पूर्णिया के बाद किशनगंज में कथित अल्पसंख्यकों ने की युवक की गला रेतकर निर्मम हत्या!
किशनगंज : कथित अल्पसंख्यकों द्वारा बिहार के पूर्णिया जिले के बयासी थाना क्षेत्र के खापड़ा पंचायत के माजुवा गांव में महादलित बस्ती में न सिर्फ एक दर्जन से अधिक घरों में आग लगाई बल्कि महिलाओं समेत कइयों के साथ जमकर मारपीट किया। इस घटना को लेकर अभी तक कोई ठोस कार्रवाई भी नहीं हुई, इस बीच इसी तरह की दूसरी घटना किशनगंज से सामने आई है।
दरअसल, किशनगंज जिले के बहादुर गंज प्रखंड के पश्चिमी बस्ती में स्थानीय मुखिया के पुत्र तथा अन्य कई लोगों ने एक दलित परिवार के घर में घुस कर गला रेतकर हत्या कर दी। बहादुरगंज थाना के डसिया टोली में झुबरा लाल के पुत्र को रात्रि में पड़ोस के एक विशेष समुदाय के लोगों ने धारदार हथियार से काटकर उसकी हत्या कर दी! इस घटना को लेकर मृतक के पिता ने 2 लोगों की पहचान की है!
परिवार वालों का आरोप है कि स्थानीय मुखिया का बेटा मोहम्मद राजा रात के समय में नशे की हालत में उसके घर आ गया था और छेड़खानी करने लगा था। इसका विरोध करते हुए उसे वहां से खदेड़ा गया, जिसके बाद बदला लेने के लिए दूसरे दिन वह अपने साथियों के साथ आया और युवक का गला रेत दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
ज्ञातव्य हो कि पूर्णिया जिले की घटना को अलग-अलग राजनीतिक दलों के लोगों का अलग-अलग विचार है। स्थानीय AIMIM विधायक का कहना है कि मामला आपसी विवाद का है। वहीं, भाजपा नेताओं का कहना है दलितों को अल्पसंख्यकों द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है। किशनगंज की घटना को लेकर कहा जा रहा है कि ओवैशी के जीतते ही चार जिलों में गजवा ए हिंद शुरू हो गया है। पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार और अररिया से हिंदू पलायन को मजबूर हो रहे हैं।