से स्पाई व्यू न्यूज़ के उदय झा एवं फारुखी तंजीम के ब्यूरो मो० कारीमुल्लाह समेत जिले भर के कुल 19 पत्रकार को मेडल, सम्मान पत्र, मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित भी किया है।

सभी पत्रकारों ने अपने अभिभाषण में संगठन के कार्यों के साथ संस्थापक विक्की मंडल के कार्यो को सराहा है। इस मौके पर मंच संचालन उदय कुमार झा तथा धन्यवाद ज्ञापन आदित्य कुमार के द्वारा किया गया। इस मौके पर संगठन के धीरज लाभ, श्रीराम झा, कृष्णकांत मंडल, भवेश झा, रमन चौधरी, सतीश कुमार, प्रवीण कुमार, रमेश कुमार, अनिल राय, राजा चौपाल उपस्तिथि थे।

उच्च माध्यमिक विद्यालय में विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक आयोजित

मधुबनी : जिले के बिस्फी प्रखंड क्षेत्र के उच्च माध्यमिक विद्यालय परसौनी उत्तरी मे विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक आयोजित की गई बैठक में समिति के गठन पर व्यापक विचार विमर्श किया गया। उक्त बैठक की अध्यक्षता स्थानीय विधायक हरि भूषण ठाकुर वचोल ने किया, जबकि बैठक का संचालन विद्यालय प्रधान सह समिति पदेन सचिव राजेश कुमार झा ने किया।

इस दौरान उपस्थित सदस्यों और ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से समिति के गठन करने का प्रस्ताव पारित किया। इस प्रस्ताव के आलोक में समिति का गठन किया गया, जिसमें समिति के अध्यक्ष विधायक हरिभूषण ठाकुर बचोल, प्रशासनिक पदाधिकारी के रूप में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अशोक कुमार का चयन किया गया। वही शिक्षाविद से वरिष्ठ पत्रकार जीवनाथ झा, भूमि दाता से रमेश प्रसाद मेहता, अनुसूचित जाति से अशोक पासवान एवं वरीय शिक्षक संजय कुमार चयनित किए गए।

इस मौके पर विधायक हरि भूषण ठाकुर वचोल ने कहा कि प्रबंध समिति विद्यालय के सर्वांगीण विकास और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बहाल करने को कृत संकल्पित है। विद्यालय ही किसी समाज की बुनियाद की सीढी होती है, जहां से शिक्षा से अलंकृत होकर बच्चे समाज देश दुनिया की सेवा करने का काम करते हैं। विकास का निरंतर विकास हमारी प्राथमिकता रही है और कमरा फर्नीचर उपस्कर कंप्यूटर ज्ञान सहित जिस वस्तु की जरूरत होगी, यह विद्यालय प्रबंध समिति की अनुशंसा पर व्यवस्था सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए समाज के सभी वर्गों के लोगों का सहयोग अपेक्षित है।

वही बीईओ अशोक कुमार ने कहा कि आज के बच्चे कल का भविष्य होते हैं, जितनी बेहतर शिक्षा उन्हें मिलेगी उनकी प्रतिभा में उतनी ही निखार आएगी। शिक्षा की इस मंदिर को बचाए रखने और साधन संपन्न बनाने के लिए सभी लोगों को आगे आना चाहिए। बैठक में विद्यालय के जमीन का सीमांकन, कमरों का निर्माण कराने, विद्यालय परिसर में खेल ग्राउंड के रूप में विकसित करने, नियमित रूप से स्मार्ट क्लास करने, सहित कई बिंदुओं पर विचार किया गया।
इस अवसर पर अभिलाषा श्रीवास्तव, सुनीता कुमारी, देवेंद्र कुमार, भागीरथ ठाकुर सहित कई शिक्षक उपस्थित थे।

बार-बार हो रहा अतिक्रमण, रेलवे प्रशासन मुस्तैदी के साथ हटा रहा अतिक्रमण

मधुबनी : मंगलवार को रेलवे के भूमि को अतिक्रमणमुक्त करने का अभियान चलाया गया। मजिस्ट्रेट की तैनाती में नेपाली रेलवे गुमटी के आस पास की अतिक्रमित जमीन को खाली कराया गया।जिसमे जेसीबी की मदद ली गई।मजिस्ट्रेट के रूप में सीओ सुधीर कुमार तैनात थे। इस अवसर पर रेल पुलिस, आरपीएफ और स्थानीय थाना के पुलिस बल बड़ी संख्या में तैनात किए गए थे, ताकि किसी भी अप्रिय बारदात को टाला जा सके।

रेलवे के भूमि पर बनाए गए पक्का मकान के साथ साथ झोपड़ी को जेसीबी की सहायता से हटाया गया। अतिक्रमण हटाने के अभियान में आरपीएफ कमांडेंट अरविंद कुमार लाल, इंस्पेक्टर बृजेश कुमार,प्रभारी नागेंद्र सिंह, जयनगर थाना अध्यक्ष संजय कुमार, देवधा थाना अध्यक्ष रमेश कुमार शर्मा के नेतृत्व में पुलिस बल मौजूद थे।

आपको बता दें कि पिछले दो वर्षों में तीसरी बार है ये जब सख्ती के साथ रेलवे के जमीनों पर से अतिक्रमण हटाया जा रहा है। बार-बार होते अतिक्रमण से रेलवे प्रशासन को काफी आर्थिक नुकसान हो रहा है, वहीं लोगों को भी भारी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है।

विद्यालय प्रबंधन समिति का हुआ गठन, विद्यालय का हर संभव विकास करने का विधायक ने कही बात

मधुबनी : जिले के हरलाखी प्रखंड के बुनियादी विद्यालय हिसार के प्रांगण में विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक विधायक सुधांशु शेखर की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। उक्त बैठक में सर्वसम्मति से पदेन अध्यक्ष के रूप में विधायक सुधांशु शेखर, सचिव सीताशरण सिंह, सरकारी सेवक बीडीओ अरविंद कुमार सिंह, भूमि दाता फणीन्द्र पांडेय, शिक्षा प्रेमी अवकाश प्राप्त शिक्षक रामलखन ठाकुर, अनुसूचित जाति जनजाति सदस्य विभा कुमारी विशिष्ट मनोनीत सदस्य श्री लाल जी मिश्र को मनोनीत किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत विधायक समेत अन्य अतिथियों को पाग व दोपटा से स्वागत के बाद हुई। इस अवसर पर विधायक ने विद्यालय के हर संभव विकास करने का आश्वासन दी। उन्होंने कहा कि विद्यालय सरस्वती का मंदिर होता है, और विद्यालय के विकास के बिना छात्र छात्राओं के भविष्य का कल्पना भी बेकार है। इसलिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में शिक्षा को बेहतर बनाने का प्रयास जारी है। मौके पर प्रखंड अध्यक्ष प्रमोद गुप्ता समेत पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ताएं, विद्यालय शिक्षक व सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।

सुमित कुमार की रिपोर्ट

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