पटना : राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने एनडीए सरकार पर खाद सब्सिडी के नाम पर किसानों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सहित भाजपा के अन्य नेता खाद सब्सिडी के बारे में गुमराह करने वाला बयान देकर झूठी वाहवाही लूटने की कोशिश कर रहे हैं। जबकि सच्चाई यह है कि बिलकुल फिल्मी स्टाइल में डीएपी के कीमत में 58 प्रतिशत की वृद्धि के साथ हीं प्रति बैग की कीमत 1200 रूपया से बढाकर 1900 रूपया कर दिया गया था। इसी प्रकार एनपीके के किमत में 52 प्रतिशत की वृद्धि के साथ प्रति बैग की कीमत 1175 रूपया से बढाकर 1790 रूपया, एपीएस के किमत में 46 प्रतिशत की वृद्धि के साथ प्रति बैग की कीमत 925 रूपया से बढाकर 1350 रूपया और पोटाश की कीमत को लगभग दोगुना करते हुए प्रति बैग की कीमत 875 रूपया से बढाकर 1725 रूपया कर दिया गया है ।
जब खादों के कीमतों में अप्रत्याशित रूप से किये गये वृद्धि का विरोध शुरू हुआ है तो केवल डीएपी के किमत में की गयी वृद्धि को वापस ले लिया गया और इसी को ऐतिहासिक निर्णय बताकर काफी जोर-शोर से प्रचारित किया जा रहा है कि खाद पर केन्द्र सरकार 140 प्रतिशत अनुदान देने जा रही है। जबकि सच्चाई यही है कि डीएपी पहले जैसे प्रति बैग की कीमत 1200 रूपया था , अब भी उसी किमत पर मिलेगी। बड़ी चालाकी से भाजपा नेताओं द्वारा बगैर किसी प्रकार का सब्सिडी दिये सब्सिडी का झुनझुना बजाया जा रहा है।
जबकि अन्य खादों के कीमतों में लगभग 50 प्रतिशत से 100 प्रतिशत तक की गयी वृद्धि में कोई कमी नहीं की गई है। जबकि एनडीए के छः वर्षों के शासनकाल में पहले भी खादों के कीमतों में भारी बढ़ोतरी की जा चुकी है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा राजनीति को भी व्यापार समझ रही है। इसीलिए बहु प्रचारित ” किसान सम्मान निधि योजना ” के तहत जितनी राशि किसानों को दी जा रही है, खादों के कीमतों में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि कर किसानों से हीं उससे दुगना वसूलने की व्यवस्था कर ली गई है।