06 मार्च : सारण की मुख्य खबरें

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समर्पण की भावना से बेहतर राष्ट्र का निर्माण संभव : अजय कु० सिंह

छपरा : समर्पण की भावना से बेहतर राष्ट्र का निर्माण संभव है और राष्ट्र निर्माताओं की इसमें भूमिका अहम है। उक्त बातें जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह ने प्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय बांगरा जलालपुर में आयोजित स्वागत एवं उन्मुखी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए शनिवार को कही। इस मौके पर नए प्रशिक्षुओं का स्वागत भव्य ढंग से किया गया तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।

जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि देश में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू हुई है। इस परिप्रेक्ष्य में नए प्रशिक्षुओं को विशेष ध्यान देने की जरूरत है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में शिक्षकों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। उनकी जवाबदेही तथा जिम्मेदारी तय की गई है। सरकार ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में राष्ट्र व समाज के विकास के लिए शिक्षकों को केंद्र में रखा है। इसके लिए उन्हें समर्पण की भावना के साथ प्रशिक्षण लेने तथा राष्ट्र निर्माण में योगदान करने की आवश्यकता है।

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इस मौके पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (समग्र शिक्षा) प्राचार्य राजन कुमार गिरि ने आगत अतिथियों का स्वागत किया तथा कहा कि प्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय बांगरा जलालपुर की अपनी गौरवशाली परंपरा रही है। महाविद्यालय के उप-प्राचार्य पप्पू कुमार ने कहा कि राज्य स्तर पर महाविधालय की अपनी विशिष्ट पहचान है। यहां प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले प्रशिक्षु शिक्षा के क्षेत्र में राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट योगदान कर रहे हैं। उन्होंने नए प्रशिक्षुओं से पूर्ववर्ती छात्रों का अनुकरण करने की अपील की।

इस अवसर पर नए प्रशिक्षुओं का महाविद्यालय के शिक्षकों तथा छात्र-छात्राओं में स्वागत किया और आपसी समन्वय तथा सहयोग से शिक्षा के क्षेत्र में मिसाल कायम करने का संकल्प व्यक्त किया। इस मौके पर महाविधालय के व्याख्याता डॉ प्रेम कुमार,राजेश्वर प्रसाद सिंह ,संजय कुमार राम,और असमा कमाल ने अपने अपने विचार रखें। समारोह में हरेंद्र सिंह, आफताब आलम, शशि, राकेश आदि ने भाग लिया।

कार्यक्रम का संचालन प्रशिक्षु शिक्षक अमन राज, आभा तिवारी और रानी उपाध्याय ने संयुक्त रूप से किया । इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में सोनम ने “कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है” गजल प्रस्तुत कर खूब वाहवाही लूटी। डॉली ने “क्योंकि तुम ही हो” गीत गाकर माहौल को खुशनुमा बना दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ स्वागत गाने एवं सरस्वती वंदना से की गई। इस मौके पर काफी संख्या में प्रशिक्षु मौजूद थे।

टीबी उन्मूलन में निजी चिकित्सकों की सहभागिता आवश्यक

छपरा : निजी चिकित्सकों को टीबी मरीज की सूचना स्वास्थ्य विभाग को देनी होगी। निजी चिकित्सकों के पास टीबी का मरीज इलाज करवा रहा है तो ऐसे मरीजों का नोटिफिकेशन करना अनिवार्य है। नए टीबी रोगी के नोटिफिकेशन पर निजी चिकित्सकों को प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी।

उक्त बातें सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने एक निजी होटल में आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि भारत सरकार का लक्ष्य है कि पूरे देश को 2025 तक टीबी मुक्त बनाना है। जिसके लिए टीबी हारेगा, देश जीतेगा का नारा भी दिया गया है। अब निजी और सरकारी चिकित्सक मिलकर टीबी रोगियों की खोज कर उसे सरकारी अस्पताल में इलाज एवं जांच के लिए प्रेरित करेंगे ।

सीएस डॉ. झा ने कहा कि वर्ष 2025 तक टीबी उन्मूलन के लिए निर्धारित महत्वाकांक्षी लक्ष्य की दिशा में किए जा रहे प्रयासों पर कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण स्वाभाविक रूप से आघात पहुंचा है। अब स्वास्थ्य विभाग ने टीबी उन्मूलन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। विभाग के द्वारा मार्च महीने को जन आंदोलन के रूप में मनाया जाएगा। जिसके तहत प्रखंड स्तर पर कई गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा।

कुपोषण टीबी का सबसे बड़ा कारण :

जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार शर्मा ने कहा कि टीबी को हराने के लिए सबसे पहले हमारे समाज को आगे आने की जरूरत है। वहीं गरीबी और कुपोषण टीबी के सबसे बड़े कारक हैं। इसके बाद अत्यधिक भीड़, कच्चे मकान, घर के अंदर प्रदूषित हवा, प्रवासी, डायबिटीज, एचआईवी, धूम्रपान भी टीबी के कारण होते हैं।

टीबी मुक्त करने के लिए सक्रिय रोगियों की खोज, निजी चिकित्सकों की सहभागिता, मल्टीसेक्टरल रेस्पांस, टीबी की दवाओं के साथ वैसे समुदाय के बीच भी पहुंच बनानी होगी, जहां अभी तक लोगों का ध्यान नहीं जा पाया है। इस कार्यशाला में सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार शर्मा, आईएमए के अध्यक्ष व सचिव, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक, चाई (जीत प्रोजेक्ट) के फील्ड ऑफिसर राम प्रकाश कुमार, ऑपरेशन लीड अभिषेक कुमार समेत कई निजी चिकित्सक मौजूद थे।

निक्षय योजना से मरीजों को आर्थिक मदद :

जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार शर्मा ने कहा कि निक्षय योजना के तहत प्रत्येक टीबी मरीज को पूरे इलाज के दौरान 500 रुपये दिए जाते हैं ताकि वह अपने पोषण की जरूरतों को पूरा कर सके। यह राशि सीधे टीबी मरीजों के बैंक खाते में जाती है जो कि बिल्कुल ही पारदर्शी व्यवस्था से गुजरती है।

जीत प्रोजेक्ट कर रहा है सहयोग :

जीत प्रोजेक्ट के ऑपरेशन अभिषेक कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार ने 2025 तक टीबी को जड़ से खत्म करने का लक्ष्य निर्धारित किया है, लेकिन ऐसे मरीजों ने चिंता बढ़ा रखी है जो सरकारी अस्पतालों में न तो जांच कराने आते हैं और न इलाज के लिए संपर्क कर रहे हैं। काफी लोग निजी अस्पतालों में जाते हैं, मगर इलाज महंगा होने के कारण बीच में ही दवा खाना बंद कर देते हैं। ऐसे मरीज दूसरे के लिए खतरा बन रहे थे। ऐसे में सरकार ने जीत प्रोजेक्ट लांच किया। जी प्रोजेक्ट को प्राइवेट अस्पतालों व केमिस्टों के यहां पहुंचने वाले मरीजों के डेटा जुटाने का दायित्व सौंपा गया है।

कोविड-19 को जड़ से खत्म करने को लेकर वैक्सीनेशन महाअभियान

छपरा : कोविड-19 को संक्रमण वायरस को पूरी तरह जड़ से खत्म करने के लिए जिले में पूरे जोर-शोर के साथ वैक्सीनेशन महाअभियान चल रहा है। जिसे गति देने में जुटा स्वास्थ्य विभाग हरसंभव आवश्यक कार्य के प्रति पूरी तरह कटिबद्ध है। इसका सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहा है।

टीकाकरण केंद्र पर बुजुर्ग लोग उत्साहित होकर “जिन्दगी का डोज” लेने के लिए पहुंच रहे हैं। जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अरविन्द कुमार ने बताया जिले में अब तक 1400 से अधिक बुजुर्गों ने कोरोना का टीका लिया है। अब लोगों के मन से डर खत्म हो चुका है।

वैक्सीनेशन अभियान की सफलता को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। दरअसल, आमलोगों के रूप में सरकार के गाइडलाइन के अनुसार 60 वर्ष एवं इससे अधिक उम्र वाले बुजुर्गों का वैक्सीनेशन शुरू हो चुका है।

जिसके कारण वैक्सीनेशन की जानकारी ऐसे बुजुर्गों तक पहुँचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी आशा कार्यकर्ता समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। ताकि वैक्सीन की सही जानकारी लोगों तक पहुँच सके और लोग ससमय अपना वैक्सीनेशन करा सकें।

अफवाहों से बाहर आकर कर निर्भीक होकर कराएं वैक्सीनेशन :

जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अरविन्द कुमार ने कहा कि कोविड-19 को जड़ से मिटाने के लिए अफवाहों से बाहर आकर निर्भीक होकर वैक्सीनेशन कराएं। साथ ही अपने अन्य सहयोगियों को भी प्रेरित करें। क्योंकि, वैक्सीन ही इस वैश्विक महामारी से स्थाई निजात का सबसे बेहतर विकल्प है। इससे ना सिर्फ आप सुरक्षित रहेंगे बल्कि आपके साथ-साथ आपका पूरा परिवार और समाज भी सुरक्षित रहेगा।

वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है :

वैक्सीन लेने के बाद बुजुर्ग काफी उत्साहित दिखे एवं सबों ने कहा वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। इसलिए बारी आने पर वैक्सीन जरूर लें। क्योंकि कोविड-19 संक्रमण वायरस को जड़ से मिटाने एवं खुद के साथ पूरे परिवार व समाजहित में सबसे बेहतर और आसान उपाय वैक्सीन ही है।

ऑन द स्पॉट हो रहा बुजुर्गों का रजिस्ट्रेशन :

सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने कहा कि कोविड टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति सेल्फ रजिस्ट्रेशन करने में असमर्थ है तो उसका रजिस्ट्रेशन ऑनसाइट यानि टीकाकरण केंद्र पर किया जा रहा है। रजिस्ट्रेशन के लिए सरकार द्वारा निर्गत पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड होने चाहिए। साथ ही मोबाइल फोन भी होना चाहिए। मोबाइल फोन पर आए ओटीपी को कोविन पोर्टल 2.0 पर फ़ीड करना होगा।

गीतकार संतोष आनंद के जन्मदिवस पर फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया का रक्तदान शिविर

छपरा : फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया द्वारा देश के जाने माने गीतकार संतोष आनंद के जन्मदिवस के उपलक्ष में ब्लड बैंक छपरा में एक स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया शिविर के दरमियान सारण की लोकगायिका रुचि रंजन ने उनके लिखे हुए गाने को प्रस्तुत की, रक्तदान शिविर में मनीषा कुमारी पूजा गुप्ता करुणा कुमारी मनीषा सिंह ने रक्तदान कर जन्मदिन की शुभकामनाएं दी।

अन्य लोगों से भी अपील किया गया कि रक्तदान कर लोगों की मदद के लिए आगे आएं। टेलीफोन के माध्यम से गीतकार संतोष आनंद ने कहा कि मेरे लिए बर्थडे पर इससे बड़ा तोहफा नहीं हो सकता आप सभी लोगों ने ब्लड डोनेशन कैंप लगाकर एक नेक काम किया। मौके पर संस्था अध्यक्ष व राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता मंटू कुमार यादव रचना पर्वत रूपेश कुमार विवेक कुमार ट्विंकल कुमारी दिव्या कुमारी विशाखा कुमारी शिखा वर्मा आदि उपस्थित थे।

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