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12 अप्रैल : सारण की मुख्य खबरें

कोरोना को मात देने के लिए पूरे देश में 11 अप्रैल से 14 अप्रैल तक विशेष अभियान

छपरा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा कोरोना को मात देने के लिए पूरे देश में 11 अप्रैल से 14 अप्रैल तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है,अभियान के आज दूसरे दिन छपरा के विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने छपरा शहर के सदर हॉस्पिटल, मीरा हॉस्पिटल सहित आधा दर्जन कोरोना वैक्सीन सेंटर पर जाकर निरीक्षण किया। इस दौरान विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने कहा कि वैक्सीन सेंटर पर सरकार उत्तम व्यवस्था करने के लिए प्रतिबद्ध है, सभी सेंटर पर वैक्सीन लेने वालों के लिए बैठने के लिए कुर्सी, पंखा ,पानी,सेनेटाइजर की व्यवस्था की गई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर देशभर में 11 अप्रैल से 14 अप्रैल तक ‘टीका उत्सव’ का आयोजन किया जाएगा. इसका उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा योग्य लाभार्थियों का टीकाकरण करना है. ‘टीका उत्सव’ के दौरान मेरा लोगों से अपील है कि ‘टीका उत्सव’ के दौरान बड़ी संख्या में टीका लगवाएं.विधायक ने क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से लगातार बात करके 45 वर्ष से ऊपर के लोग को कोरोना का वैक्सीन लेने के लिए जागरूक कराने का आग्रह किया है।

विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने कहा इस वैश्विक महामारी का बचाव का वैक्सीन,मास्क और दूरी बनाकर रहना ही इसका निदान है। निरीक्षण के दौरान छपरा सिविल सर्जन डॉ सुकुमार ,अस्पताल उपाधीक्षक डॉ रामइकबाल प्रसाद,बिहार क्रीड़ा प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय प्रभारी धर्मेन्द्र सिंह चौहान,ओबीसी मोर्चा के कार्यसमिति सदस्य राजेश फैसन ,रिविलगंज नगर भाजपा अध्यक्ष अनुरंजन कु समेत अन्य कार्यकर्ता सामिल हुए।

बिन्दटोलिया मोहल्ला में कैंप लगाकर लोगों को कराया गया वैक्सीनेशन

छपरा : शहर के जगलाल चौधरी कॉलेज छपरा के रा. से. यो. के स्वयंसेवक ने रतनपुरा बिन्दटोलिया मोहल्ला में कैंप लगाकर लोगों को covid vaccination कराया। इस अभियान में स्वयसेवकों सुजाता कुमारी, कुंदन कुमार, संदीप कुमार, रौशन श्रीवास्तव,अंजलि कुमारी एवं स्वास्थय विभाग से ANm माधवी देवी, anm रेणु देवी मैनेजर रिचा राय और रणधीर कुमार उपस्थित रहे।

कोविड-19 टीकाकरण तथा गर्भावस्था व सुरक्षित प्रसव से जुड़ी हर बात को जानने व समझने की जरूरत

छपरा : एक महिला के लिए गर्भवती होना उत्साह से भरा होता है। गर्भावस्था का यह समय उसके जीवनकाल में सबसे महत्वपूर्ण होता है। लेकिन कोविड 19 महामारी के इस समय में भावी माताओं में डर, चिंता और अनिश्चितता व्याप्त है। संक्रमण काल का सामना करने के लिए सभी महिलाओं को कोविड-19 टीकाकरण तथा गर्भावस्था व सुरक्षित प्रसव से जुड़ी हर बात को जानने एवं समझने की जरूरत है ताकि उनके मन में किसी प्रकार का संशय नहीं हो। इसको लेकर यूनिसेफ ने एक मार्गदर्शिका के माध्यम से विस्तार में जानकारी दी है।

गर्भवती महिलाओं में संक्रमण का खतरा अधिक :

यूनिसेफ के अनुसार कोविड-19 संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के लिए टीकाकरण सुरक्षित और प्रभावकारी है. कोविड काल में महिलाओं के मन में यह सवाल उठते होंगे जैसे कि क्या गर्भवती महिलाओं को कोविड संक्रमण का जोखिम अधिक है? इसके जवाब में यूनिसेफ ने कहा है अन्य महिलाओं की तुलना में गर्भवती महिलाओं में संक्रमण का जोखिम अधिक होता है.विशेषकर जब कोई महिला स्वास्थ्यकर्मी या फ्रंटलाइन वर्कर्स हों। ऐसी महिलाओं को कोविड टीकाकरण से पूर्व चिकित्सीय परामर्श जरूर लेना चाहिए. वर्तमान में गर्भवती महिलाओं में कोविड टीकाकरण के असर व प्रभाव को समझने के लिए शोध जारी है।

प्रजनन क्षमता को नहीं पहुंचता है कोई नुकसान :

गर्भवती महिलाओं के मन में कोविड टीकाकरण से उनकी प्रजनन क्षमता को होने वाले नुकसान को लेकर कई संशय हो सकते हैं। ऐसी भ्रांतियों को लेकर यूनिसेफ ने बताया है यह महज एक अफवाह है। ऐसी बातों का ध्यान नहीं दिया जाना चाहिए। कोविड टीकाकरण के कारण महिलाओं की प्रजनन क्षमता को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचता है। यदि आप गर्भवती होना चाहती हैं तो कोविड टीकाकरण करा कर आसानी से गर्भवती हो सकती हैं।

स्तनपान बच्चों को कोविड से रख सकता है सुरक्षित :

स्तनपान कराने वाली महिलाओं के मन में कोविड टीकाकरण कराने एवं टीकाकरण के बाद अपने बच्चे को स्तनपान जारी रखने को लेकर भी कई सवाल है. इसको लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है स्तनपान करा रही महिला यदि टीकाकरण कराये जाने वाले प्राथमिक समूह जैसे स्वास्थ्यकर्मी या फ्रंटलाइन वर्कर्स की श्रेणी में शामिल हैं तो उनका कोविड टीकाकरण जरूरी है. टीकाकरण के बाद स्तनपान कराया जा सकता है. शिशु को कोविड संक्रमण से दूर रखने का यह बेहतर तरीका है।

चिकित्सक से संपर्क कर जरूर करायें प्रसव पूर्व जांच :

कोविड-19 एक नये प्रकार का वायरस है और इस विषय पर लगातार शोध किए जा रहे हैं. लेकिन अभी भी कई भावी माताएं संक्रमण को लेकर डरी हुई हैं और इस ख्याल से वह घर पर ही रह रही हैं। ऐसे में वह डॉक्टरों के संपर्क में कम आ पाती हैं. यूनिसेफ के अनुसार ऐसे समय में चिकित्सकों के सलाह से नियमित प्रसव पूर्व जांच आवश्यक है. शिशु के जन्म के बाद भी उनके नियमित टीकाकरण के लिए भी चिकित्सकों के संपर्क में रहना जरूरी है। चिकित्सक से मिलने के समय के सुरक्षित तरीकों पर बात कर प्रसव पूर्व जांच अवश्य करायें।

गर्भवती महिलाएं बीमार हों तो लें चिकित्सीय परामर्श :

संक्रमण काल में गर्भवती महिलाओं में यह भी डर हैं कि यदि वह कोविड संक्रमित हुई तो क्या यह संक्रमण उनके बच्चे को भी हो सकता है. यूनिसेफ ने जानकारी दी है कि कोविड 19 वायरस गर्भनाल, स्तन से निकलने वाले दूध या योनि द्रव में मौजूद नहीं होता है. फिर भी एक गर्भवती महिला संक्रमण से बचने के लिए सुरक्षा के सभी उपायों का सख्ती से पालन करें. यदि महिला गर्भवती हैं या हाल ही में शिशु को जन्म दिया है और बीमार महसूस कर रहीं हों तो उन्हें चिकित्सीय परामर्श जरूर लेनी चाहिए.

संस्थागत प्रसव है सही एवं सुरक्षित विकल्प :

महिलाओं में संक्रमण को लेकर डर का असर उनके प्रसव को भी प्रभावित कर सकता है. कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते प्रसार के मद्देनजर कई बार महिलाएं अस्पताल जाने से इंकार करने लगती है। लेकिन अस्पताल में ही प्रसव कराये जाने की योजना सुरक्षित एवं सही विकल्प है. प्रसव के लेकर मन में किसी तरह की चिंता और डर नहीं रखा जाना चाहिए।

अस्पतालों में प्रसव को लेकर होने वाले डर और तनाव को दूर करने के लिए गर्भवती महिलाएंओं को नियमित हल्के व्यायाम करें तथा अच्छी नींद के साथ पौष्टिक आहार व खानपान पर ध्यान देना चाहिए साथ ही उन्हें अपने गर्भवती होने का आनंद लेना चाहिए। प्रसव के तुरंत बाद स्वयं व नवजात को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए घर पर ही रहें तथा मिलने के लिए रिश्तेदारों को कुछ समय तक रूकने के लिए कहें।

भीषण गर्मी एवं लू से बचाने के लिए चलाया जायेगा जन-जागरूकता अभियान

छपरा : जिले में गर्मी का मौसम शुरू हो चुका है। गर्मी के मौसम भीषण गर्मी के साथ लू भी चलती है। जिस कारण जन जीवन प्रभावित होता है एवं आमजनता को स्वास्थ्य एवं पेयजल संबंधी गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में भीषण गर्मी एवं लू से बचाने के लिए जन-जागरूकता अभियान चलाया जायेगा।

इसको लेकर आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि गर्मी के मौसम छोटे बच्चे, गर्भवती एंव धात्री महिलाओं एवं काम के लिए घर से बाहर निकलने के मजबूर दिहाड़ी मजदूरों को काफी समस्याएं होती है। साथ ही पेयजल संकट की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। ऐसे में आवश्यक है कि विभिन्न विभागों के द्वारा आमजनों को भीषण गर्मी एंव लू से बचाव के लिए कारगार उपाय बताये जायें।

स्वास्थ्य संस्थानो पर सभी आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश :

आपादा प्रबंधन विभाग एंव स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने निर्देश दिया है कि जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, रेफरल अस्पतालों, सदर अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पतालों में लू से प्रभावितों का इलाज के लिए विशेष व्यवस्था कर ली जाये। साथ ही सभी स्वास्थ्य केंद्रों एवं अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में ओआरएस पैकेट, आईभी फ्लूड एवं जीवन रक्षक दवा इत्यादि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं।

आईसोलेशन वार्ड की होगी व्यवस्था :

अत्यधिक गर्मी से पीड़ित व्यक्तियों के इलाज के लिए आवश्यकता अनुसार अस्पतालों में आईसोलेशन वार्ड की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं. लू से पीड़ित बच्चों, बुजुर्गों एवं गर्भवती महिलाओं तथा गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जा रही है। आवश्यकता अनुसार प्रभावित जगहों पर चलंत चिकित्सा दल की भी व्यवस्था की जायेगी।

आंगनबाड़ी केंद्रो पर भी विशेष व्यवस्था करने का निर्देश :

सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर पेयजल की समुचित व्यवस्था की जायेगी। वहां पर गर्म हवाओं एवं लू से बचाव से संबंधित आईइसी पोस्टर प्रदर्शित किये जाएंगे. नवजात शिशु, बच्चों, धातृ एवं गर्भवती महिलाओं के लिए स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से विशेष चिकित्सा सुविधा की व्यवस्था की जायेगी। इसके अलावा विभिन्न विभागों के माध्यम से पंचायत एंव प्रखंडस्तर पर जागरूकता के लिए बैनर-पोस्टर प्रदर्शित किये जायेंगे।

कोरोना संक्रमण का प्रसार रोकने को लेकर कांटेक्ट ट्रेसिंग का काम योजनाबद्ध तरीके से

छपराः कोरोना संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए कांटेक्ट ट्रेसिंग का काम योजनाबद्ध तरीके से चल रहा है। जिला प्रशासन की कोशिश है कि संक्रमण की रफ्तार को रोकी जाए। इसके लिए जरूरी है कि कोरोना संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन के नियमों का पूरी सख्ती से पालन करें। पहले देखा जाता था कि कोरोना संक्रमित होने के बावजूद लोग घरों से बाहर निकल जाया करते थे, लेकिन अब प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है।

सिविल सर्जन डॉ. जर्नादन प्रसाद सुकुमार ने बताया कांटेक्ट ट्रेसिंग के अलावा लगातार निगरानी भी कराई जा रही है। प्रत्येक कोरोना संक्रमित व्यक्ति के घर में पोस्टर चस्पा जा रहा है ताकि अगल-बगल और संबंधित व्यक्ति को जानने वाले लोग सजग और सतर्क रह सके। तब तक संक्रमित व्यक्ति का घर से निकलना ना हो जब तक कि उसकी रिपोर्ट नेगेटिव ना आ जाए। आशा कार्यकर्ता आंगनबाड़ी सेविका, एएनएम व स्वास्थ्यकर्मी लगातार मरीजों की निगरानी कर रहे है।

हर संक्रमित से ली जा रही जानकारी :

किसी भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति को छोड़ा नहीं जा रहा है। हर संक्रमित के घर पहुंच कर सारी जानकारी एकत्रित की जा रही है. इस बार कांटेक्ट ट्रेसिंग जमीनी स्तर पर बेहतर तरीके से किया जा रहा है। और मरीजों के संपर्क में स्वस्थ लोग न आए इसके लिए कड़ी निगरानी भी की जा रही है।

मरीजों का हाल चाल पूछ रहे है नियंत्रण कक्ष के कर्मी :

कोरोना संक्रमित मरीजों का फोन कॉल के माध्यम से फालोअप किया जा रहा है। वहीं आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका तथा एएनएम के द्वारा गृह भ्रमण कर निगरानी कर रही है। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को कोविड दवा किट भी उपलब्ध करायी जा रही है। इसके साथ ही जिला नियंत्रण कक्ष के माध्यम से उनके स्वास्थ्य का हाल- चाल पूछा जा रहा है। माइक्रो कंटेनमेंट ज़ोन में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की कोविड-19 जांच रैपिड एंटीजन किट के माध्यम से की जा रही है। वहीं आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका तथा एएनएम के द्वारा 14 दिनों तक गृह भ्रमण कर प्रत्येक व्यक्तियों के लक्षणों के बारे में जानकारी ले रही है।

इन बातों का रखें विशेष ख्याल :

• 45 साल से ऊपर सभी लोग कोरोना का टीका जरुर लें
व्यक्तिगत स्वच्छता और शारीरिक दूरी बनाए रखें.
• बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
• साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल करें.
• साफ दिखनेवाले हाथों की भी अंतराल पर सफाई करें.
• छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढंके.
• उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.
• घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
• बार-बार मास्क को ऊपर नीचे करने से बचें.
• बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से एक सुरक्षित दूरी बनाए रखें.
• अपनी कोहनी के अंदरूनी हिस्से में छींके, अपने हाथों की हथेलियों में न खासें.
• आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.

अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच शाखा छपरा द्वारा किया गया नई कार्यकारणी शपथ ग्रहण

छपराः अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच शाखा छपरा के नई कार्यकारणी का शपथ ग्रहण समारोह राजस्थान होटल में किया गया। नवनिर्वाचित अध्यक्ष सुमित चांदगोठिया, सचिव मोहित अग्रवाल एवम कोषाध्यक्ष गोपाल अग्रवाल को निवर्तमान अध्यक्ष विकाश चांदगोठिया द्वारा शपथ दिलाया गया। उपाध्यक्ष गोविंद लाठ एवं गौरव चांदगोठिया एवं सहसचिव संदीप मिश्रा को भी शपथ ग्रहण करवाया गया। मंच परिवार में 6 नए सदस्यों को भी जोड़ा गया।

अध्यक्ष एवं सचिव ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि कोरोना काल के इस कठिन परिस्थिति में संस्था प्रत्येक गाइडलाइन का पालन करते हुए, समाज के हर वर्ग की सेवा का कार्य निरंतर करती रहेगी। मंच संचालन पूर्व सचिव विशाल जगनानी द्वारा किया गया। वरिष्ठ सदस्यो द्वारा मंच परिवार को संगठन, एकता एवं भाईचारे का संदेश दिया गया। उपरोक्त समारोह में पूर्व अध्यक्ष रवि जगाती, आशीष माहेश्वरी, अमित बजाज, एवं सदय श्री विशाल चाँदगोठिया, विवेक बजाज,रचित पोद्दार, अभिषेक अग्रवाल, विष्णु अग्रवाल, संजय अग्रवाल, रौशन शर्मा, कृष्णा चाँदगोठिया, नितिन माहेश्वरी, सिद्धार्थ अग्रवाल, रचित पोद्दार इत्यादि उपस्थित हुए।

महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती पर कोरोना को मात देने हेतु 11 से 14 अप्रैल तक विशेष अभियान

छपरा : 12 अप्रैल देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा महात्मा ज्योतिबा फुले के जयंती के अवसर पर कोरोना को मात देने के लिए पूरे देश में 11 अप्रैल से 14 अप्रैल तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है, अभियान का आज दूसरा दिन छपरा के विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने छपरा शहर के सदर हॉस्पिटल, मीरा हॉस्पिटल सहित आधा दर्जन कोरोना वैक्सीन सेंटर पर जाकर निरीक्षण किया।

स्थानीय विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने कहा है वैक्सीन सेंटर पर सरकार द्वारा अच्छा व्यवस्था किया गया है, सभी सेंटर पर वैक्सीन लेने वालों के लिए बैठने के लिए कुर्सी, पंखा, पानी, सेनेटाइजर की व्यवस्था की गई है, विधायक जी ने शहर के कार्यकर्ताओं से लगातार बात करके 45 वर्ष से ऊपर के लोग को कोरोना का वैक्सीन लेने के लिए आग्रह जागरूक कराने को कहा।विधायक डॉ की एन गुप्ता ने कहा यह वैश्विक महामारी का बचाव का वैक्सीन, मास्क और दूरी बनाकर रहना ही फिलहाल इसका निदान है।

निरीक्षण के दौरान यह छपरा सिविल सर्जन डॉ जे पी सुकुमार, डॉ रामप्रसाद, बिहार क्रीड़ा प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय प्रभारी धर्मेन्द्र सिंह चौहान, ओबीसी मोर्चा के कार्यसमिति सदस्य राजेश फैसन, रिविलगंज नगर भाजपा अध्यक्ष अनुरंजन कु आदि कार्यकर्ता सामिल हुए।