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03 मार्च : सारण की मुख्य खबरें

वार्ड संख्या 12, रविदास नगर में आग से 35 घर जलकर राख

छपरा : रिविलगंज प्रखंड के वार्ड संख्या 12, रविदास नगर में 1 दिन पूर्व सुबह 12:00 बजे के करीब आग लग जाने से 35 घर जलकर राख हो गया इसकी सूचना जब इसकी सूचना जनसेवा कार्यालय रिविलगंज पर दिया गया तो धर्मेंद्र सिंह ने सभी जले झोपड़ी के व्यक्तियों को चिन्हित कर लिस्ट बनाकर लगभग 35 घरों को कंबल, मछरदानी, चूड़ा, गुड़ ,सत्तू, ब्रेड, मोमबत्ती, माचिस आदि सामग्री उपलब्ध कराया।

धर्मेंद्र सिंह समाजसेवी ने कहा कि रिविलगंज जनसेवा कार्यालय पर गरीब और जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं इसकी सूचना देने पर उसे हम लोग हद तक मदद करते हैं और सभी समाजसेवी वहां उपस्थित होकर उनके दुख की घड़ी में शामिल होते हैं रिविलगंज प्रखंड के वार्ड नंबर 12 में इस तरह के अग्नि घटना से लाखों की संपत्ति जलकर राख हो गई है।

जिला प्रशासन द्वारा मात्र 12 व्यक्तियों को ही मुआवजा दिया गया है लेकिन लगभग 34 से 35 घर जलकर बर्बाद हो चुका है जिला प्रशासन को पुनः एक बार निरीक्षण कर जो बचे हुए पीड़ित लोग हैं उन्हें मुआवजा उपलब्ध कराएं वही वहां पर उपस्थित जोगिंदर सिंह, भाई वीरेंद्र सिंह, रविंदर सिंह, मनोज सिंह,संजीव चौधरी, शंभू नाथ पांडे पूर्व वार्ड पार्षद 13, मुकेश कुमार राय पूरी बाबा, भोला सिंह उपस्थित रहे

विश्वविद्यालय कैंपस में बनाया जायेगा एनसीसी बटालियन का मुख्यालय तथा फायरिंग रेंज

छपरा : जयप्रकाश इंजरिंग कॉलेज छपरा में चल रहे एनसीसी के विशेष प्रशिक्षण शिविर के पांचवें एवं अंतिम दिन 240 कैडेटों ने फायरिंग प्रैक्टिस ने भाग लिया 240 कैडेटों में 202 पुरुष कैडेट तथा 38 महिला कैडेटो ने निर्धारित राउंड फायर किया। फायरिंग रेंज पर जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति महोदय प्रो० फारुख अली ने इस अवसर पर कैडेटों को संबोधित करते हुए कहां की जेपी विश्वविद्यालय के सिलेबस में एनसीसी विषय एक वैकल्पिक विषय के रूप में रखा जाएगा।

प्रस्ताव आने पर विश्वविद्यालय कैंपस में एनसीसी बटालियन का मुख्यालय तथा फायरिंग रेंज भी बनाया जाएगा उन्होंने यह भी कहा कि महिला तथा पुरुष कैडेटों में से एक-एक कैडेट को बेस्ट कैडेट का पुरस्कार विश्वविद्यालय द्वारा दिया जाएगा। कुलपति का स्वागत करते हुए कैंप कमांडेंट कर्नल सरबजीत सिंह तथा डिप्टी कैंप कमांडेंट लेफ्टिनेंट कर्नल सुधांशु दीक्षित ने कहा कि कुलपति के एनसीसी के प्रति सकारात्मक पहल से एनसीसी सारण मंडल में मजबूत स्थिति में होगा।

एनसीसी कैडेटों को फायर फाइटिंग टीम ने आग बुझाने के गुण सिखाएं।कैडेटो ने गैस सिलेंडर से आग लगने की स्थिति में सावधानियों को सिखा। फायर फाइटिंग टीम के सदस्यों में जिला अग्निशमन पदाधिकारी हरेंद्र कुमार सिंह मोहम्मद सरोज खान राजेश कुमार प्रधान रामानुज प्रसाद आदि थे फायरिंग को सफल बनाने में कैप्टन शकील अहमद आता कैप्टन विश्वामित्र पांडे लेफ्टिनेंट संजय कुमार सेकंड अफसर राकेश कुमार सूबेदार मेजर नीर बहादुर गुरुंग तथा सीनियर कैडेट सौमिल उपाध्याय , विकास कुमार सिंह भी रहे।

तीसरे चरण में सरकारी के साथ निजी केंद्रों में भी लगवाया जा सकेगा टीका

छपरा : जिले में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गयी है। 1 मार्च से तीसरे चरण की भी शुरुआत कर दी गयी। बुधवार से जिले के सभी प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी तीसरे चरण की शुरुआत हो गयी। टीकाकरण अभियान के इस चरण में ऐसे लोगों को टीका लगाया जा रहा है। जिनकी उम्र 60 साल से अधिक है। इसके अलावा 45 साल से अधिक उम्र के उन लोगों को टीका लगाया जाना है जो पहले से किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं।

तीसरे चरण में सरकारी टीकाकरण केंद्रों के साथ-साथ निजी टीकाकरण केंद्रों में भी टीका लगवाया जा सकेगा। निजी केंद्रों पर भी टीका लगवाने के लिए लोगों को किसी शुल्क का भुगतान नहीं करना होगा। अब सभी प्रखंडों में टीकाकरण शुरू होने से आमजनों को काफी सहूलियत होगी। इसके साथ हीं पूर्व से संचालित स्वास्थ्य कर्मियों एवं फ्रंटलाइन वर्करों का टीकाकरण का कार्य यथावत जारी रहेगा।

45 से 59 साल तक व्यक्तियों देना है मेडिकल प्रमाण-पत्र :

सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने बताया कि 45 से 59 साल तक ऐसे व्यक्तियों का भी टीकाकरण किया जा रहा है, जो किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं । वैक्सीन के लिए उन्हें मेडिकल प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा। 60 साल व उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों को वैक्सीन के लिए आधार कार्ड या अन्य मान्य पहचान पत्र अनिवार्य है। रजिस्ट्रेशन के लिए मोबाइल नंबर की आवश्यकता है।

प्रमाण के सत्यापन के लिए तैनात होंगे चिकित्सक :

प्रधान सचिव ने पत्र जारी कर निर्देश दिया है कि टीकाकरण केंद्रों पर 45 से 59 साल तक के व्यक्तियों के मेडिकल प्रमाण पत्र के सत्यापन के लिए डॉक्टर की तैनाती की जाये। तैनात चिकित्सक यह सत्यापित करेंगे कि व्यक्ति किस बीमारी से ग्रसित है। उसके बाद निर्धारित फार्मेट में उसका सभी डाटा भरा जायेगा। जिसके बाद उन्हें वैक्सीन दी जाएगी ।

सघन अनुश्रवण व औचक निरीक्षण :

सिविल सर्जन समेत अन्य पदाधिकारियों के द्वारा सभी स्तर पर टीकाकरण अभियान का अनुश्रवण व निरीक्षण किया जायेगा। ताकि भारत सरकार द्वारा निर्धारित लाभार्थियों का ही टीकाकरण कराया जा सके। इसके साथ किसी भी परिस्थिति में टीकाकरण के लिए प्राथमिकता के आधार पर योग्य लाभार्थियों के अलावा अन्य किसी व्यक्ति का टीकाकरण नहीं किया जायेगा| इसका शत प्रतिशत अनुपालन करना सुनिश्चित किया जाएगा। सभी टीकाकरण केंद्रों पर एनाफलाक्सिस किट में उपलब्ध दवाओं की सूची एवं एईएफआई किट की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।

ऑनसाइट किया गया बुजुर्गों का रजिस्ट्रेशन :

कोविड टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति सेल्फ रजिस्ट्रेशन करने में असमर्थ है तो उसका रजिस्ट्रेशन ऑनसाइट यानि टीकाकरण केंद्र पर किया जा रहा है। रजिस्ट्रेशन के लिए सरकार द्वारा निर्गत पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड होने चाहिए| साथ ही मोबाइल फोन भी होना चाहिए| मोबाइल फोन पर आए ओटीपी को कोविन पोर्टल 2.0 पर फ़ीड करना होगा। रजिस्ट्रेशन के समय किस तारीख को और कहां टीका लेना है यह खुद तय कर सकते हैं।

तीन तरीकों से करा सकते हैं रजिस्ट्रेशन :

• कोविन पोर्टल
• ऑनसाइट पंजीकरण के लिए चिह्नित निजी अस्पताल
• आरोग्य सेतु एप के माध्यम से

मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के लिए सरकार कटिबद्ध

छपरा : बिहार विकास मिशन अंतर्गत मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के लिए सरकार कटिबद्ध है। सरकार की सार्थक पहल का परिणाम है कि मातृ मृत्यु दर में लगातार कमी आ रही है। वर्ष 2001-03 में जहां मातृ मृत्यु दर 371 थी वह अब घटकर 2016-18 में 149 हो गई है। इसी क्रम में सतत विकास लक्ष्य (सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल) के तहत मातृ मृत्यु दर को एक लाख जीवित जन्मे बच्चों के अनुपात में 70 से कम किए जाने तथा 1000 जीवित जन्मे बच्चों पर बाल मृत्यु दर को 25 से कम एवं नवजात शिशु मृत्यु दर को 12 से कम किए जाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है।

अब प्रत्येक माह प्रमंडलीय आयुक्त की अध्यक्षता में मातृ मृत्यु दर की समीक्षा एवं निगरानी की जाएगी। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि मातृ एवं बाल मृत्यु के विभिन्न आंकडों यथा- रिपोर्टिंग, समीक्षा तथा कार्य योजना का विश्लेषण किया गया है, विश्लेषण के उपरांत परिलक्षित हुए हैं। जिसके कारण जिला पदाधिकारी की मासिक बैठक में इसकी समीक्षा किए जाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।

प्रत्येक माह स्वास्थ्य संस्थानों में होगी समीक्षा :

प्रधान सचिव ने निर्देश दिया है कि प्रखंड स्तर पर स्वास्थ्य संस्थानों में हुई सभी बाल मृत्यु की समीक्षा की जानी है एवं समुदाय में भी हुई बाल मृत्यु में से कम से कम 6 मृत्यु की वर्बल एंड सोशल ऑटोपेसी विस्तृत रूप से किया जाना है। मातृ एवं बाल मृत्यु की संस्थागत समीक्षा स्वास्थ्य प्रणाली के तंत्र के तहत गुणवत्तापूर्ण किया जाना है।

प्रमंडलीय आयुक्त करेंगे समीक्षा :

प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने पत्र के माध्यम से निर्देश दिया है कि प्रमंडलीय स्तर पर आयोजित जिला पदाधिकारी की मासिक बैठक में मैटरनल डेथ सर्विलेंस एंड रिस्पांस एवं स्टेटस ऑफ चाइल्ड डेथ रिव्यू कार्यक्रम की समीक्षा को एजेंडा के रूप में रखा जाए। मातृ एवं बाल मृत्यु के कारणों की जांच के पश्चात जो भी कारण सामने आएंगे उसका उद्देश्य किसी भी स्तर पर स्वास्थ्य सेवा प्रदाता को दंडित करना नहीं है, बल्कि स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था तथा समुदाय में मातृ स्वास्थ्य के लिए उपलब्ध सेवाओं में जो समस्या है उसकी पहचान कर तुरंत निराकरण करना है ताकि स्वास्थ्य प्रणाली में सकारात्मक एवं गुणवत्तापूर्ण सुधार लाया जा सके।

24 घंटे के अंदर देनी होगी मातृ मृत्यु की सूचना :

सुमन कार्यक्रम के तहत शत-प्रतिशत मातृ मृत्यु दर की रिपोर्टिंग का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए सबसे पहले मातृ मृत्यु की सूचना देने वाले व्यक्ति को एक हजार रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दी जाएगी। जबकि, मृत्यु के 24 घंटे के अंदर स्थानीय पीएचसी में सूचना देने पर आशा कार्यकर्ता को भी दो सौ रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके अलावे इस संबंध में किसी प्रकार की परेशानी होने पर 104 टोल फ्री नंबर कॉल कर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।

मातृ मृत्यु की सूचना देने पर आशा कार्यकर्ता को दी जायेगी प्रोत्साहन राशि :

सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने बताया कि मातृ मृत्यु की सूचना को बढ़ावा एवं सुनिश्चित करने के उदेश्य से सरकार ने सुमन कार्यक्रम के तहत प्राइमरी रिस्पोंडेंट को प्रति मातृ-मृत्यु की सूचना देने पर 1000 रुपये की प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान किया है। प्राथमिकता के आधार पर प्राइमरी रिस्पोंडेंट के रूप में आशा को प्रोत्साहित किया जाना है। ऐसी सूचना देने पर आशा कार्यकर्ताओं को 200 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।

वंदे मातरम से किया गया मंडल बैठक की शुरुआत

छपराः भाजपा छपरा सदर पश्चिमी मंडल की बैठक मंडल अध्यक्ष विश्वास गौतम की अध्यक्षता में की गई बैठक की शुरुआत राष्ट्रगान वंदे मातरम से किया गया। बैठक के मुख्य अतिथि सारण के जिला अध्यक्ष श्री राम दयाल शर्मा ने कहा कि त्रिस्तरीय बिहार पंचायत चुनाव में जिला परिषद सदस्य व पंचायत समिति सदस्य के लिए भाजपा समर्थित उम्मीदवार उतारेगी, जिससे गांव का सर्वांगीण विकास होगा। मंडल की बैठक के दौरान सर्वसम्मति से छपरा सदर जिला पार्षद भाग-1 के संयोजक श्री राजनाथ सिंह उर्फ राजू जी को चुना गया।

मंडल अध्यक्ष श्री विश्वास गौतम ने सभी पदाधिकारियों से अपील किया कि भाजपा छपरा सदर पश्चिमी मंडल के सभी शक्ति केंद्रों पर पार्टी के कार्यकर्ता पंचायत चुनाव में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें तथा जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्य के साथ-साथ बाकी के पद भी उतना ही महत्वपूर्ण है, हम सभी कार्यकर्ताओं का यह प्रयास रहेगा कि बिहार पंचायत चुनाव में सभी पदों के संख्या बल में भारी वृद्धि हो जिससे सरकार के जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारकर समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को सशक्त बनाया जा सके।

इस बैठक में सारण जिला मंत्री सत्यानंद सिंह, जिला मंत्री सुपन राय जिला आईटी सेल सह संयोजक नितिन वर्मा, मंडल के महामंत्री श्री अक्षय कुमार लाल उर्फ छोटन जी, मंडल उपाध्यक्ष प्रेम प्रकाश सिंह, श्रीमती बिंदु देवी, मंडल मंत्री श्रीमती रजनी सिंह, श्री जितेंद्र कुमार सिंह, पंचायती राज प्रकोष्ठ संयोजक श्री अनिल कुमार सिंह, सहकारिता प्रकोष्ठ संयोजक शैलेंद्र यादव, मत्स्यजीवी प्रकोष्ठ संयोजक विकास कुमार, शाडा शक्तिकेंद्र सह प्रमुख राजनाथ सिंह उर्फ राजू, मोना शक्तिकेंद्र प्रमुख श्री सुरेश प्रसाद, नैनी शक्ति केंद्र सह प्रमुख बच्चा सिंह, फकुली शक्तिकेंद्र प्रमुख आदित्य सिंह, करिंगा शक्तिकेंद्र प्रमुख बृज बिहारी शर्मा, सह प्रमुख राम पूजन महतो, बीरबल राम, रवि रंजन कुमार आदि लोग उपस्थित रहे