संजय उवाच…शराबबंदी कानून पर री थिंकिंग करे सरकार, सुबहानी दें इस्तीफ़ा
पटना : शराबबंदी कानून को लेकर नीतीश सरकार की काफी किरकिरी हो रही है। विपक्ष के साथ-साथ सत्तापक्ष भी सरकार को शराबबंदी कानून में संशोधन की बात कर रहे हैं। भाजपा एमएलसी डॉ संजय पासवान ने कहा कि बिहार का पूरा महकमा शराबबंदी को सफल बनाने में लगा हुआ है। लेकिन, सफल नहीं हो पा रहे हैं। इसलिए इस कानून पर री थिंकिंग करनी चाहिए।
भाजपा नेता ने कहा कि बिहार की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर गृह सचिव विचार करें और इन घटनाओं को देखते हुए अपना पद छोड़ दें। इससे पहले भी डॉ संजय पासवान के कहा था कि बीते डेढ़ दशक से आमिर सुबहानी ही राज्य के गृह सचिव हैं। इसलिए अब उन्हें हटाकर किसी काबिल अधिकारी को गृह सचिव बनाया जाए।
इसके अलावा भाजपा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने कहा कि बिहार में पूरी तरह से शराबबंदी नहीं है, इसके पीछे पुलिस और शराब माफिया का हाथ है। जिस ईमानदारी के साथ पुलिस वालों को इस काम में लगना चाहिए, उस ईमानदारी के साथ हुआ वे इस काम में नहीं लग रहे हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि बिहार सरकार को इसमें एक संशोधन करना चाहिए कि शराबबंदी कानून में बिहार पुलिस को शामिल न करके उत्पाद विभाग के साथ एक टीम में शामिल कर देना चाहिए। हालांकि, इस टीम में थाना पुलिस को शामिल नहीं किया जाना चाहिए। थाना पुलिस को शराब के अवैध कारोबार से निपटने की जिम्मेदारी से मुक्त रखा जाए। क्योंकि, वे लोग न तो शराबबंदी को पूरी तरह से सफल बना रहे हैं और न ही क्राइम कंट्रोल कर पा रहे हैं।
इससे पहले बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी ने कहा था कि बिहार में शराबबंदी सफल नहीं है। राज्य सरकार प्रतिवर्ष 7000 करोड़ का नुकसान हो रहा है।