सारण : चिरांद स्थित श्री रसिक शिरोमणि मन्दिर में विशाल समारोह पूर्वक रामार्चा महायज्ञ देर शाम प्रसाद वितरण के साथ सम्पन्न हुआ। पाँच दिवसीय आयोजन के चौथे दिन यह यज्ञ सम्पन्न किया गया। अयोध्या से पधारे आचार्यश्री मिथिलेशनन्दिनीशरण जी के आचार्यत्व में चार आवरणों की इस विशिष्ट पूजा को विधि-विधान से सम्पन्न किया गया।
आचार्यश्री ने बताया कि भगवान् शिव के द्वारा उपदिष्ट श्रीरामार्चा महायज्ञ श्रीरामभक्तों के लिये परम सेव्य है। यह पूजा न केवल मनोवांछित फल प्रदान करती है अपितु जीव को भगवत्परायण बनाकर उसका आत्यन्तिक कल्याण करती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महान्त श्री मैथिलीरमणशरण जी ने कहा कि शरणागत का धर्म है कि किसी भी परिस्थिति में अपने इष्ट की निष्ठा से विचलित न हो। राम जी के भक्त श्रीरामार्चा से ही अपने सकल मनोरथ सिद्ध कर लेते हैं। यज्ञ के मुख्य अर्चक के रूप में चिरांद निवासी श्रीराम तिवारी ने सपरिवार यज्ञ सम्पादित किया।
इस यज्ञ में अयोध्या , मिथिला , चित्रकूट आदि स्थानों से अनेक सन्त महान्तों के अतिरिक्त पटना से नागेश्वर प्रसाद सिंह , रणधीर शरण सिन्हा , रुन्नी सैदपुर से सुशील चौधरी रागिनी चौधरी, समस्तीपुर दिलीप सिंह शंकर तथा भादो से दिनेश पाण्डेय समेत बड़ी संख्या में स्थानीय भक्त श्रद्धालुओं ने कथा सुनकर प्रसाद लिया। मन्दिर के पुजारी व प्रबंधक सीतावल्लभ शरण ने कहा कि पाँच दिनों का यह भव्य समागम दस फ़रवरी को होने वाले भण्डारे के साथ पूर्णता प्राप्त करेगा।