सुमो के वैक्सीन वाले बयान को राजद ने बताया भ्रम की स्थिति, कहा- सरकार स्पष्ट करे स्थिति
पटना : राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा था कि कोरोना की दोनों वैक्सीन का कोई न्यूनतम मूल्य तय किया जाना चाहिए और विकल्प दिया जाना चाहिए कि जो लोग वैक्सीन की कीमत चुका सकते हैं, वे अवश्य भुगतान करें। यह बाध्यकारी नहीं, स्वैच्छिक होना चाहिए। यदि राज्य सरकार ने वैक्सीन के मूल्य चुकाने का विकल्प दिया, तो गरीबों के टीकाकरण और इलाज के लिए ज्यादा संसाधन होंगे।
सुमो के इस बयान पर राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कोरोना वैक्सीन के एवज में मूल्य चुकाने की बात कह कर लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा कर दी है। सरकार को इस सम्बन्ध में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि 18 वर्ष तक के आयु वालों का वैक्सीनेशन कराने के लिए आज से रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है और एक मई से उनका वैक्सीनेशन होगा। राज्य सरकार द्वारा मुफ्त वैक्सीनेशन की घोषणा की गई है। यैसे बिहार विधानसभा चुनाव के समय प्रधानमंत्री जी भी सार्वजनिक मंच से बिहार के लोगों को मुफ्त वैक्सीनेशन का वादा कर चुके हैं।
अब जिस प्रकार राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी का बयान आया है उससे संशय की स्थिति बन गयी है। सुशील कुमार मोदी को भी यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे भाजपा प्रवक्ता की हैसियत से कुछ बोलते हैं कि सरकार के प्रवक्ता की हैसियत से। चूंकि अक्सर उनके द्वारा दिए गए बयान से भ्रम की स्थिति पैदा हो जाया करती है। भाजपा और सरकार को भी यह स्पष्ट कर देना चाहिए कि सुशील कुमार मोदी आखिर किसके प्रवक्ता की हैसियत से कुछ न कुछ बोलते रहते हैं।
राजद नेता ने कहा कि सुशील मोदी को राज्य के संशाधन की इतनी चिंता है तो उन्हें केन्द्र सरकार के सामने जोरदार तरीके से इस मुद्दे को उठाना चाहिए कि जो वैक्सीन केन्द्र सरकार को 150 रूपये में मिल रहा है वह राज्य को 400 रूपये में क्यों? चुनाव के समय बड़े जोर-शोर से डबल इंजन की सरकार की बात की गई थी तो केन्द्र की सरकार बिहार को अपने स्तर से वैक्सीन क्यों नहीं उपलब्ध करा रही है। विधानसभा चुनाव के समय तो प्रधानमंत्री जी ने स्वयं घोषणा किये थे कि बिहार में सभी को मुफ्त में वैक्सीन दी जायेगी। यैसे भी पीएम केयर फंड का पैसा किस दिन काम आयेगा।