एमजेएमसी का व्यवहारिक प्रशिक्षण कार्यशाला संपन्न
पटना : पटना विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग के छात्र-छात्राओं का व्यवहारिक प्रशिक्षण कार्यशाला शनिवार को पटना कॉलेज के हिंदी विभाग के लैंग्वेज लैब में संपन्न हुआ। अंतिम दिन कार्यशाला के प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किया गया। इस दौरान प्रतिभागियों द्वारा तैयार किए रेडियो कार्यक्रम, डॉक्युमेंट्री व फोटो का प्रदर्शन भी किया गया।
अपने कौशल के बल पर अपनी पहचान बनाएंगे
इस अवसर पर पटना कॉलेज के प्राचार्य प्रो. रघुनंदन शर्मा ने कहा कि जनसंचार के व्यवहारिक व तकनीकी प्रशिक्षण के लिए पटना कॉलेज में उपयुक्त संसाधन है और इसे समय के साथ अपडेट भी किया जा रहा है। व्यवहारिक प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद पेशेवर क्षेत्र में पटना विवि के विद्यार्थी अपना परचम लहराएंगे और अपने कौशल के बल पर अपनी पहचान बनाएंगे, ऐसी उम्मीद है।
इस अवसर पर पटना विवि हिंदी विभाग के अध्यक्ष सह एमजेएमसी के निदेशक प्रो. तरुण कुमार ने कहा कि उनके लिए यह प्रसन्नता की बात है कि पटना विवि के स्नातकोत्तर हिंदी विभाग एवं पटना कॉलेज के स्नातक हिंदी विभाग के समन्वय से यह व्यवहारिक प्रशिक्षण कार्यशाला संपन्न हुआ है। ऐसे ही आपसी समन्वय से छात्र-छात्राओं के लिए अकादमिक गतिविधियां होती रहे, यह इस विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं के हित में है।
पटना कॉलेज की हिंदी विभागाध्यक्ष सह बीएमसी की समन्वयक डॉ. कुमारी विभा ने कहा कि बीएमसी में लैंग्वेज सह मीडिया लैब होने के कारण इस विभाग के विद्यार्थियों के साथ-साथ विश्वविद्यालय के अन्य विभागों के छात्र-छात्राओं को भी इसका लाभ मिल रहा है। पीजी के विद्यार्थियों ने एक सप्ताह तक यहां के लैब में छायांकन, पटकथा लेखन, डॉक्युमेंट्री निर्माण, रेडियो कार्यक्रम निर्माण जैसी विधाओं में व्यवहारिक प्रशिक्षण लेकर स्वयं को अपडेट किया।
इस अवसर पर पटना विवि एमजेएमसी के समन्वयक डॉ. दिलीप राम ने उम्मीद वयक्त की कि शीघ्र ही एमजेएमसी में भी अद्यतन मीडिया लैब का निर्माण हो जाएगा। इस अवसर पर जनसंचार विभाग के डॉ. गौतम कुमार, डॉ. सुभाष कृष्ण, प्रशांत रवि, मुद्दसिर सिद्दीकी, रवि राजन, प्रशांत रंजन, पटना कॉलेज दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. किरण कुमारी, राजनीतिविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. अर्चना कुमारी, हिंदी विभाग की नम्रता कुमारी समेत एमजेएमसी के छात्र-छात्राएं उपस्थित थीं।