रजनीकांत और अक्षय कुमार स्टारर बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘2.0’ की रिलीज पर ग्रहण लग सकता है। शंकर द्वारा निर्देशित यह साइंस फिक्शन फिल्म देशभर में 29 नवबंर (गुरुवार) को रिलीज हो रही है। रिलीज से ठीक पहले सेल्युलर आॅपरेटर्स एसोसियशन आॅफ इंडिया (सीओएआई) के बैनर तले कई मोबाइल कंपनियों के प्रतिनिधियों ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) व सूचना—प्रसारण मंत्रालय को पत्र लिखकर फिल्म 2.0 पर रोक लगाने की मांग की है। पत्र में फिल्म के रिलीज के पहले उसके टिजर, ट्रेलर व प्रोमोशनल वीडियो पर भी रोक लगाने की मांग की गई है। पत्र में कहा गया है कि इसके रिलीज के पहले पूरी फिल्म की समीक्षा होनी चाहिए, ताकि यह विज्ञान विरोधी संदेश न दे।
2.0 पर रोक लगाने की मांग के पीछे कारण दिया गया है कि फिल्म में आधारहीन तरीके से यह दिखाया गया है कि मोबाइल फोन व मोेबाइल टावर मनुष्य व पशु—पक्षियों के लिए खतरनाक हैं। सीओएआई का कहना है कि यह फिल्म लोगों के मन में मोबाइल को लेकर नाकारात्मक भाव उत्पन्न कर सकती है। फिल्म के ट्रेलर में एक जगह अक्षय कुमार का किरदार कहता है— ”सेलफोन इस्तेमाल करने वाला हर इंसान हत्यारा है।” इस संवाद ने सीओएआई का ध्यान खींच लिया, जिसके बाद सीओएआई से संबद्ध सेल्युलर आॅपरेटरर्स के कान खड़े हो गए।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर मेकर्स की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।