पटना : राजद सुप्रीमो लालू यादव की रिहाई को लेकर उनके बड़े लाल तेजप्रताप यादव ने सोशल मीडिया पर एक कैंपेन शुरू किया था। इसके बाद अब वह राष्ट्रपति को दो लाख लोगों के हस्ताक्षर वाले पोस्टकार्ड भेजे हैं। वहीँ इसको लेकर भाजपा राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि 1000 करोड़ के चारा घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद को लंबी न्यायिक प्रक्रिया के बाद सजा सुनाई गई।
राम जेठमलानी जैसे नामी वकील भी उन्हें न सजा से बचा पाए, न जमानत दिलवा सके। अब राजद के एक उपेक्षित राजकुमार चारा घोटाला के चार मामलों में सजायाफ्ता पार्टी प्रमुख की रिहाई के लिए राष्ट्रपति को दो लाख पोस्टकार्ड भेज कर न्यायपालिका में अविश्वास पैदा करना चाहते हैं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राजद को चुनाव, लोकतंत्र, न्यायपालिका और जनता पर भरोसा नहीं है। बिहार की जनता ने लालू-राबड़ी की परिवारवादी पार्टी को संसदीय चुनाव में जीरो पर आउट किया और विधानसभा चुनाव में विपक्ष में बैठने का जनादेश दिया, लेकिन जनता का फैसला मानने के बजाय लालू प्रसाद विधानसभा गठन के समय से ही जोडतोड में लगे पाए गए। नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार कर राजद ने लोकतांत्रिक परम्परा का अनादर किया है।