पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा संचालित मैट्रिक परीक्षा के क्वेश्चन पेपर लीक होने की मामला विधानमंडल सत्र में सामने आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेहद नाराज़ है। उनकी नाराजगी इस बात से सामने आ रही है कि इस मसले को लेकर उन्होंने बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर से फोन कर इसकी जानकारी ली है।
दरसअल बिहार विधानमंडल बजट सत्र की शुरुआत के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा बिहार बोर्ड दसवीं की परीक्षा के प्रश्न पत्र लिख होने का मामला सदन के संज्ञान में लाने का कोशिश किया गया। तेजस्वी यादव ने कहा था कि नीतीश कुमार और उनके शिक्षा मंत्री को यहां तक नहीं मालूम कि मैट्रिक परीक्षा का क्वेश्चन पेपर लीक हो रहा है और सदन में वह चुपचाप बैठे हैं।
वहीं इसको लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मामला सरकार के संज्ञान में आ गया है। इसके बाद उन्होंने सत्र को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया।
वहीं इस मसले की जानकारी मिलते हैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर को फोन करते हुए उनसे कहा कि इस मामले की जांच कराई जाए साथ ही मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
चर्चा यह है कि परीक्षा समिति द्वारा संचालित 10वीं की बोर्ड परीक्षा में विज्ञान का क्वेश्चन पेपर लीक हो गया है। परीक्षा का प्रश्न पत्र परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पूर्व ही सभी परीक्षार्थियों के मोबाइल पर आ गए थे। ऐसे में सवाल यह उठाया जा रहा है कि समय से पूर्व प्रश्न पत्र मोबाइल पर कहां से आए और उनके पीछे किसका हाथ है।