14 जुलाई : आरा की मुख्य खबरें

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आरा की मुख्य ख़बरें

राजू यादव हत्याकांड का मुख्य लाइनर गिरफ्तार, दो ने किया सरेंडर

आरा : भोजपुर जिला मुख्यालय आरा नगर थानान्तर्गत अहिरपुरवा निवासी ठेकेदार राजू यादव की हत्या में छोटू मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने मेन लाइनर को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि अन्य दो लाइनरों ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। पुलिस की दबीश के कारण दोनों ने आत्म समर्पण कर दिया। गिरफ्तार लाइनर शिवम है जबकि सरेंडर करने वालों मे रणवीर यादव और रामाशंकर यादव हैं। तीनों नगर थानान्तर्गत अहिरपुरवा के ही रहने वाले हैं। हालांकि हत्याकांड में दो शूटर अभी फरार चल रहे हैं।

पुलिस मेन लाइनर से पूछताछ कर रही है। सरेंडर करने वालों दोनों लाइनर को भी पूछताछ के लिये रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। भोजपुर एसपी राकेश कुमार दूबे ने बताया कि हत्या में शामिल अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही थी। इसे देखते हुये रामाशंकर यादव और रणवीर यादव ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया जबकि बिगत रात्री अहिरपुरवा से मेन लाइनर शिवम को गिरफ्तार कर लिया गया।

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एसपी ने बताया कि रिमांड पर लेकर छोटू मिश्रा से पुलिस फिर पूछताछ करेगी। इसे लेकर पुलिस मर कोर्ट में अर्जी भी दी है। छोटू मिश्रा को बीती नौ जुलाई की रात ही कोईलवर इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया था। उसके पास से एक देसी पिस्टल और पांच गोली भी बरामद की गयी थी। पूछताछ के दौरान पुलिस को कई जानकारी मिली थी। अब पुलिस ठेकेदार की हत्या सहित कांडों की जानकारी लेने का प्रयास करेगी। बताते चलें कि चार जुलाई की सुबह सपना सिनेमा मोड़ के समीप ठेकेदार राजू यादव की गोली मारकर ह्त्या कर दी गयी थी।

ठेकेदार राजू यादव की हत्या के समय छोटू मिश्र का पिस्टल दगा दे गया था। तब साथ रहे दोनों शूटरों ने राजू यादव को गोली मारी थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ में छोटू मिश्रा ने कहा था कि ठेकेदार राजू यादव इलाके में दबंग हो गया था। उसके परिवार में लोगों की संख्या अधिक है। इसके कारण वह मोहल्ले में अपना दबदबा कायम कर रहा था। उसने कहा था कि हत्या के समय उसका पिस्टल फंस गया था। तब दोनों शूटरों ने मामला संभाल लिया था। हालांकि दोनों शूटर अभी फरार चल रहे हैं। दोनों की गिरफ्तारी के लिये छापेमारी की जा रही है। बताया जाता है कि घटनास्थल पर मिले जिन्दा कारतूस संभवतः छोटू मिश्रा के नाइन एम् एम् पिस्टल के ही थे।

राजू यादव की हत्या में एक पूर्व गैंगस्टर का भी नाम आ रहा है। उसे इस हत्याकांड में अप्राथमिकी आरोपित भी बनाया गया है। बताया जा रहा है कि वह अहिरपुरवा का रहने वाला है। सूत्रों के अनुसार 90 के दशक में उसकी तूती बोलती थी। हालांकि बाद में वह जमीन के धंधे में आ गया था। पुलिस अब उसकी तलाश में जुटी है।

डाक विभाग में बेरोजगारों के लिए सुनहला अवसर

आरा : भोजपुर डाक प्रमंडल,आरा ने 15 जुलाई को डाक जीवन बीमा का महालॉगिन डे तथा 16 जुलाई को ग्रामीण डाक जीवन बीमा का महालॉगिन डे मनाने का निर्णय लिया है। डाक अधीक्षक ने बताया कि उक्त दोनों दिन अधिक से अधिक संख्या में डाक जीवन बीमा एवं ग्रामीण डाक जीवन बीमा का नया प्रस्ताव प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है।

भोजपुर व बक्सर जिले के पढ़े-लिखे एवं बेरोजगार युवक एवं युवतियों के लिए डाक विभाग में एसएएस और एमपीकेबीवाई के अंतर्गत (एजेंट) अभिकर्ता बनकर वर्तमान समय में डाक-विभाग की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत नया व्यवसाय करके कमीशन के रूप में अच्छी कमाई की जा सकती है। एसएएस एवं एमपीकेबीवाई के अंतर्गत बेरोजगार युवक और युवतियां भोजपुर एवं बक्सर जिले के किसी भी उप डाकघर अथवा प्रधान डाकघर में (एजेंट) अभिकर्ता बनकर अपना व्यवसाय कर सकते हैं। जिसमें एसएएस के तहत व्यवसाय करने पर 0.5% और एमपीकेबीवाई के तहत व्यवसाय करने पर 4% तक का कमीशन (एजेंट) अभिकर्ता के रूप में प्राप्त कर सकते हैं।

डाक जीवन बीमा एवं ग्रामीण डाक जीवन बीमा हेतु डायरेक्ट एजेंट (अभिकर्ता) के लिए 18 से 50 वर्ष के बीच आयु होनी चाहिए। मैट्रिक अथवा समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण (मान्यता प्राप्त बोर्ड अथवा संस्थान से) होना चाहिए। किसी भी बीमा कंपनी का पूर्व सलाहकार, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, महिला मंडल कार्यकर्ता, भूतपूर्व सैनिक, सेवानिवृत्त कर्मचारी, बेरोजगार व स्वरोजगार वाले युवक भी इसके पात्र होंगे। बीमा उत्पाद की बिक्री करने का अनुभव, कंप्यूटर का ज्ञान, स्थानीय क्षेत्र का ज्ञान रखने वालों को वरीयता दी जाएगी। उम्मीदवार किसी भी अन्य कंपनी के अभिकर्ता ना हो साथ ही साथ डाक विभाग द्वारा एतद् संबंधी समय-समय पर जारी अन्य शर्तें भी लागू होंगी।

बोरे में बंद मिला किशोरी का शव

आरा : भोजपुर जिले के के ईमादपुर थानान्तर्गत सहियारा गांव नहर से आज बोर में बंद एक किशोरी का शव बरामद किया गया। किशोरी की नाक से खून बह रहा था। इससे हत्या की आशंका जतायी जा रही है। हालांकि मृत किशोरी की पहचान नहीं हो सकी है। वहीं पुलिस के अनुसार मौत का कारण भी स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम आरा सदर अस्पताल में कराया।

बताया जा रहा है कि दोपहर गांव के कुछ लोग नहर की ओर गये थे। तभी लोगों को नहर में बंद बोरा दिखा। इससे अनहोनी की आशंका होने पर पुलिस को सूचना दी गयी। पुलिस पहुंची और बोरे को निकाला गया, तो किशोरी का शव मिला। मौजूद लोगों से पहचान करायी गयी लेकिन किशोरी की शिनाख्त नहीं हो सकी।

बताया जाता है कि मृतका बैगनी रंग का सूट एवं काला रंग का जींस पैंट पहने हुए थे। पुलिस के अनुसार मृत किशोरी की आंख और मुंह बंद थे जबकि नाक से खून बह रहा था। इसके कारण किशोरी की मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने और किशोरी की पहचान के बाद ही मामला पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगा। सूत्रों की मानें तो पोस्टमार्टम में युवती के सर पर चोट के निशान होने के संकेत मिले हैं। हालांकि जब तक रिपोर्ट नहीं आती। तब तक कुछ कहना मुश्किल है।

हटाये गए भोजपुर एसपी

आरा : भोजपुर के एसपी राकेश कुमार दुबे बिहार पुलिस मुख्यालय, पटना बुलाया गया है. इसकी अधिसूचना जारी कर दी गयी है| भोजपुर एसपी के साथ ही औरंगाबाद के एसपी सुधीर कुमार पोरिका का भी स्थानान्तरण पुलिस मुख्यालय में कर दिया गया है| बिहार गृह विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक भोजपुर जिले के पुलिस कप्तान और तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी राकेश कुमार दुबे का तबादला कर दिया गया है।

सूत्रों के अनुसार अवैध खनन के खेल में पुलिस से लेकर प्रशासन के अधिकारियों की मिलीभगत सामने आई है। अब सरकार ने ऐसे अधिकारियों और पुलिसकर्मियों पर एक्शन लेने का मन बना लिया है, जो बालू के इस काले कारोबार में शामिल हैं. इसमें एसपी और डीएसपी रैंक के पुलिस अधिकारियों पर एक्शन हो सकता है. पटना, औरंगाबाद, भोजपुर, रोहतास और सारण जिले के अफसरों का नाम सामने आ रहा था. जिसमें से दो जिलों भोजपुर और औरंगाबाद के एसपी को हटा दिया गया।

आर्थिक अपराध इकाई इसके लिए जांच रिपोर्ट भी तैयार कर ली है. रिपार्ट गृह विभाग के पास पहुंच चुकी है और अब दोषी पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ अन्य विभाग के अधिकारियों पर भी गाज गिरनी तय है. पुलिस महकमे में इसके लिए एक्शन भी शुरू हो चुका है और आखिरकार बालू के अवैध खनन में मिलीभगत रखने वाले लगभग डेढ़ दर्जन इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर हटाए गए।

आपको बता दें कि सिर्फ तीन महीना पहले ही भोजपुर में एसपी राकेश कुमार दुबे को पदस्थापित किया गया था। 6 अप्रैल को सरकार ने राज्य के 3 आईपीएस अफसरों का तबादला किया था। जिसमें बिहार कैडर के नए आईपीएस अफसर राकेश कुमार दुबे को भोजपुर पुलिस का कमान सौंपा गया था। काफी तेजतर्रार अफसर राकेश कुमार दुबे पहली बार किसी जिले के एसपी बनाये गए थे।

इससे पहले राकेश दुबे बिहार के राज्यपाल के ADC थे। उनके आने से भोजपुर में अपराध का ग्राफ कुछ कम हुआ था एवं कई दुर्दांत अपराधी पकडे भी गये साथ ही बालू के अवैध खनन पर भी कुछ लगाम लगी थी| सूत्रों की माने तो राकेश कुमार दुबे का स्थानान्तरण बालू माफियाओं पर लगे लगाम के कारण ही किया गया है| अब देखना है कि भोजपुर की कमान किसे दी जाती है और बालू के इस काले व्यापार में इस तरह रोक लग पाती है|

राजीव एन० अग्रवाल की रिपोर्ट

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