ईंट भट्ठा के मैनेजर की गोली मारकर हत्या
आरा : भोजपुर जिला मुख्याक्लय आरा में रविवार की सुबह टाउन थानान्तर्गत धनुपरा स्थित ईंट भट्ठा के समीप मैनेजर की गोली मार कर हत्या कर दी गई। प्रतिशोध करने पर एक युवक को भी ईंट से कूंच दिया गया। उसे सर में गोली मारने की भी बात सामने आ रही है। उसकी भी हालत काफी नाजूक बनी है।
जिसका इलाज कराया जा रहा है। मृतक मुफस्सिल थानान्तर्गत पिपरहिया गांव निवासी गंगा प्रसाद का 35 वर्षीय पुत्र मंतोष कुमार सिंह है। उसे काफी करीब से तीन गोली मारी गई है। वह इब्राहिम नगर स्थित रमेश सिंह के चिमनी भट्टा पर मैनेजर के पद पर कार्य करता था जबकि जख्मी दूसरे पक्ष का युवक उसी गांव का निवासी बावनबीर यादव है। उसे सर में गोली लगी है। उसे इलाज के लिए शहर के निजी अस्पताल से पटना रेफर कर दिया गया।
चिमनी भट्टा के मालिक रमेश कुमार सिंह ने बताया कि लगभग एक वर्ष से गांव के ही एक व्यक्ति से पूर्व से विवाद चला आ रहा है। आज सुबह करीब साढ़े तीन बजे जब मंतोष कुमार सिंह चिमनी भट्ट पर अपने तीन साथियों के साथ सोये थे। इसी बीच दो हथियारबंद अपराधी आ धमके के और गेट खोलकर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें गोली लगने से मंतोष कुमार की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि गांव के ही सीताराम यादव के परिवार पर लगभग एक वर्ष पहले पांच लाख रंगदारी मांगने एवं रंगदारी नहीं देने पर इस घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया हैं। उनके द्वारा एक वर्ष पूर्व इस मामले में स्थानीय थाना में तीन लोगों पर नामजद प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी। जिसमें मंतोष गवाह भी था। वही घटना की पूरी वारदात चिमनी भट्टा में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गयी है।
घटना की सूचना मिलते ही सदर एसडीपीओ पंकज कुमार रावत, नगर थाना इंचार्ज शंभु कुमार भगत, नवादा थानाध्यक्ष संजीव कुमार एवं मुफस्सिल थानाध्यक्ष अनिल कुमार सदर अस्पताल पहुंचे और मामले की जानकारी ली। वहीं पुलिस सीसीटीवी में कैद वीडियो के आधार पर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
भोजपुर एसपी राकेश कुमार दुबे ने बताया कि घटना की जानकारी के बाद छानबीन की गई। जिसमें पूर्व के विवाद को लेकर घटना को अंजाम देने की बात सामने आ रही है। हालांकि पुलिस अपने स्तर से मामले की छानबीन की जा रही है। जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी भी कर ली जाएगी। बता दें कि विगत 21 अक्टूबर 2018 में भी कुख्यात अपराधी हीरो के द्वारा इसी चिमनी भट्टा पर रंगदारी को लेकर फायरिंग की गई थी। जिसमें मंतोष के जांघ में गोली लग गई थी।
शृंगार की आड़ में शराब का धंधा, ब्यूटिशियन गिरफ्तार
आरा : हसनबाजार ओपी के कातर में पुलिस ने शनिवार को ब्यूटी पार्लर और शृंगार स्टोर की आड़ में पति-पत्नी द्वारा शराब बिक्री किए जाने के मामले का भंडाफोड़ किया। पचमा गांव निवासी कुंदन कुमार सावित्री शृंगार स्टोर चलाता था। जबकि उसकी पत्नी चंदा देवी सोना ब्यूटी पार्लर सह सिलाई केन्द्र चलाती है।
पुलिस ने यहां से 8 बोतल शराब बरामद किया। सोना ब्यूटी पार्लर सह सिलाई सेंटर की संचालिका चंदा देवी को गिरफ्तार कर लिया। जबकि चंदा का पति कुंदन कुमार फरार हो गया। पुलिस को ग्रामीणों ने शिकायत की थी कि यहां ब्यूटी पार्लर व शृंगार स्टोर की आड़ में शराब का होता है| पार्लर संचालिका की गिरफ्तारी के बाद यहां कई तरह की चर्चा है। ओपी प्रभारी ने बताया पति कुंदन भी शीघ्र गिरफ्त में होगा।
वैक्सीनेशन को ले फैली भ्रांतियों के विरुद्ध चलाया जाएगा जागरूकता अभियान
आरा : भोजपुर जिले में कोरोना संक्रमण के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान को वृहद किया गया है। टीकाकरण के लिए स्थायी शिविरों के साथ साथ पंचायतों में टीका एक्सप्रेस भी चलाया जा रहा है। जिससे अधिक से अधिक लोगों को समय से पूर्व टीकाकृत किया जा सके। लेकिन, ग्रामीण स्तरों में अभी भी कई समस्याएं सामने आ रही है। जैसे लोग अफवाहों व भ्रांतियों के चक्कर में पड़ कर लाभार्थी टीके का दूसरा डोज लेने नहीं जा रहे हैं। इन सब समस्याओं से निपटने के लिए सरकार ने नई रणनीति बनाई है।
ग्रामीण इलाक़ों में व्याप्त भ्रांतियों व अफवाहों को दूर करने के लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के अपर कार्यपालक निदेशक अभिषेक कुमार पराशर ने सिविल सर्जन, यूनिसेफ, केयर व विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) को पत्र भेजा है। जिसमें कार्यपालक निदेशक ने अभियान को सफल बनाने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए है। जिनका शत प्रतिशत पालन कराना है। ताकि, लोग दूसरा डोज लेने के लिए प्रेरित हो सकें।
जारी पत्र में अपर कार्यपालक निदेशक ने बताया, कोविड-19 के वैक्सीनेशन अभियान में दूसरे डोज का टर्नआउट अपेक्षानुरूप नहीं है। इसके लिए विभिन्न स्तर पर इसके अनुश्रवण के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर लाभार्थियों को जागरूक करने और उनमें वैक्सीनेशन के प्रति व्याप्त भ्रांतियों को दूर करते हुए टीके के आच्छादन को सुदृढ़ किया जाना आवश्यक है। इस अभियान में सहयोगी संस्थानों के द्वारा सहयोग किया जायेगा। साथ ही, स्थानीय स्तर पर संस्था के कर्मियों द्वारा उत्प्रेरकों (आशा/आंगनबाड़ी, पंचायत सदस्य आदि) व जनप्रतिनिधियों के माध्यम से आमजन में व्याप्त भ्रांतियों को दूर करते हुए उनका टीकाकरण कराने में आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराया जाय।
जिला प्रतिरक्षण पदधिकारी डॉ. संजय कुमार सिन्हा ने बताया, ग्रामीण इलाक़ों में टीकाकरण केंद्रों पर जाने के दौरान इस बात की अनुभूति होती है कि जानकारी के अभाव में टीका को लेकर अभी भी लोगों के मन में कई सवाल अभी भी मौजूद है। इन भ्रांतियों व अफवाहों को दूर करना आवश्यक है। जिससे टीकाकरण कार्य में तेज़ी आ सके। उन्होंने बताया, जिले में वैक्सीनेशन को सफल बनाने में स्वास्थ्य विभाग, आरबीएसके, आईसीडीएस व अन्य विभाग संयुक्त रूप से लगे हुए हैं। लेकिन, जिलेवासियों को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। जिससे टीका लेकर स्वयं के साथ साथ अपने परिवार व समाज को संक्रमण की संभावना से मुक्त कर सकें।
सुप्रीम कोर्ट पहुँचा गोढना रोड के नरकीय स्थिति का मामला कैसे बन गया स्टेशन के समीप का गोढना रोड नर्क?
आरा : नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नम्बर 45 में स्थित गोढना रोड की नारकीय स्थिति से सारे शहरवासी परेशान है। आरा रेलवे स्टेशन से महज कुछ ही दूरी पर होने पर भी इसकी यह दुर्दशा कैसे हुई। आखिर क्या बात हुई कि मुख्य रोड से लेकर हर गली में जल जमाव कैसे हो गई। गोढना रोड के आस-पास का इलाका नए तौर पर विकसित इलाका है।
पिछले 10-15 वर्षों में इस इलाके में लोगों ने इस इलाके में घर बनाने शुरू किए. धीरे-धीरे यह इलाका एक सघन कॉलोनी के रूप में तब्दील हो गया। मुख्यतः दक्षिण इलाके से नक्सलवाद से पलायन करने वाले लोगों ने स्टेशन से नजदीक होने के कारण इस इलाके को चुना. वार्ड 45 बड़ा होता गया और गली व सड़को का बनना भी शुरू हुआ। लेकिन नारकीय स्थिति तब से बनी जब मुख्यमंत्री के सात निश्चय वाले प्रोजेक्ट ने इस वार्ड का रुख किया। हर घर तक नल और हर गली के पक्कीकरण की योजना ने इस इलाके में लोगों के घर तक पानी तो नही पहुंचाया लेकिन यहाँ के निवासियों को पानी-पानी जरूर कर दिया।
लोगों ने सरकार को टैक्स ये सोचकर भरा कि इस इलाके में विकास होगा लेकिन विकास ऐसा हुआ कि इलाका दलदल बन गया और रहने वाले सारे लोगों का मकान कीचड़ में खिला कमल का फूल बन गया। अब ये अलग बात है कि आप यहाँ प्रवेश कर इसे नरकलोक की संज्ञा दें लेकिन आप जरा ये भी सोच लीजिये कि कमल तोड़ने के लिए कीचड़ में जाना होता है।
दरअसल सात निश्चय के लिए नल जल योजना के नाम पर हर गली और सड़कों को संवेदको ने खोद कर उसकी दशा बिगाड़ दी। खुदाई के बाद कोई भी गड्ढे भरे नही गये। इन गड्ढो ने जब भी पानी का दामन पकड़ा अपने अस्तित्व को मिटाने की कोशिश की और फिर क्या गली और क्या रोड सब बराबर हो गया। गलियों के इन गड्ढो ने भी समानता का रास्ता अपनाया और लोगों के लिए मुसीबत बन गए. इन जगहों से गुजरने वाले कई बार गिरते रहते।
रेणु देवी इस बात की शिकायत वार्ड 45 के पूर्व पार्षद सह वर्तमान वार्ड पार्षद रेणु देवी के प्रतिनिधि व भाजपा के चुनाव आयोग सेल के संयोजक अमरेंद्र कुमार ने कई स्तर पर किया. नगर आयुक्त, व जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक शिकायत की गई। इस वार्ड में नल-जल,गली पक्कीकरण, सड़क, गली और नालियों के करोड़ो रूपये के कार्य आवंटन के बाद भी संवेदकों द्वारा कार्य नहीं करने के पीछे वार्ड पार्षद रेणु देवी की माने तो एक साजिश है। उनके अनुसार यह वार्ड महादलित श्रेणी में आने के कारण इसके साथ ऐसा सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
साथ ही चूकि वे भी पिछड़ी जाति से आती हैं, इसलिए निगम और उसके संवेदक इसका विकास नहीं होने देना चाहते हैं। उन्होंने इसकी शिकायत भी मुख्यमंत्री तक की है। दर्जनों पत्राचार इलेक्ट्रॉनिक व भारतीय डाक के माध्यम से किये गए। इसकी बानगी जरा एक ईमेल से समझते हैं जिसमें वार्ड पार्षद रेणु देवी तथा उनके प्रतिनिधि सह पूर्व वार्ड पार्षद अमरेंद्र कुमार ने लिखा है कि ईमेल id:- [email protected], [email protected] से प्रमंडलीय आयुक्त के ऑफिसियल ईमेल ID पर दिनांक 06.11.20 09.11.20 30.11.20 03.12.20, 27.01.21, 1.02.21, 06.02, 21, 11.02.21, 18.02.21, 26.02.21, 02.03.21, 07.03.21, और 17.03.21 को 13 बार मेल के जरिये शिकायत भेजी. यहाँ तक कि लोक शिकायत निवारण समिति को भी शिकायत भेजी गयी. लगातार शिकायतों के बाद अमरेंद्र कुमार व वार्ड पार्षद रेनू देवी को धमकियाँ भी मिलीं।
उन्हें यह कहा गया कि जितनी शिकायत करोगे, उतना ही देर से काम होगा क्योंकि भ्रष्टाचार के इस खेल में सभी संलिप्त हैं. खैर परिणाम यह हुआ कि लगातार भारतीय जनता पार्टी चुनाव आयोग सेल के भोजपुर जिला संयोजक अमरेंद्र कुमार के द्वारा की जा रही शिकायतों के बाद जिलाधिकारी भोजपुर के द्वारा ज्ञापांक 18 अभी०, दिनांक-04/01/2021 के माध्यम से एक जांच कमेटी गठित की गई. जिसमें उप समाहर्ता, भूमि सुधार आरा, भोजपुर एवं कार्यपालक अभियंता, शाहाबाद पथ प्रमंडल, भोजपुर, आरा को जांच की जिम्मेदारी दी गई।
लेकिन डीएम के आदेश की अवहेलना करते हुए इन दोनों पदाधिकारियों के द्वारा आज तक जांच नहीं की| जिसके कुछ समय बाद आरा नगर निगम के नगर आयुक्त ने 9 अप्रैल, 2021 को पत्रांक 407 के जरिये मुख्य नगर अभियंता,आरा नगर निगम को एक आदेश निर्गत करते हुए आदेश दिया कि वैसे सभी संवेदक जिनके द्वारा कार्य आवंटन / एकरारनामा / कार्यादेश के पश्चात भी कई वर्षों से कार्य प्रारम्भ नही किये हैं, उन्हें अंतिम रूप से नोटिस दिया जाए। यदि इस नोटिस के बाद भी उनके द्वारा 20 दिनों के अंदर कार्य प्रारम्भ करते हुए कार्य समाप्त नही किया जाता है तो उक्त निविदा को रद्द करते हुए उनकी जमानत की राशि भी जब्त कर ली जाय एवं उक्त योजना का कार्यान्वयन पुर्न निविदा प्रकाशित कर की जाए।
दरअसल यह आदेश निगम ने 25 मार्च 2021 को आयोजित नगर निगम के बैठक में “सर्वसम्मति से निर्णय लेने के बाद पारित किया गया था। इस आदेश के अनुसार यदि सभी संवेदक 20 दिनों के अंदर अपना कार्य प्रारम्भ कर समयावधि के अंतर्गत कार्य सम्पादित नही करेंगे तो उनका एकरारनामा विखंडित कर जमानत की राशि जब्त करते हुए उन्हें काली सूची में सूचीबद्ध करने की कार्रवाई की जायेगी. इसके अलावा वैसे संवेदक जिनके कार्य खत्म करने की समयावधि समाप्त हो गई है। लेकिन वे कार्य समाप्त नहीं कर पाए हैं या उन्होंने अबतक कार्य ही प्रारम्भ नहीं किया है तो उनके एकरारनामा को विखंडित करते हुए सुरक्षित जमा की राशि जब्त कर उन्हें काली सूची में सूचीबद्ध करने की कार्रवाई की जाएगी।
इतना ही करोड़ो रुपये के कार्य आवंटन के बाद भी संवेदको द्वारा इसे चालू नहीं करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी नाराजगी जाहिर की है. मामला दर्ज कर अमरेंद्र कुमार के शिकायत पर सुप्रीम कोर्ट ने 34330/2021 के जरिये इस मामले को रजिस्टर्ड किया है. निगम द्वारा जारी आदेश को पूरा होने में अब 2 दिन बाकी है. यानि 29 मई तक काम चालू करने का अल्टीमेटम निगम ने सभी संवेदको को दिया है.
अब देखना यह होगा कि यास तूफान के कारण भोजपुर जिला क्या पूरे प्रदेश में 30 मई तक मौसम विभाग का अलर्ट जारी है। इधर यह हाल है कि नर्कलोक का द्वार बना गोढना रोड पुनः मौसम के थपेड़े से नर्क के समान गुलजार है. ऐसे में यह देखना होगा कि संवेदको पर कार्रवाई कर निगम उन्हें काली सूची में डालता है या फिर नई तारीखें जारी करता है? इन सबके बीच मजेदार होगा सुप्रीम कोर्ट द्वारा आने वाला आदेश… निगम ने 25 मार्च 2021 को आयोजित नगर निगम के बैठक में “सर्वसम्मति से निर्णय लेने के बाद पारित किया गया था”.
इस आदेश के अनुसार यदि सभी संवेदक 20 दिनों के अंदर अपना कार्य प्रारम्भ कर समयावधि के अंतर्गत कार्य सम्पादित नही करेंगे तो उनका एकरारनामा विखंडित कर जमानत की राशि जब्त करते हुए उन्हें काली सूची में सूचीबद्ध करने की कार्रवाई की जायेगी. इसके अलावा वैसे संवेदक जिनके कार्य खत्म करने की समयावधि समाप्त हो गई है। लेकिन वे कार्य समाप्त नहीं कर पाए हैं या उन्होंने अबतक कार्य ही प्रारम्भ नहीं किया है तो उनके एकरारनामा को विखंडित करते हुए सुरक्षित जमा की राशि जब्त कर उन्हें काली सूची में सूचीबद्ध करने की कार्रवाई की जाएगी।
इतना ही करोड़ो रुपये के कार्य आवंटन के बाद भी संवेदको द्वारा इसे चालू नहीं करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी नाराजगी जाहिर की है. सुप्रीम कोर्ट ने 34330/2021 के जरिये इस मामले को रजिस्टर्ड किया है. निगम द्वारा जारी आदेश को पूरा होने में अब 2 दिन बाकी है। यानि 29 मई तक काम चालू करने का अल्टीमेटम निगम ने सभी संवेदको को दिया है। अब देखना यह होगा कि यास तूफान के कारण भोजपुर जिला क्या पूरे प्रदेश में 30 मई तक मौसम विभाग का अलर्ट जारी है। इधर यह हाल है कि नर्कलोक का द्वार बना गोढना रोड पुनः मौसम के थपेड़े से नर्क के समान गुलजार है। ऐसे में यह देखना होगा कि संवेदको पर कार्रवाई कर निगम उन्हें काली सूची में डालता है या फिर नई तारीखें जारी करता है?
राज्यव्यापी विरोध दिवस के तहत भाकपा माले का एक दिवसीय धरना
आरा : भाकपा माले के राज्यव्यापी विरोध दिवस के तहत आरा नगर निगम वार्ड नंबर 21 में भाकपा माले के बैनर तले मांगों के समर्थन में एक दिवसीय धरना दिया गया| उनकी मुख्य मांग पंचायत प्रतिनिधि अधिकारियों को पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल 6 महीने के लिए बढ़ाया जाए पंचायतों प्रतिनिधियों का अधिकार नौकरशाही के हाथ में देना बंद करो धरना को संबोधित करते हुए।
आरा नगर निगम के जनप्रतिनिधि भाकपा माले नेता अमित कुमार गुप्ता उर्फ बंटी ने कहा कि भाकपा माले जनप्रतिनिधियों के हर जायज लोकतांत्रिक सवालों के साथ है और पंचायत प्रतिनिधियों का अधिकार नौकरशाह के हाथ में सौंपना लोकतंत्र के खिलाफ है और हमारी पार्टी किसी भी लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमले के खिलाफ खड़ा रहती है और आगे भी पंचायत प्रतिनिधि का अधिकार 6 महीना के लिए नहीं बढ़ाया गया तो भाकपा माले के बैनर तले पंचायत प्रतिनिधियों को गोलबंद कर नीतीश और तारकेश्वर सरकार के खिलाफ जबरदस्त आंदोलन किया जाएगा धरना में शामिल प्रमुख लोगों में अधिवक्ता अमित कुमार गुप्ता उर्फ बंटी वार्ड पार्षद वार्ड नंबर 21 नेता प्रतिपक्ष आरा नगर निगम भाकपा माले पप्पू गुप्ता रिंकू गुप्ता आकाश कुमार मदन गुप्ता शामिल थे।
हिंदी पत्रकारिता दिवस पर वेबीनार का आयोजन
आरा : भोजपुर प्रेस क्लब ऑफ आरा के बैनर तले वर्तमान पत्रकारिता की दशा और दिशा विषय पर आधारित एक वेबीनार का आयोजन भोजपुर जिले के वरिष्ठ और युवा पत्रकारों के बीच किया गया। सेमिनार की अध्यक्षता कोइलवर प्रखंड के वरिष्ठ पत्रकार मो. एनामुल हक ने की। संचालन क्लब के उपाध्यक्ष अरुण प्रसाद ने किया। वेबीनार में पत्रकारों पर हो रहे हमलो के खिलाफ पत्रकारों की मजबूत एकता विकसित करने पर बल दिया गया।
साथ ही गया और बक्सर में पत्रकारों को झूठे मुकदमों में फसाने की घटना की कड़ी निंदा की गई। वेबीनार के अंत में कोरोना काल में दिवंगत हुए पत्रकारों को 1 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। वेबीनार में वरिष्ठ पत्रकार भोजपुर प्रेस क्लब ऑफ आरा के संरक्षक साहेब तनवीर शब्बू,डॉ भीम सिंह भवेश, नरेंद्र सिंह, उपेन्द्र मिश्रा के अलावा संगठन के अध्यक्ष रजनीश त्रिपाठी, महासचिव प्रशांत रंजन, उपाध्यक्ष सैयद मेराज, सचिव, सोनू सिंह, कोषाध्यक्ष, दिना मिश्रा, उप कोषाध्यक्ष गौरव सिंह, कार्यालय प्रभारी संतोष सिंह के साथ-साथ भोजपुर प्रेस क्लब कोर कमिटी के सदस्य राकेश सिंह, शमशाद प्रेम, संजय श्रीवास्तव, युगेश्वर प्रसाद, मनीष सिंह, आशुतोष पांडेय, पंकज सुधांशु, हिमांशु प्रवीण, कमलेश पांडेय, आजाद भारती, प्रवीण रंजन, मनीष सिंह, विकास सिंह, राजेश तिवारी सहित कई लोग मौजूद थे। कुछ पत्रकार तकनीकी कारण से बेबीनार में नहीं जुड़ पाएं।उन लोगों ने भी मोबाइल पर फोन कर क्लब के फैसले का समर्थन किया है।
राजीव एन० अग्रवाल की रिपोर्ट