पटना : बिहार में सिपाही भर्ती की परीक्षा में व्यापक स्तर पर फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। सिपाही चयन परिषद ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 229 सफल उम्मीदवारों पर प्राथमिकी दर्ज कराई है। इन सभी पर लिखित परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने का मामला उजागर हुआ है। एफएसएल की जांच में इन सभी अभ्यर्थियो की हस्तलिपि के मिलान में फर्ज़ीवाड़ा पाया गया है।
मालूम हो कि परीक्षा के बाद 235 अभ्यर्थियों को औपबंधिक रूप से सफल घोषित किया गया था। लेकिन इनके द्वारा दी गयी लिखित परीक्षा में राइटिंग की जांच की गई तो वह इनकी वास्तविक लिखावट से मेल नहीं खाया। नतीजतन बोर्ड ने इन सभी की गिरफ्तारी करने का फैसला लिया है। पिछले वर्ष केंद्रीय चयन पर्षद द्वारा सिपाहियों का बहाली को लेकर विज्ञापन (नंबर-1/2017) निकाला गया था।.
इस वैकेंसी के लिए ली गई परीक्षा के बाद 11 जून, 2018 को अंतिम रूप से चयनित और अनुशंसित 9839 अभ्यर्थियों में से 235 अभ्यर्थियों को औपबंधिक रूप से सफल घोषित किया गया था। जांच के दौरान फॉरेंसिक साइंस लेबोरेट्री में हैंडराइटिंग की जांच में इसका खुलासा हुआ। पुलिस के मुताबिक जिन अभ्यर्थियों पर मामला दर्ज किया गया है उनमें पटना, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, बांका, नालंदा समेत 26 जिलों के अभ्यर्थी शामिल हैं।