अवैध रूप से बालू के खनन एवं परिवहन में लगे मशीनों को जब्त कर, मालिकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज
छपरा : उप महानिरीक्षक, सारण प्रक्षेत्र (डीआईजी) के नेतृत्व में जिलाधिकारी सारण डॉ नीलेश रामचन्द्र देवरे एवं पुलिस अधीक्षक सारण संतोष कुमार ने डोरीगंज अवस्थित तिवारी घाट का स्थलीय निरीक्षण कर खनन निरीक्षक/थानाध्यक्ष डोरीगंज के माध्यम से अवैध रूप से बालू के खनन एवं परिवहन में लगे मशीनों तथा उपस्करों की जप्ती का कार्य किया गया। जिसमे क्रेन को जब्त किया गया है और उनके मालिकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया गया है।
इसके अलावे भारी नाव का इंजन जो 25 hp का होता है को जब्त करने का निदेश दिया गया है।माइनिंग अधिकारी ने बताया है कि इसकी संख्या 10 हो सकती है। वेल्डिंग मशीनों को भी जब्त किया जा रहा है इनकी भी संख्या 10 तक हो सकती है। बालू लोडिंग करने वाले डम्फर को भी जब्त किया जाएगा। अभी करवाई चल रही है।
संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने की नई दिशानिर्देश जारी
छपराः जिले के ग्रामीण इलाकों में कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग चिंतित व सजग है। इसको देखते केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए नई दिशानिर्देश जारी की है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शहरी क्षेत्रों से सटे और ग्रामीण इलाकों में जहां घर पर आइसोलेशन संभव नहीं है,
वहां दूसरी बीमारियों से ग्रसित बिना लक्षण वाले या हल्के लक्षण वाले मरीजों के लिए कम से कम 30 बिस्तर वाले कोविड केयर सेंटर बनाने की सलाह दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि उप स्वास्थ्य केंद्रों तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों समेत सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) किट्स उपलब्ध होनी चाहिए। स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच की जाने के बाद मरीज को तब तक आइसोलेट होने की सलाह दी जाए, जब तक उनकी टेस्ट रिपोर्ट नहीं आ जाती।
सामुदायिक स्तर पर बुनियादी ढांचा को करें मजबूत :
स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि शहरी इलाकों में मामले बढ़ने के अलावा अब शहरी इलाकों से जुड़े क्षेत्रों, ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में भी मामले धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं। उसने ये दिशानिर्देश इसलिए जारी किए हैं ताकि ये समुदाय कोविड-19 से निपटने के लिए सभी स्तरों पर स्वास्थ्य देखभाल की बुनियादी ढांचा को मजबूत कर सकें।
संदिग्ध व संक्रमित व्यक्ति को किसी भी परिस्थिति में एक साथ नहीं रखा जायेगा :
ग्रामीण स्तर पर बनाये जाने वाले कोविड देखभाल केंद्र (सीसीसी) में किसी संदिग्ध या संक्रमित व्यक्ति को भर्ती कर सकते हैं। लेकिन, उनके लिए अलग जगह और साथ ही उनके प्रवेश तथा निकासी के लिए अलग व्यवस्था होनी चाहिए। एसओपी में कहा गया है, ‘संदिग्ध और संक्रमित व्यक्ति को किसी भी परिस्थिति में एक साथ नहीं रखा जाना चाहिए।’
गांव स्तर पर की जायेगी निगरानी :
स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन्स में कहा गया है कि हर गांव में, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता और पोषण समिति की मदद से आशा द्वारा समय-समय पर इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी/गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण के लिए सक्रिय निगरानी की जानी चाहिए। इसमें यह भी कहा गया है कि सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को रैपिड एंटीजन टेस्टिंग करने के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए।
गांवों में शुरू की जाए ओपीडी, संदिग्धों की कोविड जांच हो :
पहले से गंभीर बीमारियों से पीड़ित संक्रमितों या ऑक्सीजन स्तर कम होने पर मरीजों को बड़े स्वास्थ्य संस्थानों में भेजने का निर्देश दिया गया है। जुकाम-बुखार और सांस से संबंधित परेशानी के लिए हर उपकेंद्र पर ओपीडी चलाई जाए। दिन में इसका समय निश्चित हो। अगर किसी में कोरोना के संदिग्ध लक्षण हैं, तो उनकी स्वास्थ्य केंद्रों पर रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जाए या फिर उनके सैंपल नजदीकी कोविड जांच सेंटर में भेजे जाएं।
संक्रमित के संपर्क में आए लोगों को दें ये सलाह :
गाइडलाइन के मुताबिक, जिन लोगों में कोई लक्षण नहीं नजर आ रहा है, लेकिन वह किसी संक्रमित के करीब गए हैं और बिना मास्क या छह फीट से कम दूरी पर रहे हैं तो उन्हें क्वारंटीन होने की सलाह दें। साथ ही उनकी तत्काल कोविड जांच की जाए। हालांकि, यह संक्रमण के फैलाव और केसों की संख्या पर निर्भर करता है, लेकिन इसे आईसीएमआर की गाइडलाइंस के हिसाब से किया जाए।
ऐसे मरीजों को किया जाए आइसोलेट :
नए दिशानिर्देशों में कहा गया है कि करीब 80-85 फीसदी मरीज बिना लक्षणों वाले या बेहद कम लक्षणों वाले आ रहे हैं, ऐसे मरीजों को अस्पताल में भर्ती किए जाने की जरूरत नहीं है। इन्हें घरों या कोविड केयर फैसिलिटी में आइसोलेट किया जाए। ये मरीज होम आइसोलेशन के दौरान केंद्र की मौजूदा गाइडलाइंस का पालन करें। इन मरीजों के परिवार के सदस्य भी गाइडलाइन के हिसाब से ही क्वारंटीन रहें। इस दौरान स्वास्थ्यकर्मी कोरोना बचाव संबंधी नियमों का पालन करते हुए लगातार उनके हालचाल लेते रहें। अगर किसी मरीज में गंभीर लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत मेडिकल सुविधा दी जाए।
कुसुम देवी को मनोनीत किया गया महिला मोर्चा अध्यक्ष
छपरा : जदयू प्रदेश कार्यसमिति ने विस्तार करते हुए सारण जिला के महिला मोर्चा अध्यक्ष के रूप में उपाध्यक्ष कुसुम देवी को अध्यक्ष के रूप में मनोनीत किया। बताया जाता है कि प्रदेश महिला मोर्चा के अध्यक्ष डॉक्टर श्वेता विश्वास ने कुसुम रानी के कार्यों को देखते हुए जिला अध्यक्ष के रूप में कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई।
वहीं सूचना मिलते हैं पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर चाहिए जहां जिला अध्यक्ष विशाल सिंह राठौर पवन सिंह निरंजन कुमार जैसे कार्यकर्ताओं ने खुशी जाहिर करते हुए प्रदेश कार्यसमिति कथा जिला अध्यक्ष को धन्यवाद दिया।
तीन देसी पिस्तौल और दो जिंदा गोली के साथ अपराधी गिरफ्तार
छपरा : मशरक थाना क्षेत्र के राजापटी स्टेशन के पास कुछ अपराधी आकरेस्ट्रा के आर में बड़े अपराध करने की योजना बना रहे थे। तब तक मशरक थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने गुप्त सूचना पाकर सारण जिला के कई थानों के नामजद अपराधी को गिरफ्तार कर शानदार सफलता प्राप्त की। वहीं कुछ कुख्यात अपराधी मौके पर अंधेरा का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा।
गिरफ्तार अपराधी को तीन देशी पिस्तौल और दो जिंदा गोली के साथ गिरफ्तार किया गया है। मामले में थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि पकराये गए अपराधी की पहचान खैरा थाना क्षेत्र के धोबवल गांव निवाशी राहुल कुमार सिंह पिता धनेस्वर सिंह के रूप में हुई है। जो मशरक थाना क्षेत्र के राजापटी रेलवे स्टेशन रोड़ में दिलीप सिंह कर्णकुदरिया के मकान में किराए पर आकरेस्ट्रा चलाता है। वहीं पर सारण जिला के कुख्यात अपराधी टिंकु शर्मा शरण लिए हुआ था।
पुलिस इंस्पेक्टर उदय प्रताप सिंह मीडिया से बताया कि गुप्त सूचना मिली कि आकरेस्ट्रा के आर में कुख्यात अपराधी टिंकु शर्मा पिता रामयोध्या गांव पटेढ़ी थाना मढौरा अबैध हथियार के साथ गए और बड़े अपराध की योजना बना रहा था। तत्परता पूर्वक मशरक थानाध्यक्ष राजेश कुमार के नेतृत्व में दारोगा राजेश रंजन, जमदार ओमप्रकाश यादव, अजय कुमार सिंह के अगुआई में टीम का गठन कर छापामारी की गई। जिसमें एक युवक को तीन देशी पिस्तौल दो जिंदा गोली के साथ दबोच लिया गया। पकड़े गए अपराधी ने बताया कि हथियार टिंकु शर्मा का है वही कुख्यात अपराधी टिंकु शर्मा अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा। मामले में युवक पर प्राथिमिकी दर्ज कर मंडल कारा छपरा भेज दिया गया।