आयकर विभाग ने चेन्नई स्थित दो व्यावसायिक समूहों पर 4 मार्च, 2021 को छापेमारी की कार्रवाई की, जिनमें से एक तमिलनाडु का बड़ा बुलियन ट्रेडर है, जबकि दूसरा दक्षिण भारत का गहनों का सबसे बड़ा खुदरा व्यापारी। इन दोनों समूहों से संबंधित चेन्नई, मुंबई, कोयंबटूर, मदुरई, त्रिची, त्रिशूर, नेल्लूर, जयपुर और इंदौर में 27 अलग-अलग ठिकानों पर छापे मारे गए हैं।
बुलियन ट्रेडर के परिसरों से मिले साक्ष्यों से खुलासा हुआ कि बड़े पैमाने पर बेहिसाब नकद बिक्री की गई, इसकी शाखाओं से फर्जी नकदी जमा कराई गई, खरीदारी के लिए अग्रिम भुगतान के रूप में नकली बैंक खातों में नकदी जमा की गई, नोटबंदी के दौरान बेहिसाबी नकदी जमा की गई, फुटकर लेनदारों से फर्जी नकदी जमा कराई गई, मौजूद स्टॉक के हिसाब किताब में संतुलन नहीं पाया गया।
खुदरा आभूषण व्यवसाई के ठिकानों से मिले साक्ष्यों के अनुसार करदाता ने स्थानीय ऋण दाताओं से नकद स्वरूप में ऋण लिए और उन्हें नक़दी के रूप में ही अदा किया। बिल्डरों को नक़द ऋण दिए और रियल स्टेट में नकद निवेश किया, सोने के बेहिसाबी शेयर खरीदे गए, अप्राप्य ऋण के गलत ढंग से दावे किए गए, पुराने सोने को शुद्ध सोने में बदलने के दौरान नुकसान और आभूषण बनाने के शुल्क इत्यादि को बढ़ाकर दिखाया गया।
छापेमारी की कार्रवाई के दौरान मिले साक्ष्यों के अनुसार 1000 करोड़ रुपए से अधिक राशि को अघोषित पाया गया और 1.2 करोड़ रुपए की नकदी बरामद हुई जिसे ज़ब्त कर लिया गया है।आयकर विभाग की जांच अभी जारी है।