CM का खुलासा,कहा : ‘बाढ़’ संसदीय क्षेत्र समाप्त होने से खुद चुनाव नहीं लड़ते

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पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्चुअल माध्यम से जिलापरिषद की योजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने राजधानी पटना से सटे इलाके बाढ़ में सामुदायिक भवन एवं अन्य योजनाओं का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ क्षेत्र के सांसद ललन सिंह भी नजर आए। वहीं वर्चुअल माध्यम से ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। इसी दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बड़ा राज खोला ।

नीतीश कुमार ने कहा कि बाढ़ से हमारा काफी लगाव रहा है। लेकिन संसदीय क्षेत्र खत्म हो गया। समझिए हमें कितना दुख हुआ होगा? इसके बाद हमने सोच ही लिया कि अब चुनाव नहीं लड़ेंगे।

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हम बाढ़ को कैसे भुलेंगे

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब से बाढ़ संसदीय क्षेत्र समाप्त हुआ तभी से हुआ चुनाव नहीं लड़ने का फैसला कर लिए इसलिए अब वह किसी भी सीट से चुनाव नहीं लड़ते हैं। उन्होंने कहा कि हम बाढ़ को कैसे भुलेंगे। हम यहां से पांच बार सांसद रहे हैं। पहली बार जीतने के बाद ही केंद्र में राज्य मंत्री बने। हम कैसे इस इलाके को भूल सकते हैं। हम जीवन भर बाढ़ को नहीं भूलेंगे।

इसके साथ ही नीतीश कुमार ने अपनी पुरानी यादों का ताजा करते हुए कहा कि पहले जब हम इस इलाके से सांसद थे तो हम हमेशा क्षेत्र में घुमते थे। एक-एक दिन 12-12 किमी तक पैदल चलते थे। एक दिन तो 16 किमी तक पैदल चले। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम इस इलाके के विकास को लेकर कृतसंकल्पित हैं।

वहीं क्षेत्र के सांसद ललन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नई परिसीमन में बाढ़ लोकसभा क्षेत्र खत्म होने पर हमसे कहा था कि आपने हमारे संसदीय क्षेत्र को क्यों नहीं बचाया? आप परिसिमन आयोग में थे फिर भी हमारा संसदीय क्षेत्र नहीं बचा।

इसके आगे ललन सिंह ने कहा कि बिहार में हर क्षेत्र में विकास हुआ है। बिहार के लोगों का नीतीश कुमार में विश्वास है। इसके साथ ही उन्होंने नीति आयोग की रिपोर्ट को गलत साबित करते हुए कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट को पढ़ता ही कोन है वह सिर्फ अखबारों में आता रहता है इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।

ललन सिंह ने कहा कि पिछले 15 सालों में बिहार में हर एक क्षेत्र में विकास हुआ है। इसके पहले लोग पानी, बिजली और बेहतर शिक्षा के लिए दर दर की ठोकर खाते रहते थे। लेकिन अब पिछले 15 सालों में जितना विकास हुआ है शायद ही उतना विकास किसी अन्य राज्यों में हुआ हो।

 

 

 

 

 

 

 

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