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02 जून : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

भारी मात्रा में नेपाली शराब समेत पांच तस्कर समेत धराये, भेजा गया जेल

मधुबनी : जिले के बेनीपट्टी अनुमंडल इलाका अपराधियों के लिये क्राइम जोन बन चुका है। इस इलाके से हर दिन पुलिस प्रशासन आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को गिरफ्तार करती रही है। फिर भी अपराधों को अंजाम देने वाले युवक आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने से नहीं चूकते हैं, साथ ही हर दिन कोई न कोई आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया जाता है। ऐसे में फिर से भारी मात्रा में नेपाली देसी शराब बरामद किया है, और तस्करों को भी गिरफ़्तार किया गया है।

आपको बताते चलें कि बेनीपट्टी थाना की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर तीन अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की और फिर भारी मात्रा में शराब की बड़ी खेप को पकड़ने में कामयाबी हासिल की। साथ ही पुलिस ने शराब के तस्करी में लिप्त पांच तस्करों को भी गिरफ्त में लिया है। वहीं, दो लग्जरी गाड़ी जो कि पूरी तरह से शराब भरी थी, उसे भी बरामद किया है। इतना ही नहीं ऑटो में भी बड़े तरकीब से शराब का कारोबार करता था। लॉकडाउन क़ानून लगने के बावजूद भी यह कारोबार वर्षों से कर रहा था, और सभी शराब माफ़िया फल-फूल रहे थे। लेकिन, प्रशिक्षु एसडीपीओ राकेश कुमार रंजन ने संयुक्त रूप से छापेमारी की और फिर सभी अभियुक्तों को गिरफ़्तार कर लिया।

हालांकि, इसमें प्रभारी थानाध्यक्ष रबीन्द्र प्रसाद के साथ मिलकर तीन विशेष टीम का गठन करते हुए छापेमारी किया। इस छापेमारी दल में मुख्य रूप से प्रशिक्षु एसडीपीओ व थाना प्रभारी राकेश कुमार रंजन, रविन्द्र प्रसाद, एएसआई शेष नाथ प्रसाद, एएसआई संजीत कुमार, एसआई सदन राम, एसआई देव कुमार शर्मा एवं आठ से दस चौकीदार लोग मौजूद थे, जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से लगातार शराब माफियाओं पर नजर रखते हैं। जिससे थाना क्षेत्र में शराब कारोबारी को जेल की सलाखों तक पहुंचा सके।

वहीं, एसडीपीओ अरुण कुमार सिंह ने शराब माफियाओं के खिलाफ पहले से ही मुहिम चलाया है, और कइ शराब माफियाओं को गिरफ़्तार करके जेल में भेजने का काम किया है।

शहर के समाजसेवी शिवदत्त शर्मा के निधन पर शौक की लहर, लोगों ने दी श्रद्धांजलि

मधुबनी : जिले के जयनगर शहर के प्रतिष्ठित व आज तक चैनेल के सीनियर एडिटर संजय शर्मा के 85वर्षिय पिता शिवदत्त शर्मा का मंगलवार की देर रात माड़वारी मोहल्ला वार्ड संख्या 8 स्थित अपने आवास पर निधन हो गया। वे कुछ दिनों से बिमार चल रहे थे। वे अपने पीछे भरा पुरा परिवार छोड़ गए हैं।

बुधवार को उनके बड़े पुत्र सुभाष शर्मा ने पंडित राजकुमार मिश्रा के द्वारा विधि पूर्वक मुखाग्नि दी। उनके निधन से सभी वर्ग के लोगों में शोक की लहर छा गई। उनके निधन पर डाक्टर मनोहर जायसवाल, डाक्टर त्रिपुरारि प्रसाद, डॉ० एपी सिंह, जीवनदीप अस्पताल के परियोजना निदेशक बिमल मस्करा, जय माता दी सेवा समिति के अरूण जैन, विश्म्भर बंका, पशुपति जोशी, भारत नेपाल मैत्री संघ के संतोष अग्रवाल, माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन के मुख्य संयोजक अमित राउत, आयुष चिकित्सक डॉ० सुनील राउत, सुमित राउत, महिला विकास मंच की जिलाध्यक्षा दीपशिखा सिंह, मनीष सिंह यादव, संतोष शर्मा, पप्पू पूर्वे, अनुराग गुप्ता, गुड्डू गुप्ता, अजय सिंह, राजु सिंह, संजय मुरारका, रौशन बैरोलिया, अरूण गुप्ता, बिनोद सिंह, दिनेश जांगिड़, सोनु जोशी समेत अन्य लोगों ने शोक व्यक्त किया है।

कोरोना काल में सावधानी बरतें गर्भवती महिलाएं, रखें खास ध्यान

मधुबनी : सदर अस्पताल में 1 जनवरी से 31 मई तक 2045 गर्भवती महिलाओं का संस्थागत प्रसव हुआ है, जिसमे जनवरी में 441, फरवरी में 414, मार्च में 573, अप्रैल में 422 एवं मई में 195 प्रसव हुए हैं। जिसमे 577 महिलाओं को जननी योजना का लाभ भी मिला।

इन आंकड़ों को देखकर लग रहा है कि कोविड-19 के दौर में भी स्वास्थ्य विभाग गर्भवती महिलाओं की सेहत के प्रति सजग है। ताकि गर्भवती व गर्भस्थ शिशु पर कोई आंच न आए। इसके लिए आशा कार्यकर्ता गर्भवती महिलाओं का निरंतर फॉलो-अप कर रही हैं, एवं आवश्यकता होने पर उनकी स्वास्थ्य जाँच भी सुनिश्चित करा रही है।

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत हर माह की 9 वीं तारीख को गर्भवती की जांच पूर्ण की जा रही। सदर अस्पताल में कोरोना संक्रमित महिलाओं के प्रसव संबंधी सारी सुविधाएँ भी उपलब्ध करायी गयी है। वहीं, कोरोना काल में भी सरकार द्वारा सरकारी अस्पताल में प्रसव कराने पर गर्भवती महिला को जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत आर्थिक लाभ दिया जा रहा है।

ध्यान रखें संक्रमित महिलाएं :

एसीएमओ डॉ एसएस झा ने बताया कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। ऐसे में अपने खान-पान को लेकर अपनी दिनचर्या में उन्हें भी बदलाव लाना चाहिए। वह बाहर से आने वाले लोगों से नहीं मिले तो ज्यादा ठीक रहेगा, अगर मजबूरी है तो मास्क और सामाजिक दूरी का पालन करें। इस समय जितना अपने मन को खुश रखें यह उसके और गर्भस्थ शिशु के लिए बेहतर होगा।

कोरोना संक्रमित होने पर प्रोटोकाल का पालन करें :

गर्भवती महिला अगर कोरोना संक्रमित हो जाती है, तो उसे प्रोटोकाल का पालन करना चाहिए। वह सबसे पहले खुद को आइसोलेट कर लें और किसी भी व्यक्ति से ना मिले। घर में छोटे बच्चे हैं तो उनसे भी दूरी बनाकर रखें। डाक्टर की सलाह के अनुसार ही दवा लें। तनावमुक्त होकर उपचार कराएं। किसी महिला को पहले से हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत है तो ऐसे में उसे अपनी गर्भावस्था के दौरान सचेत रहने की बहुत जरूरत है। कई बार गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को हाइपरटेंशन की वजह से झटके आने लगते हैं। इसे प्री एक्लेमीशिया कहते हैं । ऐसे में जच्चा-बच्चा दोनों की मौत हो सकती है। इसका उपचार जरूरी है।

उच्च जोखिम में सावधानी बहुत जरूरी :

सदर अस्पताल के स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवृत्ति मिश्रा ने बताया उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था वह अवस्था है, जिसमें महिला या उसके भ्रूण के स्वास्थ्य या जीवन को खतरा होता है। किसी भी गर्भावस्था में जहां जटिलताओं को संभावना अधिक होती है, उस गर्भावस्था को हाई रिस्क प्रेग्नेंसी या उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था में रखा जाता है।

इस तरह की गर्भावस्था को प्रशिक्षित चिकित्सक की विशिष्ट देखभाल की आवश्यकता होती है। घर में यदि कोई सदस्य कोरोना संक्रमित है तो गर्भवती के संपर्क में न आएं। खानपान की रूटीन का पालन करना जरूरी है । डाइट में विटामिन को जरूर शामिल करें जिससे कि डाइट लेने में किसी प्रकार की समस्या ना हो ऐसे में तेल, घी और मसालेदार खाने से परहेज करें।

जननी बाल सुरक्षा योजना के आर्थिक लाभ:

सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत ग्रामीण एवं शहरी दोनों प्रकार की गर्भवती महिलाओं को सरकारी अस्पताल में प्रसव कराने के बाद अलग-अलग प्रोत्साहन राशि सरकार द्वारा प्रदान की जाती है जिसमें ग्रामीण इलाके की गर्भवती महिलाओं को 1400 रूपये . एवं शहरी क्षेत्र की महिलाओं को 1000 रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। साथ ही इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए सरकारी अस्पतालों पर संदर्भित करने के लिए आशा कार्यकर्ता को भी प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है जिसमें प्रति प्रसव ग्रामीण क्षेत्रों में आशा को 600 रूपये .एवं शहरी क्षेत्रों के लिए आशा को 400 रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। इस योजना के तहत संस्थागत प्रसव पर आम लोगों के बीच जागरूकता बढ़ रही है।

ऐसे रखें ख्याल : 

•संतुलित आहार लें।

•डाइट में विटामिन शामिल करें

•तेल, घी मसालेदार खाने से परहेज़ करें

•बुखार होने पर घबराएं नहीं

•इम्युनिटी का विशेष खास ख्याल

•कोरोना के लक्षण है तो तुरन्त डाक्टर से संपर्क करें

•पैरासिटामोल, विटामिन सी, फोलिक एसिड, जिंक और बी कांप्लेक्स दवा जरूर रखें

•हर दिन हल्का व्यायाम जरूर करें

•तनाव न लें।

बेलही पूर्वी के कमलाबाड़ी गोठ के वार्ड नं-11 में ग्रामीणों ने अपने खर्चे पर बारिश का पानी की निकासी करवाई, नहीं मिला कोई सरकारी सहयोग

मधुबनी : चक्रवाती तूफान यास का असर बिहार में अब खत्म से हो गया है, पर मधुबनी जिले के जयनगर प्रखण्ड के बेलही पूर्वी के कमलाबाड़ी गोठ के वार्ड नं-11 में नाला नही होने के कारण भीषण जल-जमाव हो गया था। जिसको सरकारी मदद न मिल पाने के कारण ग्रामीणों ने अपने स्तर पर दमकल भाड़ा कर जल निकासी का कार्य किया।इस बाबत सरकारी मदद न मिलने से ग्रामीणों में जबरदस्त गुस्सा भरा हुआ है।

इस बाबत ग्रामीणों में शिव नारायण चौधरी, बेचन अली, शब्बीर अली, सिताराम भगत, रुप नारायण चौधरी, लक्ष्मी साह, जीवछ साह सहित दर्जनों लोगों ने सरकार के प्रति रोष व्यक्त किया है, ओर कहा है कि सरकारी मदद न मिलने से काफी नाराजगी व्यक्त किया है।

राशि मिलने के बावजूद नल-जल योजना का कार्य से असंतुष्ट पदाधिकारी ने लगाई फटकार, कहा जल्द पूरा करें कार्य

मधुबनी : जिला पंचायत राज पदाधिकारी शैलेन्द्र कुमार ने लौकही प्रखंड में नल-जल एवं गली-नाली योजना और मास्क वितरण की अद्यतन प्रगति की समीक्षा किया।इस समीक्षा के दौरान उन्होंने पाया कि ने बेलही भवानीपुर एवं कुकुरदौरा पंचायत के कई वार्डो में राशि उपलबध करने के बावजूद नल-जल योजना का कार्य पूर्ण नहीं किया गया है।

समीक्षा में यह भी प्रतीत हुआ कि वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति इस कार्य को पूरा करने में रुचि नहीं लेते हैं। उन्होंने इस स्थिति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित मुखिया एवं पंचायत सचिव को 10 दिनों के अंदर अधूरे पड़क सभी नल-जल योजना कार्य को पूर्ण कराने का निर्देश दिया।

वहीं संबंधित पंचायतों के तकनीकी सहायक को दैनिक कार्य प्रगति से बीडीओ एवं बीपीआरओ को अवगत कराने का निर्देश दिया। जिला पंचायत पदाधिकारी ने बीडीओ को निर्देश दिया कि कार्य प्रगति संतोषजनक नहीं पाए जाने पर संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही के लिए अनुशंसा भेजना सुनिश्चित करेंगे। बीडीओ को यह भी निर्देश दिया कि जिन वार्डों में राशि का अभाव है, उन वार्डों की विस्तृत समीक्षा कर विहित प्रपत्र में प्रमाण पत्र के साथ शीघ्र अतिरिक्त राशि की अधियाचना जिला पदाधिकारी को भेजना सुनिश्चित करें।

समीक्षा के दौरान कुछ मुखिया द्वारा जीविका से प्राप्त हो रहे मास्क की गुणवत्ता को लेकर शिकायत की गई, जिस कारण जीविका द्वारा निर्माण कराए जा रहे कुछ मास्क निर्माण केंद्र का संयुक्त निरीक्षण बीडीओ, बीपीएम- लौकाही एवं सीएलएफ की उपस्थिति में किया गया। निरीक्षण के क्रम में कतिपय केंद्रों पर जीविका द्वारा निर्मित मास्क के कपड़े की गुणवत्ता बेहतर नहीं होने पर उन्हें गुणवत्ता वाले कपड़े से मास्क निर्माण करने का निर्देश दिया गया।

इस दौरान कुछ जीविका दीदी के द्वारा शिकायत भी किया गया की वे मास्क बनाने मे सक्षम है, परन्तु उन्हें जीविका बीपीएम एवं सीएफएल द्वारा पर्याप्त कपड़े एवं मास्क निर्माण का आदेश नहीं दिया जा रहा हैl इस पर जीविका बीपीएम को निर्देश दिया गया कि उनको पर्याप्त अवसर देकर उनसे मास्क का निर्माण करवाया जाए।

इस दौरान लौकही के बीडीओ, बीपीआरओ, विभिन्न पंचायतों के पंचायत सचिव, करियौत, झहुरी व नरेन्द्रपुर पंचायतों के मुखिया व वार्ड क्रियान्वयन सदस्य आदि मौजूद थे।

कोविड टीकाकरण को लेकर डीएम ने किया आवाहन, कहा जल्द ओर ससमय कर लें सभी लोग टीकाकरण

मधुबनी : जिले में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार कम हो रहे हैं। एक्टिव केस की संख्या पांच सौ के नीचे पहुंच चुकी है। वर्तमान में 479 एक्टिव केस हैं। इस बीच लॉकडाउन के नए गाइडलाइंस दो जून से लागू किए गए हैं। डीएम अमित कुमार ने लोगों से कोरोना जांच कराने एवं टीका लेने का आह्वान किया है, ताकि कोरोना के चेन को पूरी तरह तोड़ा जा सके।

डीएम ने बताया कि दो जून से आठ जून तक लॉकडाउन के दौरान कई छूट दी गई है। अब हर प्रकार की दुकानों को अल्टरनेट-डे पर सप्ताह में तीन दिन सुबह छह बजे से दोपहर दो बजे तक खोलने की छूट दी गई है। जबकि, रविवार को सभी दुकानों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। हालांकि, खाद्य सामग्री सहित आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को प्रतिदिन खोलने की छूट रहेगी।

जिला पदाधिकारी ने कोराना संक्रमण के संबंध में कहा कि बीते एक अप्रैल से अब तक जिले में कुल 9,724 व्यक्ति संक्रमित मिले हैं। वर्तमान में जिले में कोरोना संक्रमित एक्टिव केस की संख्या 479 है। झंझारपुर प्रखंड क्षेत्र में सबसे अधिक एक्टिव केस हैं। जिले के प्रत्येक प्रखंड में एक्टिव केस हैं। झंझारपुर प्रखंड के एक पंचायत में एवं मधेपुर और राजनगर प्रखंडों के दो-दो पंचायतों में सबसे अधिक एक्टिव केस की संख्या 10-10 है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के एक्टिव मरीजों में सबसे ज्यादा 21-30 आयु वर्ग के शामिल हैं। उन्होंने यह भी बताया कि एक्टिव केसों में शहरी क्षेत्र के चार फीसद एवं ग्रामीण क्षेत्रों के 96 फीसद शामिल है।

डीएम ने कहा कि जिले में अब तक 4,07,680 व्यक्तियों को कोविड टीका लगाया जा चुका है। इसमें 18 से अधिक आयु वाले सभी व्यक्ति और प्रथम एवं द्वितीय डोज लेने वाले सभी शामिल हैं।डीएम ने कहा कि जिले में ऑक्सीजन युक्त बेड पर्याप्त संख्या में खाली है।

दो डॉक्टरों के भरोसे है अनुमंडलीय अस्पताल, विभागीय लापरवाही का शिकार होते लोग

मधुबनी : विभागीय वरीय अधिकारियों को जानकारी मिलने के बाद भी अतिरिक्त डाॅक्टरों की व्यवस्था नहीं करने पर अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं कभी भी ठप होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।

मामला मधुबनी जिले के झंझारपुर अनुमंडल अस्पताल में स्थापना काल से 31 डाक्टरों के पद सृजित हैं, लेकिन अनुमंडल अस्पताल में आज तक 31 डाक्टर नहीं पहुंच पाए। ऐसे में 5 डाॅक्टर के सहारे किसी तरह अस्पताल में मरीजों की देखभाल व सेवा देने का काम होता था।इन दिनों झंझारपुर अनुमंडल अस्पताल समस्याओं से घिरा जा रहा है।

लेकिन अब फिलहाल दो चिकित्सक डॉ० स्वाती कुमारी और और डॉ० अशोक कुमार ने अनुमंडल अस्पताल का भार थामे हुए हैं। यहां अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब 5-6 डॉक्टर मौजूद रहते थे, तब भी काफी समस्याएं थी एभी क्या होता होगा?

आपको बता दें कि जब दो डॉक्टर अस्पताल में हैं, तो कैसे इमरजेंसी और ओपीडी के कार्य का संचालन होता होगा ये तो भगवान ही जाने। जबकि कोरोना काल में अस्पतालों के अंदर चिकित्सकों की आवश्यकता है। इस अस्पताल के प्रभारी डीएस डॉ० प्रसन्न कुमार मिश्रा एक सप्ताह पूर्व कोरोना पाॅजिटिव हो गए थे। फिलहाल उनका एम्स में इलाज चल रहा है। दूसरे चिकित्सक डॉ० सतीश कुमार भी पाॅजिटिव हो गए, और वे भी इलाजरत हैं।

वहीं, डाॅ० सृष्टि राय की तबीयत ठीक नहीं रहने के कारण वे बाहर हैं। ऐसे में सिर्फ दो ही डाॅक्टर के जिम्मे अनुमंडल अस्पताल क्षेत्र के हजारों मरीज हैं।

कोविड के समय युवा व्यवसायी ने बढ़ाया मदद का हाथ, सरिसब परिसर में हर्ष व्याप्त

मधुबनी : पिछले महीने कोरोना की दूसरी लहर जब अपने चरम पर थी तब आई.आई.टी.(खड़गपुर) एवं इनसीड एमबीए स्कूल के पूर्व छात्र मुम्बई के युवा व्यवसायी(उजान, दरभंगा के मूल निवासी) संजय झा ने मधुबनी में रह रही बहन से अपने इलाके में कोरोना के बारे में जानकारी ली। बातचीत के क्रम में संजय को जानकारी मिली कि मधुबनी में तो ऑक्सीमीटर मिलने में भी दिक्कत है, फिर ऑक्सीजन में तो और ज्यादा दिक्कत। संजय झा ने तत्काल उदय कुमार झा (पत्रकार) से सारी जानकारी ली और ठान लिया कि अपने क्षेत्र में ऑक्सीजन की कमी से मौत के मुँह में जा रहे लोगों को बचाने का भरपूर प्रयास करेंगे।

अगले ही दिन संजय झा ने पत्रकार उदय से इलाके में काम कर रहे कुछ युवाओं के बारे में जानकारी चाही जो मानवसेवा कर सकें। मधुबनी के सरिसब-पाही में काम कर रहे अयाची नगर युवा संगठन के विक्की मण्डल से गूगल मीट पर संजय, पत्रकार उदय एवं अमेरिका में रह रहे संजय के मित्रों ने सरिसब-पाही क्षेत्र में स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं के बारे में जानकारी ली।विक्की ने बड़ी ही बेबाकी से सारी स्थिति स्पष्ट की।

अगले ही दिन पत्रकार उदय कुमार झा ने अयाची डीह विकास समिति के संयोजक रामबहादुर चौधरी से इस मुद्दे पर बात की, तो श्री चौधरी ने सहर्ष कहा कि अगर इस पिछड़े इलाके में कोई भी व्यक्ति हमारी सहायता लेकर कल्याणकारी काम करना चाहते हैं, तो उन्हें मैं हरसम्भव सहयोग करूँगा।

इस बात की सूचना सरिसब ग्रामवासी और दिल्ली में कार्यरत पत्रकार मदन झा को दी गई। उन्होंने भी तुरन्त उदय कुमार झा एवं संजय झा को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया और तत्काल रामबहादुर चौधरी से बातकर आगे होने वाले कामों की रूपरेखा तैयार करने में जुट गए। इससे उदय कुमार झा को भी बल मिला।

जब संजय झा एवं उनके मित्रों को यह भरोसा हो गया कि अगर सहायता सामग्री भेजी गयी, तो उसका सदुपयोग होगा। तब संजय झा, INSEAD M.B.A. School के उनके मित्रगण एवं “डॉक्टर्स फ़ॉर यू” संस्था ने मुम्बई से मधुबनी के लिए एक बड़ा खेप भेजा। जिसमें ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर-06पीस, ऑक्सीमीटर-30पीस, इन्फ्रारेड थर्मामीटर-22पीस, थ्री लेयर मास्क-1500पीस, सैनिटाइजर- 100पीस, ऑक्सीजन कैनुला-30पीस, पर्सनल प्रोटेक्शन किट-14पीस एवं एन95 मास्क-101 पीस शामिल हैं।

संजय झा के आग्रह पर रामबहादुर चौधरी एवं विक्की मण्डल के साथियों ने काम संभाल लिया है। अब युवा कार्यकर्त्ता सरिसब-पाही एवं इसके आसपास के गाँवों में जाकर थर्मामीटर एवं ऑक्सीमीटर से लोगों की जाँच करेंगे, और यदि किसी को ऑक्सीजन की जरूरत होगी तो उन्हें सहायता दी जाएगी। ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर किसी खास सार्वजनिक किन्तु सुरक्षित स्थान पर बिस्तर के साथ उपलब्ध रहेगा।

संजय झा एवं उनके मित्रों द्वारा इस सहायता से इलाके के लोग काफी प्रसन्न हैं, एवं बुद्धिजीवियों से लेकर एक सामान्य ग्रामीण तक देवदूत सदृश ऐसे मददगारों की भूरि-भूरि प्रशंसा कर रहे हैं।

जाप के समर्थकों ने बिहार सरकार के विरोध में की नारेबाजी, किया पुतला दहन

मधुबनी : जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की गिरफ्तारी को लेकर पार्टी के जयनगर के जाप नेताओं ने आक्रोश व्यक्त कर विरोध जताया है।

इस बीच आज बुधवार को स्टेशन चौक पर पुतला दहन भी किया गया। जन अधिकार पार्टी के छात्र परिषद जिला उपाध्यक्ष ने सोशल डिस्टेंसिंग को रखते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव की गिरफ्तारी के विरोध में बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया।

पुतला दहन करने के बाद जन अधिकार पार्टी छात्र परिषद उपाध्यक्ष राहुल जयसवाल ने कहा कि उल्टा चोर कोतवाल को डांटे। गिरफ्तारी सांसद प्रताप रूडी की होनी चाहिए और यहां की अंधी-बहरी सरकार गरीबों का मसीहा अपनी जान की परवाह किए बगैर गरीबों और आम-अवाम की मदद करने वाले पप्पू यादव को गिरफ्तार कर लिया। इस डबल इंजन की सरकार ने 15 साल के अंदर स्वास्थ्य व्यवस्था को ठीक नहीं किया। आज लोग दवा, ऑक्सीजन, एंबुलेंस के लिए दर-दर भटक रहे हैं। कोई सुध लेने वाला नहीं है। कहां है सरकार के स्वास्थ्य मंत्री ‘अ-मंगल पांडे..?’ कहां है सरकार के मुखिया नीतीश कुमार जी?

कहां है बोल बचन देने वाले डबल इंजन के सरकार के सांसद और विधायक?

बल्कि उल्टा ही सारा सरकारी तंत्र सांसद प्रताप रूढ़ी को बचाने के लिए लग गए हैं, जिसने पर्दाफाश किया उसकी गिरफ्तारी करवा दी। मतलब जो जनता के हक- हकूक के लिए लड़े वह गलत है। इसलिए उसको गिरफ्तार कर लो, जनता के विरुद्ध सरकार काम कर रही है। इसके खिलाफ जनता को एकजुट होना पड़ेगा।

राजनीति नहीं हो रही है और आगे 5 साल तक कोई चुनाव भी नहीं है अगर आप अपने हक के लिए आगे नहीं आए तो नेता और अफसर आपके मौत का कारण बनेगें। पप्पू यादव को अगर अविलंब रिहा नहीं किया गया, तो जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक उग्र आंदोलन करने के लिए बाघ होगी।

इस पुतला दहन कार्यक्रम में शामिल होने वाले जन अधिकार पार्टी(लोo) के विनोद यादव, नीतीश कुमार, राहुल जयसवाल, मो० सरफराज अंसारी, अर्जुन श्रीवास्तव सहित अन्य जाप नेता मौजूद थे।