कोरोना से भोजपुर के दारोगा की पटना में मौत
आरा : कोरोना से भोजपुर के एक दारोगा की आज मौत हो गयी है। तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें पटना के फोर्ड हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
भोजपुर के गीधा ओपी प्रभारी सह अवर निरीक्षक 59 वर्षीय कामेश्वर सिंह की बुधवार की रात कोरोना से मौत हो गयी। तबीयत बिगड़ने के बाद पटना के फोर्ड हॉस्पिटल में उन्होंने दम तोड़ दिया। वे मूल रूप से भोजपुर जिले के बड़हरा थाना क्षेत्र स्थित छपरापर गांव के रहने वाले थे। करीब चार महीने पहले नालंदा से बदलकर गृह क्षेत्र भोजपुर जिले में स्थानांतरित होकर आए थे। एसपी राकेश दुबे ने इस घटना की पुष्टि की है।
बिहार पुलिस एसोसिएशन ने प्रदेश अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने दुःख व्यक्त किया और कहा कि कि उनके निधन से पुलिस एसोसिएशन परिवार मर्माहत और दुखी है। उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना करता हूं। पटना के बांस घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।
मृत्युंजय कुमार सिंह ने सरकार से यह मांग की है कि जिन पुलिसकर्मियों की मौत कोरोना से हो रही है उनके परिवार को तत्काल 50 लाख रुपया आर्थिक मदद प्रदान की जाए। इस संबंध में सरकार कैबिनेट से पास कर आदेश निर्गत करे। उन्होंने कहा कि बिहार के तमाम पुलिसकर्मी अपनी जान की बाजी लगाकर अपने कर्तव्य पथ पर डटे हैं और अपनी ड्यूटी इमानदारी से कर रहे है| ऐसे में सरकार को चाहिए कि वह भी ऐसे जांबाज़ पुलिस कर्मियों के परिवार के लिए आगे आये|
बैंक लूटकांड में तीन लाइनर को पुलिस ने किया गिरफ्तार
आरा : भोजपुर जिले के मुफस्सिल थानान्तर्गत पिरौंटा स्थित पीएनबी ब्रांच में लूट मामले में पुलिस ने मोबाइल नंबर और सर्विलांस के जरिये तीनो लाइनर को पकड़ा है। इन तीनों से पूछताछ के आधार डकैती में शामिल अन्य लुटेरों, पैसे और हथियार की बरामदगी के लिये छापेमारी की जा रही है। इसमें एक विशेष टीम को लगाया गया है। सूत्रों के अनुसार पकड़े गये लाइनर में एक आरा के गौसगंज इलाके का रहने वाला है।
बता दें कि मंगलवार की दोपहर पिरौंटा गांव स्थित पीएनबी ब्रांच में पांच की संख्या में बदमाशों ने धावा बोल कर सवा दो लाख रुपये लूट लिये गये थे। तब लुटेरों की फायरिंग में उनके एक साथी को गोली लग गयी थी। उसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। इस मामले में ब्रांच मैनेजर खुशबू कुमारी ने पांच लुटेरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है। एसपी राकेश कुमार दूबे ने बताया कि अपराधियों की पहचान कर ली गयी है। जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
पिरौंटा स्थित पीएनबी में मंगलवार को डकैती के दौरान अपने ही साथी के गोली से जख्मी लुटेरे का इलाज पटना में चल रहा है। डकैती के दौरान सवा दो लूट लिया गया था। इस दौरान अपने ही साथी के गोली से एक अपराधी घायल हो गया। वह बड़हरा थाना क्षेत्र के नेकनाम टोला का रहने वाला अभिषेक कुमार है।
पीएनबी में लूट के बाद फिर बैंकों व वित्तीय संस्थानों की सुरक्षा पर प्रश्न चिह्न लग गया है| भोजपुर एसपी राकेश कुमार दुबे ने सभी थानाध्यक्षो को बैंकों के बाहर खड़े वाहन और बेवजह घूम रहे संदिग्धों की सख्ती से जांच करने का आदेश दिया है। उन्होंने हिदायत दी कि पुलिस अफसर जांच के नाम पर खानापूर्ती बंद करे। बैंक आने वाले हर लोगों पर नजर रखी जाये और बिना पासबुक वाले लोगों को पूछताछ कर ही जाने दिया जाये। वहीं एसपी ने बैंक प्रबंधन से भी सुरक्षा को लेकर सतर्क रहने को कहा है। कहा कि बैंकों में गार्ड रखना सुनिश्चित किया जाये और हाई क्वालिटी का सीसीटीवी लगाया जाये।
आरा सदर अस्पताल में दंडाधिकारी व् पुलिस पदाधिकारियों की हुई प्रतिनियुक्ति
आरा : आरा सदर अस्पताल में चिकित्सकों एवं कर्मियों के साथ मारपीट की घटना की पुनरावृति रोकने के लिए भोजपुर पुलिस प्रशासन सदर अस्पताल परिसर में दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी 24 घंटे अब ड्यूटी पर तैनात रहेंगे। विधि-व्यवस्था संधारण हेतु दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियों का दिवसवार एवं पालीवार प्रतिनियुक्ति के संबंध में सूचना जारी कर दी गयी है।
वर्तमान में जिले में कोविड-19 के दूसरे स्ट्रेन से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या लगतार बढ़ने से काफी संख्या में संक्रमित व्यक्ति/मरीज गंभीर अवस्था में सदर अस्पताल, आरा में आ रहे है। तथा मरीजो के परिजन अपने मरीजो का पहले ईलाज कराने को लेकर चिकित्सकों एवं चिकित्सा कर्मियों पर अनावश्यक दबाव बनाते है तथा उग्र होकर हंगामा, तोड़फोड़ तथा चिकित्सकों एवं चिकित्सा कर्मियों के साथ हाथापाई की घटना भी बढ़ने लगी है| जिसके कारण दूसरे मरीजो के ईलाज में अनावश्यक विलम्ब होता है तथा कभी-कभी विधि-व्यवस्था की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
इसलिए सदर अस्तपाल में विधि-व्यवस्था संधारण के निमित दिवसवार एवं पालीवार (24 ×7) 21 दण्डाधिकारियों एवं 21 वैकल्पिक दंडाधिकारियों= कुल 42 दंडाधिकारियों, 84 पुलिस पदाधिकारियों एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गयी है। प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे निर्धारित दिवस एवं समय पर सदर अस्पताल, आरा के इमरजेन्सी वार्ड स्थित नियंत्रण कक्ष में उपस्थित होकर विधि-व्यवस्था संधारित करना सुनिश्चित करेंगे।
वैकल्पिक रूप से प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारियों को निर्देश दिया जाता है कि विशेष परिस्थिति में प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारियों की अनुपस्थिति में उनके स्थान पर निर्धरित रोस्टर के अनुसार कार्य करेंगे। सिविल सर्जन, भोजपुर को निर्देश दिया गया है सदर अस्पताल, आरा के इमरजेन्सी वार्ड में प्रतिनियुक्त दण्डाधिकरियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को बैठने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था अविलम्ब सुनिश्चित करेंगे। सदर अस्पताल, आरा में विधि-व्यवस्था के सम्पूर्ण प्रभार में डीडीसी हरि नारायण पासवान (मो.-9431818346) एवं वरीय पुलिस पदाधिकारी के रूप में परीक्ष्यमान पुलिस उपाधीक्षक (जीतेश पाण्डेय, मो॰-9555734867) रहेंगे।
डॉक्टर पर हमले के मामले में प्राथमिकी, जेल भेजा गया आरोपित
आरा : सदर अस्पताल आरा के इमरजेंसी वार्ड में मंगलवार की शाम डॉक्टर पर हमले के मामले में प्राथमिकी दर्ज करा दी गयी है। हमले में जख्मी डॉ आशुतोष कुमार के बयान पर एक नामजद और दो-तीन लोगों को आरोपित किया गया है। आरोपितों में महिलायें भी शामिल हैं। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपित अरवल जिला के किंजर थाना क्षेत्र के हाजीपुर गांव निवासी नंदन कुमार को जेल भेज दिया
बता दें कि मंगलवार की शाम रिटायर फौजी रविंद्र कुमार की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया था। इस दौरान डॉ आशुतोष कुमार के साथ मारपीट भी की गई थी। उस मामले में पुलिस ने एक आरोपित युवक को दबोच लिया था।
कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए होगा सेनेटाइजेशन कार्य
आरा : भोजपुर जिला प्रशासन ने कोविड-19 के संक्रमण के फैलने से रोकने के लिए सेनेटाइजेशन के कार्य के संबंध में दिशा निर्देश जारी किया हैं- दिशा निर्देश के अनुसार वर्तमान में पूरे देश के साथ-साथ राज्य एवं जिले में कोविड-19 के दूसरे स्ट्रेन से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। अतएव इस वृद्धि को नियंत्रित करने के निमित संक्रमितों की पहचान कर उनके निवास स्थल तथा आसपास के क्षेत्रों को समेकित कर सरकार से प्राप्त निदेश के आलोक में कंटेनमेंट जोन का गठन किया जा रहा है।
इस प्रकार गठित कंटेनमेंट जोन, महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों तथा महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थलों (जहा लोगों का लगातार आना जाना होते रहता है) पर संक्रमण के फैलने से रोकने के लिए सेनेटाइजेशन का कार्य भी कराया जा रहा है। परंतु वर्तमान में समीक्षा के क्रम में संक्रमण की वृद्धि दर के अनुपात में सेनेटाइजेशन का कार्य तीब्र गति से कराने हेतु संबंधितों को निम्नांकित निर्देश दिये गये हैंः-
1.आरा शहरी क्षेत्र में अवस्थित सभी कंटेनमेंट जोन, महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों एवं महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थलों को सेनेटाइज कराने का कार्य नगर आयुक्त, नगर निगम, आरा अपने अधिनस्थ कर्मियों के माध्यम से सुनिश्चित करायेंगे।
2.नगर पंचायतों में संबंधित कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पंचायत एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सेनेटाइजेशन का कार्य करायेंगे।
3.प्रखंड स्तर पर संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सेनेटाइजेशन का कार्य करायेंगे।
4.पंचायत स्तर पर ग्राम पंचायतों के मुखिया एवं पंचायत सचिव संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के मागदर्शन में सेनेटाइजेशन का कार्य करायेंगे।
5.संपूर्ण जिले में सेनेटाइजेशन के कार्य का पर्यवेक्षण करने हेतु जिला परिवहन पदाधिकारी, भोजपुर को नोडल पदाधिकारी नामित किया गया है।
शहरों से ज्यादा देहातों में बढा कोरोना का खतरा, लोग लपरवाह
आरा : कोरोना वायरस 2020 में शहरों तक ही सीमित था पर इस बार शहरों की अपेक्षा देहातों में कोरोना वायरस तेज़ी से फैलने लगा है। होली के पहले करोना का ग्राफ देहातों में नगण्य था पर अब गाँव में संक्रमितों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है| कोरोना से मृतकों की संख्या भी गाँव में ही ज्यादा है|
होली के पहले एवं बाद में आये प्रवासी लोगों का समुचित जांच न होना कोरोना के प्रवाह को बढ़ाने में सहायक रहा है। दूसरे प्रदेशों से देहातों में आये प्रवासियों का समुचित जांच न होना, होम आइसोलेशन में न होना, बिमारियों को छिपाना, सोशल डिस्टेंसिंग का अभाव तथा मास्क के प्रति लापरवाही से करोना का संक्रमण बढ़ने लगा है जो किसी बड़े खतरे का संकेत है।
वर्ष 2020 में अधिक संक्रमित राज्यों से आए प्रवासियों की जांच और कोरेनटाइन की उचित व्यवस्था कोरोना के चेन को तोड़ने में सफल रही थी। लॉकडाउन का सकारात्मक प्रभाव था। लेकिन इस बार सरकारी तंत्र की बिफलता, समयानुसार जांच व आइसोलेशन की समुचित व्यवस्था का न होना कोरोना के फैलाव में सहायक सिद्ध हुआ। विशेषज्ञों की मानें तो देहातों में संक्रमण का तेजी से फैलाव खतरा का संकेत है। वैसे में माहामारी को रोकना कठिन हो जाएगा।
विशेषज्ञ मानते हैं कि देहातों में लोगों का रहन सहन कोरोना फेज-1को रोकने में सार्थक रहा था। देहातों में बिटामिन सी और डी का प्रयाप्त स्रोत है। समय पर जांच व पॉजिटिव पाए जाने वालों को कोरेनटीन की व्यवस्था कारगर साबित हुई थी। लेकिन इस बार अभी तक किसी तरह की व्यवस्था नहीं देखी जा रही है।
बाजारों में बिना मास्क के ही लोग धड़ल्ले से घूम रहे हैं| हालाँकि सरकार ने अपनी तरफ से सख्त गाइडलाइन जारी की है पर इसका सख्ती से पालन नहीं होने से कोरोना संक्रमण खतरनाक रूप ले सकता है| बाजारों में लोग खुलेआम बिना मास्क के हीं घूम रहे हैं। प्रशासन भी देहाती इलाको मे कोरोना गाइडलाइन को पालन कराने में अभी तक विफल रहा है।
स्वास्थ्य सुविधा सुदृढ़ करने लिए विधायक करेंगे आमरण अनशन
आरा : भोजपुर की स्वास्थ्य सुविधा को सुदृढ़ करने लिए जगदीशपुर के पूर्व विधायक भाई दिनेश ने अपनी मांगो के साथ आमरण अनशन करने का निर्णय लिया है| उनकी मांगे हैं की भोजपुर जिला मुख्यालय आरा सहित प्रखण्ड, अनुमंडल मुख्यालय पर डाक्टर और अस्पताल प्रबन्धक द्वरा बन्द किलिनिक खुलवाई जाय या उनका निबंधन रद्द करते हुए हमेशा के लिया बन्द किया जाए। क्लिनिक के डाक्टर, निजी नर्सिंग होम के प्रबन्धक पर देश द्रोह का मुकादमा दर्ज कर गिरफ्तार किया जाय।
प्रखण्ड, अनुमंडल और जिला स्तर पर हेल्प लाइन मोबाइल जारी कर एंबुलेंस की ब्यवस्था कर कोरोना कंट्रोल रूम खोला जाय, भोजपुर के मरीज को पटना रेफर करने के पहले अस्पताल से बेड आरक्षित कर भेजने के लिए सुविधा बहाल करने का दिशा निर्देश जारी हो, जिला के एमपी, एमएलए, एमएलसी का एक वर्ष का पैसा, आपदा विभाग का पैसा, स्वास्थ्य विभाग का पैसा से पंचायत स्तर से लेकर जिला स्तर के अस्पताल के बेड, जांच मशीन, एंबुलेंस सुब्यवस्थित करने का योजना बना कर जल्द कार्य किया जाय, किसी डाक्टर, नर्स, स्वास्थ्य कर्मी, एंबुलेंस चालक की ड्यूटी किस अस्पताल मे कब है उसका प्रतिदिन सोशल मीडिया के माध्यम से नाम, नम्बर के साथ प्रचारित करने की ब्यवस्था किया जाय।
मनमानी फीस लेने वाले, बगैर लाइसेंस का निजी नर्सिंग होम, किलिनिक चलाने वाले तथा एम्बुलेंस मालिकों द्वारा कई गुना अधिक भाडा लेने पर तत्काल केश दर्ज हो, भोजपुर के अंदर किसी नर्सिंग होम, क्लिनिक अस्पताल का सरकार द्वरा मान्यता प्राप्त है, उसे भी सोशल मीडिया, प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर प्रचारित किया जाय।
इस दौरान पूर्व विधायक सदर अस्पताल परिसर में स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के मूर्ति के समक्ष समय 10 बजे दिन से आमरण अनशन करेंगे। भाई दिनेश ने लोगों से अपील की है, कि 30 अप्रैल तक उन्हें अगर अपना कोई सुझाव देता है तो इस आमरण अनशन में उस सुझाव को भी शामिल किया जाएगा।
राजीव एन० अग्रवाल की रिपोर्ट