संदेहास्पद स्थिति में गायब महिला सुरक्षा गार्ड राजस्थान से मिली
आरा : भोजपुर जिला मुख्यालय आरा के नगर थानान्तर्गत आरा सदर अस्पताल से गायब प्राइवेट कम्पनी की महिला गार्ड की गुत्थी आखिरकार पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद सुलझा ही लिया। पुलिस ने मोबाइल कॉल डिटेल्स के आधार पर राजस्थान के जोधपुर शहर से महिला को ढूंढ निकाला तथा उसके साथ पुलिस ने कृष्णागढ़ थानान्तर्गत जोकहरी गांव निवासी पुनीत ठाकुर को गिरफ्तार किया है| पुलिस दोनों से पूछ-ताछ कर रही है| इसमें हत्या और अपहरण हर तरह का शक लोग जता रहे थे। पुलिस शुरुआती जांच में ड्रामा व प्रेम प्रसंग मानकर चल रही है।
आरा नगर थानाध्यक्ष ने बताया कि एक तीन बच्चों की माँ जो कि एक प्राइवेट कम्पनी में कार्यरत थी तथा उसकी ड्यूटी आरा सदर अस्पताल में लगी थी, करीब एक महीने घर से ड्यूटी पर निकली और पुरे फिल्मी अंदाज़ में अपने साथ मार-पीट की सूचना देकर अचानक गायब हो गयी| उसका मोबाइल भी बंद आ रहा था| इसे लेकर नगर थाना में एक प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी थी। पुलिस को मौके से महिला का बैग, चप्पल और खून के धब्बे मिले है। उसका मोबाइल लोकेशन स्टेशन के समीप मिला। पर देर रात तक खोजबीन करने पर भी कुछ सुराग नही मिला| पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज होने के बाद जांच शुरू की| इसी क्रम में उसके जोधपुर में होने की सूचना मिली। उस आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
बताया जा रहा है कि महिला ने 164 के बयान में कहा है कि तीन महिलाओं ने उसे जोधपुर घुमाने की बात कह ले गयी थी। रास्ते में उसका पर्स और मोबाइल चोरी हो गया। इस कारण उसने पति को सूचना नहीं दे सकी थी। नगर थाना की पुलिस को घर वालों के बयान और सीसीटीवी फुटेज से काफी सफलता मिली। नगर थानाध्यक्ष ने बताया कि पति के अनुसार महिला घर से पूरा गहना पहन डयूटी पर निकली थी। इससे कुछ संदेश हुआ। सीसीटीवी फुटेज खंगाली गयी, तो सदर अस्पताल के बगल में स्थित लावारिस सेवा केंद्र के पास महिला के पीछे बाइक से एक युवक को देखा गया।
उसके बाद वह महिला गायब हो गयी। वहीं महिला ने एक अन्य औरत के मोबाइल पर कॉल कर अपने साथ मारपीट की बात कही। इंस्पेक्टर शंभु भगत के अनुसार ब्लड दीवार पर ऐसे गिरा था कि लग रहा था कि उस पर फेंका गया हो। महिला एक औरत को 20 सेकेंड कॉल करके बोली थी कि उसको चार -पांच लङ़के घेर कर मार रहे हैं। अगर चार-पांच लड़के घेर कर मार रहे होते तो सही में फोन कैसे करने देते।बाद में पुलिस ने उसके मोबाइल सीडीआर की जांच की, तो एक नंबर पर अक्सर लंबी बात होने की जानकारी मिली। घटना के दिन भी उसकी उस नंबर पर बात हुई थी। उसके बाद ही पुलिस का शक यकीन में बदल गया और उसे बरामद कर लिया गया।
सो रहे किसान की कुल्हाड़ी से मारकर हत्या
आरा : भोजपुर जिले के के हसनबाजार ओपी अंतर्गत बैसाडीह गांव में देर रात दालान में सो रहे किसान की कुल्हाड़ी से मारकर हत्या कर दी गई तथा पास में सोई उसकी पत्नी को भी जख्मी कर दिया। हसन बाजार ओपी इंचार्ज शिवेंद्र कुमार ने घटना स्थल से शव शव को लेकर उसका पोस्टमार्टम आरा सदर अस्पताल में करवाया। जख्मी को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। मृतक बैसाडीह गांव निवासी स्व.गया राम के 55 वर्षीय पुत्र विजय राम है तथा उसकी जख्मी पत्नी निर्मला देवी है।
मृतक के पुत्र गुड्डू कुमार ने बताया कि उसके पिता ने अपना पिकअप गांव के ही एक व्यक्ति से 2 लाख 55 हजार में बेचा था। रात करीब 10 बजे खाना खाने के बाद उसके माता-पिता दालान में सोने चले गये थे। इसी बीच देर रात एक बदमाश कुल्हाड़ी लेकर वहां आ आया और सोई अवस्था में कुल्हाड़ी से मारकर पिता की हत्या कर दी। तभी मां की नींद खुल गई और उसे देख लिया। तो उसने उन्हें भी कुल्हाड़ी से मारकर जख्मी कर दिया। सुबह जब मौसेरा भाई मंटू उन्हें जगाने गया, तो देखा कि दोनो जख्मी हालत में खून से लथपथ पड़े है। उसके शोर मचाने पर काफी संख्या में ग्रामीण वहां इकट्ठा हो गए तथा इसकी सूचना स्थानीय थाना को दी।
गुड्डू कुमार ने गांव के जनार्दन नामक व्यक्ति पर पैसे को लेकर कुल्हाड़ी से मारकर उसके पिता की हत्या एवं मां को जख्मी करने का आरोप लगाया है। हसन बाजार ओपी इंचार्ज शिवेंद्र कुमार ने त्वरित कार्रवाई करते हुये उक्त आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि आरोपी ने कुल्हाड़ी से हत्या एवं उनकी पत्नी को जख्मी क्यों किया? इसका कारण पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस अपने स्तर से मामले की छानबीन कर रही है।
बालू से संबंधित मामलों का करें निष्पादन और गिरफ्तारी
आरा : भोजपुर जिले में अपराध और अवैध बालू का खेल को रोकने को लेकर शाहाबाद डीआईजी पी. कन्नन ने भोजपुर एसपी विनय तिवारी के साथ बैठक की। उन्होंने बालू से सम्बंधित पेंडिंग मामलों की गहन समीक्षा की और त्वरित निष्पादन तथा उससे जुड़े अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी का निर्देश दिया|
बैठक में सोन और गंगा नदी में नाव के जरिये अवैध बालू की ढुलाई पर रोक लगाने के उपायों पर भी चर्चा की गयी। इसे लेकर नदियों पर पहरा सख्त करने का निर्देश दिया गया। अवैध नावों को रोकने को लेकर अवरोधक बनाने का भी विचार किया गया। बैठक में डीआईजी द्वारा पेंडिंग गंभीर कांडों की भी समीक्षा की गयी। कहा कि पेंडिंग केसों के निष्पादन की गति को तेज किया जाये ताकि फरार चल रहे वांछितों और अपराधियों की धरपकड़ की जा सके। उन्होंने जिले की हाल की बड़ी घटनाओं की भी जानकारी ली। कहा कि अपराध पर रोक लगाना होगा।
भोजपुर में दिन के उजाले में धड़ल्ले से हो रही शराब की बिक्री
आरा : भोजपुर जिले दो अलग-अलग थाना क्षेत्र में खुलेआम अवैध देशी महुआ शराब पीने का विडियो इन दिनों सोशलमीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। दिन के उजाले में शराब की बिक्री व पीने की चर्चा ने सरकार व पूरी सिस्टम पर एक सवालिया निशान खड़ा कर दिया है।
वायरल दोनों विडियो जिले के सिन्हा थाना क्षेत्र अंतर्गत गजियापुर गाँव का बताया जा रहा है। हालांकि यह साफ़ नहीं है कि यह वायरल वीडियो कब और किस दिन का है। मगर इतना जरूर दिख रहा है कि विडियो में शराबियों को किसी से भी तनिक डर नहीं लग रहा है।विडियो को बनाने व वायरल करने वाले शक्स से शराबी और शराब की बिक्री करने का भंडाफोड़ कर रहा है।
वायरल विडियो के बारे में स्थानीय पुलिस से पूछा तो पुलिस ने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया| सोशलमीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहे गजियापुर गाँव में के मजे से चौपाल लगा कर देशी शराब पीने का वीडियो कई सवालों को जन्म दे रहा है।वही स्थानीय युवाओं की माने तो इस इलाके में शराब की बिक्री खूब हो रही है और पुलिस को भनक तक नहीं है|
जाप लो° पार्टी के युवा नेता व विश्वविद्यालय अध्यक्ष सुजीत कुशवाहा ने कहा कि पूरे जिलें में ही दारू की बिक्री तजी से हो रही है जिससे यह साफ जाहिर होता है कि यह काम पुलिसिया साठगांठ में चल रहा है। बहरहाल शराब पीने का विडियो वायरल जिलें में फिलहाल खूब चर्चा का विषय बन हुआ है।
बार काउंसिल ऑफ इंडिया एवं स्टेट बार काउंसिल सहित जिला अधिवक्ता संघ के सदस्य बने अमरेन्द्र चौबे
आरा : भाजपा नेता एवं पूर्व पार्षद, आरा नगर निगम अमरेन्द्र चौबे बार कौंसिल ऑफ़ इंडिया एवं स्टेट बार कौंसिल सहित जिला अधिवक्ता संघ के सदस्य मनोनीत किये गए हैं|
उनके सदस्य बनाने पर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष सह जिला लोक अभियोजक नागेश्वर दुबे सहित संघ के सचिव राम बाबू प्रशाद, कोषाध्यक्ष मनन प्रशाद सिंह के साथ विशेष लोक अभियोजक सत्येन्द्र सिंह दारा, सरोज कुमारी अपर लोक अभियोजक नागेंद्र प्रशाद सिंह, ददन प्रशाद सिंह ,पशुराम चौधरी, विद्यावती कुमारी एवं स्टेट बार कॉउंसिल के सदस्य सुदामा राय, अधिवक्ता संघ के पूर्व सचिव राजेश कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय, नगर निगम के अधिवक्ता नरेन्द्र सिंह, रमेश पांडेय, वीरमणि सिंह, मन मोहन ओझा, अजय कुमार दुबे, विजेतावर्धन, किरण कुमारी, शशि सक्सेना ने बधाई दी। वहीं अधिवक्ता संघ कार्यलय में प्रतिनियुक्त सब इंस्पेक्टर सुनी राम, हसदा सहायक राम अनुग्रह तिवारी, अंगरक्षक प्रकाश कुमार, सोनू कुमार उक्त अवसर पर उपस्थित थे|
इस साल सावन में कैद हुए मुख्ति देने वाले आशुतोष भगवान् शिव
आरा : आज से सावन का पवित्र महिना शुरू हो रहा और इस महीने में भगवान् शिव का जलाभिषेक करने की परंपरा है| इस महीने में सभी शिव मंदिरों में लाखों की संख्या में भक्त आजे हैं और भगवान् शंकर का जलाभिषेक करते है| इस महीने में कावड़ लेकर दूरस्थ शिवालयों में लोग जाकर भी जलाभिषेक करते है| पर इस साल भक्तों को मायूसी हाथ लगेगी| कोरोना की वजह से मंदिरों से घंटों की गूंज नहीं सुनाई पड़ेगी क्योंकि जिला प्रशासन ने सभी मंदिरों का कपाट बंद करवा दिया है। यह पहला मौका है जब सावन में शिव मंदिरों के कपाट बंद हैं और लोग मंदिर न जाकर घरों में पूजा अर्चना कर रहे हैं।
शास्त्रीय मान्यता के अनुसार भगवान शिव का सबसे प्रिय मास सावन माना जाता है। सावन और चातुर्मास को न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से बल्कि स्वास्थ्य की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना गया है। गुरू पूर्णिमा से लेकर दशहरे तक सारे त्योहार इसी समय में आते हैं। इसके साथ ही सारे-व्रत उपवास भी इसी समय आते हैं। बारिश होने के कारण प्राकृतिक खूबसूरती भी अपने चरम पर होती है जो स्वास्थ्य की रक्षा या स्टेमिना के मेकओवर के लिए बेहतर समय है।
‘सावन बियारी जब-तब कीजै, भादो बाको नाम न लीजै’। या फिर ‘निन्ने मुंह पानी पिए, दूध बियारी जो करें, तिन घर वैद्य न जाएं’। अब इन्हें कहावतें कहे फिर बड़े बुजुर्गों का अनुभव, इनमें कहीं न कहीं स्वस्थ रहने का मूल रहस्य छिपा हुआ है। सावन और चातुर्मास के शुरू होते ही कुछ नियमों के पालन की बात पुराणों, आयुर्वेद और अन्य धार्मिक किताबों में कही गईं हैं। भले ही लोग इन्हें धर्म समझकर पालन करते हों लेकिन इन परंपराओं में विज्ञान छिपा हुआ है। जो बदलते मौसम में बदली परंपराओं में शामिल होकर फिट रहने के उपाय बताता है। यह कहा जा सकता है कि इन धार्मिक परंपराओं में विज्ञान तो पहले से छिपा हुआ है बस जरूरत है तो उसे समझने की।
इस बीच भोजपुर जिला प्रशासन ने जिले में सावन के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए गाइडलाइन्स जारी कर दी है| बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के निर्देशों के अनुरूप शिवालयों में शारीरिक दूरी, मास्क का इस्तेमाल जैसी चीजों को ध्यान में रखते हुए भगवान शिव की पूजा की जाएगी। किसी भी श्रद्धालु को शिवलिंग के स्पर्श की अनुमति नहीं होगी। श्रद्धालु दूर से ही भगवान पर जल अर्पण कर सकेंगे। शहर के प्रमुख शिवालयों के पुजारियों ने बताया कि किसी को भी किसी भी परस्थिति में शिवालय में जाने की अनुमति नहीं है| वही दूसरी तरफ आरा रमना मैदान स्थित शिव मंदिर हो या हनुमान मंदिर, पुजारी ने मंदिर सबके लिए खोल रखा है| सामने से गेट तो बंद है पर पीछे से गेट खोलकर लोगों को मंदिर में आने की इजाज़त दे रखी है और यह सब सिर्फ पैसे के लिए|
किसानों के भविष्य के लिए जेल जाना भी मंजूर
आरा : किसानों के भविष्य के लिए, खेती के भविष्य के लिए, सिंचाई के लिए मैं लड़ता रहूंगा, चाहे इसके लिए मुझे जेल ही क्यों न जाना पड़े| ये बाते अगिआव विधान सभा क्षेत्र से भाकपा माले के विधायक मनोज मंज़िल ने कही| उन्होंने कहा कि यह नहर डिलियाँ-कोमल टोला-बघुअई-नारायणपुर-बरुणा-भलुनी-बाघी-मुरादपुर-छपरापुर-बनौली होते हुए पोसवां तक जाती है, जिससे हजारो बीघा की खेती सिंचित होती थी। हजारो किसान लाभांवित होते थे लेकिन सरकार की लापरवाही से वर्षों से उड़ाही ना होने से नहर में पेंड-पौधे एवं घासों का अंबार लग गया है जिससे हजारो किसान सिंचाई से वंचित हो गए हैं। कृषि पर संकट आ गया है।
इस नहर के लिए हमने किसानों के साथ 36-36 घंटे आंदोलन किया था| मुझ पर और दर्जनों किसानों पर मुकदमे भी हुए| आंदोलन से कुछ समय के लिए नहर में पानी छोड़ा गया लेकिन अभी भी स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है| नहर जंगल में तब्दील हो गयी है। हम नहर के उड़ाहीकरण,आधुनिकरण की मांग करते हैं| नहर में उगे पेंड-पौधे और घास को अविलंब साफ कर उचित मात्रा में पानी दिया जाए जिससे लाखों किसान लाभांवित हो सकें। नहर के उड़ाहीकरण, आधुनिकीकरण के लिए सदन में आवाज उठाऊंगा साथ ही सड़क पर भी होगा आंदोलन। किसानों के भविष्य के लिए, खेती के भविष्य के लिए, सिंचाई के लिए मैं लड़ता रहूंगा, चाहे इसके लिए मुझे जेल ही क्यों न जाना पड़े।
राजीव एन० अग्रवाल की रिपोर्ट