बिहार सहित 18 राज्यों में संक्रमण दर घटी, लेकिन बेड, आइसीयू बढाने की जरूरत
पटना : बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का पीक पार हो जाने और अधिक से अधिक लोगों के ठीक होने के आँकड़े राहत देने वाले हैं। इसके बावजूद अस्पतालों में बेड और आइसीयू की कमी दूर करने की चुनौती बनी हुई है।
सुमो ने कहा कि संक्रमण के गाँवों में फैलने की खबरों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। इसमें पंचायत प्रतिनिधि बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने भी गांव पर विशेष ध्यान देने और घऱ-घर जाकर टीका लगाने पर जोर दिया, इसलिए सरकार, पंचायत प्रतिनिधि और सामाजिक संगठनों को मिललकर हर गांव में ” कोरोना की नो -इंट्री ” सुनिश्चित करनी चाहिए।
सुशील मोदी ने कहा कि भारत में 114 दिनों के भीतर 17 करोड़ से अधिक डोज दिये जाने के साथ सबसे तेज टीकाकरण हुआ और मई के 13 दिनों में 18 पार के 24 लाख युवाओं को भी कोरोना की पहली डोज दी गयी। अब रेमडेसिविर इंजेक्शन और अन्य जरूरी की भी कमी नहीं है।आक्सीजन की उपलब्धता बढाई गई। कई अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट काम करने लगे।
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों ने मिलजुल कर जो प्रयाय किये, उससे बिहार,यूपी, राजस्थान सहित 18 राज्यों में एक सप्ताह से संक्रमण दर घट रही है। अब तक 2 करोड़ से ज्यादा देशवासी कोरोना को हराने में सफल रहे। कोरोना की पीक का दौर पार होने के संकेत मिलने लगे। संक्रमित होने की दर 21.9 फीसद से घट कर 19.8 फीसद हो गई।