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गांव में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का उदाहरण बनेगा एनकेएस पब्लिक स्कूल

पटना : गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से किसी भी राष्ट्र का सशक्त निर्माण होता है। भारत गांवों का देश है इसलिए जब तक ग्रामीण शिक्षा में गुणवत्ता नहीं होगी भारत सही मायने में प्रगति की शिखर को नहीं छू पायेगा। इस दिशा में एनकेएस पब्लिक स्कूल शिक्षा की गगनचुंबी इमारत बनाने में नींव की ईंट साबित होगा।

उक्त बातें पटना साइंस कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ दीपक कुमार शर्मा ने कही। वह शुक्रवार को पटना जिले के दुल्हन बाजार स्थित काब निशानपुरा गांव में एनकेस पब्लिक स्कूल के उद्घाटन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। डॉ शर्मा ने कहा कि शहरों में तो सीबीएसई पाठ्यक्रम और अंग्रेजी माध्यम में संचालित होने वाले सैकड़ों स्कूल हैं। लेकिन, इसी गुणवत्ता वाले स्कूलों की कमी आज भी बिहार के गांव में है। एनकेएस पब्लिक स्कूल के उद्घाटन से यह उम्मीद जगी है कि बिहार के ग्रामीण इलाकों में भी अंग्रेजी मीडियम और सीबीएसई पाठ्यक्रम के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बच्चों को प्राप्त होंगी और कालांतर में यह प्रयास राष्ट्र निर्माण में सहयोग देगा, ऐसी अपेक्षा है।

इस अवसर पर एनकेएस पब्लिक स्कूल के संचालक मधुसूदन शर्मा ने कहा कि गांव के बच्चों को भी महानगरों जैसी अच्छी शिक्षा मिले, इसी ध्येय के साथ एनकेएस पब्लिक स्कूल की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि नर्सरी से लेकर आठवीं कक्षा तक के बच्चों की पढ़ाई अंग्रेजी मीडियम में होगी तथा इसके साथ ही कंप्यूटर एवं सूचना तकनीक से जुड़ी अद्यतन जानकारियां भी रोचक तरीके से बच्चों को दी जाएंगी, ताकि कड़ी प्रतिस्पर्धा के दौर में यहां से निकले बच्चे कदम से कदम मिला सकें।

मौके पर पटना विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग के शिक्षक डॉ गौतम कुमार ने कहा कि उच्च शिक्षा की गुणवत्ता तभी बरकरार रहेगी जब प्राथमिक शिक्षा की नींव मजबूत होगी और इस दिशा में एनकेएस पब्लिक स्कूल पहले दिन से ही कृतसंकल्पित है यह देखकर प्रसन्नता हो रही है। डॉ कुमार ने कहा कि भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत शिक्षा देने के साथ ही 21वीं सदी की डिजिटल तकनीक से जुड़ी शिक्षा भी दी जाएगी। परंपरा और तकनीक के मिश्रण से देश की भावी पीढ़ी को तैयार किया जाएगा, ऐसा विश्वास इस स्कूल से है।

डीवाई पाटिल स्कूल के निदेशक रामानुज प्रसाद ने कहा कि तेजी से बदलती दुनिया को देखते हुए यह आवश्यक हो गया है कि भारत, खासकर बिहार के हर गांव में उच्च गुणवत्ता वाले अंग्रेजी मीडियम के स्कूल खोलें जाएं, जहां युगानुकूल शिक्षा की व्यवस्था हो। उद्घाटन कार्यक्रम के अवसर पर पटना विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग के शिक्षक तेज नारायण, मुदस्सीर सिद्दीकी, रवि राजन तथा प्रशांत रंजन उपस्थित थे।