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18 जुलाई : आरा की मुख्य खबरें

शौच के लिए जा रहे अधेड को मारी गोली

आरा : भोजपुर जिला के इमादपुर थानान्तर्गत मोआप कला गांव में रविवार की सुबह जमीनी विवाद कुछ हथियारबंद अपराधियों जे एक अधेड़ को गोली मार दी जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया। उससे बाबू बाजार स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जख्मी मोआपकला गांव निवासी स्व.कुलवंत सिंह का 55 वर्षीय पुत्र जगदेव सिंह है।

जख्मी के बेटे संजय कुमार ने बताया कि उसके पिता ने एक वर्ष पूर्व गांव में ही 5 बिगहा जमीन रजिस्ट्री कराई थी। एक वर्ष के बाद उसी जमीन की रजिस्ट्री उसी गाँव के दूसरे व्यक्ति ने भी करा ली| जख्मी ने स्थानीय थाना में इसकी प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी। पुलिस अधिकारी को इसकी शिकायत की थी। आज सुबह जब वे शौच के लिए खेत में जा रहे थे तभी पहले से मौजूद पांच की संख्या में रहें हथियारबंद अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी जिससे वे गंभीर रूप से जख्मी हो गए। उन्हें इलाज के लिए शहर के बाबू बाजार स्थित निजी अस्पताल लाया गया। संजय कुमार ने गांव के ही विश्वनाथ सिंह नामक व्यक्ति पर गोली मारने का आरोप लगाया है। बहरहाल पुलिस अपने स्तर से मामले की छानबीन कर रही है।

सर्जन चिकित्सक डॉ. विकास सिंह ने बताया कि जख्मी अधेड़ को गोली पेट के जस्ट नीचे व जांघ के ऊपर लगी है। जो पेट के निचले हिस्से को छेदते हुये बाये जांघ में फंस गई थी।जिसके कारण पेशाब की थैली एवं बड़ी आंत भी डैमेज हो गया था।जिसका ऑपरेशन कर बुलेट निकाल दिया गया है। उन्हें तीन यूनिट ब्लड भी चढ़ाया गया एवं अन्य डैमेज पार्ट्स को रिपेयर कर दिया गया है। अभी मरीज का बीपी व पल्स स्थिर है।बावजूद इसके उन्हें 72 घंटों तक ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर लगातार छापेमारी कर रही है।

शास्त्रीय संगीत संगोष्ठी का पंडित दिनेश पांडेय ने किया उद्घाटन

आरा : शिवादी क्लासिक सेंटर ऑफ़ आर्ट एंड म्युजिक के तत्वाधान में आयोजित शास्त्रीय संगीत संगोष्ठी का उद्घाटन वरिष्ठ संगीतज्ञ सह प्रयाग संगीत समिति, इलाहाबाद के परीक्षक पंडित दिनेश पांडेय ने किया। इस अवसर पर पंडित जी ने कहा कि महान पखावज वादक बाबू ललन जी की सृजन भूमि सर्वदा नमन योग्य है।

शास्त्रीय संगीत संगोष्ठी में युवा तबला वादक सूरजकांत पांडेय ने स्वतंत्र तबला वादन सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं श्रेया पांडेय और रवि शर्मा ने राग विहाग व राग भोपाली में बंदिश प्रस्तुत कर समा बांधा। द्वय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत भजन “मन में बसे मोरा श्याम सुरतिया” पर श्रोता झूम उठे। “बाली उमर लड़ीकईयां ना छेड़ो सैया” कथक नृत्यांगना सोनम ने भाव प्रस्तुत कर तालियां बटोरी| कथक नृत्यांगना सोनम कुमारी ने तीन ताल में शुद्ध कथक व ठुमरी “बाली उमर लड़ीकईयां ना छेड़ो सैया” पर भाव प्रस्तुत कर तालियां बटोरी।

स्नेहा पांडेय व शालिनी ने ठुमरी एवं दादरा पर मनोहारी अभिनय प्रस्तुत किया। युवा गायक रोहित कुमार ने सुगम गायन प्रस्तुत कर मन मोह लिया। कार्यक्रम के समापन सत्र में विदुषी विमला देवी व पंडित दिनेश पांडेय ने स्वरों की युगलबंदी से अद्भुत छटा बिखेरी। संस्था की प्राचार्या आदित्या ने पंडित दिनेश पांडेय को संगीत सरताज सम्मान प्रदान कर सम्मानित किया। संचालन अमित कुमार व धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्या आदित्या ने किया।

प्रसव के पहले दे दी बाद में दी जाने वाली दवा, भड़के परिजन

आरा : सदर अस्पताल के महिला एवं प्रसूति वार्ड में शनिवार की शाम जमकर हंगामा हुआ। प्रसव कराने आयी महिला के परिजनों हंगामा किया गया। परिजन कर्मियों पर लापरवाही करने का आरोप लगा रहे थे। भोजपुर जिला के मुफस्सिल थानान्तर्गत धमार गांव निवासी सीता कुमारी डिलीवरी कराने के अपने परिजनों के साथ सदर अस्पताल में आयी थी। जहां उसे महिला एवं प्रसूति वार्ड में रखा गया था।

महिला के साथ आयी पूजा देवी ने बताया कि पहले उसने अपने मरीज को दिखाया तो ठीक थी। इसके बाद वह खाने-पीने का सामान लेने बाहर चली गयी। तभी महिला वार्ड में ड्यूटी कर रही कर्मियों ने प्रसुता को बच्चा होने के बाद दी जाने वाली दवा उसे प्राइवेट पार्ट में दे दी जो जच्चा और बच्चा के लिए जानलेवा है। वही महिला वार्ड में ड्यूटी कर रही कर्मी ने दवा देने की बात सिरे से नकारती रही। बाद में प्रसुता बाथरूम गई, तो दवा गिर गयी| तब गलत दावा देने की जानकारी हुयी| इस बाबत जब सिविल सर्जन को जब फोन लगाया तब उनका फोन स्वीच आफ पाया गया।

युवक ने फांसी लगाकर की खुदकुशी

आरा : भोजपुर जिले के मुफस्सिल थानान्तर्गत चित्रसेनपुर गांव में बीती रात एक युवक ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। उसका शव घर के ही एक कमरे में लटका हुआ मिला। मुफस्सिल थानाध्यक्ष अनिल कुमार दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करवाया। मृतक चित्रसेनपुर गांव निवासी स्व. मो. मुजीब खान का 30 वर्षीय पुत्र शफीर खान उर्फ भुअर खान है।

मृतक के बड़े भाई मो. वजीर खान ने बताया कि दोपहर को खाना खाने के बाद वह अपने कमरे में चला गया और बाहर नहीं निकला। हर रोज की वह अपनी ड्यूटी पर चला गया। शाम में घर लौटेने पर मां ने कहा कि तुम्हारी पत्नी ने दोपहर उसे खाना दिया था, जिसके बाद वह घर से बाहर नहीं निकला। मो. वजीर खान ने बताया कि उसने उसके कमरे में देखा तो वह गले में गमछा बांधकर फांसी लगाकर छत से लटका हुआ है| उसने इसकी सूचना स्थानीय थाना को दी। पुलिस की माने तो मृतक युवक की मौत फांसी लगाने के कारण आत्महत्या करना प्रतीत होता है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगा। मुफस्सिल थानाध्यक्ष अनिल कुमार ने बताया कि वह कुछ दिनों से डिप्रेशन की बीमारी से पीड़ित था एवं अपनी मां एवं पत्नी से अलग रहता था।

आरा में मिठाई दुकान पर छापेमारी

आरा : खाद्य सुरक्षा अधिकारी अजय कुमार ने सदर अनुमंडल पदाधिकारी के निर्देशानुसार शनिवार की शाम शहर के बिहारी मिल स्थित मेसर्स अम्बिका स्वीट्स मिठाई निर्माता के प्रतिष्ठान पर औचक छापामारी की गई। निरीक्षण के क्रम में प्रतिष्ठान का एफएसएसएआई अनुज्ञप्ति सही पायी परन्तु अनुज्ञप्ति की शर्त का अनुपालन नहीं किया जा रहा था। एफएसएसएआई की धारा 32 (1) d के अन्तर्गत 14 दिनों की नोटिस देकर प्रतिष्ठान की सफाई एवं हाइजीन सुधार करने का निर्देश दिया गया। यदि 15 वें दिन निर्देश का अनुपालन नहीं किया गया तो अनुज्ञप्ति को निरस्त कर प्रतिष्ठान को बंद कर दिया जाएगा।

पुनः ऑनलाइन कन्जयूमर ग्रिएवन्केस के अनुपालन में कोलकाता बिरयानी रेस्टोरेंट का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान प्रतिष्ठान में पाया गया पनीर जांच के बाद नकली निकला। प्रतिष्ठान में रखे 5 किलो पनीर को नष्ट कर दिया गया। निरीक्षण में प्रतिष्ठान का निबंधन सही पाया गया जबकि इन्हें नियमानुसार अनुज्ञप्ति लेही चाहिए। इन्हें दस दिनों की अधिसूचना देकर लाइसेंस लेने का निर्देश दिया गया।

अनुज्ञप्ति नहीं लेने पर रेस्टोरेंट भी बंद कर दिया जाएगा। कज्यूमर की शिकायत संदिग्ध लगी। ये विषय जोमैटो से पैसा वापस लेने का मामला प्रतीत होता है। कोविड-19 के संम्भावित तीसरे चरण को लेकर अभिहित अधिकारी भोजपुर अजय कुमार ने सभी रेस्टोरेंट, मिठाई दुकानदार तथा सभी खाद्य विक्रेताओं से अपील की कि सभी प्रकार खाद्य कारोबार कर्ता कोविड-19 का टीकाकरण करवा लें तथा टीकाकरण का प्रतिवेदन अपने दुकान में आवश्य रखें। प्रतिवेदन नहीं पाये जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

कृषि मंत्री के इलाके में ही पिछड़ गयी धान की खेती, महज पांच फीसदी रोपनी

आरा : बिहार के कृषि मंत्री एवं स्थानीय विधायक अमरेंद्र प्रताप सिंह के इलाके धान का कटोरा माने जाने वाले भोजपुर जिले में भी धान की खेती पूरी तरह पिछड़ गयी है। पानी की कमी से धान की रोपनी बाधित है| कई इलाकों में तो फसल भी सूखने लगी है। खेतों में दरारें पड़ने लगी हैं। किसानों का कहना है कि बिचड़ा के लिए सबसे उपयुक्त रोहिणी नक्षत्र में यास तूफान और आफत की बारिश के चलते नर्सरी में धान का समुचित बिचड़ा नहीं डाला जा सका। जो डाला गया, उसमें से अधिकतर सड़-गल गया।

मृगडाह नक्षत्र में किसी तरह बिचड़ा डाला गया तो बारिश के चलते सड़ गया। बिचड़ा तैयार हुआ तो किसानों की खेतों में पानी के लिए टकटकी लगी है। नहरों में पर्याप्त पानी नहीं आने से रोपनी मुश्किल हो गयी है। एक तो कड़ी धूप और जुलाई में उम्मीद के अनुरूप बारिश नहीं होने से रोपनी की रफ्तार में फिलहाल गति दिख भी नहीं रही है। कृषि मंत्री के इलाके में भी धान की रोपनी समय पर नहीं होना अपने आप में सवालों के घेर में है। धान की रोपनी को लेकर किसानों को पानी का जुगाड़ करने के लिए भारी-भरकम राशि खर्च करनी पड़ रही है।

बावजूद इसके शाम में पटवन कर रोपे गये धान वाले खेत से सवेरे पानी गायब मिल रहा है। सरकारी आंकड़ों को ही सही मान लिया जाये तो भोजपुर जिले में अब तक महज पांच प्रतिशत धान की रोपनी हो पायी है। पानी का यही हाल रहा तो लक्ष्य पूरा करने में किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। कृषि विभाग के सूत्र बताते हैं कि इस साल धान की खेती का लक्ष्य सरकारी स्तर पर 1 लाख 15 हजार हेक्टेयर रखा गया है।

15 जुलाई तक महज पांच हजार 770 हेक्टेयर खेतों में धान की रोपनी हो पायी है। अन्य खरीफ फसल का भी हाल अच्छा नहीं है। बावजूद कृषि विभाग समेत अन्य संबंधित विभाग इस दिशा में उदासीन नजर आ रहे हैं। कोई सार्थक पहल नहीं दिख रही है। भोजपुर जिले में धान के लिए आच्छादन का लक्ष्य एक लाख 15 हजार हेक्टेयर है, लेकिन 86 हजार हेक्टेयर खेतों में लगी फसल की पटवन ही हो पाती है। किसानों की मानें तो आरा और बिहिया लाइन से 50 हजार हेक्टेयर खेतों में लगी धान की फसल की पटवन करने में जल संसाधन विभाग के अफसरों के पसीने छूट जाते हैं।

इंद्रपुरी बराज में किशोर के डूब जाने से डेहरी अनुमंडल प्रशासन की ओर से पानी बंद कर दिया गया था। सूत्र बताते हैं कि बराज में पानी की कमी नहीं है। पानी को लेकर विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली है। संयुक्त पश्चिमी कैनाल में 65 सौ क्यूसेक बराज से पानी मिल रहा है। शुक्रवार की देर शाम संयुक्त पश्चिमी कैनाल से आरा लाइन को 3735 क्यूसेक और बिहिया लाइन को 134 क्यूसेक पानी मिल रहा है।

भोजपुर जिले में 40 हजार हेक्टेयर खेतों में धान की फसल की पटवन समय पर नहीं हो पाती है। किसानों को जुगाड़ टेक्नोलॉजी से पटवन करनी पड़ती है, जिसमें काफी खर्च वहन करना पड़ता है। शाहपुर, बिहिया, कोईलवर, संदेश और उदवंतनगर के कई इलाकों में पटवन को लेकर किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। पिछले कुछ समय से बिल्कुल बारिश नहीं होने और तीखी धूप के चलते पानी की कमी पूरी करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गयी। वैकल्पिक व्यवस्था के बाद रोपे गये धान की फसल बचाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।

पूरे इलाके में नहर के पानी से धान की रोपनी करने का पारंपरिक रिवाज रहा है। किसी तरह पानी की व्यवस्था कर धान की रोपनी कर दी गयी, लेकिन अब रोपे गये धान को बचा पाना मुश्किल हो गया है। बारिश बिल्कुल नहीं हो रही और नहरों में पानी फिलहाल नहीं है।किसानों ने बताया कि पानी के लिए तरस रहे किसानों के खेतों को बारिश की संजीवनी भी नहीं मिल रही है। धान बचाने के लिए भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। जुगाड़ टेक्नोलॉजी के तहत पटवन करने में नुकसान ही नुकसान नजर आ रहा है। अभी ही यह हाल है, जबिक पूरा सीजन अभी बाकी है।

जिले का सबसे बड़ा गांव धान का कटोरा कहा जाने वाला बेलाउर गांव व आस-पास के किसान नहर के भरोसे ही खेती करते हैं। ऐसे में बेलाउर गांव सहित रघुनीपुर, भगवतीपुर, कसाप, कुसुम्हां, सखुआं, नीमा, सुड़नी, पियनियां, बकरी, दरीयापुर, एकौना, बेहरा, तेतरियां, असनी, महतवनियां, डिहरी, जैतपुर, सोनपुरा, कोहड़ा, रघुपुर व उदवंतनगर गांव के किसानों के लिए लाइफ लाइन कही जाने वाली आरा रजवाहा बड़ी नहर में पानी एक दिन कुछ बढ़ता है तो दृसरे ही दिन पूरी तरह गायब हो जा रहा है। कुछ किसान अपने खेतों की सूखे जुताई करा पानी आने का इंतजार कर रहे हैं। कुछ गिने-चुने गांवों में रोपनी का काम हो भी रहा है तो कुछ किसान पम्प सेट चला खेत पटा रहे हैं।

20 दिवसीय निःशुल्क नाट्य कार्यशाला का हुआ शुभारंभ

आरा : रँगसंस्था अभिनव एंड एक्टिव क्रिएटिव थिएटर(ऐक्ट) द्वारा आयोजित 20 दिवसीय नाट्य कार्यशाला का आज से शुभारंभ हो गया. कार्यक्रम का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि शहर के डॉ विजय कुमार गुप्ता व डॉ संगीता कुमारी गुप्ता ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस मौके पर विशिष्ट अथिति के रूप में रंगकर्मी व रँगगुरु चंद्रभूषण पांडेय,तारकेश्वर शरण सिन्हा,प्रो नीरज सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन में सहयोग किया। डॉ विजय गुप्ता ने कहा कि अभिनव जैसी संस्था नाट्य कला के लिए जो अद्वितीय कार्य कर रही है वह अनमोल है।

कला को नए युवाओं में पिरोने के इस नेक कार्य में जो भी सहयोग होगा उसके लिए मैं हमेशा तैयार हूँ। डॉ संगीता गुप्ता ने आये सभी बच्चों को बधाई दी और कहा कि आप सभी ऐसे दिग्गजों के बीच हैं जहाँ अपने सपने को कला के माध्यम से साकार कर सकते हैं। इसलिए मन लगाकर सीखिए और इस जिले का नाम रौशन कीजिये। प्रो नीरज सिंह ने बच्चो को नाट्य कला के इतिहास के बारे बताया और कहा कि अनुशासन सबसे जरूरी है किसी कला के लिए. वही संस्था के संरक्षक तारकेश्वर शरण सिन्हा ने कहा कि कला जन्म से ही हमारे अंदर विद्यमान रहती है।

कार्यशाला में नाटक, डांस, म्यूजिक, क्राफ्ट, मेकअप व अन्य कला को निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा जिसमे देश के कई जाने-माने चेहरे यह कार्यक्रम 20 दिनों तक लगातार जारी रहेगा. इस मौके पर आगत अतिथियों को संस्था की ओर से पौधा उपहार दिया गया. आज पहले दिन प्रशिक्षण देने पटना से आये जहाँगीर खान ने बच्चों को टीम कोऑर्डिनेशन और टीम कम्युनिकेशन के बारे में बताया और उसके कई गतिविधियों को थियेटर गेम के जरिये बताया. उन्होंने कहा कि बच्चों में काफी संभावनाएं हैं।

इस मौके पर खुशी गुप्ता ने गायन और नृत्य, तो इशिका पांडेय, भव्या समृद्धि, ममता कुमारी, ने सोलो डॉन्स की प्रस्तुति दी. वही शानवी गुप्ता,अंजली और रागिनी ने ग्रुप नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन रविन्द्र भारती ने किया. मौके पर संयोजक ओपी पांडेय, वरिष्ठ रंगकर्मी व रंगगुरु चंद्रभूषण पांडेय, तारकेश्वर शरण सिन्हा, प्रो नीरज सिंह, लाल मोहन राय, अनिल सिंह, शैलेन्द्र सच्चु, प्रशांत चौधरी, मनोज श्रीवास्तव, सतीश मुन्ना, भास्कर मिश्रा, कौशलेश कुमार के साथ प्रशिक्षक जहाँगीर खान मौजूद थे।

राजीव एन० अग्रवाल की रिपोर्ट