Swatva Samachar

Information, Intellect & Integrity

swatva samachar
बिहार अपडेट बिहारी समाज मधुबनी

18 जून : मधुबनी की मुख्य खबरें

व्यायाम व योग के समय मास्क लगाना जरूरी नहीं, आसानी से सांस लेने की क्षमता पर पड़ता है असर : डब्ल्यूएचओ

मधुबनी : कोविड संक्रमण श्वसन तंत्र को प्रभावित करने वाला रोग है। कोविड संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने के दौरान नाक व मुंह से निकलने वाली छोटी बूंदों में वायरस मौजूद होता है जो दूसरे स्वस्थ्य व्यक्ति तक पहुंच उसे भी बीमार कर देता है। कोविड संक्रमण की रोकथाम में मास्क का नियमित इस्तेमाल महत्वपूर्ण है। मास्क कई अन्य श्वसन जनित रोगों जैसे टीबी आदि की रोकथाम के लिए भी जरूरी होता है, लेकिन कोविड काल में इसकी उपयोगिता और अधिक बढ़ गयी है। मास्क के इस्तेमाल से जुड़ी कई महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आवश्यक जानकारी दी है ताकि इसका सही तरीके से इस्तेमाल किया जा सके।

व्यायाम व योग के समय नहीं लगायें मास्क :

सुबह -सवेरे लोग स्वयं को स्वस्थ्य रखने के लिए व्यायाम व योग करते हैं। कई बार ऐसा देखा जाता है कि लोग साइकलिंग, वाकिंग, जॉगिंग आदि के समय भी मास्क का इस्तेमाल कर रहे होते हैं। लेकिन ऐसा बिल्कूल भी नहीं किया जाना चाहिए। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि व्यायाम के समय मास्क नहीं लगाना चाहिए। व्यायाम अथवा योग के समय मास्क का इस्तेमाल आसानी से सांस लेने की क्षमता को प्रभावित करता है। व्यायाम के दौरान निकलने वाले पसीने के कारण मास्क जल्द भींग भी जाते हैं और पसीने से भींगे हुए मास्क में कीटाणु पनपने की संभावना अधिक हो जाती है। पसीने से भींगे मास्क को लगा कर व्यायाम करने से सांस लेने में परेशानी होती है जिससे व्यक्ति सही तरीके से सांस नहीं ले पाता है।

खुली जगहों व कम भीड़ वाली जगहों पर करें व्यायाम :

डब्ल्यूएचओ ने सलाह दी है कि खुली जगहों पर व्यायाम अथवा योग किया जाये। भीड़ वाली जगहों पर व्यायाम करने से परहेज करें। व्यायाम अथवा योग के दौरान कम से कम एक मीटर की शारीरिक दूरी के नियम का सख्ती से पालन करें। सावधानी बरतते हुए बेहतर तरीके से कसरत की जा सकती है। व्यायाम फेफड़ों में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाने के मददगार है। सामान्य रूप से मास्क का इस्तेमाल भीड़भाड़ वाली जगहों जैसे बस या ट्रेन, बाजार हाट अथवा अस्पतालों में जरूर करें।

लंबे समय से सर्जिकल मास्क का नहीं करें इस्तेमाल :

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यह भी सलाह दी है कि लोगों को सूती कपड़ों से बने मास्क इस्तेमाल किये जाने चाहिए। मेडिकल या सर्जिकल मास्क का इस्तेमाल लंबे समय तक नहीं किया जाना चाहिए। मास्क लगाते समय ध्यान रखें कि यह सही तरीके से चेहरे पर फिट बैठता हो। सर्जिकल मास्क को धोकर या एक बार इस्तेमाल किये जाने के बाद पुन: उपयोग में नहीं लायें।

एसडीपीओ ने किया बिस्फी थाने का किया निरीक्षण

मधुबनी : जिले के बिस्फी थाना का बेनीपट्टी डीएसपी अरुण कुमार सिंह ने शुक्रवार को बिस्फी थाना का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डीएसपी अरुण कुमार सिंह ने थाने की सीरिस्ता,गुंडा पंजी,फरारी पंजी,मालखाना व आदि का अवलोकन किया। वहीं डीएसपी ने थानाध्यक्ष संजय कुमार को थाना क्षेत्र में अपराध नियंत्रण को लेकर कड़ी नजर रखने व शराब बंदी को प्रभावी ढंग से लागू करने का निर्देश दिया।

दिवा एवं रात्रि गश्ती नियमित करने, वाहन चेकिंग, बैंक व पोस्ट ऑफिस समेंत अन्य सार्वजनिक संस्थानों की चेकिंग अनिवार्य रूप से किये जाने का आदेश दी। लंबित कांडों का निष्पादन त्वरित गति से करने, फरार अभियुक्तों का गिरफ्तारी में तेजी लाने व असमाजिक तत्वों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने को कहा।

उन्होंने मौके पर उपस्थित पुलिस पदाधिकारी व चौकीदारों को साफ तौर पर कहा कि कार्य में कोताही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निरीक्षण के दौरान थानाध्यक्ष संजय कुमार, एसआई सुरेंद्र यादव, सुभाष सिंह, एएसआई सुरेश चौधरी, उदय सिंह, हरेंद्र राय, रविंद्र चौधरी, समेत दर्जनों पुलिस कर्मी भी मौजूद थे।

सभी अस्पतालों में जल्द शुरू होगी ओपीडी और आईपीडी सेवा

मधुबनी : कोरोना महामारी के कारण सभी चिकित्सा महाविद्यालयों एवं अस्पतालों में ओपीडी और आईपीडी सेवा प्रभावित हुई है. इससे अन्य रोगों के मरीजों को ससमय उपचार करवा पाने में परेशानी का सामना करना पड़ा है. इसका संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया है कि तत्काल प्रभाव से सभी चिकित्सीय संस्थानों में ओपीडी और आईपीडी सेवा को तत्काल बहाल किया जाये. इस अलोक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी संबंधित अधिकारीयों को पत्र जारी कर दिए आवश्यक निर्देश दिए हैं।

अस्पतालों में शुरू होगी ओपीडी और आईपीडी सेवा :

जारी पत्र में बताया गया है कि विभिन्न अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए नामांकित किये जाने के कारण आमजनों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के समाधान में कठिनाई हो रही है. इसे ध्यान में रखते हुए सभी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों में 100 बेड कोविड-19 संक्रमित मरीजों के लिए नामांकित किये जाएँ एवं 25 बेड पोस्ट कोविड स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से ग्रस्त मरीजों के इलाज हेतु सुरक्षित रखते हुए ओपीडी और आईपीडी की सेवा तत्काल प्रारंभ किया जाए।

अनुमंडलीय एवं अन्य अस्पतालों में बेड की संख्या का जिलाधिकारी लेंगे निर्णय :

जारी पत्र में निर्देशित है कि अनुमंडलीय अस्पतालों एवं अन्य अस्पतालों में संचालित डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर एवं कोविड केयर सेंटर के सम्बन्ध में जिला पदाधिकारी के स्तर पर समीक्षा के उपरांत कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए बेड की संख्या का निर्धारण कर सुरक्षित रखा जाए एवं सभी अस्पतालों में ओपीडी और आईपीडी की सेवा तत्काल प्रभाव से बहाल की जाए।

कोविड संक्रमण से बचने के लिए सुरक्षा मानकों का कड़ाई से करें पालन :

जिला में संक्रमण दर में लगातार कमी दर्ज की जा रही है. राज्य सरकार ने इसे देखते हुए अनलॉक की प्रक्रिया आरंभ कर दी है. ऐसे में सभी को सचेत रहने की जरुरत है क्योंकि जरा सी लापरवाही दुबारा संक्रमण को बढ़ा सकती है. घर से बाहर मास्क का नियमित इस्तेमाल, हाथों की नियमित सफाई और भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचना अभी भी सभी के लिए जरुरी है. सरकार तेजी सा सभी योग्य लाभार्थियों को टीकाकृत करने के लिए टीकाकरण अभियान वृहत पैमाने पर चला रही है और टीकाकरण करवाकर ही हम कोविड संक्रमण को मात दे सकते हैं।

नीतीश कुमार के नेतृत्व में धरातल पर दिखता है बिहार का विकास :- रंजीत झा(राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी)

मधुबनी : युवा जद(यू) के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रंजीत कुमार झा ने बयान जारी कर कहा है कि बिहार का विकास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ही कुशल नेतृत्व में संभव है। श्री झा ने कहा कि 2005 में जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार आयी, तो बिहार विकास के पथ पर अग्रसर हुआ। शिक्षा, सड़क, बिजली, सिंचाई, स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था समेत सभी क्षेत्रों में कार्य हुआ है।

झा ने वर्तमान परिस्थितियों का हवाला देते हुए बताया कि जिस प्रकार पूरा विश्व, अपना देश और राज्य कोरोना जैसी वैश्विक समस्या से जूझ रहा है, ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह साबित कर दिया है कि सीमित संसाधनों में भी यदि अपने राज्य के लिए बेहतर व्यवस्था करनी हो, तो दृढ संकल्प, इच्छा शक्ति और कुशल प्रबंधन से सब मुमकिन है। इसी का उदाहरण है कि बिहार, कोरोना संक्रमण के खिलाफ चल रहे अभियान में टीकाकरण के मामले में देश में प्रथम स्थान पर आ गया। 24 घंटे में देश में सर्वाधिक 4.52 लाख टीकाकरण बिहार में हुआ।

श्री झा ने कहा कि यही नहीं इस विषम परिस्थिति में हमारे मुख्यमंत्री ने सबका ध्यान रखा। जिस प्रकार से इस बीमारी ने बाजार पर गहरी चोट की है, तथा किसान भाईयों को भी इसका दंश झेलना पड़ा है। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में किसानों की आमदनी को बढ़ाने एवं उनके प्रति सरकार की कार्यशैली को मैं ह्रदय से साधुवाद देता हूँ, जिसके अंतर्गत सरकार ने धान और गेहूं की रिकॉर्ड खरीद कर किसानो को लाभान्वित किया है।

इसके साथ ही श्री झा ने कहा कि बड़ी संख्या में सब्जी उत्पादन करने वाले किसानों के हित में राज्य के सभी प्रखंडों में सभी सुविधाओं से पूर्ण सब्जी मंडी बनाने का मुख्यमंत्री का निर्णय अद्वितीय है। सभी में मल्टी चैम्बर कोल्ड स्टोरेज की भी व्यवस्था होगी, साथ ही बाहरी हिस्से में रिटेल दुकानें भी खोली जाएंगी। उन्होंने कहा कि पहले जहाँ केवल दो प्रतिशत लोगों को नल से पानी मिलता था, अब सात निश्चय के परियोजना हर घर नल का जल के अंतर्गत 95 प्रतिशत लोगों को मिल रहा है।

झा ने कहा कि इतना ही नहीं ज्ञान की भूमि बिहार को हमारे मुख्यमंत्री नयी ऊँचाईयों पर ले जा रहे हैं। जहाँ बिहार में 15 साल पहले एक भी राष्ट्रिय महत्व का संस्थान नहीं था, आज बिहार में विश्विद्यालयों की संख्या 35 हो गयी है। आज अल्पसंख्यक युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए नीतीश कुमार की सरकार ने नि:शुल्क आवासीय कोचिंग की व्यवस्था की है। उन्हें मुख्य धारा से जोड़ने का काम किया है, जिसका फल है कि 64वीं बिहार लोक सेवा आयोग की संयुक्त परीक्षा में 51 उमीदवार सफल हुए हैं, जिनमें से 50 अल्पसंख्यक हैं, तथा इनमें भी 19 महिलाएं हैं।

श्री झा ने कहा कि इसके साथ ही बिहार ने मुख्यमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में समय समय पर पूरे देश का पथ प्रदर्शन करने वाली योजनाओं का सफल क्रियान्वयन किया है। उनके शासनकाल में बिहार के खाते में जल जीवन हरियाली, पेयजल, महिला सशक्तिकरण, विद्युतीकरण के साथ विकास दर जैसी अनेक बड़ी उपलब्धियां शामिल हैं।

कमतौलिया से कुमरखत तक बनने वाली सड़क में ठेकेदार तथा जेईई द्वारा हो रही धांधली

मधुबनी : ज्ञात हो कि सड़क में बनने वाली पुलिया का निर्माण कराया जा रहा है, जिसमें मनमानी किया जा रहा है। मिट्टी युक्त गिट्टी, कम सिमेंट, तथा अप्रशिक्षित लेवर मिस्त्री, जिसके कारण पुलिया टेडा मेडा और गुणवत्ताहीन बनाया गया है। सड़क निर्माण में मिट्टी करण नहीं किया गया है, सीधे इस पर रोड़ी-पत्थर डाल दिया गया है।

जब ये सब सुचना योजना के जेईई को दी गई, तो जेईई ने योजना में गड़बड़ी कि बात को माना। पर आज 5 दिन बीत जाने के बाद भी किसी भी तरह कि कोई जांच या करवाई नहीं किया गया है। इसलिए आज सर्वोदय कृषक फाउंडेशन के प्रवक्ता संदीप मिश्रा ने डीएम को चिट्ठी लिख कर इस योजना कि जानकारी दिया। साथ में योजना से जुड़े फोटो भी संलग्न किया गया है।

अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को चालू करने की आग पर मिथिला स्टूडेंट यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने किया दौरा

मधुबनी : जिले के रहिका प्रखंड के गंधवारी गाँव में बंद पड़े अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को चालू कराने को लेकर मिथिला स्टूडेंट यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश भारद्वाज के नेतृत्व में स्थानीय ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल ने गंधवारी के बंद पड़े स्वास्थ केंद्र का दौरा किया।

इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश भारद्वाज ने बताया कि लाखों की लागत से बना अस्पताल आज भी अपने उद्धारक का बाट जोह रही है। सालों पहले अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भवन बना और आज खंडर हो गया। लेकिन लोगों को इस अस्पताल में चिकित्सा सुविधा मय्यसर नहीं हो पाया है। अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भवन जर्जर हो गया है, खिड़की सब टूट चुका ह…

ठेला चालक मजदूर की हत्या, अपराधी ने धारदार हथियार से गर्दन काट सिर को छुपाया

मधुबनी : जिले के हरलाखी प्रखंड के खिरहर थाना क्षेत्र में उस समय सनसनी फैल गया, जब भरण टोला के बधार में एक सिर कटी शब को लोगो ने देखा। घटना गुरुवार रात की बताई जा रही है। मृतक की पहचान खिरहर थाना क्षेत्र के कसेरा गांव निवासी करीब 55वर्षीय मो० हलीम के रूप में किया गया। परिजनों ने बताया कि मृतक मृतक गुरुवार शाम से ही लापता था। पूरी रात खोजबीन किया। सुबह करीब 11 बजे मवेसी के लिए घास काटने बधार गई कुछ महिलाओं ने सिम्हा टोला के समीप कमला नहर में शव को तैरते देखा, जिसके बाद इलाके में सनसनी फैल गई। आसपास के गांव से सैकड़ो लोगो की भीड़ इकट्ठा हो गया।

घटना की सूचना मिलते ही खिरहर व बासोपट्टी थाना पुलिस घटना स्थल पर पहुचीं, जिसके बाद कथित रूप से बासोपट्टी थाना क्षेत्र होने की बात कह कर वापस चली गई। वहीं, थाना क्षेत्र के सीमा विवाद को लेकर दो थाने के बीच चलता रहा हाई वोल्टेज ड्रामा, डीएसपी के हस्तक्षेप पर हुआ मामला शांत। जिसके बाद जयनगर एएसपी डॉ० शौर्य सुमन व बेनीपट्टी सर्किल इंस्पेक्टर राजेश कुमार घटना स्थल पर पहुचे। फिर स्थानीय अमीन के द्वारा नक्सा देखने के बाद बताया गया कि बासोपट्टी थाना क्षेत्र में शव है।

हलांकि मृतक का जहाँ गर्दन काटा गया था, वो खिरहर थाना क्षेत्र था। चुकी कुछ ही दूरी पर एक आम के पेड़ के निचे एक खेत में काफी खून गिरा हुआ था। उधर एएसपी व थानाध्यक्ष अरविंद कुमार कटी सिर को तलाशी में काफी मसक्कत की लेकिन प्रयास असफल रहा, जिसके बाद शव को पानी से बाहर निकाल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

वहीं, घटना से आहत परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है। गांव में तरह तरह की चर्चाएं चल रही है। मृतक ठेला चलकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। मृतक के पत्नी ने संदेह जताया हैं कि गांव के ही एक व्यक्ति के साथ पैसे का लेनी देनी का मामला था, जिसको नही देने पर घटना को अंजाम दिया गया है। इस बावत एएसपी डॉ० शौर्य सुमन ने बताया कि अपराधी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

विदित हो कि घटना स्थल से कुछ ही दूरी पर धरोहर नाथ महादेव मंदिर है, जहाँ करीब तीन माह पहले दो साधुओं को इसी तरह सिर को धर से अलग कर दिया था। उस सदमे से ग्रामीण उबरे ही थे कि एक बार फिर से दिल को दहला देने वाली यह घटना से ग्रामीणों में भय का माहौल कायम हो गया है।

सुमित कुमार की रिपोर्ट